अंतरराष्ट्रीय
सैन फ्रांसिस्को, 2 जून | माइक्रोब्लॉगिंग साइट ट्विटर के प्रबंधन के लिए सोशल मीडिया डैशबोर्ड एप्लिकेशन, ट्वीटडेक, अब 1 जुलाई से स्टैंडअलोन मैक ऐप के रूप में उपलब्ध नहीं होगा। 9टु5गूगल की रिपोर्ट के अनुसार, मैक ऐप के लिए ट्वीटडेक लॉन्च करते समय, ट्विटर ने टॉप वॉर्निग यूजर्स के लिए ब्लू बैनर लगाना शुरू कर दिया है कि यह केवल एक और महीने के लिए उपलब्ध होगा।
ट्वीटडेक टीम के एक ट्वीट में लिखा है, "ट्वीटडेक को और भी बेहतर बनाने और हमारे नए पूर्वावलोकन का परीक्षण करने पर ध्यान केंद्रित करने के लिए हम मैक ऐप के लिए ट्वीटडेक को अलविदा कह रहे हैं।"
"1 जुलाई आखिरी दिन है जब यह उपलब्ध होगा।"
रिपोर्ट के अनुसार, मैक के लिए ट्वीटडेक को पिछले साल ही एक ओवरहॉल मिला है जो इसे वेब वर्जन के अनुरूप लाया है।
उस समय, कंपनी ने स्वीकार किया कि ऐप को 'बहुत प्यार' नहीं मिल रहा था और यह 'ट्विटर के स्वामित्व वाली और संचालित सेवा का एक उदाहरण था जिसमें हम निवेश करना जारी रखेंगे।'
ट्वीटडेक मैक ऐप के अचानक रद्द होने का एक और अजीब हिस्सा यह है कि इसे ट्विटर के लिए किसी भी रखरखाव के प्रयास की आवश्यकता नहीं होनी चाहिए क्योंकि यह एक वेबसाइट रैपर कार्यान्वयन है।
पिछले साल, माइक्रोब्लॉगिंग साइट ने ट्वीटडेक के एक नए और बेहतर संस्करण की घोषणा की थी। उस समय, यह अमेरिका, कनाडा और ऑस्ट्रेलिया में यूजर्स के एक छोटे समूह के साथ नई सुविधाओं का परीक्षण कर रहा था। (आईएएनएस)
कीव, 2 जून | रूसी सेना ने पूर्वी यूक्रेन के प्रमुख शहर सेवेरोदोनेत्स्क के ज्यादातर हिस्से पर कब्जा कर लिया है। इसकी जानकारी देश के सशस्त्र बलों के जनरल स्टाफ ने दी। समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, लुहान्स्क क्षेत्रीय सैन्य प्रशासन के प्रमुख सर्गेई गदाई ने फेसबुक पर कहा कि रूस ने सेवेरोदोनेत्स्क के लगभग 80 प्रतिशत हिस्से पर कब्जा कर लिया है।
गदाई ने कहा कि शहर की सड़कों पर लड़ाई जारी है और यूक्रे न की सेना ने सेवेरोदोनेत्स्क के कुछ हिस्सों में जवाबी हमले किए है। यूक्रेनी सैनिकों ने छह रूसी सैनिकों को पकड़ा है।
यूक्रेन के अधिकारियों के अनुसार, रूसी सेवेरोदोनेत्स्क के आसपास मॉप-अप ऑपरेशन की तैयारी कर रहे हैं। (आईएएनएस)
सैन फ्रांसिस्को, 2 जून | मेटा की मुख्य परिचालन अधिकारी (सीओओ) शेरिल सैंडबर्ग ने कंपनी की दूसरी सर्वोच्च रैंकिंग कार्यकारी के रूप में 14 साल बाद अपनी प्रमुख भूमिका से हटने की घोषणा की है। वह 2008 में फेसबुक से जुड़ीं और उन्हें उम्मीद थी कि वह पांच साल तक इस भूमिका में रहेंगी।
सैंडबर्ग ने बुधवार देर रात एक फेसबुक पोस्ट में कहा, "चौदह साल बाद, मेरे लिए अपने जीवन का अगला अध्याय लिखने का समय आ गया है। मुझे पूरी तरह से यकीन नहीं है कि भविष्य कहां ले जाएगा.. मैंने बहुत कुछ सीखा है। लेकिन मुझे पता है कि इसमें मुझे खुद पर अधिक ध्यान केंद्रित करना शामिल होगा।"
मेटा के सीईओ मार्क जुकरबर्ग ने कहा कि यह एक युग का अंत है।
उन्होंने पोस्ट किया, "14 साल बाद, मेरी अच्छी दोस्त और साथी शेरिल सैंडबर्ग मेटा के सीओओ के रूप में पद छोड़ रही हैं।"
जुकरबर्ग ने बताया, "मैं शेरिल के साथ इस कंपनी को चलाने से चूकने जा रहा हूं। लेकिन मुझे खुशी है कि वह हमारे निदेशक मंडल में काम करना जारी रखेगी ताकि हम उनके ज्ञान और अनुभव से लाभ उठा सकें।"
फेसबुक में शामिल होने से पहले, सैंडबर्ग ने ऐडवर्डस और ऐडसेंस उपकरणों के लिए गूगल में अपने ऑनलाइन बिक्री चैनल बनाने में छह साल बिताए।
मेटा से उनके जाने का अनुमान पहले लगाया गया था।
मेटा के संचार विभाग के एक पूर्व सदस्य ड्र पुसाटेरी ने ट्वीट किया, उनका जाना 'मूल रूप से कंपनी के अंदर सभी के लिए एक अविश्वसनीय रूप से गैर-चौंकाने वाला प्रस्थान होगा।' (आईएएनएस)
कीव, 2 जनू। यूक्रेन के ऑर्थोडॉक्स चर्च ने बुधवार को बताया कि पूर्वी यूक्रेन में एक ऐतिहासिक ईसाई मठ में हुई गोलाबारी में दो भिक्षुओं और एक नन की मौत हो गई।
गिरजाघर ने एक बयान जारी करके बताया कि सोमवार को हुई गोलाबारी में तीन अन्य भिक्षु घायल भी हुए हैं। गोलाबारी में दोनेत्सक क्षेत्र में स्थित सेवरस्की मठ को भारी नुकसान पहुंचा है। हालांकि, उन्होंने इस संबंध में विस्तृत जानकारी नहीं दी।
यह मठ सेवरस्की दोनेत्सक नदी के किनारे पर बना है, जो यूक्रेन के ऐतिहासिक ‘ऑर्थोडॉक्स’ मठों में से एक है।
रूस के यूक्रेन पर हमला करने के बाद मठ में कई नागरिकों को शरण दी गई थी। पहले भी रूस ने यहां गोलाबारी की थी। (एपी)
हॉलीवुड फ़िल्म पाइरेट्स ऑफ़ कैरिबियन्स फ़िल्म और सीरीज में काम कर चुके अभिनेता और तीन बार ऑस्कर के नामांकित अभिनेता जॉनी डेप ने अपनी पूर्व पत्नी एंबर हर्ड से मानहानि का मुक़दमा जीत लिया है.
अदालत ने जॉनी डेप को मानहानि के नुकसान के बदले 15 मिलियन डॉलर के भुगतान का आदेश दिया है. इसमें 10 मिलियन डॉलर मुआवजे के तौर पर दिए जाएंगे जबकि पांच मिलियन डॉलर एंबर को दंड स्वरूप चुकाने होंगे.
