छत्तीसगढ़ » रायपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 19 फरवरी। प्रदेश में महिलाओं-युवतियों के साथ अत्याचार-रेप और अपहरण के प्रकरणों को लेकर भाजपा के बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ प्रकोष्ठ ने राज्यपाल सुश्री अनुसुईया उइके को ज्ञापन दिया। ज्ञापन में महिलाओं पर अत्याचार को रोकने के लिए ठोस कार्रवाई का आग्रह किया गया है।
ज्ञापन में कहा गया कि राज्यपाल कुशल नेतृत्व और तीक्ष्ण दृष्टि के बावजूद छत्तीसगढ़ सरकार में दो वर्ष के कार्यकाल में बेटियों के साथ अत्याचार, बर्बरता, सामुहिक दुष्कर्म व अपहरण के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। बेटियों की सुरक्षा खतरे में है, छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा जमीनी स्तर पर कोई प्रयास नहीं किए जा रहे हैं।
प्रकोष्ठ ने कहा है कि हाल ही में बस्तर, कवर्धा, जशपुर, कोरबा व अन्य जिलों में बेटियां बर्बरता और सामूहिक दुष्कर्म की शिकार हुई है। सरकार की उदासीनता से अपराधियों के हौसले बुलंद हुए हैं, स्त्री-पुरूष के लिंगानुपात पर कोई जरूरी कदम नहीं उठाए गए हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह की सरकार में बेटियों की शिक्षा, स्वास्थ्य सुरक्षा और सम्मान के लिए अनेको योजनाएं बनाई गई थी, और उसका क्रियान्वयन भी किया गया था। इन दो वर्षों में कांग्रेस के कार्यकाल में कोई भी योजनाएं धरातल पर क्रियान्वित नहीं हो रहा है, बेटी बचाओ-बेटी बढ़ाओ समिति बेटियों की असुरक्षा, सामुहिक दुष्कर्म और अत्याचार की घटनाओं को लेकर इसका तीव्र विरोध प्रकट करती है। ज्ञापन देने वालों में बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ प्रकोष्ठ के संयोजक अंजय शुक्ला सहित अन्य पदाधिकारी थे।
व्रत सुखी जीवन जीने की कला-आचार्य महाश्रमण
रायपुर, 19 फरवरी। आज के भौतिक युग में दैनिक आवश्यकताएं बढ़ती जा रही है। कुछ चीजें जरूरी होती है और कुछ अनावश्यक उपयोग में व्यक्ति लेता है। इन्हीं जरूरतों में कमी करने, *देशवकाशिक* व्रत उपयोग में लिया जा सकता है।
देश का अर्थ है छोटा या अंश। इस व्रत में अल्पकालिक तथा छोटे नियम के लिए अवकाश रहता है , जो लोग एक साथ त्याग नहीं कर सकते उनके लिए यह अभ्यास सरल और सुंदर है। इस व्रत में एक-दो घंटे का संकल्प करके हम अपनी साधना को पोस्ट कर सकते है। जैसे एक-दो घंटे के लिए मौन, कुछ समय के लिए टीवी नहीं देखना।
आजकल के मॉडर्न जमाने में हमें यह व्रत धर्म से जोड़ता है , ये व्रत अत्यंत ही महत्वपूर्ण है क्योंकि हम इस व्रत से अपने छोटे-छोटे बच्चों को कुछ समय के लिए मोबाइल, टीवी से दूर रखना सिखाने के साथ ही उन्हें नियम पालना भी सिखाते हैं। छोटे-छोटे व्रत से ही हमें बड़े नियम लेने में सहायता मिलती है। ध्यान सीखने वाला व्यक्ति एक साथ लंबा ध्यान नहीं कर पाता उसे भी 5-10 मिनट तक ध्यान का प्रयोग कराया जाता है। उससे वह धीरे-धीरे लंबा ध्यान करने की शक्ति मिलती है।
अगर हम रोज के डेली रूटीन-आज कौन सा काम करना है, कहां जाना है, कितने द्रव्यों का खानपीने में, पहनने ओढऩे आदि अपनी हर जरूरत के विषय में सोच कर एक सीमा करते है और इस व्रत का पालन करें तो हम *हर क्षण का सदुपयोग* कर सकते हैं। जरूरत के मुताबिक दैनिक आवश्यकता घटती बढ़ती रहती है और उसी के अनुरूप रोजाना नियम किया जाता है।
देशवकाशिक व्रत श्रावक श्राविका के दृष्टिकोण से बहुत ही महत्वपूर्ण है क्योंकि वह सांसारिक जीवन के कार्यों का निर्वाह करते हुए भी इस व्रत के माध्यम से अपने जीवन को सहज और सरल बना सकते हैं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 19 फरवरी। रिस्पॉन्सिबल आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) फॉर यूथ कार्यक्रम के तहत शा. कुलदीप निगम उ.मा विद्यालय नर्रा के 7 विद्यार्थी चयनित हुए हैं। छत्तीसगढ़ के आकांक्षी जिला महासमुंद के विकासखण्ड बागबाहरा के शा. कुलदीप निगम विद्यालय नर्रा से चयनित छात्रों में वैभव देवांगन, धीरज यादव, घनश्याम निषाद, यमुना यादव, हिमांशी देवांगन, परमेश्वरी यादव और गोपिका देवांगन शामिल हैं। इसके अलावा शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय लेंजवारा जिला बेमेतरा की छात्रा अंजलि निर्मलकर और शासकीय गर्ल्स हायर सेकेंडरी स्कूल रायपुर की छात्रा अंकिता नामदेव का भी चयन हुआ है।
द्वितीय चरण के लिए इन सभी छात्रों को एक-एक लैपटाप केन्द्रीय मंत्रालय की ओर से दिया गया है। इसके साथ ही छात्रों का ऑनलाइन प्रशिक्षण निर्बाध रूप से चले इसके लिए रिचार्ज कूपन भी प्रदान किया गया है।
