खेल
नयी दिल्ली, 7 जुलाई। पूर्व भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी गुरूवार को 41 बरस के हो गये और उन्हें बधाई देते हुए विराट कोहली और सुरेश रैना ने उन्हें ‘बड़ा भाई’ कहा तो वहीं वीरेंद्र सहवाग ने अपने चिर परिचित अंदाज में ‘ओम हेलीकॉप्टराय नम:’ कहकर मुबारकबाद दी।
भारतीय स्टार बल्लेबाज कोहली अपने शानदार करियर के खराब दौर से गुजर रहे हैं, उन्होंने बड़े भावनात्मक अंदाज से धोनी को अपना ‘बड़ा भाई’ करार करते हुए जन्मदिन की बधाई दी।
कोहली ने ट्वीट किया, ‘‘आपके जैसा कोई कप्तान नहीं। भारतीय क्रिकेट के लिये आपने जो किया, उसके लिये शुक्रिया। आप मेरे लिये बड़े भाई की तरह बन गये। बस आपके लिये हमेशा प्यार और सम्मान। हैपी बर्थडे कप्तान। ’’
धोनी एकमात्र कप्तान हैं जिन्होंने सभी तीन आईसीसी ट्राफियां - 2007 टी20 विश्व कप, 2011 वनडे विश्व कप और 2013 चैम्पियंस ट्राफी - जीती हैं, वह इस समय इंग्लैंड में छुट्टियां मना रहे हैं।
धोनी ने अपने जन्मदिन से पहले का दिन विम्बलडन में राफेल नडाल का मैच देखकर बिताया जिसमें इस स्पेनिश ने क्वार्टरफाइनल में टेलर फ्रिट्ज पर जीत दर्ज की। उन्होंने इंग्लैंड में अपने परिवार और दोस्तों के साथ अपना जन्मदिन मनाया तथा इस मौके पर भारत के विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत भी मौजूद थे।
धोनी की पत्नी साक्षी ने एक छोटा सा वीडियो साझा किया है जिसमें धोनी केक पर लगी मोमबत्ती बुझाते हुए दिख रहे हैं और उन्होंने इंस्टाग्राम पर भी एक स्टोरी पोस्ट की है जिसमें पंत एक ‘ग्रुप फोटो’ में साथ दिख रहे हैं।
सहवाग ने अपने मजाकिया अंदाज में कहा कि जब तक धोनी क्रीज पर हैं, कोई भी मैच खत्म नहीं होता।
उन्होंने लिखा, ‘‘जब तक ‘फुल स्टॉप’ नहीं आता तब तक वाक्य पूरा नहीं होता। उसी तरह जब तक धोनी क्रीज पर हैं, मैच खत्म नहीं होता। ’’
सहवाग ने ट्वीट किया, ‘‘सभी टीमों का भाग्य ऐसा नहीं है कि उनके पास धोनी जैसा खिलाड़ी हो। इतने शानदार व्यक्ति और खिलाड़ी एमएस धोनी को जन्मदिन मुबारक हो। ओम हेलीकॉप्टराय नम:। ’’
भारतीय आल राउंडर हार्दिक पंड्या ने धोनी के साथ आईपीएल 2022 की फोटो साझा की जिसमें वह उन्हें गले से लगा रहे हैं। उन्होंने लिखा,‘‘माही भाई आपको जन्मदिन की बधाई। ’’
भारतीय महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर ने धोनी को बधाई देते हुए लिखा, ‘‘शानदार कप्तान, साथी और मित्र को जन्मदिन मुबारक हो। ’’
चेन्नई सुपर किंग्स के उनके पूर्व साथी रैना का धोनी से विशेष लगाव रहा है, उन्होंने पोस्ट किया, ‘‘मेरे बड़े भाई को जन्मदिन की बधाई। मेरे जीवन के हर चरण में मेरा समर्थक और मार्गदर्शक बनने के लिये शुक्रिया। भगवान आपके और आपके परिवार के ऊपर कृपा बनाये रखे। ’’
बीसीसीआई ने भी उनके 41वें जन्मदिन पर बधाई दी, ‘‘पूर्व भारतीय कप्तान और इस खेल के सर्वश्रेष्ठ कप्तान में से एक एमएस धोनी को जन्मदिन की बहुत बहुत बधाई। ’’
धोनी की कप्तानी में चेन्नई सुपर किंग्स ने चार आईपीएल खिताब जीते हैं। उनकी फ्रेंचाइजी ने अपने ट्विटर हैंडल पर एक वीडियो साझा किया जिसमें टीम के खिलाड़ियों ने अपने ‘थाला’ को बधाई दी।
वेस्टइंडीज के आल राउंडर ड्वेन ब्रावो एक गाना गाते हुए भी दिख रहे हैं। इसमें मोईन अली, अंबाती रायुडू, रूतुराज गायकवाड़, ड्वेन प्रिटोरियस, क्रिस जोर्डन, रॉबिन उथप्पा और कई युवा भी उन्हें बधाईयां दे रहे हैं।
दिनेश कार्तिक, जय शाह, मोहम्मद कैफ, हरभजन सिंह, चेतेश्वर पुजारा और अन्य ने भी उन्हें जन्मदिन की बधाईयां दीं। (भाषा)
पालेकल, सात जुलाई (भाषा) कप्तान हरमनप्रीत कौर और पूजा वस्त्राकर के हरफनमौला प्रदर्शन के बूते भारतीय महिला टीम ने गुरूवार को यहां तीसरे और अंतिम वनडे में श्रीलंका पर 39 रन की जीत से श्रृंखला में सूपड़ा साफ किया।
हरमनप्रीत (88 गेंद में 75 रन, पांच ओवर में 21 रन देकर एक विकेट) और वस्त्राकर (65 गेंद में नाबाद 56 रन, 32 रन देकर दो विकेट) ने पहले सातवें विकेट के लिये 97 रन की साझेदारी निभाकर टीम को संभाला और नौ विकेट पर 255 रन का स्कोर खड़ा करने में मदद की।
गेंदबाजों ने फिर रणनीति का बेहतर ढंग से कार्यान्वयन करते हुए मेजबान टीम को 47.3 ओवर में 216 रन पर समेट दिया। इसमें हरमनप्रीत और वस्त्राकर दोनों ने अहम झटके दिये।
इस श्रृंखला में जीत से भारतीय महिला टीम ने श्रीलंका के खिलाफ लगातार चौथी द्विपक्षीय श्रृंखला अपने नाम की।
महिला टीम ने इससे पहले 2013, 2015 और 2018 में भी वनडे श्रृंखला जीती थी।
पहले ही श्रृंखला में अजेय बढ़त बना चुकी हरमनप्रीत की टीम अंतिम मैच में आत्मविश्वास से लबरेज दिखी जिसकी श्रीलंकाई टीम में शुरू से ही कमी दिखायी दी।
श्रीलंका टीम की कप्तान चामरी अटापट्टू ने ऐसी पिच पर टॉस जीतकर बल्लेबाजी का न्योता दिया जो पहले बल्लेबाजी करने वाली टीम को फायदा पहुंचाने के लिये मशहूर है।
दूसरे वनडे में शानदार प्रदर्शन करने वाली सलामी बल्लेबाज शेफाली वर्मा और स्मृति मंधाना हालांकि बड़ी साझेदारी करने में विफल रहीं।
मंधाना (20 गेंद में छह रन) आउट होने वाली पहली खिलाड़ी रहीं जो कविशा दिलहारी की लेंथ गेंद का शिकार हुई।
शेफाली ने 50 गेंद में 49 रन बनाकर अपनी अच्छी फॉर्म जारी रखी। वह लगातार दूसरे अर्धशतक से चूक गयीं और रश्मि सिल्वा की गेंद पर पगबाधा आउट हुई।
शेफाली तीन मैचों में 155 रन बनाकर श्रृंखला की शीर्ष स्कोरर रहीं।
अहम मौके पर शेफाली के आउट होने के बाद भारत का मध्यक्रम चरमरा गया जिससे टीम का स्कोर छह विकेट पर 124 रन हो गया।
पर हरमनप्रीत ने जिम्मेदारी से खेलते हुए श्रीलंकाई गेंदबाजों की शार्ट गेंदों को बेहतर तरीके से निपटा। उन्होंने सात चौके और दो गगनचुंबी छक्के जमाये। उनकी ज्यादातर बाउंड्री मिडविकेट पर लगी।
भारतीय कप्तान ने अपना अर्धशतक डीप मिडविकेट पर शानदार छक्का जड़कर पूरा किया।
वस्त्राकर ने अपनी कप्तान का अच्छा साथ निभाया और महिला वनडे में अपना दूसरा अर्धशतक जमाया जिसमें तीन छक्के शामिल रहे।
लक्ष्य का पीछा करने उतरी श्रीलंकाई टीम की कप्तान अटापट्टू (41 गेंद में 44 रन) और हसिनी परेरा (57 गेंद में 39 रन) ने अच्छा जज्बा दिखाया।
इन दोनों ने दूसरे विकेट के लिये 56 रन जोड़े लेकिन कप्तान के आउट होने के बाद टीम की बल्लेबाजों को राजेश्वरी गायकवाड़ (10 ओवर में 36 रन देकर तीन विकेट) को खेलने में काफी परेशानी हुई जबकि अन्य गेंदबाजों ने भी घरेलू टीम के खिलाफ कसी गेंदबाजी की।
भारत की महिला क्रिकेट टीम ने तीसरे एक दिवसीय मैच में श्रीलंका को 39 रनों से हराकर 3-0 से सिरीज़ जीत ली है. तीसरे एक दिवसीय मैच में भारत ने पहले बल्लेबाज़ी करते हुए नौ विकेट पर 255 रन बनाए थे.
जवाब में श्रीलंका की महिला टीम 48वें ओवर में 216 रन बनाकर आउट हो गई. पहले दो वनडे मैचों में भी भारतीय महिलाओं ने जीत हासिल की थी.
श्रीलंका ने टॉस जीतकर भारत को बल्लेबाज़ी के लिए उतारा था. लेकिन भारतीय महिला टीम ने शानदार बल्लेबाज़ी की. कप्तान हरमनप्रीत कौर ने सर्वाधिक 75 रनों की पारी खेली, जबकि पूजा वस्त्राकर ने 56 रन बनाए.
