छत्तीसगढ़ » रायपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 9 मार्च। प्रदेश में कोरोना संक्रमण लगातार जारी है, और पिछले 24 घंटे में नए पॉजिटिव कल की तुलना में बढक़र 320 सामने आए हैं। एक की मौत दर्ज की गई है। एक्टिव 29 सौ हैं। सैंपलों की जांच जारी है। स्वास्थ्य अफसरों का कहना है कि कोरोना का खतरा लगातार बना हुआ है। ऐसे में मास्क पहनने के साथ सामाजिक दूरी बनाकर रखना जरूरी है।
प्रदेश के सुकमा में फिलहाल कोई कोरोना मरीज नहीं है। वहीं करीब आधा दर्जन जिलों में एक्टिव मरीजों के आंकड़े लगातार कम बने हुए हैं। बुलेटिन के मुताबिक बीती रात रायपुर में 96, दुर्ग में 65 व बिलासपुर में 19 नए पॉजिटिव मिले। बालोद-3, बेमेतरा-1, कबीरधाम-4, धमतरी-3, बलौदाबाजार-13, महासमुंद-3, गरियाबंद-1, रायगढ़-5, कोरबा-13, जांजगीर-चांपा-8, मुंगेली-2, गौरेला-पेंड्रा-मरवाही-0, सरगुजा-17, कोरिया-2, सूरजपुर-19, बलरामपुर-6, जशपुर-12, बस्तर-6, कोंडागांव-1, दंतेवाड़ा-0, सुकमा-0, कांकेर-3, नारायणपुर-0, बीजापुर जिले से 0 व अन्य राज्य से 0 मरीज रहे। पिछले 24 घंटे में मिले इन मरीजों को आसपास कोरोना अस्पतालों में भेजे जा रहे हैं। दूसरी तरफ, उनके संपर्क में आने वालों की जांच की जा रही है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 9 मार्च। पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ. रमन सिंह मंगलवार को देहरादून रवाना हो गए। डॉ. सिंह विधानसभा की कार्रवाई में कुछ देर हिस्सा लेने के बाद दिल्ली गए, और वहां से देहरादून जाएंगे।
वे उत्तराखंड के मुख्यमंत्री के नाम तय करने में डॉ. रमन सिंह महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। पार्टी ने उन्हें उत्तराखंड में चल रहे विवाद की जानकारी लेने वहां भेजा था, और पर्यवेक्षक बनाया था। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत के खिलाफ पार्टी में विद्रोह हो गया है। ऐसे में नए मुख्यमंत्री के नामों की चर्चा हो रही है।
पूर्व मुख्यमंत्री ने सीएम के नाम से संबंधित बातचीत उत्तराखंड के भाजपा नेताओं से करने के बाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को एक रिपोर्ट सौंपी थी। उसके बाद यह बैठक होने जा रही है, जिसमें उत्तराखंड के भाजपा विधायकों के साथ राज्य स्तर के बड़े नेता भी मौजूद होंगे।
देहरादून रवानगी के पूर्व भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने कहा, कल भाजपा विधायकों को बुलाया गया है, उनके साथ बैठकर चर्चा होगी उसके बाद नए मुख्यमंत्री के नाम तय होगा। पहले जब गया था, उस समय संगठन और सरकार के लोगों से बात हुई थी। सबसे बात होने के बाद राष्ट्रीय अध्यक्ष को रिपोर्ट सौपी गई थी। इसी रिपोर्ट के आधार पर निर्णय लिए गए हैं। संगठन और विधायकों की अलग अलग राय रही है,कल होने वाली भाजपा विधायकों की बैठक में अंतिम निर्णय होगा।
रायपुर, 9 मार्च। कोरोना वैक्सीन की एक और खेप आज माना एयरपोर्ट पहुंची। इस खेप में 5.95 लाख वैक्सीन बताई जा रही है। स्वास्थ्य अफसरों ने एयरपोर्ट पहुंच उसे सुरक्षित गोदाम तक पहुंचाया। उनका कहना है कि जरूरत पडऩे पर और भी वैक्सीन मंगाई जाएगी।
रायपुर, 9 मार्च। खाद्य एवं संस्कृति मंत्री अमरजीत भगत के विशेष प्रयासों से सरगुजा संभाग के सीतापुर विधानसभा क्षेत्रों में 63 सडक़ों के लिए मुख्यमंत्री सुगम सडक़ योजना के तहत 5 करोड़ रूपए की स्वीकृति मिली है।
श्री भगत ने बताया कि विधानसभा क्षेत्र सीतापुर के विकासखण्ड सीतापुर लोक निर्माण विभाग उपसंभाग सीतापुर के पहुंच मार्ग के लिए 2 लाख 77 हजार रूपए की स्वीकृति दी गई है। इसी प्रकार सीतापुर के मजिस्ट्रेट बंगला के पहुंच मार्ग के लिए एक लाख 98 रूपए, गुतुरमा में हाई स्कूल पहुंच मार्ग के लिए 8 लाख 30 हजार रूपए, प्रतापगढ़ में हाई स्कूल पहुंच मार्ग के लिए भी 8 लाख 30 हजार रूपए की प्रशासकीय स्वीकृति प्रदान की गई है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 9 मार्च। बलौदाबाजार कान्यकुब्ज ब्राह्मण समाज रायपुर द्वारा रविवार को विप्र पत्रकार सम्मान समारोह आयोजित किया गया।
उक्त कार्यक्रम में वरिष्ठ पत्रकार किशोर बाजपेयी बलौदाबाजार का कान्यकुब्ज सभा-शिक्षा मंडल के द्वारा सम्मान किया गया। कार्यक्रम संयोजक पंडित प्रशांत दुबे ने कहा कि पत्रकारों ने चुनौतियों के साथ समस्याओं को साझा किया, तो जनप्रतिनिधियों ने माना कि सरकारों ने अब तक इस चौथे स्तंभ को उपेक्षित रखा है।
पंडित राघवेंद्र मिश्रा ने कहा कि पत्रकार समाज की आत्मा है, फिर भी कई चुनौतियों का सामना कर रहा है। पत्रकारों ने कलम की विश्वसनीयता कायम की है। समाज के लिए पत्रकारिता की भूमिका अहम है। कान्यकुब्ज समाज शिक्षा मंडल के अध्यक्ष अरुण शुक्ला ने कहा कि संविधान का सही रूप से अनुपालन पत्रकारों ने ही किया है। पत्रकारों के लिए ऐसा क़ानून बनना चाहिए, जिससे उनके जीविकोपार्जन का साधन जुट सके।
पत्रकार देश के लिए बड़ी ज़िम्मेदारी निभाते हैं, लेकिन उनके लिए कोई मजबूत व्यवस्था नहीं हो पाई है। इसके लिए सरकारों को प्रयास करने चाहिए।पत्रकारिता कठिन कार्य है। पत्रकार ही है, जो समाज की बुराई को आइना दिखाता है।
