खेल
कराची, 15 जुलाई। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) ने श्रीलंका में नागरिक और राजनीतिक अशांति के बाद भी 27 अगस्त से एशिया कप की मेजबानी करने को लेकर इस देश का समर्थन किया है।
श्रीलंका ने अशांति के माहौल में बिना किसी सुरक्षा उल्लंघन के ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम की सफलतापूर्वक मेजबानी की। गंभीर वित्तीय संकट के बीच पूर्व राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे के देश छोड़कर भाग गये है।
पाकिस्तान की टीम इस समय श्रीलंका के दौर पर है। पीसीबी के एक सूत्र ने कहा कि बोर्ड के अध्यक्ष रमीज राजा ने श्रीलंका क्रिकेट (एससीएल) के अधिकारियों से बात की है और उन्हें आश्वासन दिया है कि वह 27 अगस्त से 11 सितंबर तक खेले जाने वाले एशिया कप के लिए श्रीलंका की मेजबानी का समर्थन करेंगे।
सूत्र ने कहा, ‘‘पीसीबी अध्यक्ष ने अपने समकक्ष को भरोसा दिया है पाकिस्तान चाहता है कि श्रीलंका इस क्षेत्रीय स्पर्धा की मेजबानी करे क्योंकि इससे पर्यटन बढ़ेगा और मेजबान देश को राजस्व की प्राप्ति होगी।
सूत्र ने यह भी कहा कि पीसीबी ने एससीएल अधिकारियों को यह भी आश्वासन दिया था कि पाकिस्तान टीम देश में जारी अशांति के बावजूद गॉल और कोलंबो में अपने टेस्ट मैच खेलेगी।
उन्होंने कहा कि एशियाई क्रिकेट परिषद (एसीसी) की इस बीच कोई बैठक प्रस्तावित नहीं है लेकिन 22 अगस्त को बर्मिंघम में होने वाले आईसीसी (अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद की बैठक के दौरान) एसीसी के सभी सदस्य मौजूद रहेंगे। इस दौरान आगामी एशिया कप की मेजबानी पाकिस्तान को देने के मुद्दे पर चर्चा होगी।
आईसीसी की बैठक में रमीज आईपीएल की लंबी अवधि का विरोध करेंगे।
पाकिस्तान का यह पूर्व कप्तान 2023 से शुरू होने वाले एफटीपी (भविष्य दौरा कार्यक्रम) में बीसीसीआई के आईपीएल को ढाई महीने तक करने के फैसले से खफा है। मुंबई में 2008 में हुए हमलों के बाद से आईपीएल में पाकिस्तान के किसी खिलाड़ी को खेलने की अनुमति नहीं है।
सूत्र ने कहा, ‘‘पाकिस्तान का रुख साफ है। इसके खिलाड़ियों को आईपीएल में खेलने की अनुमति नहीं है और न ही बीसीसीआई के पाकिस्तान के साथ द्विपक्षीय क्रिकेट संबंध हैं, इसलिए विस्तारित आईपीएल विंडो का समर्थन करने से उसे क्या फायदा होने वाला है।’’
आईपीएल में खेलने वाले विदेशी खिलाड़ियों के वेतन का 10 प्रतिशत रकम संबंधित बोर्ड को मिलता है और पीसीबी चाहता है कि अगर दूसरे क्रिकेट बोर्ड को इसका वित्तीय लाभ हो रहा है तो उसे इससे अलग नहीं किया जाना चाहिये। (भाषा)
लाहौर, 15 जुलाई | पाकिस्तान के कप्तान बाबर आजम ने खराब फॉर्म से जूझ रहे भारतीय बल्लेबाज विराट कोहली का समर्थन किया है। उन्होंने कहा बल्लेबाज इस समय खराब फॉर्म में हैं, लेकिन कोई यह न भूले की वे टीम के एक सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज हैं। उन्होंने टीम में पहले काफी योगदान दिया और कई रिकॉर्ड तोड़े हैं। हाल ही में, कपिल देव और सुनील गावस्कर जैसे दिग्गज क्रिकेटरों ने कोहली के प्रदर्शन की आलोचना की है, जिसमें पूर्व क्रिकेटरों ने कहा कि उन्हें टीम से बाहर कर दिया जाना चाहिए।
गुरुवार को इंग्लैंड के खिलाफ दूसरे एकदिवसीय मैच में कोहली ने सिर्फ 16 रन बनाए, जिसे भारत ने लॉर्डस में 100 रनों से गंवा दिया। बाबर आजम ने कोहली का समर्थन करने के लिए सोशल मीडिया का सहारा लिया।
वेस्टइंडीज से भिड़ने वाली भारत की टी20 टीम में भी कोहली का नाम नहीं है। साथ ही जसप्रीत बुमराह और युजवेंद्र चहल को भी दौरे के लिए आराम दिया गया है।
ऑस्ट्रेलिया में एक टी20 विश्व कप और अगले साल के फाइनल की दौड़ में बने रहने के लिए विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप अंक के साथ कोहली को टीम में जगह देने पर प्रशंसकों और पूर्व दिग्गजों द्वारा बहस की गई है, हालांकि उनके पाकिस्तानी समकक्ष ने अपना समर्थन दिया है।
बाबर आजम ने ट्विटर पर कोहली के साथ अपनी एक तस्वीर पोस्ट की और लिखा, मजबूत रहिए विराट कोहली।
प्रशंसक, भारत के बल्लेबाज के लिए आजम के समर्थन से हैरान थे, उन्होंने कहा कि उन्हें प्रतिद्वंद्वी टीम के क्रिकेटर की प्रशंसा नहीं करनी चाहिए।
हालांकि, कोहली के फॉर्म में गिरावट दर्ज की गई है। बाबर आजम खेल के तीनों प्रारूपों में शानदार प्रदर्शन कर रहे हैं। ऑस्ट्रेलिया और वेस्टइंडीज के खिलाफ हाल की सीरीज में अंतरराष्ट्रीय शतक बनाने के साथ-साथ पिछले महीने लाहौर में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एक टी20 अर्धशतक बनाने वाले पाकिस्तान के कप्तान वनडे और टी20 दोनों के लिए आईसीसी बल्लेबाजी रैंकिंग में शीर्ष पर हैं।
हफ्ते की शुरूआत में कोहली को कप्तान रोहित शर्मा का भी समर्थन मिला, जो इंग्लैंड के एकदिवसीय मैचों से पहले अपने साथी के लिए खड़े हुए थे। उन्होंने कहा था कि हम विराट कोहली की क्षमता से वाकिफ हैं। विशेषज्ञों को इसका पूरा अधिकार है इसके बारे में बात करें लेकिन हमारे लिए ये चीजें मायने नहीं रखतीं। (आईएएनएस)
बेंगलुरु, 14 जुलाई| एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है। एक किक बॉक्सर को बॉक्सिंग रिंग में गंभीर चोट लगने के बाद बेंगलुरु के एक अस्पताल में मौत हो गई। घटना के बारे में जानकारी गुरुवार को लगी, जिसके बाद मृतक किक बॉक्सर की पहचान मैसूर निवासी 23 वर्षीय निखिल के रूप में हुई। मृतक बॉक्सर के माता-पिता की शिकायत के बाद पुलिस ने आयोजक पर लापरवाही का मामला दर्ज किया है। पुलिस के अनुसार, यह घटना रविवार को बेंगलुरु के ज्हाना ज्योति नगर इलाके के पाई इंटरनेशनल बिल्डिंग में के1 राज्य स्तरीय किक बॉक्सिंग चैंपियनशिप के दौरान हुई। निखिल मुक्केबाजी प्रतियोगिता में भाग ले रहे थे।
बॉक्सिंग रिंग में निखिल अपने प्रतिद्वंद्वी का जमकर सामना कर रहा था। हालांकि, दर्शकों के उत्साह के बीच बॉक्सिंग रिंग में अपने प्रतिद्वंद्वी से एक मुक्का खाने के बाद वह नीचे गिर पड़े।
पुलिस का कहना है कि उनके सिर में गंभीर चोट आई थी और हालांकि उन्हें अस्पताल ले जाया गया, लेकिन बुधवार को उसने दम तोड़ दिया। परिवार द्वारा उसी दिन मैसूर में अंतिम संस्कार किया गया।
निखिल के माता-पिता ने कार्यक्रम के आयोजकों के खिलाफ बेंगलुरु के ज्ञानभारती पुलिस स्टेशन में लापरवाही का आरोप लगाते हुए शिकायत दर्ज कराई है। उन्होंने शिकायत में यह भी कहा है कि चैंपियनशिप के दौरान मौके पर डॉक्टरों और एम्बुलेंस की कोई व्यवस्था नहीं थी।
पुलिस ने कहा कि आरोपी आयोजक नवीन रविशंकर फरार है और उनकी तलाश शुरू कर दी गई है। मामले में आगे की जांच की जा रही है।
नई दिल्ली, 14 जुलाई | कोरिया के चांगवन में अंतर्राष्ट्रीय निशानेबाजी खेल महासंघ (आईएसएसएफ) विश्व कप राइफल/पिस्टल/शॉटगन में भारत पदक तालिका में शीर्ष पर पहुंच गया, क्योंकि प्रतियोगिताओं के पांचवें दिन एक स्वर्ण और तीन रजत पदक हासिल किया। भारत के लिए दिन की शुरुआत अच्छी रही, क्योंकि पुरुषों की 10 मीटर एयर राइफल टीम ने कोरिया को 17-15 से हराकर फाइनल में प्रवेश किया। अर्जुन बबूता, शाहू तुषार माने और पार्थ मखीजा ने एक समय में 11-15 से पिछड़ने के बाद कोरियाई चुनौती का प्रभावी ढंग से मुकाबला किया। इस प्रतियोगिता का अर्जुन और शाहू का दूसरा स्वर्ण था।
इसके बाद, इलावेनिल वलारिवन, रमिता और मेहुली घोष की महिला राइफल टीम ने कड़ा संघर्ष किया और 10-12 के करीब रहीं, इससे पहले कोरियाई निशानेबाज ने एकल शॉट की अंतिम दो श्रृंखला जीतकर 16-10 से अपने पक्ष में कर लिया।
इसके बाद, पिस्टल निशानेबाजों की बारी थी क्योंकि शिव नरवाल, नवीन और सागर डांगी ने अंतिम श्रृंखला से पहले 15-15 के बराबर करने के लिए इतालवी टीम के साथ कड़ा मुकाबला किया।
भारत का तीसरा रजत पदक 10 मीटर एयर पिस्टल टीम महिला स्पर्धा में आया, जब रिदम सांगवान, युविका तोमर और पलक की नई टीम, टोक्यो ओलंपिक रजत पदक विजेता किम मिनजुंग की गुणवत्ता वाली कोरियाई टीम के खिलाफ 2-10 से पीछे रही।
लेकिन भारतीय टीम ने मजबूत वापसी की और 12-14 पर पहुंच गए। हालांकि, कोरियाई निशानेबाज ने अंतिम श्रृंखला में अपने तीसरे स्वर्ण पदक के लिए 16-12 से मुकाबला जीत लिया।
हालांकि, ट्रैप मिश्रित टीम प्रतियोगिता में भारतीय जोड़ी पदक से बाहर हो गई।
भारत के पास अब तक चांगवन विश्व कप चरण से कुल तीन स्वर्ण, चार रजत और एक कांस्य पदक हैं और प्रतियोगिता के अगले छह दिनों में 15 और स्वर्ण पदक के लिए मुकाबले किए जाएंगे। कोरिया इतने ही स्वर्ण के साथ दूसरे स्थान पर है।
(आईएएनएस)
सिंगापुर, 14 जुलाई | शीर्ष भारतीय शटलर पीवी सिंधु, एचएस प्रणय और साइना नेहवाल ने गुरुवार को यहां अपने दूसरे दौर के मैचों में जीत दर्ज करके सिंगापुर ओपन 2022 के क्वार्टर फाइनल में जगह पक्की कर ली। वल्र्ड नंबर 7 सिंधु ने अपने महिला एकल मैच में वियतनाम और 59वें नंबर की वियतनाम की थू लिन्ह गुयेन को एक घंटे छह मिनट तक चले मैच में 19-21, 21-19, 21-18 से हराया।
सिंधु को पहले गेम में अपनी प्रतिद्वंद्वी हार गईं थीं और दूसरे गेम में 19-17 से पीछे चल रही थी। हालांकि, उन्होंने लगातार चार अंक हासिल करने के लिए मैच को निर्णायक गेम तक ले गई।