उल्लेखनीय है कि केन्द्र सरकार की इलेक्ट्रानिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय में प्रसिद्ध साफ्टवेयर कंपनी इंटेल के साथ मिलकर देश के सरकारी स्कूलों में कक्षा 6वीं से 12वीं मे अध्ययनरत छात्रों के लिए रिस्पॉन्सिबल एआई फॉर यूथ कार्यक्रम के अंतर्गत शा. उ. मा. विद्यालय नर्रा के विज्ञान शिक्षक और 37 छात्रों ने प्रथम चरण में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का कोर्स पूरा किया था। उसके बाद सभी छात्रों ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के उपयोग से समाज की समस्याओं का समाधान करने के लिए अपने आइडिया केन्द्रीय इलेक्ट्रानिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय को भेजे थे। जिसमें से देशभर से प्राप्त हुए आइडिया में से 100 आइडिया का चयन 12 जनवरी को द्वितीय चरण के लिए किया गया। फेस-2 के लिए छत्तीसगढ़ से चयनित कुल 9 छात्रों में सर्वाधिक स्कूल शा. कुलदीप निगम विद्यालय नर्रा के छात्र चयनित हुए हैं। इनके अलावा शा. गल्र्स हायर सेकेंडरी स्कूल रायपुर और शा. स्कूल बेमेतरा के एक-एक विद्यार्थी का चयन किया गया है।
स्कूल शिक्षा विभाग के अधिकारी ने बताया कि जून महीने में लॉकडाउन के समय जब स्कूल बंद थे, तब राज्य के हजारों बच्चों ने इस कार्यक्रम के लिए अपना पंजीयन कराया और ऑनलाइन प्रशिक्षण प्राप्त किया। प्रशिक्षण इंटेल विशेषज्ञ इंजीनियर द्वारा दिया गया।
रायपुर, 19 फरवरी। नई राजधानी के प्रभावित किसानों ने आज नगरीय प्रशासन मंत्री डॉ. शिवकुमार डहरिया से उनके कार्यालय में मुलाकात की। किसानों ने नवा रायपुर अटल नगर योजना क्षेत्र के अंतर्गत आपसी एवं भू-अर्जन से प्रभावित के हितों की रक्षा सहित अन्य समस्याओं के समाधान पर मंत्री डॉ. डहरिया से विस्तार से चर्चा की।
किसानों ने मंत्री डॉ. डहरिया को बताया कि लंबे समय बाद भी उनकी अनेक समस्याओं का समाधान नहीं हुआ है। पुनर्वास योजना के अंतर्गत भू- विक्रेता किसान परिवारों को नि:शुल्क भू-खण्ड भी प्रदान नहीं किया गया है। प्रभावित किसानों ने बताया कि सशक्त समिति के द्वारा पूर्व की बैठकों में लिए गए निर्णय का भी पालन नहीं किया जा रहा है। प्रभावित परिवारों के एक सदस्य को पात्रतानुसार रोजगार प्रदान करने सहित भू-अर्जन के प्रकरणों पर नई दर से मुआवजा प्रदान करने सहित अन्य बिंदुओं पर प्रभावित किसानों ने अपनी मांग रखी।
श्री डहरिया ने किसानों के सभी मांगों को सुनते हुए कहा कि हमारी सरकार किसानों की हितैषी है और किसानों के साथ किसी भी प्रकार का अन्याय नहीं होने देगी। उन्होंने किसानों को धैर्य रखने की बात कही और कहा कि सभी जायज मांगों को पूरा किया जाएगा। राज्य सरकार किसानों के कल्याण के लिए कृत संकल्पित है। इस दौरान मंत्री डॉ.डहरिया ने नया रायपुर विकास प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ. अय्याज फकीर भाई तंबोली को आवश्यक दिशा निर्देश भी दिए और किसानों को निराश नहीं होने की बात कहते हुए बताया कि सरकार किसानों के हित में हरसंभव फैसला लेगी।
बैठक में नई राजधानी प्रभावित किसान कल्याण समिति के पदाधिकारी द्वारका साहू, कामता प्रसाद, रूपन चंद्राकर, द्वारका निषाद, छन्नू कोशले, फूलेश बारले, ललित यादव आदि उपस्थित थे।
डीजीपी घायल जवानों से हुए रूबरू और सुनी समस्याएं
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर 18 फरवरी। डीजीपी डीएम अवस्थी ने नक्सल हिंसा में घायल जवानों से मुलाकात कर उनकी समस्याएं सुनी, और उनकी समस्याओं को प्राथमिकता से दूर करने का भरोसा दिलाया।
डीजीपी श्री अवस्थी ने कहा कि छत्तीसगढ़ पुलिस और छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल के जवान बहुत ही बहादुरी से नक्सल मोर्चे पर डटे हुए हैं। आपके अदम्य साहस और शौर्य पर सभी को गर्व है। जब भी नक्सल घटनाएं होतीं हैं तो आप अपनी जान दांव पर लगाकर अपने कर्तव्यपथ पर डटे रहते हैं। मुठभेड़ में कुछ जवान शहीद हो जाते हैं, जिनके परिजनों की देखभाल हम परिवार की तरह करते हैं। लेकिन मुठभेड़ में घायल जवानों की देखभाल भी हमारी जिम्मेदारी है। आप लोगों को जो भी समस्याएं हैं उन्हें प्राथमिकता से दूर किया जाएगा। चिकित्सीय सहायता हेतु नियमानुसार पूरी सहायता की जाएगी।
कार्यक्रम में प्लाटून कमांडर विनोद मिश्रा ने बताया कि वर्ष 2016 में नक्सलियों से मुठभेड़ के दौरान सीने में गोली लगने से गंभीर घायल हो गया था। आज भी सीने में बहुत दर्द रहता है। मुझे कार्यालयीन कार्य दे दिया जाए। हेड कान्सटेबल योगराज शर्मा ने बताया कि वर्ष 2007 में नक्सलियों से लड़ते हुए दोनों पैरों में गोली लग गयी थी। तब से एक पैर में रॉड लगा हुआ है। चलने-फिरने में बहुत समस्या होती है। मुझे सुबह ड्यूटी गणना से रियायत दे दी जाए।
प्रधान आरक्षक यशवंत साहू ने बताया कि साल 2013 में आईईडी ब्लास्ट के दौरान एक आंख और कान खराब हो गया है। कृपया नाईट ड्यूटी से राहत दे दी जाए। डीजीपी श्री अवस्थी ने कहा कि आप सभी की परेशानियों को देखते हुए तत्काल निराकरण किया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि डीजीपी श्री अवस्थी द्वारा विभिन्न मुठभेड़ों में घायल हुए जवानों की समस्याओं के समाधान के लिए संवेदना कार्यक्रम की शुरुआत की गई है। इसके तहत विभिन्न मुठभेड़ों में घायल जवानों की जानकारी एकत्रित कर उनकी समस्याओं का समाधान किया जा रहा है। आज 25 जवानों और उनके परिजनों को रायपुर बुलाकर उनकी समस्याओं का तत्काल निराकरण किया गया। उल्लेखनीय है कि पिछले 20 साल में करीब 6 सौ 75 जवान घायल हुए हैं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 19 फरवरी। भाजपा महिला मोर्चा द्वारा प्रदेश सरकार के खिलाफ कल 20 फरवरी को ‘हल्ला बोल’ आंदोलन किया जाएगा। इस दौरान महिलाओं पर अनाचार-अत्याचार को लेकर यहां बूढ़ापारा धरना-प्रदर्शन किया जाएगा।