ये पत्रकार हुए सम्मानित-नीरज बाजपेयी, अविंनद मिश्रा, दिनेश बाजपेयी, सम्मानित किया गया।
सी-मार्ट खुलेंगे, तेलघानी, चर्मकार, रजक व लौहकार बोर्ड गठन भी
रायपुर, 9 मार्च। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल राजधानी रायपुर के पंडरी स्थित छत्तीसगढ़ हाट बाजार परिसर में 22 फरवरी से आयोजित राज्य स्तरीय छत्तीसगढ़ खादी तथा ग्रामोद्योग बोर्ड प्रदर्शनी के समापन कार्यक्रम में शामिल हुए।
उन्होंने प्रदर्शनी के आयोजन पर खुशी जाहिर करते हुए कहा कि लोगों को सुगमतापूर्वक स्व-रोजगार से जोडक़र उन्हें स्वावलंबी बनाने में खादी तथा ग्रामोद्योग की अहम भूमिका होती है। इसे ध्यान में रखते हुए हमारी सरकार छत्तीसगढ़ के गांव-गांव तक इसका विस्तार कर गांधी के ग्राम स्वराज्य के सपना को साकार करने का महत्वपूर्ण कार्य किया जा रहा है।
श्री बघेल ने अपने सम्बोधन में आगे कहा कि खादी का नाम लेते ही पूज्य बापू गांधी जी का स्मरण होने लगता है। गांधी जी ने स्वयं खादी को अपनाकर तथा चरखा चलाकर हर व्यक्ति को स्व-रोजगार से जोडऩे के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने इसके माध्यम से संदेश दिया कि स्वावलंबी बनने के लिए हर व्यक्ति के हाथ में काम होना चाहिए। उनके इस संदेश में पवित्रता, स्वावलंबन तथा आत्मविश्वास के भाव स्वत: प्रस्फुटित होते है। इसका अनुसरण करते हुए छत्तीसगढ़ में गरीब, मजदूर, किसान सहित हर वर्ग के व्यक्ति की उन्नति के लिए जनकल्याणकारी कार्यक्रमों का संचालन कर उन्हें भरपूर लाभ दिलाया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में लोगों को अधिक से अधिक रोजगार उपलब्ध कराने के लिए ग्रामोद्योगों के संरक्षण और बढ़ावा पर विशेष जोर दिया जा रहा है। इसके तहत राज्य में ग्रामोद्योगों के उत्पादों की सहज बिक्री के लिए ‘सी-मार्ट’ खोले जाएंगे। इसे छत्तीसगढ़ में ही नहीं अपितु देश के अन्य बड़े-बड़े शहरों में भी खोला जाएगा। उन्होंने बताया कि छत्तीसगढ़ में ग्रामोद्योग को बढ़ावा देने के लिए तेलघानी, चर्मकार, रजक तथा लौहकार बोर्ड की भी स्थापना की जाएगी। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कृषि मंत्री रविन्द्र चौबे ने कहा कि छत्तीसगढ़ के समग्र उत्थान के लिए हमारी सरकार द्वारा सतत् रूप से कार्य किए जा रहें है।
ग्रामोद्योग बोर्ड के अध्यक्ष राजेन्द्र तिवारी ने भी सम्बोधित किया। उन्होंने कहा कि यह प्रदर्शनी खादी वस्त्रों एवं ग्रामोद्योग उत्पादों के व्यवसाय की संभावनाओं को तलाशने और इससे जुड़े बुनकर एवं अन्य उद्यमियों को अधिक से अधिक रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने में काफी मद्दगार होगी।
निजी क्षेत्र के प्रतिष्ठानों के लिए 142 महिलाओं का चयन
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 9 मार्च। महिला दिवस के अवसर पर संकल्प परियोजना के अंतर्गत कौशल विकास योजनाओं से प्रशिक्षित एवं अन्य योग्यताधारी युवाओं के लिए लाईवलीहुड कॉलेज जोरा में मुख्य रूप से महिलाओं के लिए रोजगार सह कौशल मेला का आयोजन किया गया।
मेला में 500 से अधिक महिलाओं के साथ पुरूष भी शामिल हुये। निजी क्षेत्र के 14 प्रतिष्ठानों द्वारा भर्ती के लिए साक्षत्कार लिया गया। साक्षात्कर उपरांत 142 महिलाओं को प्रारंभिक रूप से चयनित किया गया है। इनका लिखित एवं कौशल परीक्षण के उपरांत अंतिम चयन किया जायेगा।
मेले में पात्रा इंडिया बीपीओ सर्विस, अलर्ट एसजीएस प्राईवेट लिमिटेड, आईसीआईसीआई बैक, टॉप कैरियर सर्विस, युरेका फोब्र्स, जीवन बीमा निगम, क्वालिटी सेल्स एंड सर्विस, परमार एंटरप्राईजेस, एस.आर. हास्पिटल. ग्राम स्वराज तकनीकी प्रशिक्षण संस्थान आदि नियोजकों द्वारा 10वीं,12वीं, स्नातक, आईटीआई, जीएनएम, आदि योग्यताधारी आवेदकों का साक्षात्कार लिया गया। यह मेला कोविड-19 दिशा-निर्देशों के तहत आयोजित किया गया।
लाईवलीहुड कॉलेज, सीपेट. अपेरल ट्रेनिंग एवं डिजाईनिंग सेंटर, ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान, प्रधानमंत्री कौशल केन्द्र, महालक्ष्मी कौशल प्रशिक्षण केन्द्र तथा वीनस प्रशिक्षण केन्द्र के संचालकों द्वारा अपने केन्द्रों में संचालित मुख्यमंत्री कौशल विकास योजना एवं प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना की जानकारी प्रदान की गई। कौशल प्रशिक्षण योजनाओं के लिए 100 युवाओं को चिन्हांकित भी किया गया है। जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्र के प्रबंधक द्वारा मुख्यमंत्री एवं प्रधानमंत्री युवा स्वरोजगार योजना के तहत ऋण अनुदान की जानकारी दी गई।
उल्लेखनीय है कि रोजगार सह कौशल मेला 12 मार्च को आई.टी.आई. सड्डू रायपुर में आयोजित किया जायेगा, जिसमें युवक-युवती शामिल हो सकते हैं। इस रोजगार सह कौशल मेला में उपसंचालक रोजगार ए. ओ. लारी, रोजगार अधिकारी एवं सहायक संचालक कौशल विकास श्री केदार पटेल, सहायक परियोजना अधिकारी लाईवलीहुड कॉलेज ऋचा पाठक उपस्थित थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 9 मार्च। छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत वितरण कंपनी के गुढिय़ारी स्थित स्काडा-डीएमएस. कंट्रोल सेंटल एवं एमआरसेल में अन्तराष्ट्रीय महिला दिवस पर आयोजित महिला सम्मान समारोह में मुख्य अभियंता आर.ए. पाठक ने बड़ी संख्या में महिला कर्मियों का सम्मान किया।