दो बार के ओलंपिक पदक विजेता ने तीसरे गेम में 9-3 की बढ़त ले ली, लेकिन थ्यू लिन्ह गुयेन ने इसे 11-10 से बढ़त ले ली। दोनों खिलाड़ियों ने मैच में जमकर मुकाबला किया और आखिरकार यह अनुभवी सिंधु थी जो बीडब्ल्यूएफ सुपर 500 बैडमिंटन टूर्नामेंट के क्वार्टर फाइनल में पहुंच गई थीं।
पुरुष एकल में, भारत के थॉमस कप नायक एचएस प्रणय ने भी एक घंटे नौ मिनट में दुनिया के चौथे नंबर के चीनी ताइपे के चाउ तिएन चेन को 21-14, 20-22, 21-18 से हराकर वापसी की।
हालांकि बुधवार को विश्व चैंपियनशिप के रजत पदक विजेता किदांबी श्रीकांत को हराने वाले मिथुन मंजूनाथ आयरलैंड के विश्व नंबर 42 नहत गुयेन से 10-21, 21-18, 16-21 से हार गए।
(आईएएनएस)
मुंबई, 14 जुलाई| भारत ने गुरुवार को वेस्टइंडीज के खिलाफ 29 जुलाई से त्रिनिदाद में शुरू होने वाली टी20 सीरीज के लिए 18 सदस्यीय टीम का ऐलान किया है। विराट कोहली, जसप्रीत बुमराह और युजवेंद्र चहल को आराम दिया गया है। इंग्लैंड के खिलाफ पहले वनडे मैच में चोट के कारण कोहली बाहर थे, उन्हें कैरेबियन में टी20 के लिए भी शामिल नहीं किया गया है। हालांकि, बीसीसीआई ने अपने आधिकारिक बयान में यह उल्लेख नहीं किया है कि चोट के कारण उन्हें आराम दिया गया है या कोई और वजह है। वहीं, तेज गेंदबाज बुमराह और लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल का भी नाम टीम में नहीं है।
टीम का नेतृत्व रोहित शर्मा करेंगे, जबकि के.एल. राहुल और कुलदीप यादव, जो चोटों के कारण दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ घरेलू श्रृंखला से चूक गए थे, उन्होंने वापसी की है। हालांकि, टीम में उनका शामिल होना फिटनेस पर निर्भर करता है।
बीसीसीआई ने कहा, "राहुल और कुलदीप यादव को शामिल करना फिटनेस पर निर्भर करता है।"
इस बीच, हार्दिक पांड्या और ऋषभ पंत, जिन्हें वनडे टीम से आराम दिया गया है, लेकिन वह टी20 में खेलेंगे। टीम में अनुभवी ऑफ स्पिनर आर अश्विन की वापसी भी हुई है, जिन्होंने पिछले नवंबर में न्यूजीलैंड के खिलाफ घरेलू श्रृंखला के बाद से भारत की टी20 टीम में जगह नहीं बनाई है।
सफेद गेंद के टीम से लंबे अंतराल के बाद अश्विन ने पिछले साल टी20 विश्व कप में वापसी की थी, लेकिन तब से वह नियमित रूप से टीम में नहीं रहे हैं, चोटों के कारण भी उनका टीम से दूर रहना एक समस्या का कारण रहा है, उनकी वापसी से स्पिन विभाग को बढ़ावा मिलेगा, जिसमें कुलदीप, रवि बिश्नोई, अक्षर पटेल और रवींद्र जडेजा भी शामिल हैं।
आईपीएल में सबको प्रभावित करने वाले उमरान मलिक, ऋतुराज गायकवाड़ और संजू सैमसन, जो इंग्लैंड के खिलाफ आखिरी टी20 के लिए भारत की टीम का हिस्सा थे, उनको प्लेइंग इलेवन में जगह नहीं मिली। चयनकर्ताओं ने बाएं हाथ के तेज गेंदबाज अर्शदीप सिंह को उनके प्रभावशाली डेब्यू के बाद ईनाम दिया है, जिसमें उन्हें भुवनेश्वर कुमार, आवेश खान और हर्षल पटेल के साथ सीम गेंदबाजी विभाग में शामिल किया गया है।
आयरलैंड में अपना टी20 डेब्यू करने के बाद, मलिक इंग्लैंड में हाल ही में समाप्त हुई टी20 श्रृंखला का भी हिस्सा थे, जिसे भारत ने 2-1 से जीता था। नॉटिंघम में अपने मैच में उन्होंने अपने चार ओवरों में 56 रन देकर 1 विकेट लिया। दूसरी ओर, शुरूआती टी20 में एक प्रभावशाली शुरूआत करते हुए 18 रन देकर 2 विकेट लिए थे।
भारत कैरेबियाई दौरे पर तीन वनडे और पांच टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेलेगा। भारत ने पहले वनडे टीम का चयन किया था, जिसका नेतृत्व नियमित सदस्यों की अनुपस्थिति में शिखर धवन करेंगे।
पहला टी20 त्रिनिदाद के ब्रायन लारा स्टेडियम में खेला जाएगा, उसके बाद अन्य दो मैच सेंट किट्स के वार्नर पार्क में खेले जाएंगे। श्रृंखला का समापन फ्लोरिडा के सेंट्रल ब्रोवार्ड रीजनल पार्क स्टेडियम में खेले जाने वाले अंतिम दो मैचों के साथ होगा।
5 टी20 मैचों के लिए भारतीय टीम: रोहित शर्मा (कप्तान), ईशान किशन, केएल राहुल, सूर्यकुमार यादव, दीपक हुड्डा, श्रेयस अय्यर, दिनेश कार्तिक, ऋषभ पंत, हार्दिक पांड्या, रवींद्र जडेजा, अक्षर पटेल, आर अश्विन, रवि बिश्नोई, कुलदीप यादव, भुवनेश्वर कुमार, आवेश खान, हर्षल पटेल और अर्शदीप सिंह।
(आईएएनएस)
कोलंबो, 14 जुलाई | श्रीलंका ने पाकिस्तान के खिलाफ घरेलू दो मैचों की टेस्ट सीरीज के लिए 18 सदस्यीय टीम की घोषणा की है। ऑस्ट्रेलिया से भिड़ने वाली टीम में से श्रीलंका ने प्रवीण जयविक्रमा, लसिथ एम्बुलडेनिया, लक्ष्य मनसिंघे और चमिका करुणारत्ने को बाहर कर दिया है।
ऑलराउंडर धनंजय डी सिल्वा, तेज गेंदबाज असिथा फर्नांडो और स्पिनर जेफरी वेंडरसे सभी को टीम में शामिल किया गया है और कोविड के कारण ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दूसरे टेस्ट मैच में खेलने से चूकने के बाद श्रीलंका की प्लेइंग इलेवन में वापसी के लिए संघर्ष कर रहे हैं।
मुख्य बल्लेबाज पथुम निसानका कोविड से संक्रमित मिले हैं, उनके पास भी अच्छी वापसी करने का मौका है। वहीं, बाएं हाथ के स्पिनर प्रभात जयसूर्या को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मैच जीतने के प्रयासों के बाद श्रीलंका के स्पिन आक्रमण का नेतृत्व करने का मौका मिलने की संभावना है।
जयसूर्या ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मैच में 12 विकेट झटके, जो टेस्ट डेब्यू में श्रीलंका के लिए सबसे अच्छा चौथा सर्वश्रेष्ठ है।
30 वर्षीय इस खिलाड़ी का पाकिस्तान के खिलाफ स्पिनिंग की जिम्मेदारी महेश थीक्षाना और रमेश मेंडिस के साथ होने की संभावना है, लेकिन युवा बाएं हाथ के प्रवीण जयविक्रमा टीम में चयन से चूकने के बाद भी अभ्यास करने में लगे हैं।
अनुभवी बाएं हाथ के दिमुथ करुणारत्ने एक बार फिर श्रीलंकाई टीम की कप्तानी करेंगे, जो विश्व टेस्ट चैंपियंसशिप रैंकिंग में अपने हालिया प्रदर्शन को जारी रखना चाहते हैं, जिसमें निसानका, कुसल मेंडिस, एंजेलो मैथ्यूज और इन-फॉर्म दिनेश चांदीमल शामिल हैं।
श्रीलंका अपनी जोरदार पारी और गॉल में ऑस्ट्रेलिया पर 39 रन की जीत के दम पर विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप स्टैंडिंग में तीसरे स्थान पर पहुंच गया।
पाकिस्तान विश्व चैंपियंसशिप स्टैंडिंग में चौथे स्थान पर श्रीलंका से एक स्थान पीछे है और अभी भी अगले साल के फाइनल में पहुंचने की दौड़ में है।
सीरीज शनिवार 16 जुलाई को गॉल में पहले टेस्ट के साथ शुरू होगी, जिसमें टीमें 24 जुलाई से शुरू होने वाले दूसरे टेस्ट के लिए कोलंबो जा रही हैं।
टीम : दिमुथ करुणारत्ने (कप्तान), पथुम निसानका, ओशादा फर्नाडो, एंजेलो मैथ्यूज, कुसल मेंडिस, धनंजया डी सिल्वा, कामिंडू मेंडिस, निरोशन डिकवेला (विकेटकीपर), चांदीमल (विकेटकीपर), रमेश मेंडिस, महेश थीक्षाना, कसुन रजिथा, विश्व फर्नाडो, असिथा फर्नाडो, दिलशान मदुशंका, प्रभात जयसूर्या, दुनिथ वेलालेज, जेफरी वेंडरसे। (आईएएनएस)
लंदन, 13 जुलाई | भारत ने इंग्लैंड के खिलाफ मंगलवार को द ओवल में पहले वनडे मैच में दस विकेट से जीतकर शानदार शुरुआत की, जिसमें जसप्रीत बुमराह ने उनकी बल्लेबाजी लाइनअप को पूरी तरह से तबाह कर दिया और अपना सर्वश्रेष्ठ 6/19 हासिल किया। द ओवल में बेहतरीन प्रदर्शन के बाद भारत गुरुवार को लॉर्डस में दूसरे वनडे मैच में श्रृंखला में अजेय बढ़ बनाने का लक्ष्य रखेगा, ठीक उसी तरह जैसे उन्होंने पिछली टी20 श्रृंखला में किया था, जिसे उन्होंने अंतत: 2-1 से जीता था।
भारत के लिए बुमराह ने सीम, स्विंग और अतिरिक्त उछाल के साथ पिच पर कौशल और नियंत्रण के मामले में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया, साथ ही मोहम्मद शमी और प्रसिद्ध कृष्णा ने इंग्लैंड को सिर्फ 110 रन पर ढेर करने के लिए पर्याप्त समर्थन दिया।
वहीं, कप्तान रोहित शर्मा ने शानदार प्रदर्शन किया, इंग्लैंड के गेंदबाजों की शॉर्ट-बॉल रणनीति के खिलाफ 76 रनों पर नाबाद रहने के लिए अपने पुल और हुक का उपयोग किया और साथ ही सलामी बल्लेबाज शिखर धवन ने एक लंबी साझेदारी के लिए उनका आखिरी तक साथ दिया।
चोट के कारण पहला मैच नहीं खेलने के बाद दूसरे वनडे में विराट कोहली की उपलब्धता पर सस्पेंस बना हुआ है। दूसरी ओर, इंग्लैंड ने बेन स्टोक्स, जो रूट और जॉनी बेयरस्टो का जोस बटलर के पहले मैच के तहत वनडे टीम में स्वागत किया, क्योंकि इस प्रारूप में कप्तान के रूप में उनका पहला मैच अच्छा नहीं गया और अब सीरीज में बने रहने के लिए उनकी टीम को जीतने की आवश्यकता है। उसी स्थान पर जहां, उन्होंने लगभग तीन साल पहले 2019 में वर्ल्ड कप जीता था।
जहां स्टोक्स, रूट, लियाम लिविंगस्टोन और जेसन रॉय बिना खाता खोले ही आउट हो गए थे। वहीं बेयरस्टो सिंगल डिजिट में रन बनाकर अपनी पारी को समाप्त किया था। हालांकि, बटलर 30 रन के साथ शीर्ष स्कोरर रहे, इंग्लैंड के लिए दोहरे आंकड़े तक पहुंचने के लिए मोईन अली, डेविड विली और ब्रायडन कार्स के साथ चार बल्लेबाजों में से एक थे। गेंद के साथ इंग्लैंड शर्मा और धवन की जोड़ी को तोड़ने में असफल रहे।
लॉर्डस की पिच गेंदबाजों को अनुकूलित होने के लिए चुनौती प्रदान करती है। भारत के लिए परिस्थितियों के मुताबिक तेजी से ढलने और द ओवल जैसा प्रदर्शन दोहराने का शानदार मौका है।
दोनों टीमें इस प्रकार हैं-
इंग्लैंड टीम: जोस बटलर (कप्तान), मोईन अली, जॉनी बेयरस्टो, जो रूट, बेन स्टोक्स, हैरी ब्रूक, ब्रायडन कार्स, सैम करन, लियाम लिविंगस्टोन, क्रेग ओवरटन, मैथ्यू पार्किं सन, जेसन रॉय, फिल साल्ट, रीस टॉपली और डेविड विली।