शफ़ाली वर्मा ने 49 और यस्तिका भाटिया ने 30 रनों का योगदान दिया. भारत ने 50 ओवर में नौ विकेट पर 255 रन बनाए.
जवाब में श्रीलंका की टीम 216 रन ही बना सकी. नीलाक्षी डी सिल्वा ने सबसे अधिक 48 रन बनाए. जबकि चमारी अटापट्टू ने 44 रन बनाए. भारतीय महिलाओं ने तीन टी-20 मैचों की सिरीज़ भी 2-1 से जीती थी. (bbc.com)
भारत में टेनिस की जब भी बात होती है तो एक ही नाम हर किसी की ज़ेहन में आता है. वो नाम है सानिया मिर्ज़ा का. शोहरत की बुलंदियों से विवादों के तमाम दौर देखने वाली सानिया मिर्ज़ा को अब उनके चाहने वाले विंबलडन में खेलते हुए नहीं देख पाएँगे.
सानिया मिर्जा ने विंबलडन में आख़िरी मैच खेलकर विदाई की घोषणा कर दी है.
अपने आख़िरी मैच से पहले उन्होंने एक भावुक पोस्ट इंस्टाग्राम पर शेयर किया.
उन्होंने लिखा, "खेल आपसे मानसिक, शारीरिक और भावनात्मक रूप से बहुत कुछ ले लेता है. जीत और हार, कड़ी मेहनत और कड़ी हार के बाद ऐसी रातें होती हैं जब नींद नहीं आती लेकिन ये आपको बदले में इतना कुछ देता है कि कई दूसरी नौकरियाँ आपको नहीं दे सकती हैं. इसके लिए मैं आभारी हूँ."
"आँसू और ख़ुशी, लड़ाई और संघर्ष, हमने जो कुछ भी किया वो सब क़ीमती नज़र आता है जब अंत में देखते हैं. विंबलडन में खेलना और पिछले 20 सालों से यहाँ जीतते आना मेरे लिए सम्मान की बात की है. मुझे आपकी याद आएगी."
सानिया मिर्जा को अपने करियर के आख़िरी विंबलडन में मिक्स्ड डबल्स के सेमीफाइनल में हार का सामना करना पड़ा. सानिया का विंबलडन में ये आख़िरी मैच था.
35 साल की सानिया छह ग्रैंड स्लैम ख़िताब जीत चुकी हैं, जिनमें तीन मिक्सड डबल्स ख़िताब हैं हालांकि वे विंबलडन में मिक्सड डबल्स कभी नहीं जीत सकी. उन्होंने 2009 ऑस्ट्रेलियाई ओपन और 2012 फ्रेंच ओपन महेश भूपति के साथ जीता था. (bbc.com)
नयी दिल्ली, 6 जुलाई। नियमित कप्तान रोहित शर्मा की अनुपस्थिति में शिखर धवन को त्रिनिदाद के पोर्ट ऑफ स्पेन में 22 जुलाई से वेस्टइंडीज के खिलाफ शुरू होने वाली तीन मैचों की वनडे श्रृंखला के लिये बुधवार को भारतीय टीम का कप्तान चुना गया जबकि विराट कोहली और ऋषभ पंत उन खिलाड़ियों में शामिल हैं जिन्हें विश्राम दिया गया है।
दो अन्य सीनियर खिलाड़ियों जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद शमी को भी आराम दिया गया है। इंडियन प्रीमियर लीग में सफलता हासिल कर हाल में भारतीय टीम में जगह बनाने वाले हार्दिक पंड्या भी टीम का हिस्सा नहीं हैं।
दीपक हुड्डा, संजू सैमसन, रूतुराज गायकवाड़ और आवेश खान 12 जुलाई से इंग्लैंड में शुरू हो रही श्रृंखला के लिये वनडे टीम का हिस्सा नहीं हैं लेकिन उन्हें वेस्टइंडीज दौरे के लिये 16 सदस्यीय भारतीय टीम में शामिल किया गया है।
दिसंबर 2020 में अंतिम वनडे खेलने वाले शुभमन गिल को भी चयनकर्ताओं ने चुना है।
रविंद्र जडेजा को श्रृंखला के लिये उप कप्तान बनाया गया है।
सिर्फ वनडे में खेलने वाले धवन ने पिछले साल श्रीलंका के दौरे पर पहली बार टीम की कप्तानी की जिम्मेदारी संभाली थी जब टेस्ट विशेषज्ञ इंग्लैंड में थे।
पिछले एक साल में भारतीय टीम के लिये काफी सारे कप्तान नियुक्त किये जाने के संबंध में पिछले कुछ समय काफी आलोचना भी हुई थी जिसमें कार्यक्रम और चोट संबंधित मुद्दों के अलावा कार्यभार प्रबंधन के कारण बुमराह, पंत, राहुल, हार्दिक और धवन ने टीम की अगुआई की थी।
सभी तीनों वनडे पोर्ट ऑफ स्पेन में खेले जायेंगे।
आस्ट्रेलिया में टी20 विश्व कप से पहले वेस्टइंडीज में ये मैच भारतीय टीम के अंतिम वनडे होंगे इसलिये सीनियर खिलाड़ियों को आराम दिया जाना हैरानी भरा फैसला नहीं है।
वनडे के बाद भारत कैरेबियाई सरजमीं पर वेस्टइंडीज के खिलाफ और अमेरिका के खिलाफ पांच टी20 अंतराष्ट्रीय मैच खेलेगा जिसके लिये टीम की घोषणा की जायेगी।
आस्ट्रेलिया में विश्व कप से पहले प्रत्येक टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच काफी अहम होगा तो सीनियर खिलाड़ियों के 29 जुलाई से सात अगस्त तक खेली जाने वाली पांच मैचों की श्रृंखला के लिये वापसी की संभावना है। ये टी20 अंतरराष्ट्रीय त्रिनिदाद के सेंट किट्स और फ्लोरिडा के लॉडरहिल में खेले जायेंगे।
टीम इस प्रकार है :
शिखर धवन (कप्तान), रविंद्र जडेजा (उप कप्तान), रूतुराज गायकवाड़, शुभमन गिल, दीपक हुड्डा, सूर्यकुमार यादव, श्रेयस अय्यर, इशान किशन (विकेटकीपर), संजू सैमसन (विकेटकीपर), शार्दुल ठाकुर, युजवेंद्र चहल, अक्षर पटेल, आवेश खान, प्रसिद्ध कृष्णा, मोहम्मद सिराज और अर्शदीप सिंह। (भाषा)
नयी दिल्ली, 6 जुलाई। भारतीय एथलेटिक्स महासंघ (एएफआई) ने बुधवार को दिल्ली उच्च न्यायालय को बताया कि वह ऊंची कूद के खिलाड़ी तेजस्विन शंकर का नाम उन खिलाड़ियों की सूची में शामिल करेगा जो आगामी बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेल 2022 में भारत की ओर से जाने वाले हैं।
इस खेल आयोजन के लिए चयनित खिलाड़ियों की सूची से नाम हटने के विरुद्ध शंकर द्वारा दायर याचिका पर सुनवाई करते हुए न्यायमूर्ति यशवंत वर्मा ने एएफआई को निर्देश दिया कि आगे की कार्रवाई के लिए शंकर का नाम भारतीय ओलंपिक संघ को भेज दिया जाए।
एएफआई के वकील ने अदालत को बताया कि रिले स्पर्धा के लिए भारतीय दल में शामिल एक एथलीट को अयोग्य ठहरा दिया गया है इसलिए एक स्थान रिक्त है। वकील ने कहा कि अयोग्य ठहराए खिलाड़ी के स्थान पर अब याचिकाकर्ता का नाम भेज दिया जाएगा।
राष्ट्रमंडल खेल (सीडब्ल्यूजी) बर्मिंघम में 28 जुलाई से आठ अगस्त के बीच आयोजित होंगे। अदालत ने अपने आदेश में कहा, “एएफआई की ओर से पेश हुए वकील (हृषिकेश) बरुआ ने अदालत को बताया है कि चार गुणा चार सौ मीटर रिले टीम के सदस्य ए राजीव को अयोग्य ठहरा दिया गया है।”
अदालत ने कहा, “उन्होंने का है कि इससे हुई रिक्ति को देखते हुए याचिकाकर्ता का नाम आगामी सीडब्ल्यूजी में हिस्सा लेने वाले भारतीय एथलीटों की सूची में शामिल करने के लिए भेज दिया गया है।”
याचिकाकर्ता (शंकर) का नाम सूची में शामिल नहीं था जिसके विरुद्ध उन्होंने पिछले महीने अदालत का रुख किया था। (भाषा)
साउथम्पटन, 6 जुलाई। भारत प्रयोग की राह को छोड़कर गुरुवार से यहां इंग्लैंड के खिलाफ शुरू हो रही तीन टी20 मैचों की श्रृंखला के दौरान विश्व कप के लिए अपनी सर्वश्रेष्ठ एकादश को अंतिम रूप देने के इरादे से उतरेगा।
कोविड-19 पॉजिटिव पाए जाने के कारण बर्मिंघम में पांचवें टेस्ट से बाहर रहने वाले कप्तान रोहित शर्मा बुधवार को यहां पहुंचेंगे और उनके श्रृंखला के पहले मैच में खेलने की उम्मीद है।
विराट कोहली, जसप्रीत बुमराह, रविंद्र जडेजा, श्रेयस अय्यर और ऋषभ पंत सहित इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट टीम में शामिल रहे खिलाड़ी दूसरे टी20 मैच से टीम के साथ जुड़ेंगे।
इनकी गैरमौजूदगी में रुतुराज गायकवाड़ और संजू सैमसन जैसे खिलाड़ियों को खुद को साबित करने का एक और मौका मिलेगा और वे आस्ट्रेलिया में होने वाले टी20 विश्व कप के संभावित खिलाड़ियों के रूप में अपना दावा मजबूत करना चाहेंगे।
हल्की चोट के कारण गायकवाड़ आयरलैंड के खिलाफ दो मुकाबलों में इशान किशन के साथ पारी का आगाज नहीं कर पाए थे और अगर रोहित की वापसी होती है तो उन्हें फिर बाहर बैठना पड़ सकता है।