आंदोलन के तहत विधानसभा सत्र के दूसरे सप्ताह में विधानसभा का घेराव किया जाएगा। आंदोलन में पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह, सरोज पांडेय, लता उसेंडी सहित पार्टी के आंदोलन में डॉ. सिंह, डॉ. (सुश्री) पांडेय, सुश्री उसेंडी सहित पार्टी के कई बड़े नेता शामिल होंगे।
बताया गया कि धरना-प्रदर्शन के बाद पैदल मार्च करते हुए राजभवन जाकर भाजपा व महिला मोर्चा की ओर से राज्यपाल सुश्री अनुसुइया उईके को ज्ञापन सौंपा जाएगा। इसी दिन सभी जिला मुख्यालयों में भी धरना-प्रदर्शन किया जाएगा और बाद में राज्यपाल के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा जाएगा। राजधानी सहित सभी जिला मुख्यालयों में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर महिलाओं के साथ हो रहे अपराधों को लेकर प्रदेश सरकार के खिलाफ जन जागरण भी किया जाएगा। महिला मोर्चा के ‘हल्ला बोल आंदोलन’ में पार्टी समेत सभी मोर्चा-प्रकोष्ठों की सक्रिय भागीदीरी रहेगी।
उल्लेखनीय है कि भाजपा की हाल ही में हुई वेबिनार बैठक में महिलाओं के साथ अनाचार-अत्याचार के लगातार बढ़ रहे मामलों पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा गया कि पिछले दो वर्ष से प्रदेश के हर इलाके में महिलाओं की अस्मत और जान खतरे में है। बैठक में प्रदेश में बढ़ते अपराधों पर हैरानी जताई गई। कहा गया कि प्रदेश में कानून-व्यवस्था लगातार चौपट हो रही है, लेकिन प्रदेश सरकार हाथ-पर-हाथ धरे बैठी है और छत्तीसगढ़ को अपराधगढ़ बना रही है।
शनिवार से क्वालीफाइंग राउंड
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 19 फरवरी। ऑल इंडिया टेनिस एसोसिएशन के तत्वाधान में छग प्रदेश टेनिस संघ के द्वारा गोंडवाना कप आल इंडिया मेंस टेनिस प्रतियोगिता (2.5 लाख) का आयोजन 22 से 26 फरवरी तक यूनियन क्लब ,छत्तीसगढ़ क्लब में किया जा रहा है। टूर्नामेंट के क्वालीफाइंग राउँड के साइ्रन इन शुक्रवार को यूनियन क्लब में संपन्न हुए जिसमें 120 खिलाडिय़ों ने भाग लिया।
टूर्नामेंट के कोऑर्डिनेटर रूपेन्द्र सिंह चौहान ने उक्त जानकारी देते हुए बताया कि गोंडवाना कप के क्वालीफाईंग राउंड शहर के यूनियन क्लब, छत्तीसगढ़ क्लब,वी आई पी क्लब में खेले जाएंगे। मेन ड्रा के मैचेस यूनियन क्लब एवं छत्तीसगढ़ क्लब में खेले जाएँगे।
टूर्नामेंट के डायरेक्टर संघ के महासचिव गुरुचरण सिंह होरा हैं तथा प्रबीन नायक को आयता सुपरवाइजर नियुक्त किया गया है।
रायपुर, 19 फरवरी। सूचना का अधिकार अधिनियम 2005 के तहत सूचना (जानकारी) मांगने के लिए आवेदक, आवेदन शुल्क के रूप में ई-स्टाम्प का उपयोग कर सकते हैं ।
राज्य शासन द्वारा सूचना का अधिकार अधिनियम 2005 की धारा 27 की उपधारा (2) के खण्ड (ख) एवं (ग) की शक्तियों को प्रयोग में लाते हुए राज्य सरकार ने सूचना का अधिकार अधिनियम (शुल्क एवं मूल्य विनिमय) नियम 2005 मे संशोधन करते हुए नियम 3 और 4 में शब्द या नानज्युडिशियल स्टाम्प के पूर्व शब्द या ई-स्टाम्प अंत:स्थापित किया गया है। सूचना का अधिकार अधिनियम 2005 के तहत सूचना (जानकारी) मांगने के लिए आवेदक, आवेदन शुल्क के रूप में छत्तीसगढ़ का नान ज्युडिशियल स्टाम्प या ई-स्टाम्प का उपयोग कर आवेदन के साथ संलग्न कर सकते हैं।
जर्जर होटल, मोटल, रिसॉर्ट आदि का पुनर्विकास करेगा पर्यटन मंडल
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 19 फरवरी। राज्य के जिला मुख्यालयों और प्रमुख शहरों में जर्जर शासकीय भवनों के पुनर्विकास के लिए आवास एवं पर्यावरण विभाग नोडल विभाग होगा। पुनर्विकास के लिए छत्तीसगढ़ गृह निर्माण मंडल और छत्तीसगढ़ सडक़ विकास निगम निर्माण एजेंसी होंगे।
दो एकड़ तक के क्षेत्रफल में निर्माण कार्य सडक़ विकास निगम और दो एकड़ से अधिक क्षेत्रफल में निर्माण कार्य हाउसिंग बोर्ड द्वारा किया जाएगा। छत्तीसगढ़ के पर्यटन स्थलों में जर्जर होटल, मोटल, रिसॉर्ट आदि का पुनर्विकास पर्यटन मंडल द्वारा किया जाएगा। ये निर्णय आज गृह मंत्री श्री ताम्रध्वज साहू की अध्यक्षता में उनके रायपुर निवास कार्यालय में आयोजित मंत्रिमण्डलीय उप समिति की बैठक में लिया गया। बैठक में आवास एवं पर्यावरण मंत्री मोहम्मद अकबर, नगर प्रशासन एवं विकास मंत्री डॉ. शिवकुमार डहरिया, अपर मुख्य सचिव गृह सुब्रत साहू और छत्तीसगढ़ गृह निर्माण मंडल के आयुक्त अयाज तम्बोली उपस्थित थे।
बैठक में आयुक्त गृह निर्माण मंडल ने राजधानी रायपुर के शांति नगर में पुनर्विकास योजना सहित जिला कलेक्टरों से प्राप्त जर्जर भवनों की जानकारी के आधार पर प्रस्तावित पुनर्विकास योजना की जानकारी दी। इस योजना के तहत जर्जर हो चुके शासकीय आवासीय कॉलोनियों में आवास सह कामर्शियल काम्प्लेक्स के साथ ही थाना, तहसील आदि भवन बनाए जाएंगे। उन्होंने बताया कि शांति नगर के पुनर्विकास के लिए प्रोजेक्ट कंसलटेंट नियुक्त करने के लिए पहली बार 7 जनवरी 2021 को विज्ञापन प्रकाशन किया गया, किन्तु किसी भी एजेंसी के द्वारा भाग नही लिए जाने के कारण दूसरी बार 5 फरवरी 2021 को विज्ञापन प्रकाशित किया गया है। 27 फरवरी को बिड ओपन कर न्यूनतम दरदाता का चयन किया जाएगा।