समारोह में उपस्थित महिला कर्मियोंं को उन्होंने पौधा देकर सम्मानित किया और विद्युत क्षेत्र में महिला अभियंताओं -अधिकारियों-कर्मचारियों के कार्यों को महत्वपूर्ण बताया। साथ ही प्रदेश की विद्युत प्रणाली के कुशल संचालन में महिलाओं की भागीदारी को महिलाओं के बढ़ते कदम का पुख्ता प्रमाण निरूपित किया।
स्काडा सेंटर के कार्यपालक अभियंता एन. बिम्बी सार ने कार्यक्रम का संचालित करते हुए बताया कि विद्युत वितरण प्रणाली, विद्युत सप्लाई व्यवस्था का संचालन अत्याधुनिक रिमोड सिस्टम से तथा 15 एचपी. के ऊपर से निम्नदाब-उच्चदाब उपभोक्ताओं से सम्बद्ध आटोमेटिक मीटर रिडिंग का संचालन स्काडा कंटोल सेंटर एमआरसेल में मुख्यत: महिला अभियंताओं के द्वारा सम्पादित किये जा रहे है। सम्मानित हुई ये महिला अभियंता-अधिकारी-कर्मचारी
सुनिता साहू, सुरूचि कौशल दिवान, एलीस मैरी केरकेटा, शारदा देंवागन, तृप्ति पण्डित, पूजा सिंह, रितिका पाण्डे, गुंजा गुप्ता, प्रियंका तिवारी, ज्योति खरे, पिंकी गोड़, प्रज्ञा घरडे।
दूसरी गंभीर बीमारी वाले विशेष सावधानी बरतें
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 9 मार्च। प्रदेश में पिछले हफ्ते 17 सौ 61 लोग कोरोना पाजिटिव पाए गए, जिसमें 29 लोगों की मृत्यु हुई। मृतकों में इस सप्ताह 71 से 80 आयु वर्ग के 31प्रतिशत तथा 51से 60 वर्ष की आयु के 28 प्रतिशत लोग थे। इनमें से 5 लोगों की मृत्यु अस्पताल में भर्ती होने के 24 घंटे के भीतर हो गई, जबकि 6 लोगों की मौत 48 घंटे में हो गई। मृतकों में 20 पुरूष और 9 महिलाएं थीं ,जबकि 93 प्रतिशत कोमार्बिड थे।
राज्य स्तरीय डेथ आडिट समिति में आज सभी आंकड़ों की समीक्षा की गई आौर यह पाया गया कि लोग अभी भी कोरोना की जांच से बच रहे हैं। बैठक में सभी जिलों से कुछ केस की समीक्षा की गई। रायगढ़ जिले की 44 वर्ष की महिला को 12 फरवरी से बुखार,गले में खराश की शिकायत थी, लेकिन 18 फरवरी को कोरोना का टेस्ट कराया और फिर 21 को अस्पताल में भर्ती हुई। हर संभव प्रयास के बाद 24 फरवरी को उसकी मृत्यु हो गई। इसीलिए चिकित्सक बुखार,खांसी के लक्षण दिखने पर 24 घ्ंाटे के अंदर जांच कराने पर जोर देते हैं, ताकि समय रहते इलाज हो सके।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 9 मार्च। डॉ. भीमराव अम्बेडकर स्मृति चिकित्सालय के सर्जरी विभाग में अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित ब्रेस्ट स्क्रीनिंग ओपीडी में जागरूकता का परिचय देते हुए करीब 40 महिलाओं ने अस्पताल पहुंच कर ब्रेस्ट स्क्रीनिंग सुविधा का लाभ लिया।
स्क्रीनिंग ओपीडी में आने वाली ऐसी महिलाएं जिन्हें मैमोग्राफी की आवश्यकता थी, उनकी मैमोग्राफी रेडियोलॉजी विभाग में नि:शुल्क हुई। सोमवार को सर्जरी विभाग की ओपीडी में न्यूनतम 35 से लेकर अधिकतम 75 उम्र तक की महिलाएं ब्रेस्ट की स्क्रीनिंग कराने के लिए अस्पताल पहुंची।
महिला डॉक्टरों द्वारा ओपीडी में आई महिलाओं को ब्रेस्ट स्क्रीनिंग के फायदे भी बताए गये। विशेषज्ञों ने बताया कि ब्रेस्ट स्क्रीनिंग के माध्यम से स्तनों में हो रहे किसी भी प्रकार के बदलाव की जानकारी सही समय पर मिल जाती है जिसके जरिये ब्रेस्ट कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों को समय पर रोका जा सकता है।
महिलाओं की जांच, महिलाओं द्वारा
महिला दिवस पर सर्जरी विभाग की ओपीडी की कमान महिलाओं ने ही संभाली। यहां पर विभागाध्यक्ष डॉ. मंजू सिंह, डॉ. अंजना निगम एवं डॉ. सरिता दास ने स्क्रीनिंग कराने आयी महिलाओं के क्लीनिकल ब्रेस्ट एग्जामिनेशन किये। इसके साथ ही वीडियो के माध्यम से सेल्फ ब्रेस्ट एग्जामिनेशन के विविध तरीकों की जानकारी दी। वहीं रेडियोलॉजी विभाग में मैमोग्राफी के लिये विशेष रूप से महिला रेडियोग्राफर की ड्यूटी लगाई गई थी।
कांकेर से पहुंची 75 वर्षीय महिला
महिला दिवस पर आयोजित इस विशेष ओपीडी में ब्रेस्ट कैंसर के प्रति जागरूकता का परिचय देने के लिये कांकेर से आयी 75 वर्षीय महिला ने ब्रेस्ट स्क्रीनिंग ओपीडी में अपनी जांच करवायी। समाजसेवी गिनी गिल द्वारा महिलाओं को सेहतमंद बने रहने के लिये हेल्दी फूड पैकेट का वितरण किया गया। ओपीडी में आने वाली सभी महिलाओं को फूल देकर सम्मानित किया गया।
मेडिकल कॉलेज अधिष्ठाता ने महिला दिवस के अवसर पर सर्जरी एवं रेडियोलॉजी विभाग द्वारा आयोजित इस स्क्रीनिंग ओपीडी की सराहना करते हुए कहा कि ऐसे प्रयासों से महिलाओं में स्वयं के स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता आएगी जिससे वे अपने स्वास्थ्य में हो रहे किसी भी प्रकार के परिवर्तनों से सजग होकर प्रारंभिक अवस्था में ही अपना जांच करवा सकती हैं। किसी भी बीमारी के शुरूआती अवस्था में पता लगने से ठीक होने की गुंजाइश कई गुना बढ़ जाती है। अधिष्ठाता डॉ. दत्त ने इस अवसर पर मेडिकल कॉलेज अस्पताल के सभी महिला स्टाफ को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस की शुभकामनाएं दीं।
छत्तीसगढ़ पुलिस के कार्यक्रम अभिव्यक्ति में उल्लेखनीय योगदान पर महिलाओं का सम्मान