किशन को जो मौके मिले हैं उसमें उन्होंने प्रभावित किया है और वह इंग्लैंड की मजबूत टीम के खिलाफ अच्छी पारियां खेलकर टीम के रिजर्व सलामी बल्लेबाज के रूप में अपना दावा मजबूत करने का प्रयास करेंगे।
दूसरे मैच से कोहली के तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी करने की उम्मीद है और ऐसे में दीपक हुड्डा एक और मैच विजयी पारी खेलकर अपनी अहमियत साबित करने की कोशिश करेंगे।
आयरलैंड के खिलाफ नाबाद 47 रन और एक शतक के साथ हुड्डा ने निश्चित तौर पर टीम प्रबंधन को प्रभावित किया है।
पदार्पण का इंतजार कर रहे राहुल त्रिपाठी और अर्शदीप सिंह को दूसरे और तीसरे टी20 के लिए टीम में शामिल नहीं किया गया है और उन्हें पहले मैच में खेलने का मौका मिलने की उम्मीद भी बेहद कम है।
चोट के बाद आयरलैंड के खिलाफ वापसी करने वाले सूर्यकुमार यादव मालाहाइड में लय हासिल नहीं कर सके और वह उम्मीद कर रहे होंगे कि इंग्लैंड के खिलाफ उम्दा पारियां खेलने में सफल रहेंगे। पिछले हफ्ते डर्बीशर के खिलाफ अभ्यास मैच में उन्होंने और हुड्डा ने उम्दा पारियां खेली थी।
आयरलैंड के खिलाफ बड़े स्कोर वाले दूसरे टी20 में अंतिम ओवर में 17 रन का बचाव करने के बाद तेज गेंदबाज उमरान मलिक आत्मविश्वास से भरे होंगे। उन्हें हालांकि अपनी गेंदबाजी को और सटीक बनाने की जरूरत है।
अनुभवी भुवनेश्वर कुमार और हर्षल पटेल के खिलाफ आयरलैंड के बल्लेबाजों ने काफी रन बटोरे थे और इंग्लैंड जैसी मजबूत टीम को रोकने के लिए उन्हें अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना होगा।
अंतिम एकादश में युजवेंद्र चहल के रवि बिश्नोई की जगह लेने की उम्मीद है।
भारत को आस्ट्रेलिया में होने वाले टी20 विश्व कप से पहले लगभग 15 टी20 मैच खेलने हैं। टीम मौजूदा श्रृंखला में तीन मैच के अलावा वेस्टइंडीज के खिलाफ 29 जुलाई से सात अगस्त तक पांच और अगस्त-सितंबर में एशिया कप में लगभग पांच मैच खेलेगी। सितंबर में भारत को आस्ट्रेलिया के खिलाफ भी तीन टी20 खेलने हैं।
इंग्लैंड के खिलाफ श्रृंखला के साथ भारत इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट के लिए अपनी सर्वश्रेष्ठ एकादश की पहचान करने की प्रक्रिया शुरू करेगा।
इंग्लैंड के लिए यह श्रृंखला जोस बटलर के युग की शुरुआत होगी जिन्हें इयोन मोर्गन के संन्यास के बाद सीमित ओवरों की टीम का कप्तान बनाया गया है।
बेन स्टोक्स और भारत के खिलाफ पांचवें टेस्ट के नायक जॉनी बेयरस्टो को श्रृंखला से आराम दिया गया है।
इंग्लैंड के पास हालांकि विरोधी टीम के गेंदबाजी आक्रमण को ध्वस्त करने वाले पर्याप्त सक्षम बल्लेबाज हैं।
बटलर और लियाम लिविंगस्टोन इंडियन प्रीमियर लीग के दौरान शानदार फॉर्म में थे और इसी फॉर्म को आगे बढ़ाना चाहेंगे।
टीम इस प्रकार हैं:
इंग्लैंड: जोस बटलर (कप्तान), मोईन अली, हैरी ब्रूक, सैम कुरेन, रिचर्ड ग्लीसन, क्रिस जॉर्डन, लियाम लिविंगस्टोन, डेविड मलान, टाइमल मिल्स, मैथ्यू पार्किंसन, जेसन रॉय, फिल साल्ट, रीस टॉपली और डेविड विली।
भारत: रोहित शर्मा (कप्तान), इशान किशन, रुतुराज गायकवाड़, संजू सैमसन, सूर्यकुमार यादव, दीपक हुड्डा, राहुल त्रिपाठी, दिनेश कार्तिक, हार्दिक पांड्या, वेंकटेश अय्यर, युजवेंद्र चहल, अक्षर पटेल, रवि बिश्नोई, भुवनेश्वर कुमार, हर्षल पटेल, अावेश खान, अर्शदीप सिंह और उमरान मलिक।
समय: मैच भारतीय समयानुसार रात 10.30 पर शुरू होगा। (भाषा)
एम्सटेलवीन, 6 जुलाई। अब तक उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन करने में नाकाम रही भारतीय महिला हॉकी टीम को अगर एफआईएच विश्व कप के क्वार्टर फाइनल में सीधे प्रवेश करना है तो गुरुवार को यहां न्यूजीलैंड के खिलाफ अपने अंतिम पूल बी मैच में हर हाल में जीत दर्ज करनी होगी।
पिछले साल तोक्यो ओलंपिक में शानदार प्रदर्शन करते हुए एतिहासिक चौथा स्थान हासिल करने वाली भारतीय महिला हॉकी टीम ने अपने पहले दो मैचों में तोक्यो खेलों के कांस्य पदक विजेता इंग्लैंड और चीन से 1-1 से ड्रॉ खेला।
सविता की अगुआई वाली भारतीय टीम अभी दो अंक के साथ पूल बी में तीसरे स्थान पर है। चीन और न्यूजीलैंड उससे ऊपर हैं। न्यूजीलैंड ने मंगलवार को इंग्लैंड को 3-1 से हराया।
टूर्नामेंट के प्रारूप के अनुसार 16 टीम को चार-चार टीम के चार पूल में बांटा गया है। प्रत्येक पूल की शीर्ष टीम सीधे क्वार्टर फाइनल में जगह बनाएंगी जबकि दूसरे और तीसरे स्थान पर रहने वाली टीम के बीच क्रॉसओवर होगा।
क्रॉसओवर में पूल ए में दूसरे स्थान पर रहने वाली टीम पूल डी में तीसरे स्थान पर रहने वाली टीम से भिड़ेगी जबकि पूल ए में तीसरे स्थान पर रहने वाली टीम की भिड़ंत पूल डी में दूसरे स्थान पर रहने वाली टीम से होगी। इसी तरह पूल बी में दूसरे स्थान पर रहने वाली टीम का सामना पूल सी में तीसरे स्थान पर रहने वाली टीम से होगा जबकि पूल बी में तीसरे स्थान पर रहने वाली टीम पूल सी में दूसरे स्थान पर रहने वाली टीम से खेलेगी। इन चारों मुकाबले के विजेता क्वार्टर फाइनल में जगह बनाएंगे।
पूल बी में शीर्ष पर रहने के लिए भारत को न्यूजीलैंड को हराना होगा और साथ ही उम्मीद करनी होगी कि इंग्लैंड के खिलाफ चीन की टीम जीत दर्ज नहीं कर पाए।
पहले दो मैच में अगर भारत के प्रदर्शन को आधार माना जाए जो टीम के लिए न्यूजीलैंड को हराना आसान नहीं होगा।
भारतीय डिफेंस ने दोनों मैच में प्रभावित किया। पहले मैच में तो इंग्लैंड की टीम एक भी पेनल्टी कॉर्नर हासिल नहीं कर पाई लेकिन दोनों ही मुकाबलों में अग्रिम पंक्ति और मिडफील्ड ने निराश किया।
भारत के लिए दोनों गोल करने वाली वंदना कटारिया के अलावा कोई अन्य स्ट्राइकर अब तक उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन नहीं कर पाई है। लालरेमसियामी, शर्मिला देवी और नवनीत कौर ने निराश किया है।
भारत ने मौके तो बनाए हैं लेकिन उन्हें गोल में बदलने में टीम नाकाम रही है। (भाषा)
-विधांशु कुमार
इंग्लैंड ने भारत को एजबैस्टन टेस्ट में सात विकेटों से हरा दिया.
सिरीज़ में भारतीय टीम 2-1 से आगे चल रही थी, लेकिन इस हार ने सिरीज़ को बराबरी पर ख़त्म किया.
इंग्लैंड के लिए जीत के हीरो रहे जॉनी बेयरस्टो जिन्होंने दोनों पारियों में शतक लगाया.
इस टेस्ट मैच में तीसरे दिन तक भारतीय टीम टॉप पर थी, लेकिन चौथे दिन टीम इंडिया ने कुछ ऐसी ग़लतियां की जिसकी वजह से उन्हें हार मिली.
नज़र डालते हैं सात ऐसे मुख्य कारणों की जिनकी वजह से बुमराह की टीम को हार मिली.
1. सेट बैट्समैन का बड़ा स्कोर न बनाना
हार की सबसे बड़ी वजह शायद यही थी की सेट बैट्समैन बड़ा स्केर नहीं कर पाए. हालांकि चेतेश्वर पुजारा और ऋषभ पंच ने दूसरी पारी में अर्धशतक लगाया लेकिन वो उसे बड़ी सेंचुरी में बदल नहीं सके.
शायद पहली पारी की बढ़त से इंडियन बैट्समैन का आत्मविश्वास बहुत बढ़ गया था कि मैच अब उनके हाथ में है.
हां. तीसरे दिन के बाद भारतीय टीम जीत के पोज़ीशन में थी लेकिन चौथे दिन की साधारण बल्लेबाज़ी नें इंग्लैंड को वापसी का मौक़ा दे दिया.
इंग्लैंड ने हाल ही में न्यूज़ीलैंड के खिलाफ़ बड़े स्कोर का सफल पीछा किया था.इंग्लैंड के कप्तान ने भी कहा था कि उन्हें चेज़ करना पसंद है.