बैठक में बताया गया कि शांति नगर में पुनर्विकास योजना के 37.02 एकड़ भूमि पर निर्मित कुल 314 पुराने जर्जर भवनों में से बी, सी, डी प्रकार के 16 भवन निर्मित हैं। नया रायपुर में भवन निर्माण के बाद इन भवनों को रिक्त कराया जा सकेगा। ई और एफ टाईप के कुल 30 भवनों का आबंटन अन्यंत्र स्थानों पर कर दिया गया है।
शेष भवन जी, एच और आई प्रकार के कुल 268 भवनों के लिए छत्तीसगढ़ गृह निर्माण मंडल, कॉलोनी बोरियाकला में टू-बीएचके एवं थ्री-बीएचके कुल 268 भवनों को आबंटित करने के लिए सामान्य प्रशासन विभाग को पत्र लिखा गया है।
वर्तमान में 23 भवनों को खाली करा लिया गया है। सामान्य प्रशासन विभाग की सहमति के बाद शेष आबंटियों को बोरियाकला में भवन आबंटन के बाद शांति नगर के शेष भवनों को खाली कराने के बाद पीपीपी कंस्लटेंट चयन के बाद आर्किटेक्टर और विकास के लिए आरएफपी तैयार किया जाएगा।
धर्मस्व मंत्री ने तैयारी बैठक ली
रायपुर, 19 फरवरी। राजिम त्रिवेणी संगम में इस वर्ष केन्द्र सरकार द्वारा जारी कोरोना गाईडलाइन का पालन करते हुए सादगी के साथ माघी पुन्नी मेला आयोजित होगा। 6 मार्च को संत समागम में राज्यपाल अनुसुईया उइके मुख्य अतिथि होंगी। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के मुख्य आतिथ्य में मेले का समापन 11 मार्च को तथा मेले का शुभारंभ 27 फरवरी को विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत करेंगे। धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व मंत्री ताम्रध्वज साहू ने गुरुवार को अपने रायपुर निवास कार्यालय में धर्मस्व और पर्यटन विभाग के अधिकारियों की बैठक लेकर मेला की तैयारियों के संबंध में चर्चा की।
श्री साहू ने कहा कि मेला स्थल पर बड़े स्तर का सांस्कृतिक कार्यक्रम नहीं होगा। स्थानीय स्तर पर गरियाबंद जिले के सांस्कृतिक दलों द्वारा एक दिन में सिर्फ एक ही कार्यक्रम कराए जाएंगे। मेला स्थल पर कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए जनजागरूकता हेतु टेंट भी लगेगा। उन्होंने मेला स्थल पर सभी आवश्यक तैयारियां - बिजली, पानी, शौचालय एवं साफ-सफाई, सीसी टीवी केमरा सहित सभी आवश्यक तैयारियां सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि वे 26 फरवरी को अंतिम रूप में तैयारियों का जायजा लेने राजिम जाएंगे। बैठक में सचिव धर्मस्व एवं धार्मिक न्यास अन्बलगन पी., पर्यटन मंडल की प्रबंध संचालक रानू साहू, आनंद छाबड़ा, कलेक्टर गरियाबंद निलेश क्षीरसागर एवं चन्द्रकांत वर्मा उपस्थित थे।
धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व मंत्री ताम्रध्वज साहू 20 फरवरी शनिवार को राजिम माघी पुन्नी मेला स्थल का निरीक्षण करेंगे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 19 फरवरी। ओला-उबर कंपनी से जुड़े टैक्सी चालकों का बेमियादी धरना-आंदोलन आज दूसरे दिन भी जारी रहा। उनका कहना है कि ओला-उबर कंपनी द्वारा उन्हें बुकिंग आदि में कोई सहयोग नहीं किया जा रहा है। ऐसे में उनकी गाडिय़ां लगभग खड़ी हो गई है और उन्हें घर चलाना मुश्किल हो गया है।
टैक्सी कैब एसोसिएशन के अध्यक्ष राजमहंत गुलशन ढिन्ढे व अन्य पदाधिकारियों का कहना है कि वे सभी पिछले 6 साल से ओला-उबर कंपनी से जुडक़र टैक्सी चला रहे हैं, लेकिन कंपनी उन्हें किसी भी तरह से सहयोग नहीं कर रही है। डीजल दर में बढ़ोत्तरी हो गई है, लेकिन इस पर भी कोई चर्चा नहीं की जा रही है। बुकिंग कम होने, कस्टमर केयर द्वारा सहयोग न करने, मैनेजमेंट द्वारा रिस्पांस न देने जैसी और कई समस्याएं हैं, जिसे गाडिय़ों के संचालन में दिक्कत आ रही है।
उनका कहना है कि उन्हें पिछले कुछ समय से गाडिय़ों की किश्त जमा करने और परिवार चलाने में दिक्कत हो रही है। इसके बाद भी कंपनी की ओर से उन्हें पर्याप्त बुकिंग नहीं दी जा रही है। उनकी मांग है कि कंपनी रेट में बढ़ोत्तरी किए जाए, कैंसलेशन का प्रतिशत एवं पिक ऑवर की बाध्यता समाप्त की जाए, एयरपोर्ट से वापसी के लिए 150 रुपये एवं नवा रायपुर से वापसी के लिए 250 रुपये दिया जाए। उन्होंने चेतावनी दी है कि मांगें पूरी न होने पर वे सभी आंदोलन जारी रखने मजबूर होंगे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 18 फरवरी। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पिछले एक-दो दिनों से प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में हो रही बारिश से उपार्जन केन्द्रों में रखे धान को भीगने से बचाने के लिए समुचित इंतजाम करने के निर्देश सभी जिला कलेक्टरों को दिए हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा है कि धान को व्यवस्थित तरीके से तालपत्री से ढक कर रखा जाए और उपार्जन केन्द्रों में पानी निकासी के लिए समुचित ड्रेनेज की व्यवस्था रहे, ताकि निचले हिस्से का धान खराब न होने पाए। मुख्यमंत्री ने खाद्य विभाग के अधिकारियों को उपार्जन केन्दों से धान की कस्टम मिलिंग में तेजी लाने के निर्देश भी दिए है।
