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रायपुर, 11 जुलाई। कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अमर पारवानी, चेयरमेन मगेलाल मालू, अमर गिदवानी, प्रदेश अध्यक्ष जितेन्द्र दोशी, कार्यकारी अध्यक्ष विक्रम सिंहदेव, परमानन्द जैन, वाशु माखीजा, महामंत्री सुरिन्द्रर सिंह, कार्यकारी महामंत्री भरत जैन, कोषाध्यक्ष अजय अग्रवाल एवं मीडिय़ा प्रभारी संजय चौबे ने बताया कि कैट के कार्यकारिणी की दो दिवसीय बैठक शुरू हुई, जिसमें राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अमर पारवानी, प्रदेश अध्यक्ष जितेन्द्र दोशी एवं चेम्बर कोषाध्यक्ष उत्तम गोलछा शामिल हुए हैं।
श्री पारवानी ने बताया कि कैट के राष्ट्रीय अघ्यक्ष बी. सी. भरतिया की अघ्यक्षता में हो रहे इस बैठक में सभी राज्यों से व्यापार में होने वाली समस्या एवं उनके सरलीकरण हेतु सुझाव आमंत्रित किए गए थे। इसी कड़ी में कैट सीजी चैप्टर द्वारा भी जीएसटी, आयकर , बैंक, आरओसी के प्रावधानों में विसंगतियां एवं उनके सरलीकरण के लिए कैट के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीण खंडेलवाल को ज्ञापन सौंपा गया।
श्री पारवानी ने बताया कि ज्ञापन में शामिल किए गए मुख्य बिन्दु इस प्रकार- जीएसटी में ई -इन्वॉइसिंग, ब्याज की गणना तथा आर 2 में इनपुट टैक्स क्रेडित संबंधित प्रावधानों में संशोधन हेत, टीडीएस एवं टीसीएस से सम्बधित विभिन्न संशोधन के कारण व्यापारियों पर अतिरिक्त आर्थिक बोझ बढ़ा है इसे पुन: संशोधित करने, कंपनी अधिनियम के अंर्तगत प्रस्तुत किए जाने वाले विभिन्न विवरणिका को एकीकृत करने, बैंकों द्वारा मिनिमम बैंलेस मेंटेन करने की आवश्यकता को समाप्त करने ।