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रायपुर, 24 मार्च। रिलायंस फाउंडेशन ने बताया कि मध्य प्रदेश के कृषि समुदायों में जल प्रबंधन और शासन सुविधा प्रदान करने में रिलायंस फाउंडेशन ने सहायता की है, अब तक सात जिलों में समुदायों के जीवन को बेहतर बनाने में और जलवायु प्रतिरोध में सुधार हुआ है।
फाउंडेशन ने बताया कि 2011 से शुरू हुई रिलायंस फाउंडेशन के वाटर इन्टरवेंशन कार्यक्रम ने राज्य में जल संचयन क्षमता को लगभग 400 लाख क्यूबिक मीटर (जो जल को संचयित करने की क्षमता को बढ़ाने में पर्याप्त है ताकि 20,000 हेक्टेयर पर महत्वपूर्ण सिंचाई की जा सके) और 770 गाँवों में पेयजल पहुंचाने की सुविधा में सुधार किया है। हर गाँव में, रिलायंस फाउंडेशन ने समुदायों को एक सामान्य संसाधन प्रबंधन योजना विकसित करने के लिए प्रोत्साहित किया और इसमें जल प्रबंधन शामिल करने के लिए कहा।
फाउंडेशन ने बताया कि फिर वाटर हार्वेस्टिंग इनटरवेंशन और समुदाय की भूमि विकास योजना बनाई गई। सिवनी जिला इनमे से एक है जहाँ रिलायंस फाउंडेशन का काम एक दशक से अधिक समय तक लगभग 200 गाँवों के लिए बड़ा बदलाव ला चुका है।
सिवनी में परिवर्तन की लहर
हरहरपुर और कटंगी, सिवनी जिले मुख्यालय से लगभग 16 किमी दूर दो जुड़े हुए गाँव हैं। जब से रिलायंस फाउंडेशन इन गाँवों में काम करने लगा है, तब से इन गाँवों में 200 परिवार अपनी कृषि-आधारित आजीविका और पेयजल स्थिति में सुधार ला पा रहे हैं। ये गाँव काफी उतार चढ़ाव वाली जगह पर स्थित हैं, जहां पानी खेतों में रुक नहीं पाता, और कई छोटे किसान परिवार रबी के मौसम में कम पानी की उपलब्धता के कारण एक ही फसल उगाते थे।
फाउंडेशन ने बताया कि इन दो गाँवों में, रिलायंस फाउंडेशन ने पिछले तीन वर्षों में समुदाय स्तर और कृषि स्तर पर जल प्रबंधन कार्यों के ज़रिये 1.8 लाख क्यूबिक मीटर पानी संचयन क्षमता को बढ़ाया है, जो 54 हेक्टेयर भूमि को सिंचाई प्रदान कर सकता है। इनमें तीन नए स्टॉप-डैम का निर्माण और तीन मौजूदा बांधों का पुनर्निर्माण शामिल है, जो इन गाँवों की जीवन रेखा, वैनगंगा नदी के सहायक स्रोतों पर स्थित हैं। नदियों पर बाँध बनाने और मौजूदा बांधों को सुधारने में पिछले तीन वर्षों में जल संकट हल करने में सहायता की।