भारतीय टीम को लंबी बैटिंग करनी चाहिए थी जिससे इंग्लैंड मैच में वापसी करने की हालत में ही न रहे. लेकिन लगातार गिरते विकेट ने ऐसा होने नहीं दिया और इंग्लैडं के सामने ऐसा लक्ष्य रखा गया जिसे वो चेज़ करने की हिम्मत कर सकते थे.
2) शॉर्ट बॉल को ठीक से न खेलना
इंग्लैंड ने दूसरी पारी में भी शॉर्ट बोलिंग की और इस बार कई लो-आर्डर के भारतीय बल्लेबाज़ इस जाल में फंस गए.
बुमराह, शमी और शार्दुल ठाकुर सभी शॉर्ट बॉल का शिकार बने.
यहां तक की श्रेयस अय्यर भी शॉर्ट बॉल का शिकार बने.
भारत के बैटिंग कोच विक्रम राठौर ने कहा कि हमारे बल्लेबाज़ों ने शॉर्ट्स खेलने की कोशिश की लेकिन वो उसे ठीक तरह से खेल नहीं पाए और विकेट खोते रहे.
बल्लेबाज़ों को पता था कि शॉर्ट बॉल के लिए फ़ील्ड सेट की गई है इसलिए उन्हें बेहतर स्ट्रेटेजी की ज़रूरत थी.
3) बेयरस्टो का कैच ड्रॉप करना
इंग्लैंड के बल्लेबाज़ जॉनी बेयरस्टो शानदार फॉर्म में चल रहे हैं. पिछली 5 पारियों में उन्होंने 4 शतक लगाए हैं, और तीन पारी मे लगातार तीन शतक लगा चुके हैं.
ऐसे इन-फॉर्म बैट्समैन को आउट करना विपक्षी टीम का सबसे बड़ा लक्ष्य होता है.
टीम इंडिया को भी दूसरी पारी में मौका मिला जब सिराज कि बोलिंग पर गेंद तेज़ी से हनुमा विहारी की तरफ़ आई.
लेकिन विहारी कैच लपक नहीं सके और बेयरस्टो को जीनवदान मिल गया. उसी वक्त ट्विटर पर फ़ैंस ने लिखा कि विहारी ने कैच नहीं, सिरिज गंवा दी है.
हुआ भी कुछ ऐसा ही जब बेयरस्टो ने एक बार फिर मैच जिताउ पारी खेली.
4) डिफ़ेंसिव फील्ड प्लेसमेंट
इंडिया ने इंग्लैंड की दूसरी पारी में 'इन एंड आउट' फ़ील्ड प्लेसमेंट की, यानी फ़ील्डर्स कैच लेने की पोज़ीशन के अलावा बाउंड्री पर भी तैनात थे.
रन रोकने के लिए फ़ील्ड सजाने का मतलब था स्लिप कॉर्डन से भी कम से कम एक खिलाड़ी को बाहर निकालना.
पहली और दूसरी स्लिप के बीच इतनी दूरी बनी गई थी जिसकी आलोचना कमेंटेटर्स भी कर रहे थे.
इंग्लैंड के पूर्व कप्तान केविन पीटरसन ने कहा कि टीम इंडिया की ऐसी टैक्टिस उनके समझ से बाहर थी.
उन्होंने कहा कि आख़िरी सत्र में गेंद रिवर्स स्विंग कर रही थी, ऐसे में बैट्समैन के लिए रन लेकर दूसरे छोर पर जाना आसान हो गया था क्योंकि फ़ील्ड ही ऐसी सेट की गई थी.
5) बुमराह के अलावा बाकी गेंदबाज़ फ़ेल
हालांकि दूसरी पारी में जसप्रीत बुमराह ने दो विकेट लेकर इंडियन टीम को एक मौका ज़रूर दिया था लेकिन उन्हें दूसरी छोर से मदद नहीं मिल सकी.
मोहम्मद शमी ने एक बार पिर अच्छी बोलिंग की लेकिन विकेट लेने में नाकामयाब रहे. वहीं सिराज़ को भी चौथे दिन कोई सफलता नहीं मिली.
आखिरी दो दिनों में स्पिनर्स से विकेट मिलने की उम्मीद थी लेकिन रवींद्र जाडेजा इस चुनौती में असफल रहे.
एक बार फिर ट्विटर पर लोगों ने रविचंद्रन अश्विन को याद किया कि शायद वो होते तो विकेट काते में ज़रूर होते.
चौथे सीमर के रूप में शार्दुल ठाकुर भी गैर-असरदार रहे और अगर वो अपनी पेस में इज़ाफ़ा नहीं कर पाते तो टीम में रहना मुश्किल हो सकता है.
6) बेयरस्टो-रूट की शानदार बल्लेबाज़ी
उन दोनों ने ऐसे वक्तमें टीम की कमान संभाली जब इंग्लैंड ने तुरंत 3 विकेट खोए थे.
लेकिन दोनों ने संभल कर खेला और ख़राब गेंदों पर जमकर प्रहार भी किया.
दोनों ने चौथे विकेट के लिए नाबाद 269 रन जोडे और इंग्लैंड को सिरिज़ बराबर करने का मौक़ा दिया.
जो रूट 142 रन बनाकर नाबाद रहे जबकि बेयरस्टो ने मैच का दूसरा शतक लगाया और 114 नॉट आउट रन बनाए.
7) कोच मैक्कलम का योगदान
इंग्लैंड के नए कोच ब्रेंडन मैक्कलम ने टीम में नया जोश भर दिया है.
आक्रामक बल्लेबाज़ी के लिए मशहूर मैक्कलम ने इंग्लैंड को भी आक्रामक क्रिकेट खेलने के लिए प्रेरित किया है.
उन्होंने टीम में नया जोश भर दिया है कि कितना भी बड़ा लक्ष्य क्यों ना हो, उसका पीछा किया जा सकता है.
इस मैच में भी इंग्लैंड ने अटैकिंग बैटिंग की और रनरेट लगभग 5 के करीब रखा.
मैक्कलम ने टीम से कहा है कि रिकॉर्ड्स तोड़ने के लिए होते हैं इसलिए किसी भी स्थिति से वो ना डरें. यही पॉज़िटिव क्रिकेट इंग्लैंड के काम आ रहा है और भारत पर भारी पड़ गया. (bbc.com)
बर्मिंघम, 5 जुलाई। भारत के कार्यवाहक कप्तान जसप्रीत बुमराह ने इंग्लैंड के हाथों पांचवें टेस्ट में मिली हार के लिये दूसरी पारी में बल्लेबाजों की नाकामी पर ठीकरा फोड़ते हुए कहा कि पहले तीन दिन दबाव बनाने के बाद उन्होंने मैच पर से पकड़ छोड़ दी ।
जो रूट और जॉनी बेयरस्टॉ के शतकों की मदद से इंग्लैंड ने भारत को सात विकेट से हराया । मेजबान ने 378 रन का लक्ष्य हासिल किया जो टेस्ट क्रिकेट में उसके लिये सबसे बड़े लक्ष्य का पीछा करके मिली जीत है।
बुमराह ने मैच के बाद कहा ,‘‘ टेस्ट क्रिकेट की यही खूबी है कि तीन दिन अच्छा खेलने के बावजूद यह संभव है । हम कल अच्छी बल्लेबाजी नहीं कर सके और वहीं से मैच हमारी जद से निकल गया ।’’
उन्होंने कहा ,‘‘ यह अगर मगर तो हमेशा रहेगा। पहले मैच में बारिश नहीं हुई होती तो हम श्रृंखला जीत जाते । लेकिन इंग्लैंड ने बहुत अच्छा खेला ।’’
बुमराह ने पहली पारी में शतक बनाने वाले ऋषभ पंत और रविंद्र जडेजा की तारीफ की ।
उन्होंने कहा ,‘‘ पंत और जडेजा ने जवाबी हमले से हमें मैच में लौटाया । हमने मैच पर दबाव बना लिया था ।’’
उन्होंने कहा कि कप्तानी की जिम्मेदारी का उन्होंने पूरा मजा लिया । उन्होंने कहा ,‘‘ यह मैने तय नहीं किया था । मुझे जिम्मेदारियां पसंद है । यह अच्छी चुनौती थी और टीम की कप्तानी करना गर्व की बात है और शानदार अनुभव भी ।’’
इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स ने कहा कि उनकी टीम टेस्ट क्रिकेट को खेलने का तरीका बदल रही है ।
उन्होंने कहा ,‘‘ इस तरह से खिलाड़ियों के खेलने पर मेरा काम आसान हो जाता है । ड्रेसिंग रूम में स्पष्टता होने पर लक्ष्य का पीछा करना आसान होता है । 378 का स्कोर पांच सप्ताह पहले बड़ा था लेकिन अब सब ठीक है ।’’
उन्होंने कहा ,‘‘ हम टेस्ट क्रिकेट को खेलने का तरीका बदलने की कोशिश कर रहे हैं । पिछले चार पांच सप्ताह से यह कोशिश जारी है । हम टेस्ट क्रिकेट को नया जीवन देना चाहते हैं । नयी पीढ़ी को प्रेरित करना चाहते हैं , नये प्रशंसक बनाना चाहते हैं , टेस्ट क्रिकेट पर अपनी छाप छोड़ना चाहते हैं ।’’
दोनों पारियों में शतक जमाने वाले मैन आफ द मैच जॉनी बेयरस्टॉ ने कहा कि उन्हें नाकामी का कभी डर नहीं था और वह बस विरोधी टीम पर दबाव बनाना चाहते थे ।
उन्होंने कहा ,‘‘ इस समय बहुत मजा आ रहा है । पिछले कुछ साल मेरे लिये कठिन रहे लेकिन पिछले कुछ महीने शानदार थे । मैं इसका पूरा मजा ले रहा हूं । हम इस रवैये से मैच हारेंगे भी लेकिन यह काफी सकारात्मक ब्रांड की क्रिकेट है ।’’
मैन आफ द सीरिज जो रूट ने कहा कि उन्हें भारत के दिये लक्ष्य को हासिल करने का पूरा यकीन था ।
अपने फॉर्म के बारे में उन्होंने कहा ,‘‘ हम लगातार बेहतर प्रदर्शन की कोशिश करते हैं और खेल का मजा भी लेते हैं । जॉनी की बल्लेबाजी शानदार थी और मैं बस उसे स्ट्राइक देते रहना चाहता था ।’’ (भाषा)
महासमुंद, 5 जुलाई। महासमुंद छत्तीसगढ़ राज्य स्तरीय ओपन चेस टूर्नामेंट सिंधी स्कूल चेस कप का आयोजन रायपुर में हुआ। इसमें अंडर 13 में वर्ग में महासमुंद जिले के सौम्य कुमार साहू ने 6 में से 4 अंक प्राप्त कर पहला स्थान प्राप्त किया। इसके लिए उन्हें प्रशस्ति पत्र और कप दिया गया। इस प्रतियोगिता में राज्य भर के लगभग 120 खिलाडिय़ों ने हिस्सा लिया था।
बिरकोनी निवासी सौम्य साहू शिक्षक दंपत्ति ईश्वर साहू व लेखनी साहू के पुत्र हैं। इससे पहले वे महासमुंद ट्रॉफ ी, आल इंडिया चेस प्रतियोगिता 2022 और 44 वां चेस ओलंपिक स्कूल सलेक्शन राजनांदगांव में भी भाग ले चुके हैं। इस उपलब्धि पर हेमंत खुंटे सचिव छत्तीसगढ़ प्रदेश शतरंज संघ, डॉ डी एन साहू अध्यक्ष जिला शतरंज संघ, खेल अधिकारी मनोज धृतलहरे, संदीप पटले, अनिल प्रधान, विजय साहू, कनक चंन्द्राकर, केन्द्रीय विद्यालय महासमुंद के शिक्षकों बधाई दी है।
इंग्लैंड ने बर्मिंघम टेस्ट में सात विकेट से जीत हासिल करके भारत के ख़िलाफ़ टेस्ट सिरीज़ 2-2 से बराबर कर दी है. इंग्लैंड को पाँचवाँ टेस्ट जीतने के लिए दूसरी पारी में 378 रनों का लक्ष्य मिला था, जो उसने तीन विकेट गँवाकर हासिल कर लिए.