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 9 मार्च। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल महिला दिवस के अवसर पर साईंस कॉलेज परिसर स्थित ऑडिटोरियम में छत्तीसगढ़ पुलिस द्वारा आयोजित अभिव्यक्ति कार्यक्रम में सम्मिलित हुए। इस अवसर पर श्री बघेल द्वारा समाज के विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय योगदान देने वाली महिलाओं का सम्मान किया गया।
श्री बघेल ने कहा कि आधी आबादी को सम्मानित करते हुए प्रसन्नता हो रही है। यदि महिलाएं कमजोर होती हैं तो समाज आगे नहीं बढ़ पाता है। आज किसी भी क्षेत्र में महिलाएं पीछे नहीं हैं, महिलाएं आटो-रिक्शा से लेकर फाइटर प्लेन तक उड़ा रही हैं। छत्तीसगढ़ के नक्सल क्षेत्र में तैनात दंतेश्वरी फाइटर्स में महिलाएं बहादुरी से कार्य कर रही हैं और इन्होंने नक्सलियों के कई कैम्प ध्वरत किए हैं। आज किसी भी परीक्षा का परिणाम आता है, तो मेरिट में सबसे ऊपर महिलाएं ही होती हैं। यदि लोकतंत्र की बात करें तो छत्तीसगढ़ में महिलाओं की स्थिति देश के कई प्रदेशों से बेहतर है।
छत्तीसगढ़ की विधानसभा में सर्वाधिक महिलाओं का प्रतिनिधित्व है। महिलाओं को घर में निर्णय लेने का अधिकार मिलना चाहिए। हम लोगों को घर में अपने बेटों को सिखाना चाहिए कि महिलाओं के प्रति कैसा व्यवहार करना है ? आज महिलाओं को भी उनके साथ हो रहे अत्याचार के विरूद्ध आवाज उठाना जरूरी हो गया है। यदि आप बर्दाश्त करती रहेंगी तो अपराधियों के हौसले बढ़ेंगे। छत्तीसगढ़ में कौशिल्या माता, शबरी माता, बिलासा बाई, मिनीमाता, फुलबासन यादव, तीजनबाई आदि महिलाओं ने राज्य का मान बढ़ाया है।
छत्तीसगढ़ पुलिस की कार्यशैली ने विगत दो वर्षों में लोगों के मन में छवि बदली है। अब लोग पुलिस से डरते नहीं, बल्कि पुलिस पर विश्वास करने लगे हैं। जहां स्पंदन कार्यक्रम से छत्तीसगढ़ पुलिस के जवान तनाव मुक्त हो रहे हैं और उनकी समस्याओं का निराकरण हो रहा है, वहीं समाधान कार्यक्रम के जरिए लोगों की शिकायतें त्वरित गति से निपटाई जा रही हैं।
छत्तीसगढ़ पुलिस में कार्यरत महिला पुलिस कर्मियों ने भी उल्लेखनीय कार्य किया है। आज विभिन्न क्षेत्रों की महिलाओं को सम्मानित करके हम स्वयं सम्मानित महसूस कर रहे हैं। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने स्मारिका और नववर्ष कैलेंडर का भी विमोचन किया। नववर्ष कैलेंडर में प्रत्येक पेज पर महिला अपराध और उनके निवारण के लिए कानून की जानकारी प्रदान की गई है।
कार्यक्रम में महिला आयोग की अध्यक्ष किरणमयी नायक ने कहा कि विगत दो वर्षों में पुलिस विभाग ने बेहतरीन कार्य किए हैं। स्पंदन, समाधान कार्यक्रमों के माध्यम से पीडि़तों को त्वरित न्याय मिल रहा है। मुख्य सचिव अमिताभ जैन ने कहा कि महिला दिवस जैसी भावना हमें वर्ष भर रखनी चाहिए यही महिलाओं के प्रति सच्चा सम्मान होगा।
महिला विरूद्ध अपराधों की शिकायत के लिए जारी होगा वाट्सअप्प नंबर
कार्यक्रम में डीजीपी डी.एम. अवस्थी ने कहा कि छत्तीसगढ़ पुलिस शीघ्र ही महिला विरूद्ध अपराधों की शिकायत के लिए वाट्सअप्प नंबर जारी करने जा रही है, जिसमें पीडि़त महिलाएं शिकायत कर सकेंगी। पुलिस मुख्यालय इन शिकायतों के निराकरण के लिए महिला अधिकारी को जिम्मेदारी दी जाएगी। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के निर्देश अनुसार महिला विरूद्ध अपराधों पर त्वरित कार्रवाई की जा रही है। इसी का परिणाम है कि मात्र 21 दिन में दुष्कर्म के मामले में अपराधी को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई। हमारी कोशिश है कि महिला विरूद्ध अपराध के जितने भी प्रकरण हैं, सभी में शीघ्र दोषियों को सजा दिलाई जा सके।
इन लोगों को किया गया सम्मानित
फुलबासन यादव-महिला सशक्तिकरण, शमशाद बेगम-पिछड़े समुदाय को शिक्षित करने का कार्य, इंदिरा मिश्रा-साहित्य, नीता डूमरे-हॉकी, श्रद्धा थवाईत-साहित्य, सपना सोनी-अध्यापन, रेणुका यादव-हॉकी, प्रभा एवं रेखा जोशी-लोककला संस्कृति, प्रियंका बिस्सा-महिला सशक्तिकरण, श्रुति यादव-शूटिंग, सोनिया स्वर्णकार-मिसेज एशिया, विद्या राजपूत-तृतीय लिंग समानता, शमशाद रहमान-परिवार परामर्श, सरस्वती साहनी-मानव मृत शरीरों को विच्छेदन (पोस्टमार्टम), शिल्पा साहू-दंतेश्वरी फाइटर्स, अनुराधा-कत्थक नृत्यांगना।
राज्यपाल एसोचैम द्वारा आयोजित वेबीनार में शामिल
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 9 मार्च। कुशल नेतृत्व से किसी देश, संस्था या किसी कार्य को दिशा मिलती है। इसके कारण ही किसी देश को स्वतंत्रता मिली, कोई देश प्रगति की शिखर में पहुंचा। किसी संस्था को आगे बढऩे की राह दिखी। बिना नेतृत्व के कोई भी संस्था दिशाविहीन हो जाती है। सार्थक नेतृत्व ही एक उत्कृष्ट रचना को जन्म देता है। यह बात राज्यपाल अनुसुईया उइके ने आज एसोचैम द्वारा आयोजित वेबीनार को संबोधित करते हुए कही। साथ ही उन्होंने अवार्डस ऑफ लीडरशीप एक्सीलेंस-2021 के आयोजन के लिए एसोचैम को बधाई दी।
राज्यपाल ने कहा कि हम अपने देश की बात करें तो हमारे देश में अनेक महान नेतृत्व पैदा हुए है। हम यदि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की बात करें, तो उन्होंने अपने नेतृत्व के दम पर वह कर दिखाया, जो पूरी दुनिया के लिए एक तस्वीर बन गई। उस समय जब पूरा देश गुलाम था, तब भारतीयों को सत्याग्रह और अहिंसा का उपयोग करना सिखाया। उसी की बदौलत हमारे देश को आजादी मिली।