वहीं अदालत ने एंबर हर्ड के दो मुक़दमे में माना कि जॉनी डेप ने उनकी कोई मानहानि नहीं की है, हालांकि तीसरे मुक़दमे में अदालत ने पाया कि जॉनी डेप ने अपने वकील के ज़रिए एंबर हर्ड की मानहानि की है, इसके लिए अदालत ने उन्हें मानहानि के बदले दो मिलियन डॉलर के भुगतान का आदेश दिया.
अदालत के फ़ैसले के बाद एंबर हर्ड ने अपने बयान में कहा है, "मैं अपनी निराशा शब्दों में जाहिर नहीं कर सकती. मेरा दिल टूट चुका है. पहाड़ जितने सबूत भी मेरे पूर्व पति की ताक़त, रसूख और दबदबे के सामने टिक नहीं पाए. मैं इसलिए भी निराश हूं कि इस फ़ैसले का असर दूसरी महिलाओं पर पड़ेगा. यह एक सेटबेक जैसा है. महिलाओं के ख़िलाफ़ हिंसा को गंभीरता से लेने वाली बात के लिए भी यह सेटबैक है."
वहीं जॉनी डेप ने अपने बयान में कहा है कि शुरुआत से ही मामले का उद्देश्य सत्य को सामने लाना था, चाहे इसका नतीजा जो हो. सत्य को कभी मिटाया नहीं जा सकता.
हॉलीवुड अभिनेता जॉनी डेप और उनकी पूर्व पत्नी एंबर हर्ड का कोर्ट केस बीते छह सप्ताह से सुर्ख़ियों में था. फ़ैसले के दिन एंबर हर्ड वर्जीनिया के कोर्ट रूम में मौजूद थीं जबकि जॉनी डेप अपने कंसर्ट का हवाला देते हुए फ़ैसले के दिन कोर्ट से दूर रहे.
क्या था मामला?
58 साल के जॉनी डेप ने अपनी पूर्व पत्नी और अभिनेत्री 36 साल की एंबर हर्ड पर मुक़दमा किया था. दरअसल 2018 में एंबर ने वाशिंगटन पोस्ट अख़बार में एक विस्तृत लेख लिखा था कि वो घरेलू हिंसा की शिकार हुई हैं हालाँकि उन्होंने किसी का नाम नहीं लिया था.
लेकिन जॉनी डेप ने कहा था कि ये लेख उनकी मानहानि करता है और इससे उनके करियर पर असर पड़ा है. इसके बाद जॉनी डेप ने अपनी पूर्व पत्नी पर 50 मिलियन डॉलर का मुक़दमा दायर कर दिया था. इसके बदले में एंबर ने भी 100 मिलियन डॉलर का केस किया था.
इसी मामले की सुनवाई सिविल केस की सुनवाई बीते छह सप्ताह से चल रही थी जिसका फ़ैसला बुधवार की मध्यरात्रि के बाद आया. अदालत ने यह माना है कि एंबर के लेख से जॉनी की मानहानि हुई थी. अदालत के मुताबिक एंबर का लिखा लेख झूठा और मानहानि करने वाला था.
अदालत ने यह भी माना है कि एंबर ने अपने शादी को लेकर जो बयान दिए थे वो झूठे थे.
इसको मामले को लेकर दुनिया भर में दिलचस्पी देखने को मिल रही थी. मामले की सुनवाई सात सदस्यों की ज्यूरी ने किया है, कोर्ट टीवी के मुताबिक इस ज्यूरी में पांच पुरुष और दो महिलाएं शामिल थीं. इससे पहले भी 2016 में एंबर हर्ड जॉनी डेप पर मारपीट का इल्ज़ाम लगा चुकी हैं.
पायरेट्स...के कलाकार जॉनी डेप का तलाक़ तय
जॉनी डेप-एंबर हर्ड की शादी
दोनों की मुलाक़ात 2011 में हॉलीवुड फ़िल्म 'द रम डायरी' के सेट पर हुई थी जो प्यूर्टो रिको में शूट हुई थी. कुछ साल बाद दोनों दोबारा फ़िल्म की पब्लिसिटी के दौरान मिले और वहीं से दोनों का रिश्ता शुरु हुआ. 2012 से दोनों डेट करने लगे और 2015 में दोनों की शादी हो गई.
शादी के 15 महीने के बाद दोनों ने कहा कि उनका रिश्ता ख़त्म हो गया है. एंबर हर्ड ने तलाक़ के लिए अर्ज़ी दी और चेहरे पर पिटाई के निशान दिखाते हुए जॉनी डेप के ख़िलाफ़ रेस्ट्रेनिंग ऑर्डर की दरख़्वास्त की थी. जॉनी डेप ने तलाक़ के बाद एंबर को सात मिलियन डॉलर दिए जिस पर एंबर ने कहा कि वो इस राशि को दान करना चाहती है. हालांकि जॉनी डेप की टीम इस दावे पर सवाल उठाए थे.
गवाही के दौरान एंबर हर्ड के आरोप-
"मेरे लिए हिंसा का चक्र 2012 से शुरु हो गया था. 2012 में जॉनी डेप ने पहली बार मुझ पर हमला किया जब मैं उनकी बाजू पर एक टैटू देखकर हँसने लगी थी. उन्होंने बाजू पर अभिनेत्री विनोना राइडर के नाम का टैटू बनवाया हुआ था जिससे उनका पहले संबंध था. मैं इसलिए हँसी क्योंकि मुझे लगा वो मज़ाक कर रहे हैं लेकिन उन्होंने मुझे थप्पड़ मारा.
जॉनी डेप ऐसे इंसान हैं जो बहुत सद्भावना के साथ पेश आते हैं लेकिन शराब और ड्रग्स के असर के बाद वो बहुत ग़ुस्से में आ जाते हैं, उन्हें लगता था कि मैं किसी और के साथ रिश्ता बना रही हूँ.
जॉनी डेप ने ड्रग्स लेने की अपनी आदत को छिपाने की कोशिश की जिसमें कोकेन और शराब शामिल थी. वो मुझे मारते थे और फिर ग़ायब हो जाते थे. जब वो वापस आते थे तो नशे में नहीं होते थे और वो मुझसे कुछ ज़्यादा ही प्यार से बात करते थे और ये कहते हुए माफ़ी माँगते थे कि सब ठीक हो जाएगा. 2013 तक आते आते मैं अपने आप को बंटा हुआ महसूस करती थी. मैं जॉनी से प्यार करती थी लेकिन वो मेरी ज़िंदगी का सबसा ख़राब हिस्सा भी थे."
अपनी गवाही के दौरान एंबर ने एक घटना के बारे में बताया. वो और जॉनी छुट्टी पर थे. उन्होंने कहा, अचानक एक महिला आई, मेरी तरफ़ झुकी , अपना सिर मेरे कंधे पर रख दिया. मुझे लगा वो नशे में थे. इसके बाद जॉनी गुस्सा हो गए और चिल्लाने लगे और महिला के साथ झगड़ा हो गया. जब हम वापस आए तो जॉनी ड्रग्स ढूँढने लगे और मेरी अंडरवियर तक फाड़ दी.
( जॉनी डेप मारपीट के आरोपों से इनकार करते रहे हैं.)
गवाही के दौरान जॉनी डेप के आरोप-
"ऐसा लगता है कि एंबर हर्ड को जैसे हिंसा और टकराव की आदत और ज़रूरत थी. एंबर अक्सर मेरे खिलाफ़ अपमानजनक, चुभने वाली, टॉक्सिक और हिंसात्मक बातें और हिंसा भी करती थी. कभी कभी बात थप्पड़ तक रहती थी और कभी वो मेरे सर पर टीवी रिमोट या मेरे चेहरे पर वाइन का गिलास फ़ेंक देती थी. अगर मैंने किसी के साथ बुरा बर्ताव किया है तो वो मैं ख़ुद हूँ. एक बार जब मैं बिस्तर से उठा था तो बग़ल में एक अजीबोग़रीब चीज़ मिली, जो मनुष्य का मल था."