भारतीय टीम: रोहित शर्मा (कप्तान), शिखर धवन, ईशान किशन, विराट कोहली, सूर्यकुमार यादव, श्रेयस अय्यर, ऋषभ पंत (विकेटकीपर), हार्दिक पांड्या, रवींद्र जडेजा, शार्दुल ठाकुर, युजवेंद्र चहल, अक्षर पटेल, जसप्रीत बुमराह, प्रसिद्ध कृष्णा, मोहम्मद शमी, मोहम्मद सिराज और अर्शदीप सिंह। (आईएएनएस)
(कुशान सरकार)
नयी दिल्ली, 13 जुलाई। श्रीलंका को वित्तीय संकट और अशांति से जूझते देख पूर्व क्रिकेटर सनत जयसूर्या नाराज भी हैं और दुखी भी लेकिन उन्हें उम्मीद है कि देश में जल्दी ही लोकतंत्र बहाल होगा ।
पूर्व कप्तान और उपमहाद्वीप के सर्वश्रेष्ठ क्रिकेटरों में से एक जयसूर्या ने राजनेताओं को जमकर आड़े हाथों लिया ।
जयसूर्या ने पीटीआई से बातचीत में कहा ,‘‘ यह बहुत दुखद स्थिति है । मेरा देश संकट के दौर में है और जरूरी खानपान के सामान के लिये लोगों को लंबी कतार में लगा देखकर मुझे बहुत कष्ट हो रहा है । बिजली नहीं है, ईंधन नहीं है और जरूरी दवाइयां भी नहीं है । इससे बुरा क्या हो सकता है ।’’
राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षा की खराब आर्थिक नीतियों का खामियाजा देश को भुगतना पड़ रहा है । वह मालदीव भाग गए हैं और उनके सरकारी आवास पर आम जनता ने कब्जा कर लिया है ।
जयसूर्या ने कहा ,‘‘ यह सब दुर्भाग्यपूर्ण है । उम्मीद है कि 13 जुलाई को गोटाबाया अपना इस्तीफा सौंप देंगे । हमारे राजनेताओं ने जिस तरह देश का बेड़ा गर्क किया है, उसे बयां करने के लिये शब्द नहीं है ।’’
उन्होंने कहा ,‘‘ अगर आप मुझसे इस समय राष्ट्रपति भवन के भीतर मौजूद जनता के बारे में पूछेंगे तो मुझे उनके विरोध में कोई बुराई नजर नहीं आती । उन्होंने शांतिपूर्ण विरोध किया । उनसे बार बार सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान नहीं पहुंचाने के लिये कहा गया था । श्रीलंका के अलग अलग हिस्सों से नौ जुलाई को यहां लोग एकत्र हुए जो राष्ट्रपति के इस्तीफे की मांग कर रहे हैं ।’’
जयसूर्या ने उम्मीद जताई कि देश में लोकतंत्र जल्दी लौटेगा और हालात सामान्य होंगे ।
यह पूछने पर कि क्या वह प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे को कार्यवाहक राष्ट्रपति बनाये जाने के पक्ष में हैं, श्रीलंका के पूर्व कप्तान ने कहा ,‘‘ रानिल के पास कोई विकल्प नहीं है । उसे स्पीकर महिंदा यापा अभयवर्धना के आदेश को मानना होगा । देश में शांति और लोकतंत्र की बहाली के लिये रानिल को विपक्ष के नेता सजीत प्रेमदासा समेत विभिन्न दलों के नेताओं से बात करनी होगी ।’’
जयसूर्या ने कहा ,‘‘ उन्हें देश के मुस्लिम नेताओं और तमिल नेताओं को बातचीत के मंच पर लाना होगा । हमें लोकतंत्र की बहाली चाहिये ।’’
उन्होंने उम्मीद जताई कि अगस्त में शुरू होने वाला एशिया कप श्रीलंका में ही होगा ।
उन्होंने कहा ,‘‘ मुझे पूरी उम्मीद है कि यह टूर्नामेंट होगा । इसे कोई खतरा नहीं है । श्रीलंका में सभी क्रिकेट और क्रिकेटरों से प्यार करते हैं । श्रीलंकाई जनता किसी क्रिकेटर के खिलाफ नहीं है । टूर्नामेंट शांतिपूर्ण ढंग से कराने के उपाय किये जायेंगे ।’’ (भाषा)
सिंगापुर, 13 जुलाई। भारत के मिथुन मंजूनाथ और अश्मिता चालिहा ने बुधवार को यहां अपने अनुभवी प्रतिद्वंद्वियों को हराकर उलटफेर किया जबकि दो बार की ओलंपिक पदक विजेता पीवी सिंधू भी सिंगापुर ओपन सुपर 500 बैडमिंटन टूर्नामेंट के दूसरे दौर में जगह बनाने में सफल रही।
मंजूनाथ ने हमवतन और विश्व चैंपियनशिप के रजत पदक विजेता किदांबी श्रीकांत को पुरुष एकल के पहले दौर के मुकाबले में एक घंटे में 21-17 15-21 21-18 से हराया जबकि अश्मिता ने महिला एकल में थाईलैंड की दुनिया की 12वें नंबर की खिलाड़ी बुसानन ओंगबामरुंगफान को 21-16 21-11 से बाहर का रास्ता दिखाया।
दुनिया के 77वें नंबर के खिलाड़ी मंजूनाथ अगले दौर में आयरलैंड के एनहाट एनगुएन से भिड़ेंगे जबकि अश्मिता को चीन के हेन युई के खिलाफ खेलना है।
अच्छी फॉर्म में चल रहे एचएस प्रणय भी दूसरे दौर में प्रवेश करने में सफल रहे। पिछले हफ्ते मलेशिया मास्टर्स के सेमीफाइनल में पहुंचने वाले प्रणय ने थाईलैंड के सितिकोम थमासिन को 21-13 21-16 से हराया। वह अगले दौर में तीसरे वरीय चोउ टिएन चेन से भिड़ेंगे जिन्हें उन्होंने हाल में मलेशिया ओपन में हराया था।
इससे पहले सिंधू को महिला एकल के पहले दौर में दुनिया की 36वें नंबर की खिलाड़ी बेल्जियम की लियाने टैन को 21-15 21-11 से हराने में अधिक मशक्कत नहीं करनी पड़ी।
पूर्व विश्व चैंपियन सिंधू अगले दौर में वियतनाम की थुइ लिन एनगुएन से भिड़ेंगी।
लंदन ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता साइना नेहवाल ने भी इंडिया ओपन में हमवतन मालविका बंसोड के खिलाफ मिली हार का बदला चुकता करते हुए 21-18, 21-14 की जीत से दूसरे दौर में प्रवेश किया।
चौबीस साल के मंजूनाथ ने श्रीकांत के खिलाफ पुरुष एकल मुकाबले में तेज शुरुआत करते हुए 6-2 की बढ़त बनाई। उन्होंने पूरे गेम के दौरान बढ़त बरकरार रखते हुए आसानी से पहला गेम जीत लिया।
श्रीकांत ने दूसरे गेम में वापसी करते हुए ब्रेक तक 11-8 की बढ़त बनाई और फिर बढ़त में लगातार इजाफा करते हुए गेम जीतकर स्कोर 1-1 कर दिया।
निर्णायक गेम में दोनों खिलाड़ियों के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिली। मंजूनाथ ने बेहतर नियंत्रण दिखाते हुए ब्रेक तक 11-10 की मामूली बढ़त बनाई।
श्रीकांत ने 16-15 के स्कोर पर बढ़त हासिल की लेकिन मंजूनाथ ने 18-18 के स्कोर पर लगातार तीन अंक के साथ गेम और मैच जीत लिया।
मंजूनाथ इस साल की शुरुआत में कोविड-19 से संक्रमित हो गए थे और उन्हें जनवरी में इंडिया ओपन सुपर 500 टूर्नामेंट से हटना पड़ा था। उन्होंने सैयद मोदी अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट के सेमीफाइनल और ओडिशा सुपर 100 के क्वार्टर फाइनल में जगह बनाई। वह बैडमिंटन एशिया टीम चैंपियनशिप के लिए भारतीय टीम का हिस्सा थे।
महिला एकल में दुनिया की 66वें नंबर की खिलाड़ी अश्मिता ने 5-10 से पिछड़ने के बाद शानदार वापसी करते हुए लगातार आठ अंक के साथ बढ़त बनाई और फिर पहला गेम जीत लिया।
असम की इस 22 साल की खिलाड़ी ने दूसरे गेम मे बेहतर शुरुआत करते हुए 7-2 की बढ़त बनाई। बुसानन ने स्कोर 6-7 किया लेकिन भारतीय खिलाड़ी ने लगातार नौ अंक के साथ जीत सुनिश्चित की।
इससे पहले सिंधू ने धीमी शुरुआत की। वह 1-4 से पीछे थी लेकिन 7-7 के स्कोर पर बराबरी हासिल करने में सफल रही। भारतीय खिलाड़ी ब्रेक तक 11-8 से आगे थी और फिर उन्होंने आसानी से पहला गेम जीत लिया।
दूसरे गेम में सिंधू ने बेहतर शुरुआत करते हुए 5-1 की बढ़त बनाई। टैन ने लगातार तीन अंक के साथ बढ़त को कम किया लेकिन सिंधू को गेम और मैच जीतने में अधिक दिक्कत नहीं हुई।
पूजा डांडू और आरती सारा सुनील की महिला युगल जोड़ी ने हू लिंग फेंग और लिन शियाओ मिन की चीनी ताइपे की जोड़ी के टूर्नामेंट से हटने पर दूसरे दौर में जगह बनाई।
राष्ट्रमंडल खेलों के पूर्व स्वर्ण पदक विजेता पारूपल्ली कश्यप और दुनिया के 29वें नंबर के खिलाड़ी समीर वर्मा हालांकि हार के साथ प्रतियोगिता से बाहर हो गए।
कश्यप को इंडोनेशिया के जोनाथन क्रिस्टी के खिलाफ सीधे गेम में 14-21 15-21 से हार का सामना करना पड़ा जबकि समीर को एकतरफा मुकाबले में चीन के ली शी फेंग के खिलाफ 10-21 13-21 से हार झेलनी पड़ी। (भाषा)
दीनदयाल आडिटोरियम के मुख्य समारोह में मुख्यमंत्री बघेल को सौंपेंगे
रायपुर, 13 जुलाई। शतरंज ग्रैंड मास्टर प्रवीण थिप्से 16 जुलाई को राजधानी रायपुर में चेस ओलम्पियाड टॉर्च लेकर आएंगे और पंडित दीनदयाल आडिटोरियम में आयोजित मुख्य समारोह में मुख्यमंत्री श भूपेश बघेल को चेस ओलम्पियाड टार्च सौपेंगे।
ग़ौरतलब है कि आजादी के 75 वें अमृत महोत्सव के अवसर पर देश में प्रथम बार आयोजित होने वाले 44वें शतरंज ओलम्पियाड की टॉर्च रिले का आयोजन 19 जून से 28 जुलाई तक देश के विभिन्न राज्यों में किया जा रहा है। छत्तीसगढ़ ओलम्पिक संघ के महासचिव गुरूचरण सिंह होरा ने बताया कि टार्च रिले देश के 75 प्रमुख शहरों से गुजरते हुए 28 जुलाई को चेन्नई होते हुए महाबलीपुरम पहुंचेगी। इस मशाल रिले की अगवाई खेल एवं युवा कल्याण विभाग, छत्तीसगढ़ ओलंपिक एसोसिएशन और छत्तीसगढ़ प्रदेश शतरंज संघ मिलकर करेंगे।
-विमल कुमार
विराट कोहली और रोहित शर्मा को लेकर इंग्लैंड के हर स्टेडियम के बाहर बहुत शोर मचता है लेकिन किसी तेज़ गेंदबाज़ को स्टार का दर्जा मिलते देखना एक सुखद बदलाव का हिस्सा रहा है.
हर रोज़ बुमराह टीम बस से उतरने या चढ़ने के समय एकदम आख़िर में ही आते हैं. जैसे मानो कि वो गेंदबाज़ी करते हुए अपना आख़िरी स्पेल डाल रहें हों.
लेकिन बूम-बूम बुमराह का शोर उनके जैसे गंभीर शख्सियत के चेहरे पर भी थोड़ी हल्की मुस्कान ला देती है.
कई मायनों में देखा जाए तो बुमराह आधुनिक क्रिकेटर हैं ही नहीं. उन्हें चकाचौंध पसंद नहीं है और ना ही मीडिया में आकर ऐसी बातें करना कि बस वो ही वो छा जाएं.
यहाँ तक कि इंग्लैंड के पूर्व कप्तान नासिर हुसैन के एक बेहद सम्मानित टिप्पणी पर भी जब इस लेखक ने उनसे सवाल किया तो बुमराह बहुत विनम्रता से एक असाधारण तारीफ़ को टाल गए.
आईपीएल की पीढ़ी का दूसरा खिलाड़ी ऐसी तारीफ़ों पर अपनी प्रतिक्रिया देकर सोशल मीडिया में हलचल मचा देता. लेकिन, यही तो अंतर है बुमराह में और बाक़ी गेंदबाज़ों में.