दूसरी पारी में इंग्लैंड के खिलाड़ियों ने बेहतरीन बल्लेबाज़ी का प्रदर्शन किया. जो रूट और जॉनी बेयरस्टो ने शतक लगाए. बेयरस्टो ने पहली पारी में भी शतक लगाया था. भारत ने पहली पारी में 416 रन बनाए थे, जबकि इंग्लैंड ने सिर्फ़ 284 रन.
पहली पारी के आधार पर भारत को 132 रनों की अहम बढ़त मिली थी. लेकिन दूसरी पारी में भारत ने निराशाजनक बल्लेबाज़ी की और टीम सिर्फ़ 245 रन ही बना पाई.
पिछले साल शुरू हुई इस सिरीज़ के चार मैचों में भारत 2-1 से आगे था. लेकिन पाँचवाँ टेस्ट अब हुआ और भारत ये मैच हारकर इंग्लैंड में इतिहास रचने से चूक गया. (bbc.com)
-प्रदीप कुमार
कहते हैं कि किस्मत साथ नहीं हो तो ऊंट पर बैठे आदमी को भी कुत्ता काट लेता है. कुछ ऐसी ही कहानी आईपीएल के इस सीज़न में मुंबई इंडियंस की हो चुकी है.
आईपीएल की सबसे कामयाब टीम मुंबई इंडियंस को सोमवार की रात रोहित शर्मा की कप्तानी में इस सीज़न में नौवीं हार का सामना करना पड़ा. 11 मैचों में टीम अपने नौ मैच हार चुकी है.
मुंबई इंडियंस के कप्तान ने मैच के बाद कहा, "बल्लेबाज़ों के चलते हम ये मैच हारे. हमारे लिए खेल के दोनों पक्षों में निरंतरता के साथ प्रदर्शन का अभाव रहा है. इस पर हम सोचते हैं, बातें कर रहे हैं, पर कुछ बदल नहीं रहा है. हम आज भी नहीं कर सके."
रोहित शर्मा मैच के बाद प्राइज सेरिमनी के दौरान थोड़े अटक-अटक कर बोलते नज़र आए, मानो हार पर कोई नया बहाना बनाने में उन्हें मुश्किल हो रही हो. वैसे भी जब बल्ला अटकने लगता तो ऐसी मुश्किलें आती ही हैं.
कोलकाता नाइटराइडर्स के सामने रोहित शर्मा ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाज़ी का फ़ैसला लिया. यह फ़ैसला इतना महंगा साबित हुआ कि कोलकाता ने पहले छह ओवरों में एक विकेट पर 64 रन जोड़ दिए.
वेंकटेश अय्यर और अजिंक्य रहाणे की जोड़ी ने पहले विकेट के लिए 60 रन जोड़े. यह इस सीज़न में कोलकाता की सबसे बेहतरीन सलामी शुरुआत थी. अय्यर ने अपनी वापसी का जश्न मनाते हुए 24 गेंदों पर तीन चौके और चार छक्के की मदद से 43 रन बनाए.
अजिंक्य रहाणे ने 25 रन बनाए और नीतीश राणा ने 26 गेदों पर तीन चौके और चार छक्के की मदद से 43 रन बनाए. एक समय 13 ओवर में कोलकाता दो विकेट पर 123 रन बना चुकी थी. ऐसा लग रहा था कि टीम का स्कोर 200 के पार पहुँचेगा.
लेकिन जसप्रीत बुमराह ने पहले तो एक ओवर में ताबड़तोड़ बल्लेबाज़ी करने को मशहूर आंद्रे रसेल को पविलियन भेजा और दो गेंद बाद जमे हुए नीतीश राणा को बड़ा स्कोर बनाने से पहले पविलियन भेज दिया.
बुमराह के इस ओवर के बाद कोलकता की टीम संभलती, उससे पहले 18वें ओवर में बुमराह ने वह कर दिखाया जो किसी गेंदबाज़ का किसी भी मुक़ाबले में सपना होता है.
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पारी के 18वां ओवर ट्रिपल विकेट मेडन रहा. बुमराह ने इस ओवर की पहली गेंद पर शेल्डन जैक्सन को आउट किया और फिर लगातार दो गेंदों पर पैट कमिंस और सुनील नरेन को पविलियन भेज दिया.
इस सीज़न में बुमराह से पहले ये कारनामा उमरान मलिक ने पंजाब किंग्स के ख़िलाफ़ दिखाया था और कुल मिलाकर आईपीएल इतिहास में पांचवां मौक़ा है, जब किसी गेंदबाज़ी ने एक ओवर में बिना कोई रन दिए तीन विकेट झटक लिए हों.
पारी के 20वें ओवर में भी बुमराह आख़िरी विकेट नहीं ले पाए वरना आईपीएल की सबसे बेहतरीन गेंदबाज़ी का रिकॉर्ड उनके नाम होता.
चार ओवरों में 10 रन देकर पाँच विकेट लेने के उनके करिश्मे के सामने भी कोलकाता की टीम नौ विकेट पर 165 रन तक पहुँचने में कायमाब रही. उनकी गेंदबाज़ी में 18 गेंदों पर कोई रन नहीं बना. उन्होंने अपने पाँच विकेट महज 16 गेंदों के अंतराल पर झटके.
जसप्रीत बुमराह ने अपनी गेंदबाज़ी की बदौलत कोलकाता पर अंकुश तो लगा दिया था, अब टीम के बल्लेबाज़ों को अपना दमखम दिखाना था लेकिन मुंबई इंडियंस को पहले ही ओवर में बड़ा झटका लगा.
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टिम साउदी की आख़िरी गेंद को खेलने में रोहित शर्मा चूक गए. विकेट के पीछे लपके जाने की अपील को अंपायर ने ख़ारिज कर दिया, जिसके बाद कोलकाता की टीम ने रिव्यू लिया और थर्ड अंपायर ने रोहित शर्मा को आउट दिया. हालांकि टीवी रिप्ले में बैट और बॉल दूर दिख रहे थे लेकिन अल्ट्राएज़ में साउंड आ रहा था, जिसके चलते अंपायर ने आउट दिया.
हालांकि रोहित शर्मा के हाव भाव फ़ैसले से निराश होने वाले थे. अपने सबसे बड़े बल्लेबाज़ के आउट होने के बाद मुंबई की टीम आख़िरी तक संभल नहीं पाई. सीज़न में बल्लेबाज़ी से प्रभावित करने वाले तिलक वर्मा सस्ते में आउट हो गए.
लेकिन ईशान किशन जम चुके थे. टिम डेविड ने आते ही लगातार तीन चौके लगाकर अपने इरादे ज़ाहिर किए ही थे कि वरुण चक्रवर्ती ने उन्हें जल्दी ही पविलियन भेज दिया.
14वें ओवर तक मुंबई इंडियंस की टीम चार विकेट पर 100 रन बना चुकी थी. ईशान किशन 51 रन बनाकर खेल रहे थे. 36 गेंदों पर 66 रन मुश्किल तो थे लेकिन मुंबई की टीम मुक़ाबले में बनी हुई थी.
पैट कमिंस 15वां ओवर फेंकने आए, पहली गेंद पर उन्होंने जमे हुए ईशान किशन को रिंकू सिंह के हाथों पविलियन भिजवाया. डेनियल सम्स को विकेट के पीछे लपकवाया और मुरुगन अश्विन को थर्डमैन पर वरुण चक्रवर्ती ने बेहतरीन कैच लपक कर पवेलियन भेजा.
कोलकाता की उम्मीदें कायम
15वें ओवर में पैट कमिंस ने दो रन देकर तीन विकेट लिए और इस ओवर ने तय कर दिया कि मुंबई इंडियंस के हाथों से मैच निकल गया है.
कीरोन पोलार्ड का चमत्कार ही उलटफेर दिखा सकता था लेकिन इस पूरे सीज़न पोलार्ड का बल्ला नहीं चला और यहां भी कोई चमत्कार नहीं हुआ.
मुंबई इंडियंस की टीम 15 गेंद पहले ही ऑल आउट हो गई. आख़िरी के दो विकेट कोलकाता के फ़ील्डरों ने बेहतरीन रन आउट के ज़रिए हासिल किए. जसप्रीत बुमराह को रिंकू सिंह ने सीधे थ्रो पर आउट किया.