( 2018 में यूके में चले एक मुक़दमे में एंबर हर्ड इस आरोप से इनकार कर चुकी हैं )
जॉनी डेप के वकीलों का कहना है कि एग्रेशन और आक्रोश एंबर की तरफ़ से होता आया है और वो अपने करियर को बढ़ावा देने के लिए विक्टम या पीड़ित होने का दिखावा करती हैं.
जॉनी डेप का ड्रग्स लेने का मामला
केस में सुनवाई के दौरान जॉनी डेप ने कहा जब वो पीठ की चोट के लिए दवा लेते थे उसी दौरान उन्हें ओपिऑयड की लत लग गई जो उन्हें दिए जा रहे थे. उनका आरोप है कि जब वो ड्रग्स की लत छोड़ने की कोशिश कर रहे थे तो एंबर हर्ड उन्हें दवाई नहीं लेने देती थी जिससे विड्रॉल सिंपटम से निपटने में उन्हें मदद मिल सकती थी.
केस से जुड़े अन्य तथ्य और गवाही
- जॉनी डेप से कोर्ट में 2013 के एक टेक्स्ट मैसेज पर सुनवाई हुई थी जो उन्होंने ब्रितानी एक्टर को भेजे थे. टेक्सट में लिखा था- उसका चेहरा जला डालते हैं, जलाने से पहले उसे डूबाएंगे. जब कोर्ट में जॉनी डेप से इस टेक्स्ट के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा था कि ये मॉन्टी पाथइन फ़िल्म से जुड़ी बाते हैं जिसमें चुड़ैलों को जलाने और डूबाने का ज़िक्र है. उनका कहना था कि वे दस साल की उम्र से ही ये फ़िल्म देखते आए हैं और वो मज़ाक भर था.
- ज्यूरी में शामिल लोगों ने जॉनी डेप और एंबर के बीच की ऑडियो रिकॉर्डिंग भी सुनी थी जिसमें जॉनी डेप को भद्दी भाषा इस्तेमाल करते हुए सुना जा सकता है. एक जगह एंबर हर्ड जॉनी डेप पर चिल्लाती हैं और कहती हैं कि वो सिगरेट किसी और पर रख पर बुझाए और जॉनी डेप उनके वज़न को लेकर एंबर से अपमानजनक बातें कह रहे हैं.
- ज्यूरी ने इस पूर्व दंपति के थेरेपिस्ट की गवाही भी सुनी जिन्होंने कहा कि कैसे जॉनी और एंबर दोनों एक दूसरे के साथ बुरा बर्ताव कर रहे थे. उन मेडिकल कर्मचारियों ने भी गवाही दी है जिन्होंने जॉनी डेप का इलाज किया जब वो ड्रग्स की आदत छोड़ने की कोशिश कर रहे थे.
- साइकॉलजिस्ट की गवाही - एंबर हर्ड की टीम की ओर से फ़ॉरेंसिक साइकॉलजिस्ट ने गवाही दी और कहा कि उन्हें लगता है कि एंबर घरेलू हिंसा का शिकार थी और उन्होंने कई बार एंबर से इस बारे में बात की है. जबकि जॉनी डेप की ओर से जिस साइकॉलजिस्ट को बुलाया गया था उन्होंने कहा था कि एंबर को दो तरह के पर्सनालिटी डिसऑर्डर हैं. (bbc.com)
अमेरिका में जारी गोलीबारी के मामलों के बीच ओकलाहोमा में एक मेडिकल बिल्डिंग में राइफ़ल और हैंडगन के साथ पहुँचे एक व्यक्ति ने अंधाधुंध फ़ायरिंग की, जिससे चार लोगों को मौत हो गई.
समाचार एजेंसी रॉयटर्स के अनुसार, हमलावर भी अपनी ही चलाई गोली के कारण मारा जा चुका है.
ओकलाहोमा के पुलिस अधिकारी जोनाथन ब्रूक्स ने बताया कि हमलावर की पहचान करने की कोशिश की जा रही है. उसकी उम्र 35 से 40 साल के बीच होने की अनुमान है.
हमला अस्पताल की दूसरी मंज़िल पर हुआ, जहां डॉक्टरों के ऑफ़िस और एक ऑर्थोपेडिक सेंटर है.
एक अन्य पुलिस अधिकारी एरिक दलग्लेश ने बताया कि पीड़ितों में कर्मचारी और मरीज़ दोनों हैं.
व्हाइट हाउस ने कहा कि राष्ट्रपति जो बाइडन को हमले के बारे में जानकारी दे दी गई है.
बीते सप्ताह ही एक बंदूकधारी ने टेक्सास के एक स्कूल में गोलीबारी की थी, जिसमें 19 बच्चे और दो शिक्षकों की जान चली गई थी. मई माह में ही एक शूटर ने बफ़ेलो सुपरमार्केट में गोलीबारी की थी जिसमें 10 लोग मारे गए थे. (bbc.com)
हॉलीवुड एक्टर जॉनी डेप और उनकी पूर्व पत्नी एंबर हर्ड ने मानहानि मुक़दमे में फ़ैसला आने के बाद सोशल मीडिया पर बयान जारी किया है.
जॉनी डेप ने इंस्टाग्राम पोस्ट में लिखा है, "छह साल पहले, मेरा जीवन, मेरे बच्चों का जीवन, मेरे करीबियों और उन लोगों का जीवन जिन्होंने सालों साल मेरा साथ दिया, हमेशा के लिए बदल गया."
"सब पलक झपकते ही बदला."
उन्होंने लिखा, "मीडिया के ज़रिए मुझपर गंभीर आपराधिक आरोप लगाए गए, जिससे मेरे ख़िलाफ़ नफ़रत भरे संदेशों की बाढ़ आ गई. "
"और छह साल बाद, जूरी ने मुझे मेरी ज़िदगी वापस लौटा दी. इस केस को आगे बढ़ाने का फ़ैसला मैंने बहुत सोच-समझकर लिया था. शुरू से ही मेरा लक्ष्य सच सामने लाना था और ये कर के मैं शांत महसूस कर रहा हूँ."
एंबर हर्ड ने क्या कहा?
जॉनी डेप से मुक़दमा हारने के बाद एंबर हर्ड ने सोशल मीडिया पर निराशा ज़ाहिर की है. उन्होंने लिखा है कि उनके पूर्व पति की ताकत, प्रभाव के सामने सबूतों का पहाड़ भी नाकाफ़ी रह जाने से उनका दिल टूट गया है.
उन्होंने लिखा है, "इस फ़ैसले का दूसरी महिलाओं पर होने वाले प्रभाव को सोचकर मैं और भी निराश हूँ. ये एक झटका है. ये उस विचार के लिए झटका है, कि महिलाओं के ख़िलाफ हिंसा को गंभीरता से लिया जाए. मैं ये केस हारने से दुखी हूँ." (bbc.com)
ऑस्ट्रेलिया की नई सरकार के 23 मंत्रियों ने बुधवार को शपथ ली है. इनमें दस महिलाएं हैं.
युवा मामलों की मंत्री एनी अली और उद्योग मंत्री एड हुसिक ऑस्ट्रेलिया के पहले मुसलमान मंत्री हैं. हाथ में क़ुरान लेकर शपथ लेने वाली एनी एली ऑस्ट्रेलिया की पहली महिला मुसलमान मंत्री हैं.
ऑस्ट्रेलियाई सांसद का बुर्क़ा बैन के लिए 'स्टंट'
ऑस्ट्रेलिया की नई संघीय सरकार को देश के इतिहास की सबसे विविध सरकार माना जा रहा है जिसमें अल्पसंख्यकों के अलावा स्थानीय आदिवासी समुदायों के प्रतिनिधियों को भी जगह दी गई है.