इंग्लैंड को तो ये समझ में ही नहीं रहा था कि कप्तान के तौर पर पिछले ही हफ्ते एजबेस्टन टेस्ट के अंतिम दिन जिस बुमराह से ना तो रन रोके जा रहे थे और ना विकेट लिए जा रहे थे और ना ही स्विंग करायी जा पा रही थी तो वो ओवल में अचानक इतना ख़तरनाक कैसे हो गए कि उनके टॉप क्रम के 4 बल्लेबाज़ों में 3 को खाता खोलने तक का मौक़ा भी नहीं मिला. ऐसा वन-डे क्रिकेट के इतिहास में पहली बार हुआ.
बुमराह तो मानो रोहित के टॉस जीतने के साथ ही गेंद लेकर मैदान में कूदने का इरादा लेकर आये थे.
टॉस के बाद जैसे ही बुमराह ने मैदान में बड़ी स्क्रीन पर देखा कि भारत ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाज़ी का फैसला किया है तो वो उसी वक्त मोहम्मद शमी के साथ अपनी मुस्कराहत को रोक नहीं पाये. ऐसा लगा कि ये जोड़ी बस रोहित के इस फैसले के इतंज़ार में लार टपकाये बैठी हुई थी.
मैच के पहले 10 ओवर के ही खेल में बुमराह ने 4 विकेट झटक डाले और वो भी सिर्फ़ 9 रन देकर.
भारतीय क्रिकेट के इतिहास में यूं तो स्टुअर्ट बिन्नी और जवागल श्रीनाथ ने बांग्लादेश और श्रीलंका जैसी टीमों के ख़िलाफ़ अतीत में कुछ ऐसे ही असाधारण स्पेल डाले हैं.
लेकिन वर्ल्ड चैंपियन इंग्लैंड के ख़िलाफ और वो भी उनके घर में इतने शानदार खिलाड़ियों की मौजूदगी वाली मेज़बान टीम के खिलाफ इस स्पेल को निसंदेह सबसे बेहतरीन स्पेल कहा जा सकता है.
इंग्लैंड में अब तक दर्जन से भी कम गेंदबाज़ों में एक पारी में वन-डे क्रिकेट में 6 या उससे ज़्यादा विकेट लिये हैं लेकिन बुमराह उस सूची में भी हटकर हैं.
उनके 6 विकेट महज़ 44 गेंदों पर आये, मतलब हर 7वीं गेंद फेंकने के बाद एक विकेट गुजरात के इस गेंदबाज़ को मिल रहा था.
दूसरे छोर से मोहम्मद शमी
लेकिन, बुमराह की तारीफ करते करते हमें मोहम्मद शमी के दूसरे छोर पर डाले जा रहे स्पेल को कतई नज़रअंदाज़ नहीं करना चाहिए.
मगर शमी के साथ उनके पूरे वन-डे करियर में यही होता आया है. भारत के लिए सबसे तेज़ी से 150 विकेट पूरे करने वाले शमी से ज़्यादा रफ्तार (महज़ 80 मैचों में ये कमाल) सिर्फ 2 और गेंदबाज़ों ने ही दिखायी है.
शमी-बुमराह की इस ख़रनाक गेंदबाज़ी को देखते हुए प्रेस बॉक्स में वरिष्ठ ब्रिटिश पत्रकारों को माइकल होल्डिंग और मैल्कम मार्शल जैसे महान गेंदबाज़ों का दौर उनके ज़ेहन में ताजा होने लगे.
मोहम्मद सिराज ने कहा था एजबेस्टन टेस्ट के दौरान ये कहा था कि ड्यूक्स गेंद स्विंग नहीं हो रही थी और अजीब बात है कि कुकाबुरा से वन-डे में धारदार स्विंग देखने को मिल रहा है.
यूं तो तेज़ गेंदबाज़ों ने ऐसा कमाल कर दिया था कि ऐसा लगा कि लेग स्पिनर युज़वेंद्र चहल का इस्तेमाल ही ना हो लेकिन कप्तान रोहित शर्मा ने अगले मैच को ध्यान में रखते हुए उनसे 2 ओवर का अभ्यास करवाना मुनासिब समझा.
दरअसल, देखा जाए तो लक्ष्य इतना छोटा था तो इंग्लैंड संपूर्ण आक्रमण की नीति अपनाते हुए कम से कम 2-3 विकेट लेने की कोशिश ज़रुर करता लेकिन कप्तान रोहित शर्मा और उनके पूराने जोड़ीदार शिखर धवन ने पहले ही तय कर लिया था जो काम एजबेस्टन टेस्टके पाँचवें दिन हुआ वो ओवल में मंगलवार को ज़रुर करेंगे.
यानी विरोधी को पूरे दिन के खेल में एक भी विकेट हासिल नहीं करने देंगे.
रोहित ने इसी मैच के दौरान 250 छक्के बना डाले और ऐसा करने वाले वो दुनिया के सिर्फ चौथे बल्लेबाज़ हैं.
इस मैच में भी अगर वो एक और छक्का लगा देते तो पूरे में मैच में आधे दर्जन छक्के बनाने का कमाल भी वो दिखा सकते थे.
अगर रोहित छक्के लगा कर छठे गियर में बल्लेबाज़ी करते दिखे तो वेस्ट दौर पर वन-डे टीम के कप्तान शिखर धवन ने 54 गेंद पर 31 रनों की पारी में सिर्फ 4 चौके जड़े.
सचिन तेंदुलकर-सौरव गांगुली (6609 रन), एडम गिलक्रिस्ट-मैथ्यू हेडेन(5372 रन) और गोर्डन ग्रीनीज़- डेसमंड हेंस की जोड़ी (5150 रन)ने ही वन-डे क्रिकेट में बतौर साझेदार 5000 रनों का आंकड़ा पार किया है.
इस मैच को देखने के लिए ओवल में ग्रीनिज और गांगुली भी इत्तेफाक से साथ बैठे हुए थे और ये उम्मीद की जा सकती है दोनों महान बल्लेबाज़ों को अपने दौर और अपने पूराने साथी के साथ तालमेल का दौर भी याद आ गया होगा.
लेकिन, इंग्लैंड इस मैच को भविष्य में कभी भी याद नहीं करना चाहेगा क्योंकि इससे पहले उन्हें अपने घर में कभी भी 10 विकेट से बुरी तरह से पराजित होने का अनुभव नहीं चखा था.(bbc.com)
शहर भ्रमण के दौरान टॉर्च रिले का तेलीबांधा चौक और नगरघड़ी चौक पर होगा भव्य स्वागत
रायपुर, 12 जुलाई। शतरंज ओलंपियाड टॉर्च रिले के छत्तीसगढ़ आगमन पर भव्य स्वागत की तैयारियां जोर-शोर से प्रारंभ कर दी गई हैं। शतरंज ओलंपियाड टॉर्च रिले 16 जुलाई को सुबह 8.40 बजे राजधानी रायपुर के स्वामी विवेकानंद एयरपोर्ट पहुंचेगी। जहां से यह ओलंपियाड मशाल रायपुर शहर का भ्रमण करते हुए पंडित दीनदयाल उपाध्याय ऑडिटोरियम स्थल पहुंचेगी। इस दौरान टॉर्च रिले का तेलीबांधा चौक व नगर घड़ी चौक पर भव्य स्वागत होगा। टॉर्च रिले शहर के भ्रमण के बाद पंडित दीनदयाल उपाध्याय ऑडिटोरियम पहुंचेगी, जहां अनेक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
गौरतलब है कि शंतरंज ओलंपियाड के 95 साल के इतिहास में भारत को पहली बार 44वें शतरंज ओलंपियाड की मेजबानी मिली है। यह भारत में आयोजित होने वाला अब तक का सबसे बड़ा खेल आयोजन होगा। इस शतरंज ओलंपियाड में 188 देश शामिल होने की संभावना है। आजादी के 75 वें अमृत महोत्सव के अंतर्गत देश के 75 शहरों में 19 जून से 28 जुलाई तक शतरंज ओलंपियाड टॉर्च रिले आयोजित की जा रही है। यह टॉर्च रिले नई दिल्ली से प्रारंभ होकर विभिन्न राज्यों का भ्रमण करते हुए 16 जुलाई को छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुुर पहुंचेगी। रायपुर से शतरंज ओलंपियाड टॉर्च रिले चेन्नई पहुंचेगी।
शतरंज ओलंपियाड टॉर्च रिले के छत्तीसगढ़ आगमन पर तैयारियों के सिलसिले में हाल ही में खेल एवं युवा कल्याण विभाग के सचिव की अध्यक्षता में बैठक आयोजित की गई। शतरंज ओलंपियाड टार्च रिले के रायपुर भ्रमण के दौरान सुचारू यातायात प्रबंधन, सुरक्षा व्यवस्था, पेयजल, बैरिकेटिंग, स्वागत स्थल तथा मुख्य आयोजन स्थल पर की जाने वाली तैयारियों की जिम्मेदारी विभिन्न विभागों को सौंपी गई। इस आयोजन में खेल एवं युवा कल्याण विभाग सहित छत्तीसगढ़ ओलंपिक संघ, छत्तीसगढ़ प्रदेश चेस एसोसिएशन की सक्रिय भागीदारी होगी।
टेरासा (स्पेन), 12 जुलाई | भारतीय महिला हॉकी टीम ने एफआईएच महिला विश्व कप हॉकी चैंपियनशिप में कनाडा को हराकर अपनी पहली जीत दर्ज की। मैच टाइम तक दोनों टीमों का स्कोर 1-1 की बराबरी पर था। भारतीय टीम ने शूटआउट में कनाडा को 3-2 से हराया और टूर्नामेंट के 9-12वें स्थान पर जगह बनाई।
स्पेन के खिलाफ क्रॉसओवर मैच में 0-1 से हारने के बाद भारत ने इस जीत के साथ क्वार्टर फाइनल में जगह बनाई है।
कनाडा के लिए मैडलिन सेको ने 11वें मिनट में गोल किया, जबकि भारत के लिए सलीमा टेटे ने 58वें मिनट में गोल किया, जिससे भारत 1-1 की बराबरी पर आ गया।
कैप्टन सविता का शानदार प्रदर्शन रहा, जबकि नवनीत कौर, सोनिका और नेहा ने भी बेहतरीन प्रदर्शन कर भारत को जीत दिलाने में मदद की।
भारत 13 जुलाई को 9वें-12वें स्थान के मैच में जापान से भिड़ेगा।
(आईएएनएस)
नयी दिल्ली, 11 जुलाई। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को अखबार ‘नेशनल हेराल्ड’ से जुड़े धनशोधन मामले में पूछताछ के लिए 21 जुलाई को एजेंसी के समक्ष पेश होने को कहा है। अधिकारियों ने सोमवार को यह जानकारी दी।
ईडी द्वारा गांधी को 23 जून के लिए दूसरा समन जारी किया गया था, लेकिन 75 वर्षीय कांग्रेस नेता उस तारीख पर पेश नहीं हो सकीं, क्योंकि कोविड-19 और फेफड़ों में संक्रमण के कारण अस्पताल में भर्ती होने के बाद डॉक्टरों ने उन्हें घर पर आराम करने की सलाह दी थी।
अधिकारियों ने कहा कि गांधी ने समन को चार सप्ताह के लिए स्थगित करने का आग्रह किया था, इसलिए उन्हें 21 जुलाई को एजेंसी के समक्ष पेश होने के लिए कहा गया है। कांग्रेस अध्यक्ष को पूर्व में 8 जून को पेशी के लिए नोटिस जारी किया गया था, लेकिन कोरोना वायरस से संक्रमित पाए जाने के बाद उन्हें 23 जून के लिए समन जारी किया गया था।
ईडी ने सोनिया के बेटे और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी से इस मामले में पांच दिनों तक कई सत्र में 50 घंटे से अधिक समय तक पूछताछ की थी। (भाषा)
लंदन, 11 जुलाई | भारत और इंग्लैंड अक्टूबर-नवंबर में ऑस्ट्रेलिया में टी20 विश्व कप की तैयारी शुरू कर दी हैं, लेकिन अगले साल वनडे विश्व कप को भी ध्यान में रखकर चलना है। वनडे विश्व कप के लिए भारत की दीर्घकालिक योजना को एक प्रारंभिक रूप देने की आवश्यकता है। मैच के इस प्रारूप में विश्व चैंपियंस के खिलाफ आगामी तीन मैचों की श्रृंखला मंगलवार को ओवल से शुरू हो रही है, उनके लिए यहां से शुरुआत करने का सही तरीका है।
अभी के लिए यह भारत टी20 में बल्लेबाजी के अपने नए आक्रामक दृष्टिकोण के साथ इंग्लैंड पर 2-1 से जीत दर्ज की, जिससे वे वनडे सीरीज में पसंदीदा के रूप में आएंगे। इस साल भारत का वनडे मैचों में सामान्य रिकॉर्ड रहा है, क्योंकि जनवरी में दक्षिण अफ्रीका से 3-0 से हारने के बाद वेस्टइंडीज को घर में समान अंतर से हराया।
वनडे के सलामी बल्लेबाज शिखर धवन के शामिल होने के साथ विराट कोहली के खराब फॉर्म में होने के बावजूद बल्लेबाजी विभाग में भारत के मजबूत होने के बारे में सोचा जा सकता है।
भारत के कप्तान रोहित ने कहा, "सभी मैच हमारे लिए महत्वपूर्ण हैं। हम यह सोचकर नहीं खेल सकते हैं कि वनडे प्राथमिकता नहीं है, लेकिन हमें प्रत्येक खिलाड़ी के कार्यभार को ध्यान में रखना होगा। हम बदलाव करेंगे लेकिन हमारा अंतिम लक्ष्य मैच जीतना है।"
रोहित शर्मा ने कहा, "हम उस विचार प्रक्रिया को पीछे नहीं छोड़ेंगे। हमारे लिए, उद्देश्य सफेद गेंद क्रिकेट को समझना है कि नए खिलाड़ियों के साथ कैसे खेलें। टी20 (क्रिकेट) की तुलना में 50 ओवर के गेम में आप कम जोखिम उठाते हैं।"
दूसरी ओर, इंग्लैंड 2019 विश्व कप विजेता कप्तान इयोन मोर्गन के संन्यास लेने के बाद पहली बार प्रारूप में खेलेगा। नीदरलैंड को 3-0 से हराने के बाद, इंग्लैंड को भारत से टी20 श्रृंखला हारकर एक झटका लगा।
नए कप्तान जोस बटलर और जेसन रॉय वनडे मैचों में नीदरलैंड के खिलाफ बड़े रन स्कोरर रहे हैं। लेकिन दोनों टी20 में भारत के खिलाफ उसी दृष्टिकोण को आगे बढ़ाने में असमर्थ थे, इसलिए वनडे मैचों में वापसी करने के लिए उन्हें बेताबी होगी।
इंग्लैंड ने इस सीजन में चार में से चार टेस्ट जीतकर बड़ी भूमिका निभाने के बाद अपने स्टार खिलाड़ियों बेन स्टोक्स, जो रूट और जॉनी बेयरस्टो की वापसी से मेजबान टीम को मजबूती मिलेगी। दोनों टीमों के बीच एक कड़े मुकाबले की उम्मीद की जा सकती है।
दोनों टीमें इस प्रकार हैं-
इंग्लैंड टीम: जोस बटलर (कप्तान), मोईन अली, जॉनी बेयरस्टो, जो रूट, बेन स्टोक्स, हैरी ब्रूक, ब्रायडन कार्स, सैम करम, लियाम लिविंगस्टोन, क्रेग ओवरटन, मैथ्यू पार्किं सन, जेसन रॉय, फिल साल्ट, रीस टॉपली और डेविड विली।
भारतीय टीम: रोहित शर्मा (कप्तान), शिखर धवन, ईशान किशन, विराट कोहली, सूर्यकुमार यादव, श्रेयस अय्यर, ऋषभ पंत (विकेटकीपर), हार्दिक पांड्या, रवींद्र जडेजा, शार्दुल ठाकुर, युजवेंद्र चहल, अक्षर पटेल, जसप्रीत बुमराह, प्रसिद्ध कृष्णा, मोहम्मद शमी, मोहम्मद सिराज और अर्शदीप सिंह।
(आईएएनएस)
भारत के निशानेबाज़ अर्जुन बबूटा ने दक्षिण कोरिया के चांगवान में चल रहे शूटिंग विश्व कप में 10 मीटर एयर राइफ़ल की स्पर्धा में स्वर्ण पद जीता है.