उल्लेखनीय है कि धान को सुरक्षित रखने के लिए इस वर्ष अभियान चलाकर धान उपार्जन केन्द्रों में 8 हजार चबूतरों का निर्माण कराया गया है। मुख्यमंत्री ने कलेक्टरों को यह भी निर्देश दिए हैं कि बेमौसम बारिश से यदि कहीं कोई क्षति होती है तो उसका शीघ्र आंकलन कर प्रभावितों को राजस्व पुस्तक परिपत्र के प्रावधानों के तहत आर्थिक सहायता मुहैया कराई जाए।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 18 फरवरी। राज्य में जिन हेल्थ केयर वर्कर को कोरोना वैक्सीन लग चुकी है उन्हें 28 दिन बाद दूसरा डोज लगवाना है। तभी वैक्सीन का अधिकतम प्रभाव होगा।
राज्य टीकाकरण अधिकारी डॉ.अमर सिंह ठाकुर ने कहा कि जिनको जनवरी में कोविशील्ड वैक्सीन का पहला टीका लगा है, उनको भारत शासन के निर्देशानुसार उसी वैक्सीन कोविशील्ड का ही दूसरा टीका लगाया जाएगा। राज्य में अभी फ्रंटलाइन वर्कर को भी कोविशील्ड का पहला टीका लग रहा है, उन्हें भी 28 दिनों बाद मार्च में कोविशील्ड ही लगाया जाएगा।
डॉ. ठाकुर ने कहा कि वैक्सीनेेशन के दौरान सभी को अपना पहचान पत्र दिखाना होता है। इसके लिए यदि संबंधित व्यक्ति प्राथमिकता से अपना आधार पहचान पत्र रखें, ताकि ज्यादा पूछताछ न करते हुए टीकाकरण में आसानी हो सके।
रायपुर, 18 फरवरी। रायपुर मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. विष्णु दत्त समेत कई डॉक्टरों ने आज-कल में कोरोना वैक्सीन का दूसरा टीका लगवाया। कोरोना वैक्सीन का दूसरा टीका लगवाने वाले डॉक्टरों मेें पूर्व अधीक्षक डॉ. विवेक चौधरी, डॉ. केके सहारे, डॉ. सुमीत त्रिपाठी, डॉ. खण्डवाल, बायोकेमिस्ट्री विभाग के डॉ. प्रदीप पात्रा, डॉ. प्रफुल्ल खोडियार, डॉ पीयूष भार्गव, डॉ विप्लव प्रशांत शामिल हैं। इसके अलावा और कई डॉक्टरों ने वैक्सीन की दूसरी खुराक लेते हुए अपने साथ-साथ समाज की सुरक्षा के लिए अपनी प्रतिबद्धता एवं जिम्मेदारी का निर्वहन किया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 18 फरवरी। छत्तीसगढ़ चेम्बर ऑफ कॉमर्स चुनाव को लेकर धीरे-धीरे सरगर्मी बढऩे लगी है, और दोनों पैनल के घोषित अध्यक्ष प्रत्याशी अमर पारवानी व योगेश अग्रवाल अपना-अपना पक्ष मजबूत करने में लगे हैं। चेम्बर चुनाव के लिए नामांकन प्रक्रिया आज से शुरू हो गई है, जो 22 फरवरी तक चलेगी। नामांकन के लिए दोनों पैनलों के प्रत्याशी अपने समर्थकों के साथ यहां सुबह से जमे रहे।
चेम्बर चुनाव को लेकर कारोबारियों के बीच समय-समय पर रणनीति बनती रही, और ये कारोबारी जय व्यापार व व्यापारी एकता पैनल बनाकर चुनाव मैदान में उतर गए। दोनों पैनलों से अध्यक्ष, उपाध्यक्ष समेत सभी पदों के लिए लगभग सभी प्रत्याशी घोषित कर दिए गए हैं। ये सभी प्रत्याशी अलग-अलग शहरों में कारोबारियों की बैठक कर अपना पक्ष मजबूत करने का प्रयास कर रहे हैं, और उनके द्वारा अपनी-अपनी जीत के दावे भी किए जा रहे हैं।
कारोबारियों के मुताबिक 24 फरवरी को दोपहर 2 बजे प्रत्याशियों के नामों की घोषणा की जाएगी। 25 फरवरी को नामांकन पत्रों की जांच करते हुए आपत्तियों का निराकरण किया जाएगा। नामांकन वापसी के लिए 27 फरवरी की तारीख तय की गई है। इसके बाद प्रत्याशियों की अंतिम सूची जारी कर दी जाएगी। राजधानी रायपुर समेत प्रदेश में चेम्बर चुनाव को लेकर कारोबारियों में काफी उत्साह देखा जा रहा है, और वे सभी अपने-अपने पैनल को मजबूत करने के प्रयास में जुटे हैं।
रायपुर, 18 फरवरी। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम 19 फरवरी शुक्रवार को सुबह 7 बजे कोण्डागांव से ग्राम बरही देवभोग जिला गरियाबंद के लिए रवाना होंगे। दोपहर 10 बजे ग्राम बरही पहुंचकर माता लंकेश्वरी दर्शन करेंगे। सुबह 10.30 बजे ग्राम बरही से कोडोबेडा के लिए रवाना होंगे। सुबह 11 बजे कोडोबेड़ा पहुंचकर जिला कांग्रेस कमेटी द्वारा आयोजित पदयात्रा कार्यक्रम में भाग लेंगे। दोपहर 1 बजे देवभोग पहुंचकर सम्मेलन में भाग लेंगे।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम 20 फरवरी शनिवार को सुबह 11 बजे देवभोग से कदलीमुड़ा के लिए रवाना होंगे। सुबह 7.15 कदलीमुड़ा पहुंचकर गौठान निरीक्षण एवं श्रमदान कार्यक्रम में भाग लेंगे। सुबह 9.15 देवभोग से मैनपुर के लिए रवाना होंगे। सुबह 10 बजे मैनपुर सर्किट हाउस में कांग्रेसजनो से भेंट एवं चर्चा करेंगे। सुबह 10.30 मैनपुर से गरियाबंद के लिए रवाना होंगे। दोपहर 12.45 बजे गरियाबंद में पत्रकारवार्ता को संबोधित करेंगे। दोपहर 1.30 बजे कार्यकर्ता सम्मेलन में भाग लेंगे। शाम 4 बजे गरियाबंद से रायपुर के लिए रवाना होंगे। रायपुर पहुंचकर स्थानीय कार्यक्रम में भाग लेंगे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 18 फरवरी। मनरेगा से हुए नहरों की पक्की लाइनिंग ने कई गांवों में सिंचाई व्यवस्था को पुनर्स्थापित कर दिया है। बीजापुर जिले में नौ लघु जलाशयों में निर्मित पक्के नहरों से अंतिम छोर में स्थित खेतों तक समय पर सिंचाई के लिए पानी पहुंचने से किसान गदगद हैं। खरीफ मौसम के दौरान पक्की नहरों से खेतों तक पानी पहुंचने से इस साल किसानों ने अच्छी पैदावार ली है। मनरेगा और डीएमएफ (जिला खनिज न्यास निधि) के अभिसरण से वर्ष 2019-20 में जलाशयों की सिंचाई परियोजनाओं को पुनर्स्थापित करने का एक महती काम शुरू किया गया था। इसके सकारात्मक परिणाम अब जमीनी स्तर पर नजर आने लगे हैं। इस काम से बीजापुर जिले के 799 हेक्टेयर रकबे में सिंचाई व्यवस्था की पुनर्स्थापना हुई है।