रिंकू सिंह ने इस मैच में अपनी छाप छोड़ी. पहले बल्लेबाज़ी में नाबाद 23 रन बनाकर टीम को 165 तक पहुंचाया बाद में फ़ील्डिंग करते हुए मैच में सबसे ज़्यादा रन बनाने वाले ईशान किशन का कैच लपका और बुमराह को रन आउट किया.
ऐसे दमदार खिलाड़ियों की बदौलत ही कोलकाता नाइटराइडर्स की इस जीत से टीम के प्ले ऑफ़ में पहुँचने की उम्मीदें बाक़ी हैं कोलकाता के अब 12 मैचों में दस अंक हैं.
अपनी चुनौती कायम रखने के लिए कोलकाता को सनराइजर्स हैदराबाद और लखनऊ सुपर जाइंट्स के ख़िलाफ़ अपने मुक़ाबले जीतने होंगे. इससे 14 अंक तो कोलकाता के हो जाएंगे लेकिन उन्हें दूसरी टीमों से बेहतर नेट रन रेट के लिए होड़ लेनी होगी. (bbc.com)
पालेकल, 4 जुलाई। स्मृति मंधाना और शेफाली वर्मा के बीच रिकॉर्ड साझेदारी की बदौलत भारत ने सोमवार को यहां दूसरे एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच में श्रीलंका को 10 विकेट से हराकर श्रृंखला में विजयी बढ़त बनाई जिसके बाद कप्तान हरमनप्रीत कौर राहत महसूस कर रही हैं।
दौरे पर अब तक प्रभावी प्रदर्शन करने में नाकाम रही मंधाना (नाबाद 94) और शेफाली (नाबाद 71) के बीच पहले विकेट की 174 रन की अटूट साझेदारी से भारत ने महिला एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैचों में बिना विकेट खोए सबसे बड़ा लक्ष्य हासिल किया।
हरमनप्रीत ने मैच के बाद कहा, ‘‘हम बड़ी साझेदारियों की बात कर रहे थे और आज हम ऐसा करने में सफल रहे। हमने जिस तरह बल्लेबाजी की उसकी मुझे खुशी है, यह देखकर शानदार लगा।’’
भारतीय कप्तान ने रेणुका सिंह, मेघना सिंह और दीप्ति शर्मा जैसी गेंदबाजों के प्रदर्शन की सराहना की जिन्होंने अपनी सटीक गेंदबाजी से श्रीलंका को सिर्फ 173 रन पर समेट दिया।
हरमनप्रीत ने कहा, ‘‘मुझे बेहद खुशी है कि जब भी जरूरत हो तब गेंदबाज विकेट दिला रही हैं।’’
रेणुका ने करियर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए 28 रन देकर चार विकेट चटकाए। उन्होंने कहा, ‘‘मैं अपने मजबूत पक्षों पर काम कर रही हूं, सटीक लेंथ और विविधताओं पर काम कर रही हूं। हमने विकेट को अच्छी तरह पढ़ा और यही कारण है कि हमने पहले गेंदबाजी की। हमें मौसम का भी फायदा मिला। ’’
श्रीलंका की कप्तान चामरी अटापट्ट्र सहित दो महत्वपूर्ण विकेट चटकाने वाली तेज गेंदबाज मेघना सिंह ने कहा कि वे गेंदबाजी में मजबूत साझेदारी करना चाहते थे।
मेघना ने कहा, ‘‘हमारी योजना मजबूत गेंदबाजी साझेदारी बनाने की थी। रेणुका बेहद समझदार खिलाड़ी हैं और अपनी प्रतिभा और कौशल का उन्होंने सर्वश्रेष्ठ इस्तेमाल किया जिससे आज सभी चीजें सही रहीं।’’ (भाषा)
बर्मिघम, 4 जुलाई | भारत के पूर्व मुख्य कोच रवि शास्त्री का मानना है कि एजबेस्टन में पुनर्निर्धारित पांचवें टेस्ट में मेहमान टीम एक अच्छी स्थिति में है, पहले सत्र में चार विकेट खोने के बावजूद चौथे दिन 361 की बढ़त ले ली थी। चेतेश्वर पुजारा और ऋषभ पंत ने क्रमश: 66 और 57 रन बनाए, क्योंकि भारत दूसरी पारी में 73 ओवरों में 229/7 पर पहुंच गया, जो कि पिच पर उछाल और स्पिनरों के लिए कुछ मदद जरूर है।
शास्त्री ने कहा कि अंतिम कुल का पीछा करने के लिए इंग्लैंड को अपने बल्लेबाजों से कुछ खास करने की आवश्यकता होगी, जिसे मेजबान टीम लक्ष्य का पीछा करने की कोशिश करने का करेगा। एजबेस्टन में भारत का सामना करने से पहले, इंग्लैंड ने जून में न्यूजीलैंड के अपने 3-0 के स्वीप में 277, 299 और 296 रनों का पीछा किया था।
शास्त्री ने लंच ब्रेक शो के दौरान कहा, "भारत एक शानदार स्थिति में है। उन्होंने कहा कि 350 न्यूनतम स्कोर होगा, लेकिन इसके आगे रन बनते है तो वह बोनस होगा। चौथे दिन, पांचवें दिन के 350 से अधिक का पीछा करना एक स्पिनर के साथ खेलने में कभी आसान नहीं होता है। जडेजा निश्चित रूप से महत्वपूर्ण होने जा रहे हैं। इंग्लैंड के लिए यह लक्ष्य आसान नहीं होगा।"
पहली पारी में, जॉनी बेयरस्टो के 106 रन को छोड़कर, इंग्लैंड के बाकी बल्लेबाज उनके प्रयासों फेल रहे, जिसके कारण वह 61.3 ओवर में 284 रन पर ऑल आउट हो गए, जिससे भारत को 132 रन की बढ़त मिली। अब उनके साथ एजबेस्टन में एक कड़े लक्ष्य को हासिल करने के लिए इंग्लैंड के पूर्व क्रिकेटर मार्क बुचर इंग्लैंड से उम्मीद कर रहे हैं।
भारत वर्तमान में इंग्लैंड के खिलाफ पांच मैचों की श्रृंखला में 2-1 से आगे है और एजबेस्टन में जीत उन्हें 1971, 1986 और 2007 के बाद इंग्लैंड में उनकी चौथी श्रृंखला जीत दिलाएगी। (आईएएनएस)
भारत ने बर्मिंघम टेस्ट में जीत के लिए इंग्लैंड के सामने 378 रनों का लक्ष्य दिया है. दूसरी पारी में भारत की टीम 245 रन बनाकर आउट हो गई. पहली पारी के आधार पर भारत को 132 रनों की बढ़त मिली थी.
भारत की दूसरी पारी में चेतेश्वर पुजारा ने सर्वाधिक 66 रन बनाए. जबकि पहली पारी में शतक लगाने वाले ऋषभ पंत ने 57 रन बनाए. पहली पारी में शतक लगाने वाले एक और खिलाड़ी रवींद्र जडेजा इस बार 23 रन ही बना पाए.
इंग्लैंड की ओर से कप्तान बेन स्टोक्स ने चार विकेट लिए, जबकि स्टुअर्ट ब्रॉड और मैथ्यू पॉट्स ने दो-दो विकेट लिए. भारत ने पहली पारी में 416 रन बनाए थे, जबकि इंग्लैंड की टीम 284 रन पर ही आउट हो गई थी. (bbc.com)
मेलबर्न, 4 जुलाई भारतीय कप्तान हरमनप्रीत कौर इस साल महिला बिग बैश लीग (डब्ल्यूबीबीएल) टी20 टूर्नामेंट के आठवें सत्र के दौरान मेलबर्न रेनेगेड्स की ओर से दूसरे सत्र में खेलती हुई नजर आएंगी।
सभी प्रारूपों में 200 से अधिक मुकाबलों में भारत का प्रतिनिधित्व करने वाली हरमनप्रीत आलराउंडर हैं और उन्हें अपनी आक्रामक बल्लेबाजी और प्रभावी स्पिन गेंदबाजी के लिए जाना जाता है।
तैंतीस साल की हरमनप्रीत पिछले साल डब्ल्यूबीबीएल में रेनेगेड्स की शीर्ष स्कोरर और सबसे सफल गेंदबाज थीं।
हरमनप्रीत ने प्रतियोगिता में सर्वाधिक 18 छक्कों की मदद से 58 के औसत के साथ 406 रन बनाए और 15 विकेट भी चटकाए।
रेनेगेड्स की वेबसाइट पर हरमनप्रीत ने कहा, ‘‘रेनेगेड्स की टीम में वापसी करके मैं रोमांचित हूं। पिछले सत्र में टीम का हिस्सा लेने का मैंने काफी लुत्फ उठाया और मुझे लगता है कि इससे मुझे अपना कुछ सर्वश्रेष्ठ क्रिकेट खेलने में मदद मिली। निजी तौर पर मैं सिर्फ टीम में अपनी भूमिका निभाना चाहती हूं और यह सुखद है कि मैं ऐसा करने में सफल रही।’’
मुख्य रूप से चौथे नंबर पर बल्लेबाजी करने वाली हरमनप्रीत ने पिछले सत्र में कई मौकों पर रेनेगेड्स को जीत दिलाई। (भाषा)
बर्मिंघम, तीन जुलाई। भारतीय कप्तान रोहित शर्मा कोविड-19 जांच में नेगेटिव आने के बाद पृथकवास से बाहर निकल गये हैं और सात जुलाई से शुरु होने वाली टी20 अंतरराष्ट्रीय श्रृंखला के लिए उपलब्ध रहेंगे।
लीसेस्टरशर के खिलाफ अभ्यास मैच के दूसरे दिन कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि होने के बाद 35 साल के रोहित इंग्लैंड के खिलाफ पिछले साल की श्रृंखला के बचे हुए पांचवें टेस्ट मैच का हिस्सा नहीं है।
बीसीसीआई के एक वरिष्ठ अधिकारी ने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘ हां, रोहित जांच में नेगेटिव रहा है। चिकित्सा प्रोटोकॉल के अनुसार अब वह पृथकवास से बाहर है। वह आज नॉर्थम्पटनशर के खिलाफ टी20 अभ्यास मैच का हिस्सा नहीं होंगे क्योंकि उन्हें शुरुआती टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच से पहले आराम और अभ्यास की जरूरत है।’’
चिकित्सा प्रोटोकॉल के अनुसार कोविड-19 पृथकवास से बाहर निकलने के बाद किसी भी खिलाड़ी को फेफड़ों की क्षमता की जांच करने के लिए अनिवार्य हृदय परीक्षण से गुजरना पड़ता है ।’’
भारतीय टीम इंग्लैंड के खिलाफ मौजूदा टेस्ट में रोहित को खिलाने के लिए बेताब थी लेकिन मैच शुरू होने से पहले वह तीन बार जांच में कोविड-19 पॉजिटिव मिले। ऐसे में टीम को जसप्रीत बुमराह की अगुवाई में मैदान में उतरना पड़ा। (भाषा)