मैं पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी की बात करूं, जिनके नेतृत्व में काम करने का मौका मिला। मैंने उनके नेतृत्व में राष्ट्रीय महिला आयोग के काम को बखूबी निर्वहन किया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में हमारा देश तेजी से आगे बढ़ रहा है और उन्होंने ऐसे क्रांतिकारी निर्णय लिए, जिसने पूरी देश की दिशा बदल दी। उनके नेतृत्व में कोरोना काल में एकजुट होकर मुकाबला किया और आज इस बीमारी की वैक्सीन आ गई है और हमारे देश में टीकाकरण प्रारंभ हो गया है। उन्होंने दुनिया के कुछ देशों को वैक्सीन प्रदान कर हमारे देश को पूरे विश्व में स्थापित किया है। आज पूरा विश्व उन्हें सम्मान की नजरों से देखते हुए धन्यवाद दे रहा है। उन्होंने कहा कि लेकिन हमें यह जानना चाहिए कि नेतृत्व का गुण एक दिन में नहीं बनता है, उसके लिए समर्पण, लंबा संघर्ष और त्याग की भावना की आवश्यकता होती है।
राज्यपाल ने कहा कि मेरे सामने कई चुनौतियां आई पर मैं हिम्मत नहीं हारी और वरिष्ठ जनों के मार्गदर्शन और अपनी दृढ़ इच्छाशक्ति से सामना करती रही। विभिन्न दायित्वों के अलावा राष्ट्रीय महिला आयोग की सदस्य, राज्यसभा सांसद, राष्ट्रीय जनजाति आयोग की उपाध्यक्ष और छत्तीसगढ़ की राज्यपाल बनने का अवसर प्राप्त हुआ। उन्होंने कहा कि राज्यपाल के रूप में आज करीब एक साल 7 महीने हो रहे हैं, इस दौरान मैंने प्रयास किया कि मैं एक राज्यपाल नहीं एक पालक के रूप में कार्य करूं और हर जरूरतमंद की समस्या को समझने और समाधान करने की कोशिश की।
राज्यपाल ने कहा कि एसोचैम पूरे भारत वर्ष में उद्योग समूह के संगठन के रूप में कार्य कर रहा है। साथ ही यह समय-समय पर देश के व्यापार और वाणिज्यिक, उद्योग समूह को अपने सुझाव के द्वारा उचित दिशा प्रदान करने का कार्य कर रहा है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 8 मार्च। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के ज़रिये बैठक ली और आज़ादी की 75वीं वर्षगांठ पर मनाए जाने वाले आज़ादी अमृत उत्सव की कार्ययोजना पर चर्चा की। छत्तीसगढ़ से मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की अनुपस्थिति में छत्तीसगढ़ के संस्कृति मंत्री अमरजीत भगत बतौर मुख्यमंत्री प्रतिनिधि इस बैठक में शामिल हुए। साथ अन्य राज्यों के अधिकारी व मंत्रीगण भी इस बैठक में शामिल हुए।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 12 मार्च को गुजरात से ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ कार्यक्रम शुरू करेंगे। सन 1930 में इसी दिन महात्मा गांधी ने दांडी यात्रा आरंभ की थी, जो 5 अप्रैल को समाप्त हुई। 25 दिवसीय आज़ादी अमृत उत्सव की तिथि भी वही है जो गांधी जी दांडी यात्रा की थी।
आज़ादी की 75वीं वर्षगांठ पर आज़ादी अमृत उत्सव के तहत आज़ादी के लिए बहुमूल्य योगदान देने वाले स्वतंत्रता सेनानियों को याद किया जाएगा। जिसकी शुरुआत 12 मार्च को संभावित है जब गांधी जी ने सविनय अवज्ञा आंदोलन की शुरूआत की थी। अंग्रेजी शासन में नमक का उत्पादन और विक्रय करने पर भारी कर लगा दिया था। नमक जीवन के लिए आवश्यक वस्तु होने से इस कर को हटाने गांधी जी ने यह सत्याग्रह आरंभ किया। यह ब्रिटिश हुकुमत द्वारा देश पर एकाधिकार हेतु जनता के दमन के खिलाफ चलाए गए गांधी जी के कई आंदोलनों में से एक था।
इस बैठक में आज़ादी अमृत उत्सव की प्रमुख गतिविधियों पर चर्चा की गई। 12 मार्च को यह उत्सव गुजरात के साबरमती से प्रारंभ होगा और 241 मील की दूरी तय करने के पश्चात् दांडी में इसका समापन होगा। सभी राज्य और केंद्रशासित प्रदेश अपने प्रतिनिधि इस आयोजन में भेजेंगे। इस वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में संस्कृति विभाग के सचिव अंबलगन पी और संस्कृति व पुरातत्व विभाग के निदेश विवेक आचार्य भी मौजूद थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 8 मार्च। प्रदेश के स्कूल शिक्षा विभाग में व्याख्याता के 26 सौ 71 पदों पर नियुक्ति आदेश जारी कर दिए गए हैं, लेकिन शिक्षकों को नियुक्ति आदेश कब तक जारी किए जाएंगे, इसका निश्चित समय-सीमा बताना संभव नहीं है। यह जानकारी आदिम जाति विकास मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम ने एक प्रश्न के लिखित उत्तर में दी।
प्रश्नकाल में भाजपा सदस्य रमन सिंह ने जानना चाहा कि क्या स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा 14 हजार 580 शिक्षकों की भर्ती के संबंध में विज्ञापन 9 मार्च 2019 को जारी किया गया था? यदि हां, तो उनमें से कितने पदों पर नियुक्ति आदेश जारी किया गया? यदि नहीं तो क्यों? शिक्षकों को नियुक्ति आदेश कब तक जारी कर दिए जाएंगे? उन्होंने यह भी सवाल किया है कि व्याख्याता के 31 सौ 77 पदों के लिए दस्तावेज सत्यापन का काम कब-कब किया गया है? जिनका दस्तावेज सत्यापन पूर्ण हो चुका है, क्या उन्हें नियुक्ति पत्र जारी कर दिया गया है? यदि नहीं, तो क्यों एवं कब तक जारी किया जाएगा?
