कारोबार
विभिन्न कौशल विकास कार्यक्रमों से 12 हजार+ युवा बने स्वावलंबी
रायपुर, 17 जुलाई। भारत में एल्यूमिनियम की सबसे बड़ी उत्पादक कंपनी वेदांता एल्यूमिनियम ने विश्व युवा कौशल दिवस के अवसर पर ग्रामीण युवाओं को कौशल विकास और स्वावलंबन कार्यक्रमों के प्रति प्रोत्साहित करने तथा आजीविका के अवसर तलाशने में उनकी मदद के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराई।
विभिन्न कौशल विकास कार्यक्रमों के माध्यम से कंपनी ने अब तक 12,000 से ज्यादा युवाओं को सौर ऊर्जा तकनीक, हाउसकीपिंग, औद्योगिक सिलाई मशीन प्रचालन, कपड़ा सिलने, खाद्य एवं पेय, आतिथ्य सत्कार, इलेक्ट्रिकल्स, फीटर एवं वेल्डिंग, उन्नत कृषि आदि क्षेत्रों में प्रशिक्षित किया है। इससे युवाओं को विभिन्न उद्योगों में रोजगार पाने में मदद मिली है।
छत्तीसगढ़ में वेदांता एल्यूमिनियम ने कोरबा, कवर्धा और मैनपाट में तीन स्किल स्कूल स्थापित किए हैं जिनके माध्यम से 10,000 से अधिक युवाओं को विभिन्न शाखाओं में प्रशिक्षित किया गया है। वेदांता स्किल स्कूल राष्ट्रीय कौशल विकास निगम (एनएसडीसी) के दिशानिर्देशों के अनुरूप डिजाइन की गई मजबूत तकनीकी शिक्षा प्रदान करता है।
इन स्कूलों से प्रषिक्षित युवा बिजली, स्टील, मोटर वाहन, सौर और हॉस्पिटैलिटी क्षेत्र के देष के प्रमुख उद्योगों में नियोजित हैं। वेदांता स्किल स्कूल मुख्यमंत्री कौशल विकास योजना (एमएमकेवीवाई), नाबार्ड, स्किल इंडिया इम्पैक्ट बॉन्ड (एसआईआईबी) और नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ सोलर एनर्जी (एनआईएसई) जैसी सरकारी योजनाओं के साथ मिलकर प्रशिक्षण दे रहा है।
युवा स्वावलंबन कार्यक्रम पर वेदांता एल्यूमिनियम के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री राहुल शर्मा ने कहाकि ‘‘जिन क्षेत्रों में हमारा प्रचालन है वहां रहने वाले युवाओं के लिए कौशल विकास के माध्यम से सतत आजीविका के अवसर तैयार करनानिरंतर विकासके प्रति हमारे दृष्टिकोण का आधारभूत स्तंभ है।
कामकाज के नए तरीके तेजी से विकसित हो रहे हैं ऐसे में बेहतर कौशल प्रशिक्षण प्राप्त प्रतिभाशाली युवाओं पर भारत की उत्तरोत्तर प्रगति आधारित है। वेदांता एल्यूमिनियम ने युवाओं को हुनर तराशने और समुदाय में तथा उससे परे आजीविका प्राप्त करने के अवसर मुहैया कराए हैं जिससे जमीनी स्तर पर सामाजिक-आर्थिक ढांचे में सकारात्मक बदलाव हो रहे हैं।’’
वेदांता लिमिटेड की इकाई वेदांता एल्यूमिनियम भारत की सबसे बड़ी एल्यूमिनियम उत्पादक है। वित्तीय वर्ष 2021-22 में 22.6 लाख टन उत्पादन के साथ कंपनी ने भारत के कुल एल्यूमिनियम का आधे से ज्यादा हिस्सा उत्पादित किया। यह मूल्य संवर्धित एल्यूमिनियम उत्पादों के मामले में अग्रणी है, इन उत्पादों का प्रयोग कई अहम उद्योगों में किया जाता है।
वेदांता एल्यूमिनियम को एल्यूमिनियम उद्योग में डाउ जोंस सस्टेनेबिलिटी इंडेक्स (डीजेएसआई) 2021 में 4जी वैश्विक रैंकिंग मिली है, जो इसकी सस्टेनेबल डेवलपमेंट प्रक्रियाओं का प्रमाण है। देश भर में अपने विश्वस्तरीय एल्यूमिनियम स्मेल्टर्स, एल्यूमिना रिफाइनरी और पावर प्लांट्स के साथ कंपनी हरित भविष्य के लिए विभिन्न कार्यों में एल्यूमिनियम के प्रयोग को बढ़ावा देने और इसे ‘भविष्य की धातु’ के रूप में पेश करने के अपने मिशन को पूरा करती है।