नहरों की पक्की लाइनिंग से जहां एक ओर जिले का सिंचित रकबा बढ़ा है, वहीं दूसरी ओर यह किसानों की आर्थिक उन्नति का रास्ता खोल रहा है। मनरेगा अभिसरण से बीजापुर के भैरमगढ़ विकासखण्ड के कोडोली ग्राम पंचायत में भी नहर लाइनिंग का कार्य कराया गया है। कोडोली जलाशय की नहरों (तालाब क्रमांक-1 व 2 से) में 1800 मीटर लम्बाई की सीसी लाइनिंग कर सिंचाई व्यवस्था पुनर्स्थापित की गई है। महज एक साल में ही बीजापुर जिला प्रशासन की इस पहल के सुखद परिणाम देखने को मिल रहे हैं। यह परियोजना कोडोली के श्री नरहर नेताम जैसे किसानों के जीवन में खुशहाली लेकर आई है जिनकी सात एकड़ कृषि भूमि इस नहर से लगी हुई है।
नरहर नेताम का घर-आंगन आज बासमती चावल की खुशबू से महक रहा है। नहर लाइनिंग के बाद मिल रही सिंचाई सुविधा को देखते हुए उन्होंने इस साल खरीफ मौसम में अपने चार एकड़ खेतों में बासमती और तीन एकड़ में महेश्वरी धान की बुआई की थी। खेतों तक सिंचाई के लिए पर्याप्त पानी पहुंचने से इस बार पिछले वर्षों की तुलना में अच्छा धान हुआ है। नेताम कहते हैं कि नहर लाइनिंग का यह काम उनके जैसे किसानों के लिए वरदान साबित हो रहा है। पहले यह कच्ची नहर थी। जब भी किसी किसान को पानी की जरूरत होती थी, तो वह नहर के किनारों को काटकर अपने खेतों की सिंचाई कर लेता था। इसके कारण जलाशय के नजदीक के ही कुछ खेतों को पानी मिल पाता था। वहीं नहर कच्ची होने के कारण उसमें गाद भरने के साथ-साथ झाडिय़ां भी उग आई थीं। इन सब वजहों से आखिरी गांव तक नहर का पानी नहीं पहुँच पाता था।
नेताम बताते हैं कि रबी की फसल तो दूर, खरीफ फसल में भी नहर से सिंचाई को लेकर किसानों के बीच झगड़े की स्थिति निर्मित हो जाती थी। पर अब नहरों की पक्की लाइनिंग हो जाने से यह समस्या दूर हो गई है। अब खरीफ फसल के बाद किसान दूसरी फसल ले रहे हैं। नेताम ने भी तीन साल बाद अपने एक एकड़ खेत में भुट्टा, आधा एकड़ में चना व सरसों तथा आधा एकड़ में खरबूजा लगाया है।
मनरेगा और डीएमएफ के अभिसरण से विकसित हुई सिंचाई सुविधा के फलस्वरूप आने वाले कुछ महीनों में भैरमगढ़, कोडोली, मिरतुर और नेलसनार के बाजारों में इनके उत्पाद नजर आएंगे।
नेताम के परिवार को मनरेगा से हुए इस नहर लाइनिंग के काम में 185 दिनों का सीधा रोजगार भी मिला है। उनके परिवार को वर्ष 2019-20 में 80 दिनों के रोजगार के एवज में 14 हजार रूपए से अधिक की मजदूरी मिली थी। वहीं चालू वित्तीय वर्ष 2020-21 में उनके परिवार को 105 मानव दिवस काम के बदले करीब 20 हजार रूपए का मजदूरी भुगतान किया गया है।
रायपुर, 18 फरवरी। अबूझमाड़ में अब राज्य स्तर से लेकर राष्ट्रीय स्तर के खेलकूदों का आयोजन होने लगा है। नारायणपुर जिले में तीसरी बार अबूझमाड़ पीस हाफ मैराथन-2021 का आयोजन 27 फरवरी 2021 को किया जा रहा है। इस मैराथन में भाग लेने के लिए ऑनलाइन पंजीयन किया जा रहा है। अब तक प्रदेश के जिलों, दूसरे राज्यों एवं केन्या के धावकों सहित लगभग 7 हजार से अधिक प्रतिभागियों ने ऑनलाईन पंजीयन किया है। पंजीयन की अंतिम तारीख 25 फरवरी है। लोगों में मैराथन को लेकर अच्छा-खासा उत्साह है। मैराथन में हिस्सा लेने के लिए इच्छुक प्रतिभागी वेबसाईट में रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं। बाहर से आने वाले धावकों के लिए रूकने एवं भोजन की नि:शुल्क व्यवस्था रहेगी।
मैराथन दौड़ में महिला एवं पुरूष वर्ग के लिए अलग-अलग पुरस्कार प्रदान किये जायेंगे। प्रथम पुरस्कार 1 लाख 21 हजार, द्वितीय 61 हजार, तृतीय 31 हजार, चतुर्थ 21 हजार और पंचम पुरस्कार 11 हजार रूपये प्रदान किया जाएगा।
इसके साथ ही छठवें से दसवें नंबर पर आने वाले महिला एवं पुरूष धावकों को 5-5 हजार रूपये की पुरस्कार राशि के साथ प्रशस्ति पत्र एवं मेडल प्रदान किया जायेगा। इसी प्रकार नारायणपुर जिले के महिला एवं पुरूष 10-10 धावकों को 5-5 हजार रूपये की पुरस्कार राशि के साथ प्रशस्ति पत्र एवं मेडल पृथक से प्रदान किया जाएगा।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 18 फरवरी। प्रदेश में कोरोना का खतरा लगातार बना हुआ है। बीती रात जांच में 311 नए पॉजिटिव मिले। इसमें रायपुर से सबसे अधिक 118 रहे। दूसरी तरफ, कोरोना से 4 की मौत दर्ज की गई है। प्रदेश में फिलहाल एक्टिव 3 हजार आसपास हैं। स्वास्थ्य अफसरों का कहना है कि प्रदेश में कोरोना का खतरा लगातार बना हुआ है, और नियमों का पालन जरूरी है।
बुलेटिन के मुताबिक बीती रात दुर्ग में 66, सरगुजा में 16 व राजनांदगांव में 15 नए पॉजिटिव मिले। बालोद-2, बेमेतरा-1, कबीरधाम-2, धमतरी-11, बलौदाबाजार-3, महासमुंद-14, गरियाबंद-10, बिलासपुर-10, रायगढ़-8, कोरबा-7, जांजगीर-चांपा-2, मुंगेली-1, गौरेला-पेंड्रा-मरवाही-0, कोरिया-3, सूरजपुर-7, बलरामपुर-1, जशपुर-8, बस्तर-4, कोंडागांव-0, दंतेवाड़ा-1, सुकमा-0, कांकेर-0, नारायणपुर-1, बीजापुर जिले से 0 व अन्य राज्य से 0 मरीज सामने आए हैं। ये मरीज आसपास कोरोना अस्पतालों में भेजे जा रहे हैं।