इसके जवाब में आदिम जाति विकास मंत्री डॉ. टेकाम ने बताया कि स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा 14 हजार 580 शिक्षकों की भर्ती के संबंध में विज्ञापन जारी किया गया था। व्याख्याता के 26 सौ 71 पदों पर नियुक्ति आदेश जारी किए गए हैं, लेकिन शिक्षकों को नियुक्ति आदेश कब तक जारी किए जाएंगे, इसका निश्चित समय-सीमा बताना संभव नहीं है। उन्होंने यह भी बताया कि व्याख्याता के 3 हजार 177 पदों के लिए दस्तावेज सत्यापन का काम 5 नवम्बर 2019 से 6 फरवरी 2021 तक किया गया तथा 2 हजार 671 को नियुक्ति पत्र जारी किया जा चुका है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 8 मार्च। भरतपुर-सोनहत विधानसभा क्षेत्र में 2 हजार 153 किसानों का कर्ज माफ किया गया है। यह जानकारी आदिम जाति विकास मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम ने एक प्रश्न के लिखित उत्तर में दी।
प्रश्नकाल में कांग्रेस सदस्य गुलाब कमरो ने जानना चाहा कि भरतपुर-सोनहत विधानसभा क्षेत्र की सहकारी सोसायटी सोनहत एवं केल्हारी अंतर्गत पंजीकृत कितने किसानों का वर्ष 2018 से 21 जनवरी 2021 तक कर्ज माफ हुआ है?
इसके जवाब में आदिम जाति विकास मंत्री डॉ. टेकाम ने बताया कि अल्पकालीन कृषि ऋण माफी योजना 2018 अंतर्गत विधानसभा क्षेत्र भरतपुर-सोनहत की सहकारी सोसायटी सोनहत में 1054किसानों का 236.34 लाख रूपये एवं सहकारी सोसायटी केल्हारी में 1103 किसानों का 201.18 लाख रूपये ऋण माफ किया गया है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 8 मार्च। प्रदेश के 2 हजार 606 सरकारी स्कूलों में स्मार्ट क्लास रूम की व्यवस्था है, लेकिन प्रदेश के सभी सरकारी स्कूलों में स्मार्ट क्लास बनवाने की फिलहाल कोई योजना नहीं है। यह जानकारी आदिम जाति विकास मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम ने एक प्रश्न के लिखित उत्तर में दी।
प्रश्नकाल में कांग्रेस सदस्य शैलेश पाण्डे ने जानना चाहा कि प्रदेश में कितने सरकारी स्कूलों में पढ़ाई के लिए स्मार्ट क्लास रूम की व्यवस्था है? कितने स्कूलों में इंटरनेट की व्यवस्था है? इसके अलावा सभी सरकारी स्कूलों में स्मार्ट क्लास बनवाने की शासन की क्या योजना है?
इसके जवाब में आदिम जाति विकास मंत्री डॉ. टेकाम ने बताया कि प्रदेश के 2 हजार 606 सरकारी स्कूलों में स्मार्ट क्लास रूम की व्यवस्था है। वहीं 19 सौ 20 स्कूलों में इंटरनेट की व्यवस्था है। उन्होंने एक और सवाल के जवाब में बताया कि प्रदेश के सभी सरकारी स्कूलों में स्मार्ट क्लास बनवाने की फिलहाल कोई योजना नहीं है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 8 मार्च। प्रदेश के बस्तर संभाग में शिक्षकों के 983 एवं व्यायाम शिक्षकों के 197 रिक्त पदों पर भर्ती की अनुमति मिली है, और इन पदों पर भर्ती की कार्यवाही जारी है। यह जानकारी आदिम जाति विकास मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम ने एक प्रश्न के लिखित उत्तर में दी।
प्रश्नकाल में कांग्रेस सदस्य लखेश्वर बघेल ने जानना चाहा कि बस्तर संभाग अंतर्गत सरकारी प्रायमरी, माध्यमिक, सेकेण्डरी एवं हायर सेकेण्डरी स्कूलों में शिक्षकों एवं व्यायाम शिक्षकों को रिक्त पदों की प्रतिपूर्ति के लिए कितने-कितने पदों में भर्ती के लिए अनुमति प्राप्त हुई है? व इस समय कितने पदों पर भर्ती कार्यवाही प्रचलन में है? उक्त पदों में भर्ती के लिए शासन द्वारा तय निर्धारित चयन प्रक्रिया क्या है?
इसके जवाब में आदिम जाति विकास मंत्री डॉ. टेकाम ने बताया कि बस्तर संभाग अंतर्गत सरकारी प्रायमरी, माध्यमिक, सेकेण्डरी एवं हायर सेकेण्डरी स्कूलों में 983 शिक्षकों एवं 197 व्यायाम शिक्षकों के रिक्त पदों की प्रतिपूर्ति के लिए अनुमति प्राप्त हुई है, और इन पदों पर भर्ती कार्यवाही जारी है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 8 मार्च। जमीन के ऑनलाइन रिकॉर्ड में त्रुटि होने का मामला सोमवार को विधानसभा में उठा। कांग्रेस सदस्य लालजीत सिंह राठिया के जवाब में बताया गया कि ऑनलाइन रिकॉर्ड में त्रुटि संबंधी शिकायत प्राप्त हुई है। संसदीय कार्यमंत्री रविन्द्र चौबे ने भरोसा दिलाया कि पूरे प्रदेश में कैम्प लगाकर त्रुटियों का सुधार किया जाएगा।
कांग्रेस सदस्य लालजीत राठिया के सवाल के लिखित जवाब में राजस्व मंत्री ने बताया कि रायगढ़ जिले में 1485 गांवों 1475 में कुल 3 लाख 78 हजार 846 किसानों का भुइयां सॉफ्टवेयर में दर्ज कर लिया गया है। 10 गांवों का शेष है, और उन्होंने यह भी बताया कि ऑनलाइन रिकॉर्ड में त्रुटि की शिकायत प्राप्त हुई है।
राठिया ने कहा कि त्रुटियों में सुधार नहीं हुआ है। संसदीय कार्य मंत्री ने कहा कि जहां भी इस तरह की शिकायत आएगी। उन्होंने मुख्य सचिव से कहा कि कैम्प लगाकर किसानों की शिकायतों का निवारण किया जाए।
अवैध प्लाटिंग पर कार्रवाई