नयी दिल्ली, 3 जुलाई। भारतीय धाविका पारूल चौधरी ने लॉस एंजिलिस में साउंड रनिंग मीट के दौरान राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाया और महिला 3000 मीटर स्पर्धा में नौ मिनट से कम समय लेने वाली देश की पहली एथलीट बनी।
पारूल ने शनिवार रात आठ मिनट 57.19 सेकेंड के समय के साथ तीसरा स्थान हासिल किया।
स्टीपलचेज की विशेषज्ञ पारूल ने छह साल पहले नयी दिल्ली में सूर्या लोंगनाथन के नौ मिनट 4.5 सेकेंड के रिकॉर्ड को तोड़ा।
रेस में पारूल पांचवें स्थान पर चल रही थी लेकिन अंतिम दो लैप में जोरदार प्रदर्शन करते हुए पोडियम पर जगह बनाने में सफल रही।
तीन हजार मीटर गैर ओलंपिक स्पर्धा है जिसमें भारतीय खिलाड़ी ज्यादातर प्रतिस्पर्धा पेश नहीं करते।
पारूल को इस महीने अमेरिका के ओरेगन में होने वाली विश्व चैंपियनशिप के लिए भारतीय टीम में भी जगह दी गई है। वह महिला 3000 मीटर स्टीपलचेज में चुनौती पेश करेंगी।
उन्होंने पिछले महीने चेन्नई में राष्ट्रीय चैंपियनशिप में महिला 3000 मीटर स्टीपलचेज का खिताब जीता था। (भाषा)
बर्मिंघम, 3 जुलाई। भारत और इंग्लैंड के बीच पांचवें टेस्ट के तीसरे दिन के खेल को रविवार को यहां बारिश के कारण रोकना पड़ा और इसके बाद लंच घोषित कर दिया गया।
दिन के शुरुआती सत्र में खेल रोके जाते समय इंग्लैंड ने छह विकेट पर 200 रन बना लिये। शानदार लय में चल रहे जॉनी बेयरस्टो 91 रन पर बल्लेबाजी कर रहे है, जबकि विकेटकीपर सैम बिलिंग्स सात रन बनाकर उनका साथ दे रहे है।
इंग्लैंड की टीम ने दिन की शुरुआत पांच विकेट पर 84 रन से की लेकिन बेयरस्टो के आक्रामक रूख के कारण भारतीय गेंदबाजों पर दबाव बना दिया।
भारत को सत्र की एकमात्र सफलता शारदुल ठाकुर ने कप्तान बेन स्टोक्स (25) को जसप्रीत बुमराह के हाथों कैच करा कर दिलायी।
भारतीय टीम ने पहली पारी में 416 रन बनाये हैं। (भाषा)
बर्मिंघम, 3 जुलाई भारत के सीनियर आल राउंडर रविंद्र जडेजा को लगता है कि इंग्लैंड के मुश्किल भरे हालात में शतक जड़ने से बल्लेबाज के तौर पर उनकी प्रतिष्ठा में ही इजाफा नहीं होगा बल्कि यह उनके करियर में आत्मविश्वास बढ़ाने का काम भी करेगा।
जडेजा ने 194 गेंद में 104 रन की पारी खेलकर ऋषभ पंत (111 गेंद में 146 रन) के साथ छठे विकेट के लिये 222 रन की भागीदारी निभायी और भारत को यहां इंग्लैंड के खिलाफ पांचवें और अंतिम टेस्ट में पहली पारी में पांच विकेट पर 98 रन से वापसी करायी।
जडेजा का यह विदेश में पहला शतक था। उन्होंने एजबेस्टन पर तीसरे दिन के खेल के बाद कहा, ‘‘मैं बहुत खुश हूं कि मैंने भारत के बाहर एक शतक जड़ा और वो भी इंग्लैंड में। एक खिलाड़ी के लिये यह बड़ी चीज है। ’’
जडेजा ने कहा, ‘‘मैं इंग्लैंड की मुश्किल परिस्थितियों में बनाये गये इस शतक को आत्मविश्वास बढ़ाने के तौर पर लूंगा। ’’
पिछले कुछ वर्षों में जडेजा की बल्लेबाजी में काफी सुधार हुआ है। उन्होंने कहा कि इंग्लैंड में बल्लेबाज को सफलता हासिल करने के लिये सबसे महत्वपूर्ण चीज है, गेंद का अंदाजा लगाने की काबिलियत।
उन्होंने कहा, ‘‘इंग्लैंड में आपको अपने शरीर के करीब से खेलना होता है क्योंकि अगर आप कवर ड्राइव और स्क्वेयर ड्राइवर खेलने की कोशिश करोगे तो आपका विकेट के पीछे और स्लिप में लपकने के मौके होते हैं। ’’
उन्होंने कहा, ‘‘इसलिये मेरा ध्यान ऑफ-स्टंप से बाहर जा रही गेंदों को छोड़ने का था। मैंने सोचा कि उन्हीं गेंद को हिट करूंगा जो मेरे करीब होंगी। और भाग्यशाली रहा कि जो भी गेंद खेली, वो मेरे करीब थीं। आपको अपना ऑफ-स्ंटप जानना होता है और ऑफ स्टंप के बाहर जा रही गेंदों को छोड़ना होता है। ’’
अपने करियर का दूसरा शतक जड़ने वाले जडेजा ने कहा, ‘‘इंग्लैंड की परिस्थितियों में गेंद स्विंग करती है इसलिये आपको अपनी बल्लेबाजी में अनुशासन लाना होता है। आपको चौथे और पांचवें स्टंप की ओर जा रही गेंदों को खेलने के लिये चुनना होता है। 40, 50 और 70 रन के स्कोर पर आप अच्छी गेंद पर आउट हो सकते हो। ’’
उन्होंने कहा, ‘‘मैं सोच रहा था कि अगर मुझे अच्छी गेंद मिलती है तो मैं कुछ नहीं कर सकता लेकिन कम से कम मुझे खराब शॉट खेलने की कोशिश नहीं करनी चाहिए और बाउंड्री लगाने का प्रयास नहीं करना चाहिए। अगर गेंद मेरी रेंज में आती है तो मैं इसे हिट करूंगा। ’’
सौराष्ट्र के इस आल राउंडर ने कहा कि वह ‘टैग’ में विश्वास नहीं करते। उन्होंने कहा, ‘‘मैं खुद को कोई ‘टैग’ नहीं देना चाहूंगा। टीम की जरूरत जो भी होगी, मैं उसी के अनुसार खेलने की कोशिश करूंगा। बतौर आल राउंडर ऐसी भी स्थिति आती है जब आपको रन जोड़ने होते हैं और टीम के लिये मैच बचाना या जीतना होता है। ’’
उन्होंने कहा, ‘‘गेंदबाजी में आपसे विकेट लेने की उम्मीद होती है। टीम को जो भी जरूरत होती है, मैं ऐसा करने की कोशिश करता हूं। ’’ (भाषा)
बर्मिंघम, 3 जुलाई इंग्लैंड के अनुभवी तेज गेंदबाज जेम्स एंडरसन के अनुसार यहां चल रहे पांचवें टेस्ट में भारत की मजबूत वापसी से उनकी टीम को भी इसी तरह वापसी का भरोसा मिलेगा।
एंडरसन ने साथ ही जोर दिया कि मेहमान टीम आक्रामक खेलना जारी रखेगी।
दूसरे दिन के खत्म होने तक इंग्लैंड की आधी टीम पवेलियन लौट चुकी थी और उसका स्कोर पांच विकेट पर 84 रन था। इससे वह भारतीय टीम से अब भी 332 रन से पिछड़ रही है।
भारतीय टीम भी शुरूआती दिन कुछ इसी तरह की स्थिति में थी और उसका स्कोर पांच विकेट पर 98 रन था।
एंडरसन ने दूसरे दिन के खेल के बाद कहा, ‘‘हम भी उनकी तरह की स्थिति में हैं जिससे हमें भरोसा है कि हम भी ऐसा ही कुछ कर सकते हैं। ’’
भारत के लिये ऋषभ पंत (146) और रविंद्र जडेजा (104) ने शतक जड़कर और छठें विकेट के लिये 222रन की साझेदारी निभाकर पहली पारी में 416 रन बनाने में मदद की।
एंडरसन ने कहा, ‘‘हमें निचले क्रम में अपना काम करना है, हमें कुछ बड़ी भागीदारियां करनी होंगी और भारत पर दबाव बनाना होगा। ’’
उन्होंने कहा, ‘‘और हमारा सबसे बेहतर ‘डिफेंस’ आक्रमण करना होगा। ’’
पिछले महीने न्यूजीलैंड के खिलाफ दूसरे टेस्ट में कप्तान बेन स्टोक्स और जॉनी बेयरस्टो ने इंग्लैंड को इस तरह की मुश्किल स्थिति से बाहर निकाला था।
एंडरसन ने कहा, ‘‘पिछले कुछ हफ्तों में हम इसी तरह की मुश्किल परिस्थिति में थे और हमने जिस तरह से तब प्रतिद्वंद्वी टीम को दबाव में लाने की कोशिश की थी, उसी तरह यहां भी करेंगे। ’’
उन्होंने कहा, ‘‘हम स्केार बनाना चाहते हैं और मैच को आगे बढ़ाना चाहते हैं। हम यही करने की कोशिश करेंगे। ’’
एंडरसन ने 60 रन देकर पांच विकेट झटके थे। लेकिन उन्होंने माना कि पंत की शानदार पारी ने लय भारत के पक्ष में कर दी।
उन्होंने कहा, ‘‘मुझे वास्तव में लगा कि हमने कल सुबह और दोपहर में काफी अच्छी गेंदबाजी की थी। लेकिन पंत फिर शानदार पारी खेली। ’’
एंडरसन ने कहा, ‘‘वह काफी प्रतिभाशाली खिलाड़ी है, वह सभी तरह के शॉट खेलता है और वह इन्हें खेलने में जरा भी हिचकता नहीं है इसलिये उसे गेंदबाजी करना मुश्किल है। ’’
फिर कप्तान जसप्रीत बुमराह ने स्टुअर्ट ब्राड पर 29 रन जोड़कर एक ओवर में सबसे ज्यादा रन बनाने का विश्व रिकॉर्ड बना दिया। ब्राड ने इस ओवर में अतिरिक्त सहित कुल 35 रन दिये।
एंडरसन ने कहा, ‘‘सामान्य दिन में इस तरह के शॉट में गेंद बल्ले से छूकर क्षेत्ररक्षक के हाथों में चली जाती है और अगर ऐसा होता तो कोई भी इस ओवर के बारे में बात नहीं करता। लेकिन यह ओवर जिस तरह से गया, मुझे लगता है कि यह काफी दुर्भाग्यशाली रहा। ’’
उन्होंने कहा, ‘‘कभी कभार शीर्ष क्रम के बल्लेबाज को गेंदबाजी करना आसान हो सकता है। लेकिन पुछल्ले गेंदबाजों के खिलाफ लय हासिल करना थोड़ा पेचीदा हो जाता है। ’’ (भाषा)
भारतीय क्रिकेट टीम के एक फैन कार्तिक चौधरी शनिवार को कप्तान जसप्रीत बुमराह की बल्लेबाज़ी पर फिदा हो गए.