दूसरी तरफ, प्रदेश में बीती रात मिले 311 नए पॉजिटिव के साथ कोरोना मरीजों की संख्या बढक़र 3 लाख, 9 हजार 934 हो गई है। इसमें से 3788 मरीजों की मौत हो गई है। 3 हजार 9 एक्टिव हैं और इनका एम्स समेत अलग-अलग जगहों पर इलाज चल रहा है। 3 लाख 3 हजार 137 मरीज ठीक होकर अपने घर लौट गए हैं। सैंपलों की जांच जारी है। स्वास्थ्य अफसरों का कहना है कि कोरोना से बचाव के लिए नियमित मास्क लगाना और सामाजिक दूरी बनाकर रखना जरूरी है। लापरवाही पर संक्रमण का खतरा हो सकता है।
सुकमा-बीजापुर में कोई एक्टिव नहीं
बस्तर के सुकमा, बीजापुर जिले में कोरोना का खतरा कम हो गया है। यहां कल कोई नए पॉजिटिव नहीं पाए गए। एक्टिव केस भी अब यहां नहीं हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि इन दोनों जिलों में कोरोना का खतरा पहले से कम है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 18 फरवरी। महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना अपने शुरूआती दौर से ही अकृषि मौसम में जरूतमंद ग्रामीणों को अतिरिक्त रोजगार उपलब्ध कराने का माध्यम रही है। इससे ग्रामीण अंचल में जनोपयोगी सार्वजनिक परिसंपत्तियों के निर्माण से एक ओर जहां ग्रामीणों को सुविधाएं सुलभ हुई है, वहीं दूसरी ओर इस योजना के माध्यम से मजदूरी के रूप में मिली राशि से जरूमंद ग्रामीणों का जीवनयापन आसान हुआ है। कोरोना संक्रमण महामारी के दौरान लॉकडाउन की अवधि में रोजी-रोजगार बंद हो जाने की वजह से घर वापस लौटे प्रवासी श्रमिकों के लिए मनरेगा वरदान साबित हुई।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्देशानुसार छत्तीसगढ़ राज्य वापस लौटे श्रमिकों को मनरेगा का जॉब कार्ड दिए जाने के साथ ही उन्हें गांव में ही काम उपलब्ध कराया गया। लॉकडाउन की अवधि में छत्तीसगढ़ राज्य जरूरतमंद ग्रामीणों एवं प्रवासी श्रमिकों को रोजगार उपलब्ध कराने के मामले में देश का अग्रणी राज्य रहा। लॉकडाउन की अवधि अप्रैल-मई माह में छत्तीसगढ़ राज्य ने रोजाना 25 हजार से अधिक जरूरतमंद ग्रामीणों को रोजगार उपलब्ध कराने के मामले में उल्लेखनीय उपलब्धि अर्जित की थी। धमतरी जिले में देश के विभिन्न प्रांतों से लॉकडाउन के चलते वापस लौटे 241 श्रमिकों को उनके गांव में ही मनरेगा के तहत भरपूर काम मिला। इन प्रवासी श्रमिकों ने 5802 मानव दिवस के जरिए 11 लाख 2 हजार 384 रूपए की मजदूरी अर्जित की, जो कोरोना संक्रमणकाल में उनके परिवार के जीवनयापन का सहारा बनी।
धमतरी विकासखंड में 16 प्रवासी श्रमिकों ने मनरेगा के अंतर्गत संचालित कार्यों में 412 दिवस कार्य कर 78 हजार 280 रूपए, कुरूद विकासखंड के 47 प्रवासी श्रमिकों ने 586 दिवस काम कर एक लाख 11 हजार 340 रूपए, मगरलोड विकासखंड के 16 प्रवासी श्रमिकों ने 268 दिन के रोजगार के माध्यम से 50 हजार 920 रूपए तथा नगरी विकासखंड के 162 श्रमिकों 4536 दिवस कार्य अर्जित कर 8 लाख 61 हजार 844 रूपए की मजदूरी हासिल की। प्रवासी श्रमिकों ने मनरेगा के तहत तालाब गहरीकरण, वृक्षारोपण कार्य, मिट्टी मुरूम सडक़, नाला सफाई, धरसा सडक़ निर्माण, मिनी स्टेडियम, मिश्रित वृक्षारोपण कार्य, पशुशेड निर्माण, धान चबूतरा निर्माण, निर्मला घाट एवं डबरी निर्माण आदि का कार्य किया।
धमतरी विकासखंड के ग्राम पंचायत सेमरा (बी) के प्रवासी श्रमिक श्री लेखराम ने बताया कि-लॉकडाउन के समय वह उड़ीसा प्रांत के फरसाबुड़ा में भवन निर्माण कार्य में गये थे। लॉकडाउन के दौरान वह अपने गांव लौटे और रोजगार के लिए ग्राम पंचायत में आवेदन लगाया। उन्होंने बताया कि वह तालाब गहरीकरण, सडक़ निर्माण एवं पचरीकरण निर्माण में 81 दिन काम किए, जिसके एवज में उन्हें 15 हजार 390 रूपए की मजदूरी मिली, जो संकट के समय में परिवार के जीवनयापन का सहारा बनी।
इसी तरह नगरी विकासखंड के ग्राम पंचायत भोथापारा निवासी राजकुमार ने 65 दिन, जैतपुरी के कृष्णा ने 60 दिन, सांकरा के टाकेश्वर कुमार साहू ने 56 दिन कुम्हड़ा के भागीरथी ने 56 दिन, कोलियारी के शैलन्द्री नेताम ने 56 दिन, बेलरबाहरा के देवकी बाई ने 56 दिन एवं जबर्रा के कमलेश्वर कुमार ने 55 दिन काम कर अपने परिवार का गुजर-बसर करने में सफल रहें। नगरी विकासखंड के ग्राम पंचायत झुंझराकसा निवासी रूपसिंह नेताम ने बताया कि वह जिला जांजगीर चांपा में पिछले 01 साल से जैविक खाद निर्माण कंपनी में काम थे। 22 मार्च 2020 को जब पूरे भारत भर में कोरोना वायरस कोविड-19 के दौरान लॉकडाउन हुआ, तब वह अपने गांव लौट आए।