वेस्टर्न ऑस्ट्रेलिया से सांसद एनी अली पहले लेबर पार्टी से कार्यकर्ता के तौर पर जुड़ी थीं, फिर वो पार्टी की यूनियन की सदस्य बनीं और अब सांसद चुनकर मंत्री बनी हैं.
शपथ लेने के बाद मीडिया से बात करते हुए डॉ. एनी अली ने कहा, "मंत्री बनना कभी भी मेरे लाइफ़ प्लान का हिस्सा नहीं था."
डॉ. अली पहले ऑस्ट्रेलिया की पहली महिला सांसद थीं, अब वो पहली मुसलमान महिला मंत्री भी होंगी.
अली पर्थ के बाहरी इलाक़े की कोवान की सीट से चुनीं गईं हैं. इस सीट का नाम ऑस्ट्रेलिया की पहली महिला सांसद एडिथ कोवान के नाम पर हैं.
एनी अली का जन्म मिस्र में हुआ था. जब वो दो साल की थीं तब उनका परिवार सिडनी के दक्षिण-पश्चिम में चिपिंग नोर्टन में आकर बस गया था.
एनी अली ने साल 2020 में घरेलू हिंसा के ख़िलाफ़ राष्ट्रीय अभियान की मांग करते हुए अपने साथ हुए घरेलू हिंसा का ज़िक्र किया था.
तब मीडिया से बात करते हुए अली ने कहा था, "मैंने सब्र किया, मैं साथ रही. मैं अपने ज़ख़्मों को मरहम लगाती रही और अपना दर्द छिपाती रही. मैं ख़ामोश रही, बहुत लंबे समय तक मैं ख़ामोश रही. हर पीड़ा, दुख और उत्पीड़न झेलने के बाद अपने बच्चों के पिता को छोड़ना मेरे लिए सबसे मुश्किल फ़ैसला था."
55 वर्षीय एनी अली राजनीति में आने से पहले प्रोफ़ेसर और शिक्षाविद रहीं हैं. उन्होंने 'आतंकवाद' पर भी शोध किया है और बच्चों के चरमपंथ की तरफ़ झुकाव पर उनका शोध उल्लेखनीय है.
एनी अली ने एडिथ कोवान यूनिवर्सिटी से ही पीएचडी की डिग्री ली है. राजनीति में आने से पहले वो पश्चिमी ऑस्ट्रेलिया प्रशासन में कई अहम पदों पर रह चुकी हैं.
एनी अली का जीवन प्रेरणादायक रहा है. अपनी ज़िंदगी के शुरुआती दौर में उन्होंने न्यूनतम मज़दूरी पर काम करते हुए अकेली मां के रूप में अपने बच्चों का पालनपोषण किया.
एनी अली को फ़ैशन का भी शौक है और वो एक मॉडल के रूप में कैटवॉक भी कर चुकी हैं.
एनी के पिता ने टेक्सटाइल इंजीनियरिंग की पढ़ाई की थी लेकिन ऑस्ट्रेलिया में उन्हें इस क्षेत्र में नौकरी नहीं मिली. वो बस चलाया करते थे.
एनी अली के मंत्री बनने से ऑस्ट्रेलिया के मुसलमान समुदाय में भी ख़ुशी है. ऑस्ट्रेलिया फ़ेडेरेशन ऑफ़ इस्लामिक काउंसिल ने एनी अली को उनकी कामयाबी के लिए पत्र लिखकर मुबारकबाद दी है.
संस्था के मुख्य अधिकारी केयर ट्राड ने एक बयान में कहा है कि ऑस्ट्रेलिया में मुसलमानों का सत्ता के शीर्ष तक पहुंचना एक ताक़वतर संदेश देता है.
उन्होंने कहा, "ऑस्ट्रेलिया के युवा मुसलमान अब ये देखेंगे कि अगर वो समाज की सेवा करना चाहते हैं तो राजनीतिक प्रतिनिधित्व भी एक विकल्प है."
उन्होंने ये भी कहा कि इससे ऑस्ट्रेलिया के लोगों को भी ये संदेश जाएगा कि मुसलमान ऑस्ट्रेलिया के समुदाय का अहम हिस्सा हैं. (bbc.com)
काठमांडू, एक जून। नेपाल के काठमांडू से भद्रपुर के लिए बुधवार को उड़ान भरने वाला बुद्धा एयरलाइंस का एक विमान तकनीकी गड़बड़ी के बाद काठमांडू लौट आया। मीडिया की एक खबर में यह बताया गया है।
नेपाल की ‘माय रिपब्लिका’ समाचार वेबसाइट ने नागर विमानन कार्यालय का हवाला देते हुए कहा है कि त्रिभुवन अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से उड़ान भरने वाला विमान टायर में गड़बड़ी का पता चलने के बाद लौट आया। नागर विमानन अधिकारियों के मुताबिक विमान ने पूर्वाह्न 10 बजकर 43 मिनट पर उड़ान भरी थी और तुरंत यह हवाई अड्डे पर लौट आया।
वेबसाइट के मुताबिक अधिकारियों ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। कुछ दिन पहले ही तारा एयरलाइन का एक विमान पोखरा से उड़ान भरने के बाद मुस्तांग जिले में दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। विमान में चार भारतीय, दो जर्मन, 13 नेपाली यात्रियों के अलावा चालक दल के तीन सदस्य थे।
नेपाल के नागर विमानन प्राधिकरण (सीएएएन) द्वारा की गई प्रारंभिक जांच के अनुसार, कनाडा में निर्मित टर्बोप्रॉप ट्विन ओटर 9एन-एईटी विमान खराब मौसम के कारण रविवार को 4,200 मीटर की ऊंचाई पर दुर्घटनाग्रस्त हो गया। पर्वतीय देश होने के कारण, नेपाल के मौसम में हमेशा बदलाव होता रहता है और उचित मौसम पूर्वानुमान तंत्र के बिना पर्वतीय क्षेत्र में उड़ान संचालित करना मुश्किल होता है।
नेपाल के नागर विमानन प्राधिकरण ने मंगलवार को घरेलू उड़ानों को नियंत्रित करने वाले नियमों को कड़ा कर दिया और विमानन कंपनियों के लिए उड़ान के पूरे मार्ग में साफ मौसम रहना अनिवार्य कर दिया। (भाषा)
ऑस्ट्रेलिया में लेबर पार्टी की नई सरकार ने बुधवार को शपथ ले ली है. प्रधानमंत्री एंथनी एल्बनीज़ ने अपने मंत्रिमंडल में कुल 13 महिलाओं को मंत्री बनाया है. कुल 30 मंत्रियों में 13 महिला मंत्री हैं. एंथनी अल्बनीज़ ने पहली महिला मुस्लिम को भी मंत्री बनाया है.
जीत के 11 दिन बाद ऑस्ट्रेलिया की राजधानी कैनबरा में गवर्नर-जनरल डेविड हर्ली ने शपथ दिलाई. अल्बनीज ने ट्विटर पर लिखा है, ''विविधता से भरे ऑस्ट्रेलिया में इस समावेशी सरकार को लेकर हमें गर्व है. लेबर पार्टी की सरकार में सभी नए सदस्यों का स्वागत है.
एने अली ऑस्ट्रेलिया की पहली मुस्लिम महिला मंत्री हैं. इन्हें युवा मंत्री बनाया गया है. एद ह्यूसिक एक और मुस्लिम मंत्री हैं, जिन्हें अल्बनीज़ सरकार में उद्योग मंत्री बनाया गया है. वेस्टर्न सिडनी से लेबर पार्टी के सांसद एद ह्यूसिक ने क़ुरान के साथ मंत्री पद की शपथ ली. एद ह्यूदिक भी ऑस्ट्रेलिया में पहले पुरुष मुस्लिम मंत्री बने हैं.