उन्होंने इंग्लैंड के गेंदबाज़ स्टुअर्ट ब्रॉड की दो तस्वीरों को लेकर एक ट्वीट किया.
उन फैन्स के लिए इतनी सी बात एक कहानी की तरह थी, जिन्होंने भारत और इंग्लैंड के बीच बर्मिंघम में खेले जा रहे टेस्ट मैच में शनिवार को जसप्रीत बुमराह को ब्रॉड के 18वें ओवर का सामना करते देखा और वो 2007 वर्ल्ड ट्वेंटी-20 में ब्रॉड के ही ख़िलाफ़ युवराज सिंह को छह छक्के जड़ते भी देख चुके हों.
युवराज सिंह की बराबरी
बुमराह लगभग युवराज सिंह की बराबरी पर पहुंच गए. अपनी स्विंग और सीम गेंदबाज़ी के लिए दुनिया में मशहूर हो चुके बुमराह ने शनिवार को बल्ले से वो कमाल किया जो उनके पहले टेस्ट क्रिकेट में कोई और बल्लेबाज़ नहीं कर पाया था.
ब्रॉड के इस ओवर में भारतीय टीम ने कुल 35 रन बटोरे. ये टेस्ट क्रिकेट में एक ओवर में सबसे ज़्यादा रन का नया रिकॉर्ड है. इसके पहले ये रिकॉर्ड ब्रायन लारा और जॉर्ज बैली के नाम था. इन दोनों ने एक ओवर में 28 रन बनाए थे.
बुमराह ने भारतीय पारी के 84वें ओवर में ब्रॉड को निशाने पर लिया.
पहली गेंद पर चौका जड़ा. दूसरी गेंद वाइड थी और बाउंड्री के बाहर चली गई. इस पर भारतीय टीम को कुल पांच रन मिले.
अगली गेंद नो बॉल थी जिसे बुमराह ने हवा के रास्ते बाउंड्री के बाहर भेजा. खाते में जुड़े कुल सात रन. अगली तीन गेंदों पर उन्होंने लगातार तीन चौके जमाए.
ओवर की पांचवीं गेंद पर छक्का जड़ा और आखिरी गेंद पर एक रन बटोरा. इस तरह ओवर में कुल 35 रन बने. इनमें से 29 रन बुमराह के खाते में जुड़े.
बुमराह के साथ दूसरे छोर पर बल्लेबाज़ी कर रहे थे मोहम्मद सिराज. अपने कप्तान के कमाल पर वो पिच पर भी खिलाखिला उठे. उनकी हंसी भी फैन्स को भा गई.
19 सितंबर 2007 को पहले वर्ल्ड ट्वेंटी-20 टूर्नामेंट के दौरान युवराज सिंह ने इंग्लैंड के ख़िलाफ मैच में स्टुअर्ट ब्रॉड के ही एक ओवर में छह छक्के जड़ दिए थे.
युवराज सिंह ने उस मैच में सिर्फ़ 16 गेंदों पर 58 रन बनाए थे. इनमें तीन चौके और सात छक्के शामिल थे.
वहीं, बुमराह ने शनिवार को 16 गेंदों में नाबाद 31 रन बनाए. उनकी इस पारी ने भारत को 400 रन के पार पहुंचने में मदद की.
भारतीय टीम ने एक वक़्त 98 रन पर पांच विकेट गंवा दिए थे. इसके बाद ऋषभ पंत ने 146 रन और रवींद्र जडेजा ने 104 रन बनाकर टीम को मजबूत स्कोर तक पहुंचने में मदद की.(bbc.com)
बर्मिंघम, 2 जुलाई। दिग्गज हरफनमौला रविन्द्र जडेजा (104) की शतकीय पारी के बाद भारतीय कप्तान जसप्रीत बुमराह के बल्ले और गेंद से कमाल के दम पर भारत ने पांचवें क्रिकेट टेस्ट के बारिश से प्रभावित दूसरे दिन शनिवार को यहां पहली पारी में इंग्लैंड के पांच बल्लेबाजों को पवेलियन भेजकर अपनी स्थिति मजबूत कर ली।
बुमराह ने नाबाद 31 रन की पारी के दौरान बल्ले से एक ओवर में 29 रन बनाने का रिकॉर्ड कायम किया और फिर इंग्लैंड के शुरूआती तीनों विकेट झटके, जिससे मेजबान टीम ने दिन का खेल खत्म होने तक 27 ओवर में 84 रन पर पांच विकेट गंवा दिये।
स्टंप्स के समय जॉनी बेयरस्टो (12) के साथ कप्तान बेन स्टोक्स (शून्य) क्रीज पर मौजूद थे।
भारत ने पहली पारी में 416 रन बनाये जिससे इंग्लैंड की टीम अब भी 332 रन पीछे है।
बुमराह ने दिन के शुरुआती सत्र में एलेक्स लीस (छह रन) को बोल्ड करने के बाद दूसरे सत्र में जैक क्रॉली (नौ) और ओली पोप (10) को अपने तीसरे और छठे ओवर की ‘सातवीं’ गेंद पर स्लिप में कैच कराया। क्रॉली का कैच शुभमन गिल जबकि पोप का कैच श्रेयस अय्यर ने लपका।
आखिरी सत्र में दिन का सबसे अहम विकेट मोहम्मद सिराज ने लिया। उन्होंने शानदार लय में चल रहे पूर्व कप्तान जो रूट की 67 गेंद में 31 रन की पारी को विकेटकीपर ऋषभ पंत के हाथों कैच कराया।
इसके बाद मोहम्मद शमी को एक छोर से लगातार अच्छी गेंदबाजी करने का फल रात्रिप्रहरी जैक लीच के विकेट के रूप में मिला। शमी की गेंद पर विराट कोहली ने स्लिप में लीच का कैच टपका दिया लेकिन अगले ओवर इस गेंदबाज ने उन्हें खाता खोले बगैर पंत के हाथों लपकवाया।
बुमराह ने 16 गेंद में 31 रन की नाबाद पारी खेली और उनके बल्ले से निकले आतिश को एजबेस्टन के दर्शक बरसों तक याद रखेंगे । उन्होंने स्टुअर्ट ब्रॉड के एक ओवर में बल्ले से रिकॉर्ड 29 रन निकाले जबकि छह अतिरिक्त समेत उस ओवर में 35 रन बने ।
बतौर कप्तान अपने पहले मैच में बुमराह ने टेस्ट मैच के एक ओवर में सर्वाधिक 28 रन बनाने का ब्रायन लारा का 18 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ दिया ।
उन्होंने तलवार की तरह बल्ले का इस्तेमाल किया और ब्रॉड को चार चौके और दो छक्के लगाये । भारत के नौवें, दसवें और 11वें नंबर के बल्लेबाजों ने 93 रन का योगदान दिया ।
यह बुमराह की हरफनमौला खेल का प्रभाव इतना ज्यादा था कि उसने जडेजा की शतकीय पारी की चमक को कम कर दिया।
सुबह जडेजा ने संभल कर दिन की शुरूआत करते हुए अपना तीसरा शतक पूरा किया और अपनी पारी में उन्होंने 13 चौके जड़े । टेस्ट क्रिकेट में 2500 रन और 242 विकेट लेने वाले जडेजा को कपिल देव के बाद भारत का सर्वश्रेष्ठ हरफनमौला माना जा सकता है । टेस्ट क्रिकेट में उनका बल्लेबाजी औसत 37 से अधिक का है ।
इंग्लैंड के लिये जेम्स एंडरसन ने 60 रन देकर पांच विकेट लिये। अगले महीने 40 साल के होने वाले एंडरसन से टेस्ट पारी में 32वीं बार पांच या अधिक विकेट चटाकाये। इस दौरान ब्रॉड ने 550 टेस्ट विकेट पूरे किये । (भाषा)
बर्मिंघम, दो जुलाई। बारिश के कारण भारत और इंग्लैंड के बीच शनिवार को यहां पांचवें टेस्ट के दूसरे दिन का खेल रूक गया।
इंग्लैंड ने भारत को पहली पारी में 416 रन पर समेट दिया और फिर तीन ओवर में एक विकेट पर 16 रन बना लिये थे कि तभी बारिश आ गयी और खेल रोकना पड़ा।
एलेक्स लीस आउट होने वाले बल्लेबाज रहे।
इंग्लैंड की टीम अब भी भारत से 400 रन से पिछड़ रही है। (भाषा)