23 साल के अर्जुन चंडीगढ के रहने वाले हैं. उन्होंने फ़ाइनल राउंड में अमेरिका के लुकास कज़ेन्सकी को बड़े अंतर से हराया.
जहां अर्जुन बबूटा ने 17 स्कोर बनाया वहीं, लुकास सिर्फ़ नौ ही स्कोर कर पाए.
रविवार को अर्जुन बबूटा और पार्थ मखीजा ने इस स्पर्धा के लिए क्वालिफाई किया था.
लेकिन, सोमवार को रैंकिंग दौर की प्रतियोगिता में अर्जुन बबूटा पहले और पार्थ मखीजा चौथे स्थान पर रहे. (bbc.com)
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 10 जुलाई। एनआरसीए संस्था के डीएल टेंभुरकर ने बताया कि 32वीं राष्ट्रीय बालिका अंडर-17 वर्ष आयु वर्ग की शतरंज स्पर्धा ओडिशा में अखिल भारतीय शतरंज महासंघ के दिशा-निर्देश पर आयोजित किया गया। इसमें भारत के 34 राज्यों के चयनित शतरंज खिलाडिय़ों ने हिस्सा लिया।
स्पर्धा में भारत की अपनी आयु वर्ग की कॉमनवेल्थ गोल्ड मैडलिस्ट, एशियन मेडलिस्ट, शतरंज खिलाड़ी पश्चिम बंगाल की 13 वर्षीय बालिका स्नेहा हालदार पिता भोगीरथ हालदार दूसरा स्थान अर्जित कर इस टूर्नामेंट में उप विजेता बनी। स्नेहा को आयोजन समिति द्वारा 70000 नगद राशि, सर्टिफिकेट व ट्रॉफी पुरस्कार दिया गया।
स्नेहा के शतरंज प्रशिक्षक कोच भोगीराथ हालदार ने बताया कि एनआरसीए का मार्गदर्शन स्नेहा हालदार को प्राप्त है। इस स्पर्धा में स्नेहा को 140 रेटिंग अंक की वृद्धि हुई है। स्नेहा प्रतिदिन 8 घंटे शतरंज का नियमित अभ्यास करती है। इंटरनेशनल मास्टर व ग्रैंड मास्टर नॉर्म के लिए निरंतर स्नेहा प्रयासरत है। स्नेहा की इस उपलब्धि पर एनआरसीए संस्था के संरक्षक विवेक वासनिक, संस्था अध्यक्ष अजहर नवाज, मो. शहरयार, फरहा अंजुम, शिखा जैन, दीपक चौरसिया, मनोज वर्मा, यूसुफ इकबाल, रामप्रसाद पाल, डॉ. मुन्नालाल नंदेश्वर, वीरेन्द्र अग्रवाल, गौतम राव, आकाश रजक, आशीष शर्मा, मतीन खान, गौतम राव, अक्स शेख, मुकेश कुमार दखने, निखिल लारोकार ने शुभकामनाएं दी।
-विमल कुमार
बर्मिंघम ट्वेंटी-20 मैच से ठीक पहले एक बेहद दिलचस्प नज़ारा इस लेखक को स्टेडियम के बाहर देखने को मिला.
टीम इंडिया की बस एजबेस्टन के गेट नंबर-3 जो कि वीआईपी गेट है, वहां आकर रुकती है और टीम बस के एक गेट से रोहित शर्मा अकेले निकलते हैं तो दूसरे गेट से विराट कोहली, कोच राहुल द्रविड़ के साथ.
कोहली और द्रविड़ के बीच किसी गंभीर मुद्दे पर चर्चा हो रही है और वो अंदर जाते है.
ये अपने आप में एक अनूठी बात थी क्योंकि अब तक हर दिन जब भी टीम इंडिया बस से उतरकर मैदान में प्रवेश करती थी तो कोहली अकेले होते थे और द्रविड़ अकेले. लेकिन, दूसरे टी-20 मैच से पहले गहन चर्चा इस बात पर हो रही थी कि रोहित शर्मा का ओपनिंग पार्टनर कौन होगा.
कयास ये लगाये जा रहे थे कि ईशान किशन की जगह कोहली ओपनर की भूमिका निभा सकते हैं. वो पिछले साल इंग्लैंड के ख़िलाफ़ घरेलू सीरीज़ में रोहित के साथ ओपनिंग कर चुके हैं. लेकिन, द्रविड़ ने शायद कोहली को मैच से पहले ये समझा लिया कि उन्हें नंबर-3 पर ही बल्लेबाज़ी करनी होगी और वो ऋषभ पंत को टेस्ट क्रिकेट के अंदाज़ में बल्लेबाज़ी करने के लिए कहेंगे.
इसके बाद जब टॉस हुआ और इंग्लैंड ने भारत को बल्लेबाज़ी के लिए न्योता दिया तो कप्तान रोहित शर्मा और ऋषभ पंत ने उसी बेफ़िक्र अंदाज़ में बल्लेबाज़ी की जिसका क्रिकेट प्रेमी पिछले कई साल से इंतज़ार कर रहे थे.
छह ओवर यानी पावरप्ले के बाद सिर्फ़ एक विकेट के नुकसान पर 61 रन, भारत के आक्रामक इरादे की झलके दे रहा था. पहली बार एक साथ ओपनिंग करने वाली रोहित-ऋषभ की जोड़ी ने 29 गेंदों पर 49 रनों की साझेदारी की, जिसने एक बड़े स्कोर का आधार रखा.
लेकिन, इंग्लैंड भला कहां शांत बैठने वाला था. पावर-प्ले के बाद मेजबानों ने गेंद के साथ अपना पावर दिखाया और जल्द ही टीम इंडिया का स्कोर पांच विकेट पर 89 रन हो गया.
ये स्कोर 'पुरानी टीम इंडिया' को डिफेंसिव बना सकता था लेकिन राहुल द्रविड़-रोहित शर्मा की टीम मिडल ओवर्स में विकेट गिरने के बावजूद तेज़ी से रन बनाने का इरादा छोड़ती नहीं है.
जनवरी 2020 से लेकर पिछले साल के टी-20 वर्ल्ड कप तक भारत पावर-प्ले ओवर्स में आठ रन प्रति ओवर से भी कम की रफ्तार से रन बनाता था और इस दौरान 20 फ़ीसद से भी कम शॉट बाउंड्री वाले होते थे. लेकिन, अब रोहित शर्मा- राहुल द्रविड़ वाले दौरे में पावर वाले में रन रेट करीब 8.50 और बाउंड्री का प्रतिशत करीब 25 है.
बेहतरीन शुरुआत के बाद अब दारोमदार विराट कोहली के अनुभवी कंधों पर था. लेकिन, कोहली एक बार फिर से खुद को साबित करने और एक बड़ी पारी खेलने के दबाव में दिखे और बहुत जल्दी ही अनावश्यक जोखिम लेने की कोशिश की. नतीजा एक और नाकामी.
दरअसल, इन दिनों मैदान पर किस्मत भी उनसे रुठी चल रही है क्योंकि जहां रोहित और रविंद्र जडेजा को जीवनदान मिल जाते हैं वहीं कोहली को कोई भी एक मौका तक नहीं देता है.
भारत ने 10 गेंदों के भीतर कोहली, रोहित और पंत के विकेट खो दिये. हार्दिक पंड्या और सूर्यकुमार यादव भी इस बार बहुत ख़ास नहीं कर पाए. दबाव भारत पर था. लेकिन, दिनेश कार्तिक की नाकामी के बावजूद जडेजा ने भारत को एक ऐसे स्कोर तक पहुंचने में मदद की जहां पर शानदार गेंदबाज़ी आक्रमण से मैच जीतने के बारे में सोचा जा सकता था.
भुवनेश्वर का गेंद से कमाल
भुवनेश्वर कुमार ने हमेशा की तरह सदाबहार अंदाज़ में स्विंग का जलवा बिखेरा. ओपनर जेसन रॉय को खाता खोलने का मौका नहीं दिया.
बटलर भी सिर्फ़ 4 रन बनाकर भुवनेश्वर का ही शिकार बने.
अगर दो लगातार मैचों में ख़तरनाक ओपनर की जोड़ी बिल्कुल नाकाम हो जाए तो ऐसी टीम के सीरीज़ हारने पर हैरानी नहीं होनी चाहिए.
इंग्लैंड की टीम 11वें ओवर तक 61रन पर छह विकेट गंवा चुकी थी और मैच वहीं ख़त्म हो गया. भले ही इस औपचारिकता को पूरा होने में थोड़ा वक्त लगा. लेकिन पहले मैच में 50 रन के अंतर से जीत के बाद इस मैच में 49 रन के अंतर से जीत ने ये दिखा दिया कि टीम इंडिया अब टी-20 वर्ल्ड कप की तैयारी को लेकर गंभीर फ़ैसले ले रही है.
सिर्फ़ 8 रन पर ऑलआउट हो गई इस देश की टीम
मैच से ठीक एक दिन पहले टी-20 में खेलने वाले किसी भी खिलाड़ी ने अभ्यास नहीं किया था. लेकिन, जडेजा ने कोच द्रविड़ की निगरानी में करीब एक घंटे तक बल्लेबाज़ी की थी.
लंबे-लंबे छक्के लगाने के बीच जडेजा संभलकर खेलने वाले शॉट्स भी दिखाते और कुछ वैसा ही उन्होंने मैच में भी कर किया.
जडेजा भले ही अर्धशतक नहीं बना पाए लेकिन उनकी पारी दोनों टीमों के बीच सबसे बड़ा फ़ासला साबित हुई. जडेजा ने हमें अभ्यास के बाद अनौपचारिक बातचीत में बताया था कि कुछ ही दिनों में उनकी बेटी इंग्लैंड आ रही है और शायद इसलिए 'डैडी' जडेजा ने उन्हें खुश करने के लिए अभी से तैयारी शुरु कर दी है.