ऑस्ट्रेलिया फेडरेशन ऑफ इस्लामिक काउंसिल के अध्यक्ष रातेब जनीद ने दोनों मंत्रियों को पत्र लिखकर बधाई दी है. एएफ़आईसी के कार्यकारी अध्यक्ष कीसार ट्राड ने एसबीएस से कहा है कि यह ऑस्ट्रेलिया के लिए बहुत ही सकारात्मक क़दम है. उन्होंने कहा कि यह कैबिनेट वाक़ई ऑस्ट्रेलिया का प्रतिनिधित्व करती है. (bbc.com)
यूरोपियन यूनियन ने इस साल के अंत तक रूस से तेल आयात में 90 फ़ीसदी की कटौती करने का फ़ैसला किया है. ऐसे में कहा जा रहा है कि रूसी राष्ट्रपति पुतिन को भारत और चीन की ज़रूरत ज़्यादा बढ़ जाएगी.
ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के अनुसार, रूस एशिया में तेल की आपूर्ति बढ़ाने की कोशिश कर रहा है. चीन, भारत और जापान एशिया में तीन बड़े तेल ख़रीदार देश हैं. जापान अमेरिका का क़रीबी सहयोगी है और उसने रूस से तेल आयात पर पाबंदी लगा दी है.
चीन और भारत दोनों रूस के क़रीब हैं. दोनों अपनी ज़रूरत का बड़ा हिस्सा तेल आयात करते हैं. दोनों देश रूस से तेल ख़रीद रहे हैं. भारत पर रूस से तेल नहीं ख़रीदने का दबाव है लेकिन भारत ने झुकने से इनकार कर दिया है.
रूस क़ीमत में छूट के साथ तेल दे रहा है और भारत को यह सौदा रास आ रहा है. लेकिन भारत अब भी रूस से अपनी ज़रूरत का दो से तीन फ़ीसदी तेल ही आयात करता है. ऐसे में पुतिन चाहेंगे कि यूरोप की कमी चीन और भारत पूरी करें.
एशिया में रूस के लिए तेल बेचने की कई मुश्किलें भी हैं. कारोबारियों का कहना है कि श्रीलंका और इंडोनेशिया जैसे देशों में रिफाइनरी प्लांट नहीं हैं. ऐसे में रूस के लिए यह बड़ी मुश्किल है. ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के अनुसार, रूसी तेल कंपनी उरल्स के कच्चे तेल को इस्तेमाल लायक बनाने में भारत और चीन के रिफाइनरी प्लांट कारगर साबित हो सकते हैं.
रूस से भारत का तेल आयात लगातार बढ़ रहा है. दूसरी तरफ़ पश्चिम के देश रूस पर प्रतिबंध लगातार कड़े कर रहे हैं. वित्तीय बाज़ार और इन्फ़्रास्ट्रक्चर से जुड़े डेटा देने वाला अमेरिकी-ब्रिटिश प्रोवाइडर रीफिनिटिव के अनुमान के अनुसार, भारत का रूस से कच्चे तेल का आयात मई महीने में 30.36 लाख मीट्रिक टन पहुँच जाएगा.
यह पिछले साल रूस से भारत आए मासिक औसत कच्चे तेल 382,500 मीट्रिक टन से नौ गुना ज़्यादा है. रीफिनिटिव के अनुसार, यूक्रेन पर हमले के बाद से भारत रूस से 40.8 लाख मीट्रिक टन तेल ले चुका है. रूस की उरल्स ऑइल अभी तेल क़रीब 95 डॉलर प्रति बैरल के हिसाब बेच रही है. दूसरी तरफ़ अंतरराष्ट्रीय बाज़ार में तेल की क़ीमत 119 डॉलर प्रति बैरल है.(bbc.com)
काठमांडू, 31 मई (भाषा)। नेपाल के पर्यटक शहर पोखरा में मंगलवार को हवाईअड्डे पर रनवे के पास एक ईंधन टैंकर पलट गया, जिससे उड़ान संचालन बाधित हुआ। मीडिया में आई खबरों से यह जानकारी मिली।
‘माई रिपब्लिका’ अखबार ने बताया कि टैंकर नेपाल ऑयल कॉरपोरेशन से ईंधन लेकर जा रहा था। पोखरा हवाई अड्डे के प्रवक्ता देवराज सुबेदी ने कहा कि रनवे के पास ईंधन टैंकर के पलट जाने और ईंधन छलकने के कारण कुछ देर के लिए उड़ान सेवाएं बाधित रहेंगी।
सुबेदी ने कहा, ‘‘ईंधन गिरने के बावजूद कोई नुकसान नहीं हुआ है।’’ सुबेदी ने कहा कि काठमांडू हवाई अड्डे से पोखरा जाने वाली येति एयर और बुद्धा एयर की उड़ानें काठमांडू लौट गई हैं क्योंकि वे हवाई अड्डे पर उतर नहीं पाईं। रनवे के पास पलटे टैंकर को उठाने के लिए क्रेन मंगवाई गई है।
पोखरा उस समय से चर्चा में बना हुआ है, जब रविवार को तारा एयर के एक यात्री विमान के हवाई अड्डे से उड़ान भरने के कुछ मिनट बाद एक दुर्घटनाग्रस्त हो जाने से चार भारतीयों सहित 22 लोगों की मौत हो गई।
कीव (यूक्रेन), 31 मई। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने कहा कि रूस ने यूक्रेन के समुद्री बंदरगाहों को बंद कर दिया है, जिससे वे 2.2 करोड़ टन अनाज निर्यात नहीं कर पा रहे हैं।
जेलेंस्की ने मंगलवार रात दिए एक वीडियो संबोधन में कहा कि रूस के इस कदम से यूक्रेन से पहुंचने वाले अनाज पर निर्भर देशों में भुखमरी का खतरा बढ़ गया है और एक नया प्रवास संकट उत्पन्न हो सकता है।
उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘यकीनन रूसी नेतृत्व ऐसा ही चाहता है।’’
साथ ही, यूक्रेन के राष्ट्रपति ने दावा किया कि कि यूक्रेन में रूसी हमले की शुरुआत से लेकर अब तक कुल 32 मीडियाकर्मी मारे गए हैं।
जेलेंस्की ने फ्रांस की विदेश मंत्री कैथरीन कोलोना के साथ हुई एक बैठक में फ्रांस से खाद्य आपूर्ति पर रूसी हथकंडों के आगे नहीं झुकने का आग्रह भी किया। (एपी)
काठमांडू, 30 मई। नेपाल के पर्वतीय मुस्तांग जिले में रविवार को तारा एअर की विमान दुर्घटना में एक ही परिवार के चार सदस्यों की मौत हो गयी है। इसी तरह महाराष्ट्र में ठाणे के त्रिपाठी परिवार के चार सदस्यों की भी इस हादसे में मौत हो गयी है।
‘द हिमालयन टाइम्स’ की खबर के मुताबिक, टीनमाने भांझयांग के निवासी गणेश नारायण श्रेष्ठ (52), उनकी पत्नी रश्मि श्रेष्ठ (48) और दो बेटियों रोजिना (23) तथा रबीना (20) ने इस दुर्घटना में जान गंवा दी है।
बहरहाल, पुलिसकर्मियों ने परिवार के सभी सदस्यों की मौत की पुष्टि नहीं की है लेकिन मुस्तांग के मुख्य जिला अधिकारी नेत्र प्रसाद शर्मा ने कहा कि विमान में सवार सभी 22 लोगों की मौत हो गयी है और 21 शव बरामद कर लिए गए हैं। (भाषा)
दुबई, 31 मई। ईरान के दक्षिण-पश्चिमी शहर अबादान में पिछले हफ्ते इमारत ढहने की घटना में मरने वालों की संख्या बढ़कर 33 हो गई है।
सरकारी समाचार एजेंसी ‘आरएनए’ के अनुसार, निर्माणाधीन टावर के मलबे से सोमवार को चार और शव निकाले गए, जिससे हादसे में जान गंवाने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 33 पर पहुंच गई।
एजेंसी के मुताबिक, बचावकर्मी अब भी मलबा हटाने के काम में जुटे हैं और अन्य लोगों की तलाश जारी है।
इमारत ढहने की घटना से नाराज लोग अबादान में सड़कों पर उतर आए, जिससे इलाके की शांति व्यवस्था प्रभावित हुई। प्रदर्शनकारियों और दंगा रोधी पुलिस में कई बार झड़प भी हुई।
अर्ध सरकारी समाचार एजेंसी ‘फारस’ ने बताया कि शोकाकुल लोग रविवार रात को घटनास्थल पर जमा हुए, तभी प्रदर्शनकारियों के एक वर्ग ने सरकारी टीवी की कैमरा टीम पर हमला कर दिया, जिसके बाद पुलिस को उन्हें तितर-बितर करने के लिए बल का सहारा लेना पड़ा। (एपी)
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज़ शरीफ़ मंगलवार को तुर्की के तीन दिवसीय दौरे पर रवाना होंगे. सोमवार को पाकिस्तान की सूचना प्रसारण मंत्री मरियम औरंगज़ेब ने इसकी जानकारी दी है.