प्रश्नकाल में कांग्रेस सदस्य आशीष कुमार छाबड़ा ने मामला उठाया। इसके जवाब में राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने कहा कि बेमेतरा विधानसभा के बेमेतरा और बेरला में अवैध प्लाटिंग की शिकायत आई है, जिस पर 24 लोगों के खिलाफ नोटिस जारी की गई है। संसदीय कार्यमंत्री ने कहा कि अवैध प्लाटिंग करने वालों पर कार्रवाई होगी।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, राजिम, 8 मार्च। माघी पुन्नी मेला में महानदी आरती का दृश्य अत्यंत दिव्य होता जा रहा है। प्रतिदिन हजारों की संख्या में श्रद्धालुगण आरती का अलौकिक दृश्य देखने के लिए उपस्थित हो रहे। एक ओर रविवार को श्रद्धालुओं की भीड़ सबसे ज्यादा रही, वहीं दूसरी ओर गृहमंत्री एवं धर्मस्व मंत्री ताम्रध्वज साहू के परिवार से सदस्यगण राजिम मेला में पहुंचे और महानदी आरती में शामिल होकर महाआरती किया।
भारतीय जनता युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष अमित साहू ने भी अपने परिवार के साथ त्रिवेणी घाट पहुंच कर महानदी त्रिवेणी मैया की आरती उतारी तथा अपर कलेक्टर जेआर चैरसिया भी सपरिवार आरती में शामिल हुए। सभी ने मॉ त्रिवेणी की आरती कर प्रदेश की खुशहाली की कामना की। इस बीच पुरूषोत्तम मिश्रा टीम एवं पं. संतोष शर्मा ने स्वरबद्ध आरती गीत प्रस्तुत कर उपस्थित जनसमूह को मंत्रमुग्ध कर दिया। विप्र परिषद् से पं. ब्रम्हदत्त शास्त्री, आरती प्रभारी राम शर्मा, पं. कन्हैया तिवारी, देवेन्द्र दुबे, विजय शर्मा, विकास शर्मा, संतोष मिश्रा, दिनेश तिवारी, संस्कार मिश्रा, सूरज शर्मा के साथ आरती संयोजक अशोक श्रीवास्तव ने मुखर होकर आरती किया।
इस दौरान नगर पंचायत अध्यक्ष रेखा जितेन्द्र सोनकर, जनपद के पूर्व अध्यक्ष राघोबा महाडिक़, पार्षद टंकु सोनकर, रतीराम साहू, पद्मा दुबे, रामकुमार साहू, विकास साहू, योगी कश्यप, अभिषेक सोनकर, हिमेश बैनर्जी, मोहिनिश ठाकुर, रामकुमार देवांगन, होमन साहू, ईश्वर देवांगन आदि बड़ी संख्या में उपस्थित थे।
रायपुर, 8 मार्च। अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने आधी आबादी के लिये पूरा हक सुनिश्चित करने को समय की आवश्यकता निरूपित करते हुये कहा है कि कांग्रेस ने ही नगरीय निकायों और पंचायती राज संस्थाओं में महिला आरक्षण लागू करके महिलाओं के अधिकारों को मान्यता दी।
महिलाओं के लिए मताधिकार और समाज में महिलाओं के लिए बराबर की स्थिति महात्मा गांधी की प्रेरणा से कांग्रेस ने सुनिश्चित की आजादी की लड़ाई के दिनों से कांग्रेस संगठन में महिलाओं की भागीदारी सुनिश्चित करके कांग्रेस ने महिलाओं के अधिकारों को सर्वोच्च प्राथमिकता देने का काम किया है। महिलाओं को राष्ट्रपति प्रधानमंत्री और आजादी की लड़ाई के दिनों में कांग्रेस अध्यक्ष बनाने का काम कांग्रेस पर किया है।
रायपुर, 8 मार्च। राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष डॉ. किरणमयी नायक ने महिला दिवस पर प्रदेश की सभी महिलाओं को बधाई एवं शुभकामनाएं दी है। उन्होंने कहा है कि महिलाओं का सम्मान परिवार और समाज के कल्याण के लिए जरूरी है।
डॉ. नायक ने कहा कि महिला समाज का प्रमुख अंग है। महिला समाज की धुरी है, वह समाज की दशा और दिशा दोनों को प्रभावित करती हैं। प्रत्येक परिवार में महिला ही प्रमुख केन्द्र बिन्दु है, जिससे परिवार के सभी सदस्य जुड़े रहते हैं। प्रत्येक परिवार की महिलाएं अपने बच्चों को बचपन से ही संस्कार देती रहें कि वे सदैव महिलाओं का सम्मान करें तो समाज में फैली बुराईयां स्वमेव खत्म हो जाएंगी। प्रत्येक महिला अपने परिवार के इस संस्कार रूपी दायित्व का निर्वहन करे और अपने से जुड़े पुरूष जो पिता, पुत्र, भाई, मित्र किसी भी रूप में हो उसे भी महिलाओं के प्रति सम्मान को बनाये रखने के लिए प्रेरित करते रहें। आज के दिन यदि हम महिलाओं के सम्मान का निर्णय ले लें, तो निश्चित रूप से एक नई शुरुआत होगी। उन्होंने कहा कि मैं महिलाओं से, बेटियों से और बहनों से कहना चाहती हूं कि आप सभी अपने आप को प्यार करना सीखें, खुश रहना सीखे, स्वस्थ रहना सीखे और हमेशा खुशहाल रहे, प्रसन्न रहे तथा परिवार, समाज, देश-प्रदेश के खुशहाली व तरक्की में अपना योगदान दें।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 8 मार्च। प्रदेश में कोरोना संक्रमण लगातार जारी है, और पिछले 24 घंटे में नए पॉजिटिव कल की तुलना में बढक़र 222 सामने आए हैं। एक की मौत दर्ज की गई है। एक्टिव 28 सौ आसपास हैं। सैंपलों की जांच जारी है। स्वास्थ्य अफसरों का कहना है कि कोरोना का खतरा लगातार बना हुआ है। ऐसे में मास्क पहनने के साथ सामाजिक दूरी बनाकर रखना जरूरी है।
प्रदेश के सुकमा में फिलहाल कोई कोरोना मरीज नहीं है। वहीं करीब आधा दर्जन जिलों में एक्टिव मरीजों के आंकड़े लगातार कम बने हुए हैं। बुलेटिन के मुताबिक बीती रात रायपुर में 66, दुर्ग में 52 और बिलासपुर में 21 नए पॉजिटिव मिले। राजनांदगांव-10, बालोद-0, बेमेतरा-0, कबीरधाम-2, धमतरी-3, बलौदाबाजार-8, महासमुंद-6, गरियाबंद-0, रायगढ़-5, कोरबा-9, जांजगीर-चांपा-6, मुंगेली-1, गौरेला-पेंड्रा-मरवाही-1, सरगुजा-11, कोरिया-4, सूरजपुर-3, बलरामपुर-0, जशपुर-7, बस्तर-6, कोंडागांव-0, दंतेवाड़ा-0, सुकमा-0, कांकेर-1, नारायणपुर-0, बीजापुर जिले से 0 व अन्य राज्य से 0 मरीज रहे। पिछले 24 घंटे में मिले इन मरीजों को आसपास कोरोना अस्पतालों में भेजे जा रहे हैं। दूसरी तरफ, उनके संपर्क में आने वालों की जांच की जा रही है।