आख़िर में चलते-चलते एक और अहम बात, जसप्रीत बुमराह और युजवेंद्र चहल की गेंदबाज़ी पर.
दोनों ने मिलकर पांच ओवर में सिर्फ़ 20 रन दिए और 4 विकेट झटके. मिडल ओवर्स में इन दोनों ने मेज़बान बल्लेबाज़ों को किसी भी तरह की छूट लेने नहीं दी और नतीजा ये रहा कि टीम इंडिया ने नाटिंघम का सफर पूरा करने से पहले ही सीरीज़ अपने नाम कर ली.
विराट कोहली... आगे क्या
मैच ख़त्म होने के बाद जब टीम इंडिया बस में जा रही थी भारतीय समर्थकों की भीड़ जमा थी.
सिर्फ़ हार्दिक पंड्या और रोहित शर्मा ही दो ऐसे खिलाड़ी रहे जिन्होंने दर्शकों की तरफ देखते हुए उनका अभिवादन स्वीकार किया.
कोहली के लिए सबसे ज़्यादा शोर मच रहा था लेकिन इस बार कोहली अकेले चुपचाप बस में चढ़कर बैठ गये. कोहली को शायद ये एहसास हो रहा हो कि टी-20 वर्ल्ड चयन वाली बस भी कहीं उनसे आगे छूट तो नहीं जाएगी क्योंकि फिलहाल मौजूदा टीम के पास कोहली की फॉर्म के अलावा कोई और समस्या नहीं दिखती है. (bbc.com)
भारत और इंग्लैंड के बीच शनिवार को खेले जा रहे टी20 मैच में इंग्लैंड ने टॉस जीत बॉलिंग करने का फैसला लिया है. तीन टी20 इंटरनेशनल मैचों की सीरीज का दूसरा मुकाबला बर्मिंघम में खेला जा रहा है.
भारतीय टीम का नेतृत्व रोहित शर्मा कर रहे हैं. साउथेम्प्टन में खेले गए पहले मुकाबले में इंडिया ने इंग्लैंड को 50 रनों से हराकर सीरीज में 1-0 से बढ़त हासिल की थी.
भारतीय टीम में चार बदलाव किए गए हैं. ईशान किशन, दीपक हुड्डा, अक्षर पटेल और अर्शदीप सिंह की जगह पर विराट कोहली, ऋषभ पंत, रविंद्र जडेजा और जसप्रीत बुमराह को लाया गया है.
भारतीय टीम- रोहित शर्मा, विराट कोहली, सूर्यकुमार यादव, ऋषभ पंत, हार्दिक पांड्या, दिनेश कार्तिक, रवींद्र जडेजा, हर्षल पटेल, भुवनेश्वर कुमार, जसप्रीत बुमराह, युजवेंद्र चहल
इंग्लैंड टीम - जेसन रॉय, जोस बटलर, डेविड मालन, मोइन अली, लियाम लिविंगस्टोन, हैरी ब्रूक, सैम कुरेन, क्रिस जॉर्डन, डेविड विली, रिचर्ड ग्लीसन, मैट पार्किंसन (bbc.com)
श्रीलंका की राजधानी कोलंबो में सरकार विरोधी प्रदर्शन कर रहे लोगों के बीच श्रीलंका के पूर्व क्रिकेटर सनथ जयसूर्या पहुंचे हैं.
उन्होंने प्रदर्शनकारियों के साथ अपनी कुछ तस्वीरें भी ट्विटर पर शेयर की हैं.
उन्होंने लिखा कि वे श्रीलंका के लोगों के साथ खड़े हैं और जल्द ही जीत का जश्न मनाएंगे. इसे बिना किसी उल्लंघन के जारी रखा जाना चाहिए.
रिपोर्टों के मुताबिक, बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी गॉल क्रिकेट स्टेडियम के बाहर भी जमा हो गए हैं. यहां श्रीलंका और ऑस्ट्रेलिया के बीच टेस्ट मैच खेला जा रहा है.
एक दूसरे ट्वीट में सनथ जयसूर्या ने राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे से इस्तीफे की मांग की है. उन्होंने लिखा, "घेराबंदी खत्म हो गई है. आपका गढ़ गिर गया है. लोगों की शक्ति की जीत हुई है. कृपया अब इस्तीफा देने की गरिमा रखें."
स्विमिंग पूल में नहाने लगे प्रदर्शनकारी
शनिवार को दोपहर एक बजे के क़रीब प्रदर्शनकारी राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे के सरकारी आवास में दाखिल हो गए. प्रदर्शनकारी 'गोटा गो होम' के नारे लगा रहे थे.
कुछ वीडियो में प्रदर्शनकारी राष्ट्रपति भवन के अंदर स्विमिंग पूल में नहाते हुए देखे जा सकते हैं. तो कुछ अंदर सोफा पर बैठकर आराम कर रहे हैं.
रिपोर्टों के मुताबिक, राष्ट्रपति राजपक्षे सुरक्षित जगह पर चले गए हैं. हालांकि, राष्ट्रपति कहां हैं इस बारे में अभी कोई पुष्ट जानकारी सामने नहीं आई है. कोलंबो में तनाव की स्थिति बनी हुई है.
प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए सेना तैनात की गई है. सड़कों पर उतरे प्रदर्शनकारियों को तितर बितर करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे और हवा में गोलियां भी चलाईं.(bbc.com)
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दल्लीराजहरा, 9 जुलाई। जिला स्तरीय सुब्रतो मुखर्जी फुटबॉल प्रतियोगिता बालक 14 ,17 व बालिका 17 वर्ष का आयोजन 8 जुलाई को पुलिस मैदान डौंडी में किया गया।
इस प्रतियोगिता का शुभारंभ राष्ट्रगान से हुआ। तत्पश्चात प्रथम मैच बालिका 17 वर्ष सेजस डौंडी विरुद्ध शास.उ.मा.वि.चिखली के मध्य खेला गया, जिसमें तेजस डौडी ने तीन गोल प्रथम दीपलता, दूसरा गोल दीपिका व तीसरा गोल शिवानी ने मार कर अपनी टीम को विजय दिलायी। संभाग स्तरीय प्रतियोगिता के लिए जगह बनाई। दूसरा मैच बालक 17 वर्ष सेजस आमापारा बालोद व डीएवी राजहरा के मध्य खेला गया। जिसमें टाईब्रेकर से आमापारा बालोद विजयी रहा। तीसरा मैच बालक 17 वर्ष उच्चतर माध्यमिक विद्यालय चिखली व महावीर बालोद के मध्य खेला गया, जिसमें दीपांशु व खोमेश ने एक-एक गोल करके अपनी टीम को विजय दिलाई।
चौथा मैच बालक 14 वर्ष शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला चिखली व डीएवी राजहरा के मध्य खेला गया जिसमें चिखली के प्रफुल्ल ने एक, मिथुन ने एक गोल कर टीम को विजयी दिलाई। पांचवा व फायनल मैच सेजस बालोद व महावीर उ.मा.वि. बालोद के मध्य खेला गया, जिसमें ओवर एज व बाहरी बच्चों को मैच खिलाने पर महावीर बालोद को डिसक्वालीफाई किया गया। इस तरह से बालोद जिले के सुब्रतो मुखर्जी फुटबाल प्रतियोगिता के लिए चयनित टीम बालिका 17 वर्ष सेजस डौण्डी, बालक 17वर्ष के लिए सेजस आमापारा बालोद, व 14 वर्ष बालक के लिए शा.पूर्व.मा.शाला चिखली ये सभी टीम संभाग के लिए आने वाले समय में बालोद जिले का प्रतिनिधित्व करेंगे।
इस प्रतियोगिता में कुल आठ टीमों से 128 बच्चे व 10 ऑफिसियल सम्मिलित हुए। इस प्रतियोगिता को सम्पन्न करने में संयोजक नरेंद्र ठाकुर, सपन जेना, सजय महंती, जगप्रीत सिंह संधू, ढाल सिंह, कुणाल आर्य,संतुराम यादव,व चन्द्रशेखर पवार का विशेष सहयोग रहा।
-मनोज चतुर्वेदी
भारत ने महत्वपूर्ण मुक़ाबले में न्यूजीलैंड से हारकर महिला विश्व कप हॉकी में पूल बी से सीधे क्वॉर्टरफ़ाइनल में स्थान बनाने का मौका गंवा दिया.
इस हार से भारतीय टीम पूल में तीसरे स्थान पर रही. वह अब वह क्रॉस ओवर मैचों में खेलेगी और आठ टीमों में टॉप चार स्थानों में रहकर क्वॉर्टरफ़ाइनल में पहुंच सकती है.
भारत को मैच में बराबरी करने का मौका मिला था पर आख़िरी मिनट में मिले दो पेनल्टी कॉर्नरों को भारतीय ड्रेग फ्लिकर गुरजीत कौर गोल में नहीं बदल सकीं और उसे 3-4 से हार का सामना करना पड़ा.
भारतीय टीम मैच को ड्रॉ भी करा लेती तब भी उसे सीधे क्वॉर्टरफ़ाइनल में स्थान नहीं मिलना था.
इस जीत से न्यूजीलैंड पूल में सबसे ज्यादा सात अंक बनाकर क्वॉर्टरफ़ाइनल में पहुंच गई है. इस ग्रुप में दूसरे और तीसरे स्थान पर रहने वाली भारत और इंग्लैंड की टीमें क्रॉस ओवर मैचों में खेलेंगी.
भारत की हार का प्रमुख कारण न्यूजीलैंड की जाबांज गोलकीपर रोर्बट्स ब्रुक रहीं.
उन्होंने कम से कम चार-पांच गोलों को अपने बेहतरीन बचाव से रोका. पेनल्टी कॉर्नरों पर गुरजीत कौर हों या दीप ग्रेस एक्का दोनों की ड्रेग फ्लिक पर उन्हें भेदना हमेशा मुश्किल लगा.
भारत ने जब भी पेनल्टी कॉर्नर पर वैरिएशन लाने का प्रयास किया तो गोल के सामने मौजूद वंदना हों या नेहा या फिर सलेमा टेटे वह गेंद पर नियंत्रण ही नहीं कर पाई.
भारत की हार में उसके डिफेंस का अच्छा बचाव नहीं कर पाना भी एक वजह रही.
गुरजीत कौर और दीप ग्रेस एक्का को न्यूजीलैंड की हमलावरों को रोकने के लिए सर्किल में जिस चपलता की जरूरत थी, वह दिखाने में दोनों ही असफल रहीं.
न्यूजीलैंड टीम जवाबी हमले बोलने के लिए जानी जाती है. इस तरह के हमलों के समय भारतीय मिडफील्ड की खिलाड़ियों की कई बार रिकवरी कमजोर दिखी.
वंदना कटारिया ने शुरुआत में ही गोल जमाकर बढ़त जरूर दिलाई. लेकिन इसके बाद भारतीय खिलाड़ियों में हमले बनाते समय तालमेल सर्किल से पहले ही नजर आया.
लेकिन सर्किल में पहुंचने के बाद तालमेल कई बार गड़बड़ाया. खासतौर से भारतीय टीम की फिनिश ने निराश किया. वंदना, शर्मिला और नेहा सभी ने गोल जमाने के मौके बर्बाद किए.
भारतीय फारवर्डों को जब एक बार यह अहसास हो गया कि सीधे शॉट पर गोल जमाना मुश्किल है तो न्यूजीलैंड की गोलची रोर्बट्स ब्रुक को गच्चा देने के लिए कोई और तरीका निकालना चाहिए था, वह नहीं निकाल सकीं. इस वजह से बार-बार मौकों को गँवाती रहीं.
भारत ने चीन के खिलाफ की गई ग़लती को इस मैच में नहीं दोहराया और आख़िरी क्वॉर्टर में चौथा गोल खाने से पिछड़ने के बाद पूरा जोर हमलों पर लगा दिया और इस कारण वह गुरजीत के पेनल्टी कॉर्नर पर एक गोल से अंतर कम करके 3-4 करने में सफल हो गई. लेकिन बराबरी करने में सफल नहीं हो सकीं.
ज़रूरत थी इतिहास पलटने की
भारत को इस मुकाबले में जीत पाने के लिए इतिहास पलटने की जरूरत थी. इसकी वजह भारतीय टीम न्यूजीलैंड के साथ इससे पहले हुए सभी 13 मुकाबलों में हारी थी.
टीम के पिछले दिनों एफआईएच प्रो लीग में बेहतर प्रदर्शन से उम्मीद की जा रही थी कि कोविड के कारण पिछले दो सालों से अंतरराष्ट्रीय मुकाबले कम खेली न्यूजीलैंड को हम फतह करने में सफल हो जाएंगे. लेकिन यह संभव नहीं हो सका.
