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अम्बिकापुर, 20 मई। जिले के उदयपुर विकासखंड में ग्राम साल्ही के बैगापारा में रहने वाले हरी सिंह (बदला हुआ नाम) की पत्नी जिसकी उम्र 45 साल है, कई दिनों से बुखार व सिरदर्द से पीडि़त थी, साथ ही वह कमजोरी भी महसूस कर रही थी। अपनी बीमारी के इलाज के लिए अदाणी फाउंडेशन द्वारा स्थापित स्वास्थ्य सुविधा केंद्र, साल्ही में गई।
जहां डॉ. रंगनाथ उपाध्याय के चिकित्सकीय परामर्श में उसे उसके ही गाँव में उपचार मिलने के बाद, उसके शरीर में ताकत वापस आ चुकी है और अब वह पूरी तरह से ठीक होकर सामान्य जीवन जीने लगी है। इसके बारे में पूछे जाने पर हरी सिंह की पत्नी ने अदाणी फाउंडेशन के स्वास्थ्य सुविधा केंद्र में अपने ईलाज के संबंध में संतोष और प्रसन्नता व्यक्त की।
राजस्थान राज्य उत्पादन निगम लिमिटेड (आरआरवीयूएनएल) के सामाजिक सरोकार के तहत चलाई जा रही स्वास्थ्य सेवा कार्यक्रम से क्षेत्र के ग्रामीणों को इसी तरह की बेहतर स्वास्थ्य सेवा,आवश्यक चिकित्सा और शीघ्र स्वास्थ्य देखभाल इत्यादि सुविधाओं को समय से पहुंचाना अब संभव होने लगा है।
परसा ईस्ट केते बासेन (पीईकेबी) खुली खदान परियोजना के ग्राम परसा, साल्ही, बासेन, घाटबर्रा, जनार्दनपुर, हरिहरपुर, फतेहपुर इत्यादि सहित कुल 14 प्रभावित ग्रामों में अदाणी फाउंडेशन न सिर्फ मोबाईल मेडिकल वैन द्वारा लोगों को घर पहुँच स्वास्थ जांच की सुविधा एवं दवाइयाँ नि:शुल्क उपलब्ध करा रहा है।
अपितु इन सेवाओं के विस्तार के लिए साल्ही और परसा गांव में बुनियादी चिकित्सा सुविधाओं से सुसज्जित स्वास्थ सुविधा केंद्र भी स्थापित किया गया है। यही नहीं सीएसआर के तहत एम्बुलेंस सेवा भी सभी प्रकार की आपात स्थितियों से निपटने के लिए 24 घंटे चालू की गई है।
स्वास्थ सुविधा केंद्रों की स्थापना के साथ स्वस्थ ग्रामों के लिए शुरू की गई कई स्वास्थ्य परियोजनाएं
स्थानीय ग्रामीणों के स्वास्थ की स्थिति उनकी पारंपरिक दिनचर्या, स्वास्थ्य जागरूकता की कमी और अपर्याप्त स्वास्थ्य सेवाओं के कारण बहुत ही दयनीय थी।