रायपुर, 8 मार्च। राज्य शासन द्वारा कबीरधाम जिले के विकासखण्ड बोड़ला की सकरी नदी पर निर्मित छपरी एनीकट कम कॉजवे के अपस्ट्रीम डिपाजिट की सफाई, अपस्ट्रीम एवं डाउनस्ट्रीम में कटऑफ तथा गेट मरम्मत कार्य के लिए 52 लाख 93 हजार रूपए की प्रशासकीय स्वीकृति दी गई है। जल संसाधन विभाग द्वारा योजना का कार्य स्वीकृति राशि एवं निर्धारित समय-सीमा में पूर्ण करने के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही कार्य में उच्च गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखने के भी निर्देश दिए गए।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 8 मार्च। छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग द्वारा उच्च शिक्षा विभाग के अंतर्गत सहायक प्राध्यापक सूचना प्रौद्योगिकी, कम्प्यूटर साईंस, कम्प्यूटर एप्लीकेशन, राजनीति शास्त्र एवं रसायन शास्त्र विषयों के 249 पदों के लिए लिखित परीक्षा के प्राप्तांकों व अर्ह अभ्यर्थियों के उपलब्धता के आधार पर चिन्हांकित 493 अभ्यर्थियों का साक्षात्कार 31 मार्च से 17 अप्रैल तक आयोजित किया गया है। इन चिन्हांकित अभ्यर्थियों के दस्तावेजों का सत्यापन साक्षात्कार तिथि के एक दिन पूर्व दो पालियों में सवेरे 9 बजे से दोपहर 12 बजे तक एवं अपरान्ह 1 बजे से शाम 5 बजे तक किया जाएगा। दस्तावेजों के सत्यापन में अनुपस्थित रहने वाले अभ्यर्थियों को साक्षात्कार में शामिल होने की अनुमति नही दी जाएगी। वर्गवार चयन सूची, अनुपूरक सूची जारी की गई है।
उपरोक्त पदों के लिए 19 जनवरी 2021 को जारी लिखित परीक्षा परिणाम में 493 अभ्यर्थियों को साक्षात्कार के लिए चिन्हांकित किया गया। सहायक प्राध्यापक सूचना प्रौद्योगिकी के लिए 08, कम्प्यूटर साईंस 12, कम्प्यूटर एप्लीकेशन के लिए 20, राजनीति शास्त्र 59 एवं रसायन शास्त्र के 150 पदों के लिए अभ्यर्थियों का साक्षात्कार लिया जाएगा। अभ्यर्थी के पास आवश्यक शैक्षणिक अर्हताओं एवं अन्य अर्हताओं के प्रमाण पत्र ऑनलाईन आवेदन करने हेतु निर्धारित अंतिम तिथि अथवा उसके पूर्व प्राप्त कर लिया होना चाहिए। ऑनलाइन आवेदन करने की अंतिम तिथि के बाद जारी शैक्षणिक एवं अन्य अर्हताओं के प्रमाण पत्र मान्य नहीं होगे। इस संबंध में शैक्षणिक दस्तावेजों, स्थायी जाति, निवास, आय, निशक्तजन प्रमाण पत्र, पहचान, अन्य प्रमाण पत्रों की मूल प्रति तथा दो सत्यापित अथवा स्वप्रमाणित छायाप्रति प्रस्तुत करना होगा। आवश्यक शैक्षणिक अर्हता, अन्य प्रमाण पत्रों की कमी होने पर अभ्यर्थी की उम्मीदवारी समाप्त कर दी जाएगी एवं इस संबंध में कोई भी आवेदन स्वीकार नहीं किया जायेगा।
कोविड-19 के संक्रमण के नियंत्रण एवं रोकथाम हेतु आयोग कार्यालय परिसर में केवल अभ्यर्थियों को ही प्रवेश दिया जाएगा अभ्यर्थियों के अतिरिक्त अन्य के लिए प्रवेश निषेध है । अभ्यर्थियों को फेस मास्क लगाना एवं सेनिटाइजर रखना अनिवार्य है, जो अभ्यर्थी फेस मास्क, सेनेटाईजर के बिना साक्षात्कार में उपस्थित होगा, उन्हें साक्षात्कार में शामिल होने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
प्रदेश में 7 सौ से अधिक महिलाएं लगा रही टीके
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 8 मार्च। छत्तीसगढ़, कोरोना के खिलाफ जंग में रोज महिला दिवस मना रहा है। कोरोना से जंग में महिलाओं ने न केवल पुरूषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर हर मोर्चे पर काम किया है, बल्कि कई मोर्चों पर उनसे भी आगे रहकर काम किया है। चाहे वह महिला स्वास्थ्य कर्मी के रूप में चिकित्सक हो या एएनएम या मितानीन हो, सफाईकर्मी हो, कोरोना वैक्सीन के लिए तैनात वैक्सीनेटर हो। सभी ने बखूबी अपना दायित्व निभाया है। 7 सौ से अधिक महिला वैक्सीनेटर पूरे प्रदेश में कोरोना वैक्सीन लगा रही हैं। बच्चों के नियमित टीकाकरण अभियान में 5 हजार से अधिक एएनएम जुटी हुई हैं।
इसके अलावा राज्य में 16 जनवरी 2021 से शुरू हुए कोरोना टीकाकरण अभियान के प्रथम चरण में जहां हेल्थ केयर वर्कर एवं फ्रंट लाइन वर्करों का टीकाकरण किया गया, वहीं द्वितीय चरण में 60 वर्ष से अधिक आयु के बुजुर्गों एवं 45 से 59 वर्ष के उन लोगों का टीकाकरण किया जा रहा है, जो किसी अन्य बीमारियों से पीडि़त हैं। राज्य में हो रहे कोरोना टीकाकरण (प्रथम एवं द्वितीय दोनों डोज) के आंकड़ों पर नजर डालें, तो छत्तीसगढ़ में कोरोना के खिलाफ जंग में महिलाओं की सहभागिता पुरुषों से कहीं ज्यादा है।
प्रदेश में जहां 2 लाख 54 हजार 565 पुरुषों का टीकाकरण हुआ है, वहीं 2 लाख 59 हजार 489 महिलाओं का भी टीकाकरण किया जा चुका है। भारत सरकार के आंकड़ों पर नजर डालें, तो 85 लाख 45 हजार 683 पुरुष व 69 लाख 93 हजार 594 महिलाओं का टीकाकरण किया गया है।
भारत सरकार द्वारा किए गए 1.55 करोड़ कोरोना टीकाकरण आंकड़ों पर नजर डालें, तो 54 प्रतिशत पुरुषों का एवं मात्र 45 प्रतिशत महिलाओं का टीकाकरण किया गया है। जबकि छत्तीसगढ़ में हुए 5.14 लाख कोरोना टीकाकरण में 50.47 प्रतिशत महिलाओं का कोरोना टीकाकरण किया जा चुका है।