खेल का तीसरा क्वॉर्टर काफी गति से खेला गया. भारतीय टीम के बराबरी पर आने के लिए जोर लगाने के दौरान ही न्यूजीलैंड ने एक जवाबी हमले में पेनल्टी कॉर्नर प्राप्त किया और डेविस फ्रांसिस ने गोल में बदलकर 3-1 की बढ़त कर ली.
लेकिन भारत ने क्वॉर्टर खत्म होने से ठीक पहले लालरेमसेमी के गोल से बढ़त अंतर कम करके 2-3 कर लिया. भारत ने पहले दोनों क्वॉर्टर में शुरुआत तो आक्रामक ढंग से की.
वंदना कटारिया, नेहा, शर्मिला और सोनिका सभी ने अच्छे तालमेल से हमले भी बनाए पर टीम की दिक्कत हमलों को फिनिश करने की रही.
कम से कम दो मौकों पर तो सर्किल में भारतीय फॉरवर्ड पास पर कंट्रोल करके गोल की दिशा देने में असफल रहीं.
भारत को बढ़त
न्यूजीलैंड ने बराबरी से हमले तो बनाए ही पर दोनों क्वॉर्टरों के आखिरी समय में हमलों का जोर बांधा और दोनों ही क्वॉर्टर के आखिर में गोल करके हाफ टाइम तक 2-1 की बढ़त बना ली.
न्यूजीलैंड के लिए दूसरा गोल जोप टेसा ने भारतीय डिफेंस में बनी दरार का फायदा उठाकर किया.
भारतीय डिफेंस में गुरजीत कौर और दीप ग्रेस एक्का अपनी मिडफील्ड की खिलाड़ियों के साथ मिलकर दीवार नहीं बन सकीं, कई बार न्यूजीलैंड के हमलों में फ्लैंक बदलने पर हमारे डिफेंस में दरार नजर आई और इसका फायदा उठाया गया.
भारत ने खेल की शुरुआत आक्रामक अंदाज में की और उसे तीसरे मिनट में ही सफलता मिल भी गई. वंदना कटारिया ने गोल करके भारत को बढ़त दिलाई. लेकिन इस बढ़त को वह पूरे क्वॉर्टर में बनाए रखने में सफल नहीं रही.
इस क्वॉर्टर के तीन मिनट का खेल बाकी रहने पर भारतीय खिलाड़ी उदिता के स्टिक चैक करने पर न्यूजीलैंड पहला पेनल्टी कॉर्नर पाने में सफल रही, जिसे मैरी ओलिविया ने ड्रेग फ्लिक से गोल में डालकर एक-एक की बराबरी कर दी.
इस मैच से पहले भारत दो अंक बनाकर पूल बी में तीसरे स्थान पर था. न्यूजीलैंड दो मैचों में चार अंक से पहले और इंग्लैंड तीन मैचों में चार अंक बनाकर दूसरे स्थान पर था. भारत को सीधे क्वॉर्टरफ़ाइनल में स्थान बनाने के लिए जीत जरूरी थी.
लेकिन भारत और न्यूजीलैंड के बीच पिछले पांच सालों से कोई मुकाबला नहीं खेला गया है. भारतीय टीम ने मई 2017 में न्यूजीलैंड का दौरा करके पांच टेस्ट की सीरीज खेली थी. लेकिन भारतीय टीम को इस दौरे पर जीत से मरहूम रहना पड़ा था.
किसी टीम के खिलाफ लंबे समय से नहीं खेलने की वजह से उसके ख़िलाफ़ रणनीति बनाना थोड़ा मुश्किल होता है.
लेकिन भारतीय टीम भाग्यशाली है कि उसकी कोच जानेक शोपमैन इस टीम की विश्लेषणात्मक कोच भी रह चुकी हैं, इसलिए वह सामने वाली टीम के वीडियो देखकर आकलन करने में माहिर हैं.
उन्होंने इस तरह से ही भारतीय टीम को न्यूजीलैंड से मुकाबले के लिए तैयार किया पर टीम मैदान पर यह तैयारी दिखाने में कामयाब नहीं रही. (bbc.com)
-विमल कुमार
शायद, दुनिया में साउथैंपटन का क्रिकेट स्टेडियम इकलौता ऐसा मैदान हो जहां पर टीम का प्रवेश एक होटल (हिल्टन) से जुड़ा है.
प्रेस बॉक्स जाने वाली लिफ्ट और टीम इंडिया के खिलाड़ियों को मैदान में ले जाना वाला रास्ता और लिफ्ट भी दोनों इस्तेमाल करते हैं.
इंग्लैंड के ख़िलाफ़ पहले टी-20 मुकाबले से ठीक दो घंटे पहले इस लेखक की हार्दिक पंड्या से मुलाकात होती है और वो बेहद शानदार मूड में नज़र आतें हैं.
हार्दिक से हमारी मुलाकात करीब तीन साल बाद हो रही थी लेकिन उनकी बॉडी लैंग्वेंज से साफ था कि हमेशा सकारात्मक सोच रखने वाले पंड्या अब और सकारात्मक हो गए हैं.
टीम इंडिया की जीत की सबसे बड़ी वजह पंड्या का ऑलराउंडर के तौर पर पूरे मैच में ज़बरदस्त तरीके से छाना रहा.
इससे पहले भारत के किसी भी खिलाड़ी ने एक मैच में अर्धशतक और पारी में चार विकेट लेने का कमाल नहीं दिखाया था.
दुनिया में भी ऐसा कमाल करने वाले वो सिर्फ 5वें खिलाड़ी हैं.
मैच ख़त्म होने के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में जब पंड्या आए तो तब तक सारे अंग्रेज पत्रकार जा चुके थे और भारतीय पत्रकारों में इस लेखक के अलावा सिर्फ दो और पत्रकार ही थे.
मैंने पंड्या से ये पूछा कि अब तो उनको कप्तानी का अनुभव भी है तो वो एक कप्तान के नज़रिये से पंड्या बल्लेबाज़ या फिर पंड्या गेंदबाज़ के योगदान में किसे ज़्यादा अहमियत देंगे.
इस पर पंड्या ने कहा कि आज के मैच में पंड्या गेंदबाज़ की भूमिका ज्यादा अहम रही.
पहले डेविड मलान और उसके बाद लिविंग लाइमस्टोन को पावर प्ले में चलता करके पंड्या ने टीम इंडिया को बेहद शानदार कामयाबी दिलाई.
यूं तो टी-20 फॉर्मेट में गेंदबाज़ के तौर पर भुवी की बहुत सारी बातें ख़ास हैं लेकिन उनमें भी सबसे अहम बात ये है कि उनके जैसा कमाल का पहला ओवर शायद ही कोई गेंदबाज़ डालता हो.
अगर इंग्लैंड को लक्ष्य का पीछा करने की उम्मीद कोई बल्लेबाज़ दे सकता था तो थे कप्तान और ओपनर जोस बटलर. लेकिन, भुवनेश्वर ने उन्हें पहली ही गेंद पर पवेलियन भेजकर मैच लगभग मुट्ठी में ला दिया.
अंतरराष्ट्रीय टी-20 मैचों में पहले ओवर में भुवी का ये 13वां विकेट था जो उन्हें इस सूची में साझे तौर पर सबसे बेहतरीन बनाता है.
वैसे भी पॉवर प्ले ओवर्स में भुवी ना सिर्फ किफायती गेंतदबाज़ी करते हैं बल्कि विकेट लेकर दबाव भी बनाते हैं और यही काम उन्होंने गुरुवार को किया.
टॉस जीतकर जब कप्तान रोहित शर्मा ने पहले बल्लेबाज़ी करने का फ़ैसला किया तो उस वक्त स्टेडियम में अभी भी भारतीय फैंस अंदर ही घुसने की कोशिश कर रहे थे.
जैसे उन्होंने रोहित के फैसले के बारे में सुना उन्होंने मायूसी ज़ाहिर की.
उनकी ये सोच थी कि मेज़बान लक्ष्य का पीछा करने में माहिर है और अभी दो दिन पहले ही एजबेस्टन में टेस्ट मैच के दौरान भी उन्होंने असंभव से दिखने वाले टारेगट को कितनी आसानी से चेज़ कर लिया था तो ऐसे में कप्तान ने एक फ्लैट पिच पर ऐसा निर्णय क्यों लिया.
दरअसल, रोहित ने इंग्लैंड को खुलेआम चुनौती दी. उन्होंने बटलर और इंग्लैंड को ये संदेश दिया कि टीम इंडिया एजबेस्टन हारने के बावजूद उनसे घबरा नहीं रही है बल्कि उल्टे वो ये कहना चाह रही है कि अगर दम है तो बेज़बॉल दर्शन को यहां भी दिखाए.
लेकिन, रोहित ने सिर्फ टॉस जीतकर अफनी बोल्डनस का परिचय नहीं दिया बल्कि बल्लेबाज़ के तौर पर भी तेज़ तर्रार अंदाज़ में शुरुआत की.
कप्तान के तौर पर रिकॉर्ड 13वीं जीत हासिल करने वाले रोहित ने बल्लेबाज़ के तौर भी अपने आक्रामक इरादे जाहिर करते हुए आने वाले बल्लेबाज़ों को संदेश दिया.
इस मैच में अपने करियर का 1000 रन पूरा करने वाले रोहित ने 2021 के बाद से 150 से ऊपर की स्ट्राइक रेट से रन बनाए हैं और पहले तीन ओवर के दौरान 5 चौके जड़ डाले थे.
हुडा और सूर्या की बल्लेबाज़ी
इसलिए जब वो जल्दी आउट भी हो गए तो दीपक हुडा और सूर्यकुमार यादव ने हमला बोलना छोड़ा नहीं.
हुडा के आक्रामक तेवर को देखकर तो पहली बार कॉमेंट्री कर रहे इंग्लैंड के पूर्व कप्तान ऑयन मार्गन भी भौचक्के रह गए.
मोईन अली जैसे ऑफ स्पिनर को लगातार दो छक्के लगाकर हुडा ने ये कहने में हिचकिचाहट नहीं दिखाई कि ऑयरलैंड में मैन ऑफ द सिरीज़ वो यूं ही नहीं बने थे.
द्रविड़ ने दिया खुलकर मारने का लाइसेंस
टीम इंडिया के हेड कोच भले ही बर्मिंघम में ही आराम कर रहे थे क्योंकि इस मैच के लिए वीवीएस लक्ष्मण कोच की भूमिका में थे. लेकिन, टीम इंडिया के खिलाड़ी नियमित कोच की ही रणनीति पर खेल रहे थे.
हार्दिक से जब मैंने आखिरी सवाल प्रेस कॉन्फ्रेंस में ये पूछा कि आखिर ऐसा क्या हो गया कि पिछले कुछ सालों से हमेशा संभलकर खेलने वाली टीम इंडिया इस मैच में बिलकुल अलग तेवर में क्यों दिख रही है तो उनका जवाब था कि कोच द्रविड़ ने हर किसी को कहा है कि वो नाकामी की परवाह किए बगैर खुद को मैदान पर बल्ले और गेंद से अपनी भावनाओं का इज़हार करें.
अगर ईशान किशन को अपवाद के तौर पर छोड़ दिया जाए तो टीम इंडिया के पहले पहले 7 में से 6 बल्लेबाज़ों का स्ट्राइक रेट 140 से ज़्यादा का रहा.
आलम ये रहा कि टॉप 4 बल्लेबाज़ों में से तीन ने भले ही सिर्फ 20 का आंकड़ा पार किया लेकिन उनका स्ट्राइक रेट 170 से ऊपर का रहा.
टी-20 क्रिकेट में इन छोटी-छोटी बातों से बड़ी जीत मिलती है और टीम इंडिया को 50 रन के अंतर से जीत मिलना इसी आक्रामक रवैये का सबूत रहा.
अर्शदीप का शानदार डेब्यू
आखिर में अर्शदीप सिंह की बात किए बगैर इस जीत की बात पूरी नहीं हो सकती है.
आईपीएल में बेहतरीन गेंदबाज़ी करना एक बात होती है और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में उसी प्रदर्शन को दोहराना एक दूसरी बात होती है.
अपना पहला मैच खेल रहे अर्शदीप ने पहला ओवर इतने कसे हुए अंदाज़ में डाला कि उन्होंने एक भी रन बनने नहीं दिया.
इतना ही नहीं अपने 21 गेंदों की गेंदबाज़ी में उन्होंने 13 गेंदों पर कोई भी रन बनने नहीं दिया और छक्के लगना तो दूर की बात, उनकी गेंदो पर गिनती के दो चौके ही लगे.
एक तरह से देखा जाए तो ना सिर्फ इस युवा गेंदबाज़ के लिए टी-20 सीरीज़ की शुरुआत शानदार रही बल्कि टीम इंडिया के लिए और बेहतर क्योंकि खुद सोचिए कि जब ये टीम बर्मिंघम में पहुंचेगी तो 5 टॉप खिलाड़ी चयन के लिए उपलब्ध होंगे. अब टीम इंडिया के लिए समस्या ये होगी कि उनको प्लेइंग इलेवन में शामिल करने के लिए किसे बाहर किया जाए. (bbc.com)
-वंदना
"विंबलडन में खेलते हुए महिला खिलाड़ियों का सफ़ेद कपड़े पहनना और यही सोचते रहना कि उन दो हफ़्तों के दौरान पीरियड्स न आएं,एक अलग किस्म का मानसिक तनाव है."