मनरेगा के तहत उन्हें मेट का काम दिया गया और उन्हें मजदूरी के एवज में 5 हजार 130 रूपए अर्जित किए। झुंझराकसा सरपंच श्रीमती कलेश्वरी मरकाम ने बताया कि-कोरोना वायरस कोविड-19 के मद्देनजर ग्रामीणों को सोशल डिस्टेसिंग का पालन कराते हुए गांव में ही महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के तहत् काम दिया गया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 18 फरवरी। मसीहीजनों का 40 दिनी उपवासकाल बुधवार से प्रारंभ हो गया। राजधानी में सेंट मैथ्यूस चर्च, सीएनआई चर्च जोरा, सीएनआई चर्च नवा रायपुर खड़ंवा, ग्रेस चर्च, सेंट मेरीस चर्च टाटीबंध, भनपुरी कैथोलिक चर्च, मेनोनाइट चर्च, सेंट टेरेसा चर्च अमलीडीह, मारथोमा चर्च, चर्च आफ गाड, रायपुर क्रिश्चयन चर्च समेत करीब 40 गिरजाघरों में भी उपवासकाल धार्मिक परंपरा के साथ संपन्न हो रहा है।
भस्म बुधवार पर उपदेश देते हुए छत्तीसगढ़ डायोसिस के बिशप रॉबर्ट अली ने कहा कि उपवासकाल का वक्त जीवन को नए सिरे से आंकने का समय है। आप प्रभु की नजदीक जाएं। अपने जीवन का नवीनीकरण करें। प्रार्थना करें। ईश्वर से अपनी बीमारी व बुरी आदतों को त्यागने आत्मिक व शारीरिक शक्ति मांगे। जो बीमार हैं वे त्याग व संयम से उपवास कर सकते हैं। ऐश वेडनेस-डे के मौके पर शहर के गिरिजाघरों में विशेष आराधनां हुई। इस मौके पर प्रतिदिन संध्या घरों में प्रार्थना सभाएं होंगी तथा किसी भी तरह के समारोह, विवाह या अन्य कार्यक्रम नहीं होगें।
रायपुर, 18 फरवरी। रायगढ़ के करोड़ीमल जिला अस्पताल में जिला स्वास्थ्य समिति व बालको मेडिकल सेंटर, नया रायपुर द्वारा 20 फरवरी को मुफ्त कैंसर जांच शिविर का आयोजन किया जा रहा है।
इस कैंप में नि:शुल्क पैप स्मीयर, सायटोलॉजी, एवं एफएनएसी किया जाएगा। सभी उम्र के लोग इस कैंप में आकर नि:शुल्क अपनी जांच करवा सकते हैं। नया रायपुर में स्थित सर्वसुविधा-युक्त एवं आधुनिक कैंसर अस्पताल, बालको मेडिकल सेंटर की ओर से डॉक्टर राकेश कुमार मिश्रा (डीएम मेडिकल ऑंकोलॉजी) एवं उनकी टीम मरीजों की जांच करेंगी। मुफ्त कैंसर की जांच हेतु पंजीयन के लिए 7471130319, 7987055731 पर संपर्क कर सकते हैं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 18 फरवरी। पेट्रोल-डीजल के दाम में लगातार बढ़ोत्तरी का विरोध करते हुए आप पार्टी ने यहां बूढ़ापारा में प्रदर्शन किया। उनका कहना है कि पेट्रोल-डीजल के दाम बढऩे से महंगाई लगातार बढ़ती जा रही है और इसका सीधा असर रोजमर्रा की वस्तुओं के दामों पर होने लगा है।
पार्टी प्रदेश अध्यक्ष कोमल हुपेंडी ने केन्द्र सरकार पर हमला बोलते हुए कहा है कि केंद्र सरकार की गलत नीतियों व तानाशाही रवैय्ये की बदौलत आज देश में पेट्रोल 100 का आंकड़ा छूने जा रहा है। 2014 से पहले यही भाजपा के लोग आंदोलन करते दिखाई देते थे, आज वे कहां गए वे। उन्होंने कहा कि इनके दाम बढऩे से सभी संसाधनों पर इसका असर पड़ता है। आवागमन महंगा होने के साथ-साथ रोजमर्रा की वस्तुओं के दामों पर इसका सीधा असर होता है।
जिला अध्यक्ष कमल नायक ने कहा कि आज जिस प्रकार पेट्रोल ,डीजल व घरेलू गैस के दाम बढ़ रहे हैं, वह देश के लिए चिंता का विषय है। केंद्र सरकार सीधे जनता की जेब पर डाका डालने का काम कर रही है। इसका असर सब्जी, अनाज दवाइयां के साथ साथ दैनिक उपयोग की चीजों पर होती जा रही है। वहीं जनता का ध्यान भटकाने उन्हें अन्य मुद्दों में उलझाया जा रहा है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 18 फरवरी। ध्रुपद्म कला केंद्र द्वारा बसंत पंचमी के पावन अवसर पर केंद्र में वसन्तोत्सव संगीत समारोह का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पद्मश्री भारती बंधु और कमला देवी संगीत महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. वी. एन. सिंह थे।
बतौर विशिष्ट अतिथि दीपक व्यास शामिल रहे। वसंतोत्सव समारोह के अवसर पर कलाकारों द्वारा सुमधुर सांगीतिक प्रस्तुतियां दी गई। इस अवसर पर ध्रुपद कला केंद्र की निषाद न्यास, मनीषा जंघेल, श्रिया चंद्राकर द्वारा गायन तथा प्राप्ति भट्टाचार्य द्वारा तबलावादन की प्रस्तुुति दी गई। इनके अलावा कमला संगीत महाविद्यालय के छात्र मोहित साहू द्वारा वायलिनवादन की तथा ध्रुपद्म कला केंद की छात्रा डॉ. सुधा त्रिवेदी द्वारा ध्रुपद गायन की प्रस्तुति दी गई।
कार्यक्रम की अंतिम कड़ी में हीना के. देशपांडे द्वारा ध्रुपद गायन की प्रस्तुति दी गई। संगतकार के रूप में त्रिलोचन सोना, गौतम विस्वास ,अरविंद भारती की सहभागिता रही।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 18 फरवरी। खेल एवं युवा कल्याण विभाग छग शासन के तत्वावधान में छग ओलंपिक संघ द्वारा पाटन में 20 और 21 फरवरी को आयोजित छत्तीसगढ़ खेल मड़ई के तहत विगत दिवस पाटन क्षेत्र के खिलाडिय़ों हेतु चयन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। चयन स्पर्धा में पुरुष एवं महिला खिलाडिय़ों ने उत्साह पूर्वक भाग लिया।
खेल मड़ई में संखलि, तुवे लंगरची, गेड़ी नावगोदिया भौरा, गिल्ली डंडा,सुर पिट्टूल, पुधव पुक, एवं फुगड़ी जैसे पारंपरिक खेल शांिमल होगें। खिलाडिय़ों के उत्साह वर्धन हेतु ओलम्पिक संघ के महासचिव गुरुचरण सिंह होरा, कॉर्डिनेटर जीएस बॉम्बरा, आयोजन समिति के प्रभारी डॉ.अतुल शुक्ला सहित आयोजन समिति के सदस्य के रूप में पाटन महाविद्यालय के क्रीड़ाधिकारी डॉ.दिनेश नामदेव, प्रतियोगिता के टेक्निकल प्रभारी चंद्रशेखर चकोर और उनकी टीम, आयोजन समिति के सदस्य रूपेन्द्र सिंह चौहान उपस्थित रहे।