मरियम औरंगज़ेब ने ट्वीट कर कहा है कि शहबाज़ शरीफ़ का यह दौरा द्विपक्षीय रिश्ते को और मज़बूत करने में अहम साबित होगा. मरियम ने कहा कि पाकिस्तानी प्रधानमंत्री रिपब्लिक ऑफ तुर्की के संस्थापक मुस्तफ़ा कमाल पाशा के मकबरा पर भी जाएंगे.
इस दौरे में शहबाज़ शरीफ़ की मुलाक़ात तुर्की के राष्ट्रपति रेपेच तैय्यप अर्दोआन से होगी. इस महीने की शुरुआत में ही पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने चाइना पाकिस्तान इकनॉमिक कॉरिडोर में तुर्की को भी शामिल करने की बात कही थी. इससे पहले 18 मई को तुर्की के विदेश मंत्री की मुलाक़ात पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो से हुई थी. (bbc.com)
टाफ्ट (अमेरिका), 30 मई। अमेरिका के पूर्वी ओकलाहोमा में रविवार को एक कार्यक्रम में हुई गोलीबारी में एक व्यक्ति की मौत हो गई, जबकि सात अन्य घायल हो गए। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
‘ओकलाहोमा स्टेट ब्यूरो ऑफ इंवेस्टिगेशन’ ने एक बयान जारी कर कहा कि टुल्सा से लगभग 16 किलोमीटर दूर दक्षिण-पूर्व में स्थित टाफ्ट के पास मेमोरियल डे कार्यक्रम में गोलीबारी की गई।
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, मध्यरात्रि के बाद कुछ लोगों के बीच बहस हो गई थी, जिसके बाद गोलीबारी हुई। जांच अधिकारियों ने बताया कि मामले में फिलहाल कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है।
कार्यक्रम स्थल के पास स्थित ‘टाफ्ट्स बूट्स कैफे’ की मालकिन सिल्विया विल्सन ने कहा, ‘‘ हमें कई धमाकों की आवाज सुनाई दी। शुरुआत में हमें लगा कि वहां पटाखे बज रहे हैं। हमने लोगों को भागते और छिपते देखा। इसके बाद हम चिल्लाने लगे, नीचे झुको, नीचे झुको।’’
टाफ्ट में आयोजित इस कार्यक्रम में लगभग 1,500 लोगों ने शिरकत की। कार्यक्रम में मौजूद मस्कोगी काउंटी शेरिफ कार्यालय के सदस्य तुरंत लोगों की मदद में जुट गए। घटना से जुड़ी विस्तृत जानकारी फिलहाल सामने नहीं आई है। (एपी)
(शिरीष बी प्रधान)
काठमांडू, 30 मई। नेपाल के पर्यटक शहर पोखरा से उड़ान भरने के कुछ मिनट बाद हिमालयी पर्वतीय क्षेत्र में रविवार को लापता हुए स्थानीय विमानन कंपनी के एक छोटे विमान में सवार मुंबई के रहने वाले एक परिवार के चार सदस्यों समेत 22 लोगों के साथ क्या हुआ है, यह अभी भी स्पष्ट नहीं है। खराब मौसम और बादल छाए रहने के कारण विमान का पता लगाना मुश्किल हो गया है। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
नेपाल के नागरिक उड्डयन प्राधिकरण (सीएएएन) ने एक बयान में कहा कि काठमांडू से 200 किलोमीटर पूर्व में स्थित पोखरा से सुबह सवा दस बजे उड़ान भरने वाले तारा एअर के विमान की स्थिति अभी तक पता नहीं चली है।
विमानन कंपनी ‘तारा एअर’ के प्रवक्ता सुदर्शन बरतौला ने बताया कि ‘ट्विन ओट्टर 9एन-एईटी’ विमान में चार भारतीय नागरिक, दो जर्मन नागरिक और 13 नेपाली यात्रियों के अलावा चालक दल के तीन नेपाली सदस्य सवार थे। उन्होंने कहा कि कनाडा द्वारा निर्मित विमान पोखरा से मध्य नेपाल स्थित मशहूर पर्यटक शहर जोमसोम जा रहा था। दोनों शहरों के बीच विमान यात्रा में आम तौर पर 20-25 मिनट लगते हैं।
विमानन कंपनी ने यात्रियों की सूची जारी की है, जिसमें भारतीयों की पहचान अशोक कुमार त्रिपाठी, उनकी पत्नी वैभवी बांडेकर (त्रिपाठी) और उनके बच्चों धनुष त्रिपाठी तथा ऋतिका त्रिपाठी के रूप में की गई है। यह परिवार मौजूदा समय में मुंबई के नजदीक ठाणे में रह रहा था।
सीएएएन ने बयान में कहा, ‘‘संभावित स्थलों पर तलाश अभियान दुर्गम पर्वतीय क्षेत्र और खराब मौसम के कारण बाधित हुआ है, जिससे विमान की स्थिति का अभी तक पता नहीं चला है।’’
इसने कहा, ‘‘हालांकि, बचाव समन्वय केंद्र 24 घंटे खुला है और हवाई तथा जमीनी मार्गों से तलाश अभियान तेज किया जाएगा।’’
सीएएएन ने कहा कि सेना के एक हेलीकॉप्टर के साथ ही एक निजी हेलीकॉप्टर तलाश अभियान में शामिल हैं।
नेपाली सेना के एक प्रवक्ता ने बताया कि बचाव दलों के साथ सैनिक और हेलीकॉप्टर संभावित घटनास्थल का पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं और ऐसा माना जा रहा है कि यह जगह मुस्तांग में लेटे या उसके आसपास हो सकती है।
प्रवक्ता ने कहा, ‘‘खराब मौसम के कारण कम दृश्यता से प्रयास बाधित हो रहे हैं। विमान का अभी तक पता नहीं लग पाया है। हम उस स्थान पर पहुंचने की कोशिश कर रहे हैं जहां स्थानीय लोगों ने कथित तौर पर कुछ जलते हुए देखा है। जब हमारे सैनिक उस स्थान पर पहुंच जाएंगे तभी हम आधिकारिक और स्वतंत्र रूप से कुछ कह सकते हैं।’’
उन्होंने कहा कि सेना ने ‘‘अंधेरा होने और विपरीत मौसम के कारण आज के लिए तलाश और बचाव प्रयास रोक’’ दिए हैं। तलाश अभियान सोमवार सुबह हवा और जमीनी मार्ग दोनों से फिर से शुरू होगा।
उन्होंने बताया कि जोमसोम में तलाश और बचाव दल को तैयार रखा गया है।
नेपाल में भारतीय दूतावास ने अपना आपात हॉटलाइन नंबर +977-9851107021 भी मुहैया कराया है।
दूतावास ने ट्वीट किया, ‘‘तारा एअर उड़ान संख्या 9एनएईटी ने आज पूर्वाह्न नौ बजकर 55 मिनट पर पोखरा से उड़ान भरी थी। इसमें चार भारतीयों समेत 22 लोग सवार थे। यह विमान लापता हो गया है। तलाश और बचाव अभियान जारी है। दूतावास उनके परिवारों के संपर्क में है।’’
पोखरा हवाई अड्डे के सूचना अधिकारी देव राज अधिकारी के हवाले से बताया गया कि चालक दल के सदस्यों का नेतृत्व कैप्टन प्रभाकर प्रसाद घिमिरे कर रहे थे। उत्सव पोखरेल सह चालक और किसमी थापा विमान परिचारिका के रूप में विमान के चालक दल में शामिल थीं।