पूर्व टेनिस ओलंपिक चैंपियन मोनिका पुइग हाल ही में इस बारे में ट्वीट कर इस मुद्दे को उठाया है.
विंबलडन भारत समेत दुनिया भर में देखे जाने वाली अहम प्रतियोगिता है और सफ़ेद कपड़े पहनना यहां की पुरानी परंपरा रही है.
विंबलडन के नियमों के मुताबिक स्कर्ट,शॉर्ट्स और ट्रैकसूट को बिल्कुल सफ़ेद होना चाहिए, सिवाय एक पतली सी पट्टी के जो एक सेंटीमीटर से ज़्यादा चौड़ी नहीं हो सकती. और सफ़ेद मतलब ऑफ व्हाइट या क्रीम नहीं.
मोनिका पुइग के ट्वीट ने उस बहस को फिर से छेड़ दिया है कि क्या टेनिस और दूसरे खेलों के कुछ नियम महिला खिलाड़ियों के ख़िलाफ़ जाते हैं, जैसे सफ़ेद कपड़े पहनने की बाध्यता.
सोचिए कि एक तो महिला खिलाड़ी पीरियड्स के दौरान दर्द झेल रही होती हैं और उस पर ये डर कि कहीं सफ़ेद कपड़ों पर पीरियड्स के दाग़ न पड़ जाएं. कई महिला टेनिस खिलाड़ी इस बात को लेकर आवाज़ उठा रही हैं कि पीरियड्स के दौरान सफ़ेद कपड़ों में खेलना उन्हें असहज करता है. उनका तर्क एकदम सही है. बहुत से लोगों का तर्क ये है कि विंबलडन में सफ़ेद कपड़े पहनना पंरपरा का हिस्स है. लेकिन जो सवाल हमें पूछना चाहिए वो ये कि क्या पंरपरा एक महिला खिलाड़ी के कम्फ़र्ट से बड़ी है, वो खिलाड़ी जो कोर्ट पर जाकर खेल रही है
टेनिस हो या दूसरे खेल, कई भारतीय और अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी सफ़ेद कपड़ों को लेकर बने नियमों पर अब सवाल पूछ रही हैं.
सिक्की रेड्डी भारतीय महिला बैडमिंटन खिलाड़ी हैं और 2009 से भारत के लिए खेल रही हैं.
उनका कहना है, "किसी भी खिलाड़ी के लिए अच्छा प्रदर्शन करना ही सबसे अहम बात होनी चाहिए लेकिन वो अच्छा प्रदर्शन तभी कर सकते हैं अगर वो सहज महसूस कर रही हों. उन्हें ख़ास किस्म के कपड़े पहनने को कहना महिला खिलाड़ियों की दिक्कतें और बढ़ा सकता है. इसमें सही या ग़लत जैसा कुछ नहीं है. ये निजी च्वाइस की बात है. किसी को भी इसके लिए जज नहीं किया जाना चाहिए."
मैं कैसे कपड़े पहनती हूं ये बाद की बात है. सिर्फ़ मेरी परफ़ॉरमेंस ही अहम होनी चाहिए. मैं जो भी पहनूं वो ऐसी ड्रेस होनी चाहिए जिसमें मैं कम्फ़र्बेटल महसूस करूँ और अच्छा खेलने में मेरे लिए मददगार हो. अपने कपड़ों के लिए जज किया जाना खेल से ध्यान तो भटकाता ही है, ये बेवजह का तनाव है.
सोचा था कि गोली खा लेती हूं ताकि पीरियड्स देर से आएं
पीरयड्स एक ऐसा मुद्दा है जिस पर अब तक ज़्यादातर खिलाड़ी खुल कर बात नहीं करती थीं, और ये बात भारत में ही नहीं विदेशी खिलाड़ियों पर भी लागू है.
ब्रिटेन की हैदर वाटसन मिक्सड वर्ग में पूर्व विंबलडन चैंपियन रह चुकी हैं. बीबीसी स्पोर्ट से बातचीत में उन्होंने बताया, "माहवारी के दौरान सफ़ेद कपड़े पहनने की वजह से विंबलडन में खिलाड़ी इस बात पर बातें करती हैं. खिलाड़ी मीडिया से बात नहीं कर पातीं पर आपस में ये बाते ज़रूर करती हैं. पीरियड्स से बचने के लिए एक बार तो मैंने ये सोचा था कि गोली खा लेती हूँ ताकि विंबडलन के दौरान माहवारी न हो. तो आप समझ सकते हैं कि महिला खिलाड़ियों में किस तरह की बात हो रही है."
महिलाओं के लिए टॉयलेट ब्रेक
सफ़ेद कपड़े और पीरियड्स में दाग़ लगने का डर ही एकमात्र मुद्दा नहीं है, महिला खिलाड़ियों से जुड़े और भी मुद्दों पर बहस हो रही है विंबलडन जैसी किसी भी खेल प्रतियोगिता में मैच के दौरान टॉयलेट ब्रेक लेना वैसे तो सामान्य सी बात है .
लेकिन कई महिला खिलाड़ियों का कहना है कि पुरुष और महिला खिलाड़ियों के लिए नियम एक से नहीं हो सकते और इससे उनके प्रदर्शन पर असर पड़ता है.
वैसे कई विशेषज्ञों मानते हैं कि चाहे पुरुष हों या महिला, टेनिस ग्रैंड स्लैम मैचों में टॉयलट ब्रेक और भी कम कर दिए जाने चाहिए. तर्क ये है कि इस ब्रेक का इस्तेबाल खिलाड़ी अपने लिए अतिरिक्त समय पाने के लिए पेंतरे के तौर पर इस्तेमाल करते हैं.
लेकिन एक महिला टेनिस खिलाड़ी होने के नाते तरुका की राय इससे अलग है.
तरुका कहती हैं, "मान लीजिए कि किसी महिला खिलाड़ी का पीरियड्स का पहला दिन है और वो मैच खेल रही है. अपना सैनेटरी पैड बदलने के लिए उसे पूरा सेट ख़त्म करने का इंतज़ार करना पड़ता है. क्योंकि टॉयलट ब्रेक तो सीमित हैं. महिला खिलाड़ी के लिए ये बहुत ही ख़राब स्थिति हो जाती है महिलाओं की ज़रूरतें.पुरुष खिलाड़ियों से अलग है. विंबलडन के नियमों में बदलाव की ज़रूरत है."
पुरुषों से अलग हैं महिला खिलाड़ियों की ज़रूरतें
नियमों के मुताबिक मैच के दौरान महिला खिलाड़ी के पास तीन मिनट तक का टॉयलट ब्रेक लेने का एक ही मौका होता है- या फिर पांच मिनट अगर उसे पैड या कपड़ने बदलने हैं. ग्रैंड स्लैम के नियमों के मुताबिक अगर महिला खिलाड़ी ने ज़्यादा समय लिया तो सज़ा हो सकती है.
मान लीजिए कि अगर पीरियड्स की वजह से महिला खिलाड़ी अंपायर से एक और टॉयलट ब्रेक की अनुमति लेती है तो उसे ये सबके सामने करना होगा, अंपायर का माइक्रोफ़ोन ऑन होगा या कैमरा चल रहा हो. सबके सामने बात करने में महिला खिलाड़ी शायद सहज महसूस न करे.
'काश! टेनिस कोर्ट पर मैं सिर्फ़ पुरुष होती'
ड्रेस कोड और ब्रेक जैसे मुद्दों के अलावा भी, अलग-अलग खेलों से जुड़ी महिला खिलाड़ी इस पर भी बात कर रही हैं कि कैसे पीरियड्स के कारण उनके प्रदर्शन पर असर पड़ता है.
2022 के फ्रेंच ओपन के अहम मैच में 19 साल की टेनिस खिलाड़ी येंग चिनविन का मैच शायद लोगों को याद होगा. वर्ल्ड नंबर वन खिलाड़ी के खिलाफ़ मैच के दौरान क्रैंप्स हो गए थे. दर्द से जूझ रही येंग चिनविन ने हार के बाद बताया था कि ये क्रैंप्स उन्हें पीरियड्स के कारण हुए थे.
काश टेनिस कोर्ट पर मैं सिर्फ़ मर्द होती, मैच के बाद येंग चिनविन.का ये बयान अपने आप में बहुत कुछ कहता है.
सिर्फ़ टेनिस ही नहीं, हर खेल में महिला खिलाड़ियों को इन दिक्कतों का सामना करना पड़ता है.
वेटलिफ़्टर मीराबाई चानू ने पिछले साल ओलंपिक में रजत पदक जीता था और वो 2021 की बीबीसी स्पोर्ट्सवुमेन ऑफ़ द ईयर भी चुनी गईं. मुझे दिए इंटरव्यू में मीराबाई ने बताया था कि ओलंपिक मैच से एक दिन पहले उनके पीरियड्स शुरु हो गए थे और कैसे उन्होंने मानसिक और शारीरिक तौर पर अपने आप को ओलंपिक के बड़े मैच के लिए तैयार किया था.
क्या पंरपरा महिला खिलाड़ी के कम्फ़र्ट से बड़ी है ?
'द टेलीग्राफ़' अख़बार ने पिछले साल भारत-इंग्लैंड महिला क्रिकेट सीरिज़ पर एक रिपोर्ट छापी थी.
रिपोर्ट के मुताबिक, "भारत और इंग्लैंड के बीच इस मैच में इंग्लैंड की करीब आधी टेस्ट टीम की खिलाड़ियों की माहवारी चल रही थी और एक भारतीय खिलाड़ी की भी. इंग्लैंड की खिलाड़ी टैमी ब्यूमॉन्ट के पीरियड्स का पहला ही दिन था. उन्हें इसी बात का डर था कि टेस्ट मैच के लिए पहने पारंपरिक सफ़ेद कपड़ों पर कहीं दाग़ न लग जाए. और अगर उन्हें बार-बार टॉयलट जाना पड़ा तो ये कैसे होगा. अगर टीवी पर लाइव कवरेज के दौरान उनके कपड़ों पर दाग़ लग गया तो. सात साल में अपने पहले टेस्ट मैच से पहले ये सब तो नहीं ही सोचना चाहती थी."
2020 में बीबीसी के वूमन स्पोर्ट सर्वे के मुताबिक 60 फ़ीसदी खिलाड़ियों ने कहा था कि पीरयड्स के दौरान उनके प्रदर्शन पर असर पड़ता है और 40 फ़ीसदी खिलाड़ी अपने कोच से इस बारे में बात नहीं पातीं.
खेल से जुड़ी कंपनियां क्या कर रही हैं?
हालांकि खेल से जुड़ी कुछ कंपनियाँ इस पर काम कर रही हैं. एडिडास की साइट पर खिलाड़ियों के लिए पीरियड-प्रूफ़ कपड़े उपलब्ध हैं.
साइट पर लिखी जानकारी के मुताबिक ऐसे कपड़ों में एबज़ॉरबेंट लेयर और लीकप्रूफ़ मेंबरेन का इस्तेमाल होता है ताकि लीकेज न हो. बीबीसी स्पोर्ट्स से बातचीत में एडिडास ने बताया कि वो महिलाओं की ख़ास ज़रूरतों को ध्यान में रखकर प्रोडक्ट बना रही है.
विंबलडन का बयान
विंबलडन की ही बात करें तो महिला खिलाड़ियों के मुद्दे कई सारे हैं लेकिन सब खिलाड़ी खुलकर बात करने में सहज महसूस नहीं करतीं. कुछ इसलिए क्योंकि समाज के कई तबकों में पीरियड्स जैसे मुद्दे आज भी चर्चा के दायरे से बाहर हैं और कुछ इसलिए कि उन पर पीरियड्स का बहाना बनाने का इल्ज़ाम न लगे.
हालांकि विंबलडन ने अपनी ओर से बयान दिया है और कहा है, "हम सुनिश्चित करना चाहते हैं कि महिलाओं की सेहत को प्राथमिकता मिले और निजी ज़रूरतों के हिसाब से महिला खिलाड़ियों को सहूलियत मुहैया करवाई जाए. विंबलडन में खेल रहे खिलाड़ियों की सेहत का ध्यान रखना और देखभाल करना हमारे लिए अहम है."
राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर टेनिस खेल चुकी तरुका श्रीवास्तव इस पूरी बहस को कुछ यूं समेटती हैं, "बहुत से लोगों का तर्क ये है कि विंबलडन में सफ़ेद कपड़े पहनना पंरपरा का हिस्सा है. लेकिन जो सवाल हमें पूछना चाहिए वो ये कि क्या पंरपरा एक महिला खिलाड़ी के कम्फ़र्ट से बड़ी है, वो खिलाड़ी जो कोर्ट पर जाकर खेल रही है." ? (bbc.com)