विमान को पश्चिमी पर्वतीय इलाके में जोमसोम हवाई अड्डे पर उतरना था, लेकिन पोखरा-जोमसोम हवाई मार्ग पर घोरेपानी के ऊपर आसमान में विमान का टॉवर से संपर्क टूट गया।
जोमसोम हवाई अड्डे के एक हवाई यातायात नियंत्रक के अनुसार, जोमसोम के घासा में एक जोरदार आवाज सुनाई देने की अपुष्ट खबर मिली है। इस बात का संदेह है कि विमान धौलागिरि इलाके में दुर्घटनाग्रस्त हुआ है।
इलाके में पिछले कुछ दिनों से बारिश हो रही है लेकिन उड़ानों का संचालन सामान्य रूप से हो रहा है। यह एक लोकप्रिय मार्ग है, जहां विदेशी पर्वतारोही पर्वत पर चढ़ाई करते हैं और भारतीय तथा नेपाली श्रद्धालु मुक्तिनाथ मंदिर के दर्शन करने के लिए भी इसी मार्ग का इस्तेमाल करते हैं।
इस बीच ‘माय रिपब्लिका’ ने त्रिभुवन अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के महाप्रबंधक प्रेमनाथ ठाकुर के हवाले से बताया कि 10 जवानों और नागर विमानन प्राधिकरण के दो कर्मियों को लेकर नेपाल की सेना का एक हेलीकॉप्टर संभावित दुर्घटनास्थल नरसिंह मठ के निकट एक नदी के किनारे उतरा।
दिलचस्प बात यह है कि ‘नेपाल टेलीकॉम’ ने ‘ग्लोबल पोजिशनिंग सिस्टम’ (जीपीएस) नेटवर्क के माध्यम से यह पता लगाया कि विमान के पायलट कैप्टन प्रभाकर घिमिरे का मोबाइल फोन कहां है, जिसके बाद विमान का पता लगाया गया।
ठाकुर के हवाले से कहा गया, 'लापता विमान के कैप्टन घिमिरे के मोबाइल फोन पर कॉल जा रही है और नेपाल टेलीकॉम ने कैप्टन के फोन का पता लगाया है, जिसके बाद नेपाली सेना का एक हेलीकॉप्टर संभावित दुर्घटना स्थल पर उतर गया है।’’
म्यागड़ी के मुख्य जिला अधिकारी चिरंजीवी राणा ने ‘द काठमांडू पोस्ट’ समाचार पत्र को बताया कि खराब मौसम के कारण उस स्थान पर तलाशी का प्रयास बाधित हो रहा है, जहां स्थानीय लोगों ने विमान को आखिरी बार देखा था।
राणा के अनुसार, स्थानीय लोगों ने बताया कि विमान ने खैबंग में दो चक्कर लगाए और वह ‘लेटे पास’ (2,500 मीटर) के निकट कीटी डंडा की ओर बढ़ गया।
उन्होंने कहा, ‘‘स्थल की ओर पुलिस के एक दल को भेजा गया है। इस स्थल से लेटे तक 12 घंटे की पैदल यात्रा है। जिस जगह पर विमान को आखिरी बार देखा गया था, वहां मानव बस्तियां नहीं हैं।’’
राणा ने कहा, ‘‘मौसम में सुधार होते ही हेलीकॉप्टर हवाई अभियान शुरू करेगा।’’
लापता विमान की तलाश में पोखरा के लिए उड़ान भरने वाला हेलीकॉप्टर खराब मौसम के कारण कोई सफलता हासिल किए बिना लौट आया।
देश के गृह मंत्री बाल कृष्ण खंड ने प्राधिकारियों को लापता विमान का पता लगाने के लिए तलाश अभियान तेज करने का निर्देश दिया है।
मुस्तांग प्रमुख जिला अधिकारी नेत्र प्रसाद शर्मा ने बताया कि गृह मंत्री के निर्देश के बाद धौलागिरि चोटी के निकटवर्ती पांच जिलों में सुरक्षा अधिकारियों से सतर्क रहने को कहा गया है।
नेपाल सेना के एमआई-17 हेलीकॉप्टर को तलाश अभियान में मदद करने के लिए काठमांडू से लेटे भेजा गया है।
वहीं, विमान में सवार यात्रियों के परिजन पोखरा हवाई अड्डे पर जमा हो गए हैं।
गौरतलब है कि 2016 में इसी एअरलाइन का एक विमान उड़ान भरने के बाद इसी मार्ग पर दुर्घटनाग्रस्त हो गया था, जिससे उसमें सवार सभी 23 लोगों की मौत हो गयी थी।
मार्च 2018 में यूएस-बांग्ला एअर का विमान त्रिभुवन अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर दुर्घटनाग्रस्त हो गया था, जिससे उसमें सवार 51 लोगों की मौत हो गयी थी।
सीता एअर का एक विमान सितंबर 2012 में त्रिभुवन अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर आपात लैंडिंग के दौरान दुर्घटनाग्रस्त हो गया था, जिससे 19 लोगों की मौत हो गयी थी। पोखरा से जोमसोम जा रहा एक विमान 14 मई 2012 को जोमसोम हवाईअड्डे के समीप दुर्घटनाग्रस्त हो गया था, जिससे 15 लोगों की मौत हो गयी थी।
विमानन कंपनी की वेबसाइट के अनुसार, तारा एअर नेपाली पर्वतीय इलाकों में संचालित होने वाली सबसे नयी एवं सबसे बड़ी सेवा प्रदाता कंपनी है। उसने नेपाल के ग्रामीण क्षेत्र को विकसित करने में मदद के मिशन के साथ 2009 में कारोबार शुरू किया था। (भाषा)
कोलंबो, 30 मई (भाषा)। श्रीलंका के प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे ने संसद को और अधिकार देने की सिफारिश करते हुए रविवार को भारत का विशेष संदर्भ दिया।
मौजूदा संवैधानिक सुधारों के संबंध में टीवी पर प्रसारित विशेष बयान में विक्रमसिंघे ने कहा कि संसद की संरचना को बदलने की जरूरत है और नयी संसद प्रणाली वेस्टमिंस्टर प्रणाली या राज्य परिषदों की मौजूदा प्रणाली में सुधार करके बनाने की जरूरत है।
‘एक्जेक्यूटिव प्रेसिडेंसी’ को समाप्त करने की सिफारिश करते हुए उन्होंने कहा, ‘‘सबसे पहले मौजूदा कानूनों को मजबूत बनाने की जरूरत है ताकि संसद को वित्तीय शक्तियों पर अधिकार सौंपा जा सके। ब्रिटेन, न्यूजीलैंड और भारत जैसे देशों के उदाहरण का पालन करते हुए हम मजबूत और ज्यादा मजूबत कानून की सिफारिश करते हैं।’’
फिलहाल बिना किसी रोक-टोक के देश में सबसे ज्यादा शक्तिशाली पद पर आसीन श्रीलंका के राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे पर फिलहाल इस्तीफे का दबाव बनाया जा रहा है।
जब कल्पना वास्तविकता बन गई. फ़ंतासी ने प्रेरणा का काम किया और उसने वो काम भी करवा डाला जिसके बारे में कभी केवल कल्पना की गई थी.
अमेरिका की एक अदालत ने बुधवार को पति की हत्या के आरोप में 71 साल की लेखिका नैन्सी क्रैम्पटन ब्रोफ़ी की सज़ा का एलान किया है. नैन्सी पर जून 2018 में अपने पति की हत्या करने का आरोप लगा था.
इस केस में जिस एक चीज़ की सबसे ज़्यादा चर्चा हुई, वो थी उनके ब्लॉग में लिखे एक पोस्ट की. लेखिका ब्रोफ़ी ने अपने ब्लॉग में कुछ समय पहले चौंकाने वाली बात लिखी थी. उनके इस ब्लॉग का शीर्षक था- 'हाउ टु मर्डर योर हसबैंड' यानी अपने पति की हत्या कैसे करें.
'मर्डर नहीं किया सिर्फ़ लिखने की प्रेरणा ढ़ूंढ़ रही थी'
इस ब्लॉग पोट में नैन्सी ने उन पांच मकसदों और माकूल हथियारों के बारे में बताया था, जिनका इस्तेमाल हत्या में हो सकता है.
उन्होंने लिखा कि अगर उनके रोमांटिक उपन्यासों के किसी कैरेक्टर को अपने पति की हत्या करनी हो, तो उसके पांच मकसद क्या होंगे और वे कौन से हथियार होंगे, जो हत्या के लिए बिल्कुल सही होंगे.
ऑरेगन में पोर्टलैंड की ज्यूरी ने उन्हें सेकेंड डिग्री मर्डर का दोषी पाया है. उन्होंने अपने 63 वर्षीय पति डेनियर ब्रोफ़ी के सीने में दो बार गोलियां चलाई थीं.
आरोप लगाने वाले वकील शॉन ओवरस्ट्रीट ने कहा कि लेखिका इस हत्या से पहले अपने आर्थिक तंगी से जूझ रही थीं. उन्होंने इस बात के सबूत पेश किए कि क्रैम्पटन ने किस तरह अपने पति की हत्या की योजना बनाई
मुकदमे के दौरान ओवरस्ट्रीट ने कहा, "ये सिर्फ़ पैसों का मामला नहीं था. यह उस लाइफ़स्टाइल का भी मामला था, जिसकी चाहत नैन्सी को थी और उनके पति उन्हें यह मुहैया नहीं करा सकते थे."
हालांकि नैन्सी क्रैम्पटन ब्रोफ़ी ने कहा कि उन्होंने अपने पति की हत्या नहीं की है. उन्होंने कहा कि घटनास्थल का सिक्योरिटी कैमरा सिर्फ़ ये दिखा रहा है कि वो लिखने के लिए प्रेरणा की तलाश कर रही हैं.
लेकिन वकील ओवरस्ट्रीट ने कहा कि हत्या में इस्तेमाल बंदूक गायब है, पुलिस का मानना है कि ये बंदूक एक धारावाहिक में जांच के लिए ख़रीदी गई थी. उन्होंने ये भी दावा किया है कि नैन्सी के पति ने लाखों डॉलर का बीमा कराया था और नैन्सी अपने पति की हत्या कर यह रक़म पाना चाहती थीं.
अभियोजक के मुताबिक़, नैन्सी ने पिछले सप्ताह कहा था कि उनकी आर्थिक दिक़्क़तें पति की मौत से काफ़ी पहले ही सुलझ चुकी थीं.
बहस के दौरान नैन्सी ने कहा, "आप लोग इसे मेरे लिखे से प्रेरित मान रहे हैं. लेकिन आप बताइए कि इसमें हत्या की प्रेरणा की बात कहां है. कोई भी संपादक कह सकता है कि आपको अपनी कहानी पर और मेहनत करने की ज़रूरत है. इसमें बहुत ज़्यादा गैप है."
नैन्सी का कहने का मतलब था कि ये कल्पना की बात थी और इससे प्रेरित होकर हत्या नहीं की गई.
फ़िलहाल नैन्सी के पास औपचारिक तौर पर सज़ा से जुड़ा कोई संदेश नहीं पहुंचा है. लेकिन इस मामले में उन्हें उम्रक़ैद की सज़ा हो सकती है. स्थानीय अख़बार द ओरेगोनियन के मुताबिक़, नैन्सी के वकील इसके ख़िलाफ़ अपील करेंगे.
नैन्सी की कहानियों में आज़माए जाने वाले तरीक़े
नैन्सी ने रोमांटिक उपन्यास लिखे हैं. इनमें महिला-पुरुष के बिगड़ते रिश्तों को दिखाया गया है और इन सस्पेंस भरी कहानियों में इसका ज़िक्र है कि पति या पत्नी की हत्या का सबसे अच्छा तरीक़ा क्या हो, जिससे किसी को रत्ती भर भी शक़ न हो.
'द रॉन्ग कॉप' नामक एक उपन्यास में उन्होंने एक महिला के बारे में लिखा है, जो अपनी शादीशुदा ज़िंदगी का हर दिन अपने पति की हत्या के नए-नए तरीक़ों के बारे में कल्पना करती रहती है.
'द रॉन्ग हसबैंड' नामक उपन्यास की मुख्य पात्र अपनी ही हत्या की झूठी कहानी गढ़कर मारपीट करने वाले पति से बचकर भागने की कोशिश करती है.
लेकिन 'हाउ टु मर्डर योर हस्बैंड' में लेखिका एक क़दम और आगे बढ़ जाती हैं. इसमें वो पति की हत्या के लिए भाड़े के हत्यारे लगाने से बचने की सलाह देती है. वो कहती है, "ऐसे कई हत्यारे पुलिस के सामने आपका कच्चा चिट्ठा खोल सकते हैं. इस मामले में अपने प्रेमी पर भरोसा न करें क्योंकि ये एक बुरा आइडिया है."
इसमें वो ज़हर देकर भी पति को मारने की सलाह भी नहीं देती. वो लिखती हैं कि "अगर यह हत्या मुझे आज़ाद करने के लिए है तो निश्चित तौर पर मैं आज़ाद होकर जेल में वक़्त नहीं बिताना चाहूंगी."
नैन्सी के पति डेनियल ब्रोफ़ी एक कुकिंग इंस्टीट्यूट में पढ़ाते थे. नैन्सी और उनके पति की 27 साल की शादीशुदा ज़िंदगी थी. नैन्सी ने अपने ब्लॉग में पति से अपने रिश्तों के रोमांटिक पहलू के बारे में भी खुलकर चर्चा की है.
हालांकि वो मानती हैं कि उनके रिश्तों में भी उतार-चढ़ाव के दौर आए और उन्होंने अच्छा वक्त और बुरा वक्त दोनों देखा.
डेनियल के छात्रों ने जब हाईस्कूल किचन में उनका खून से सना शव देखा तो हर कोई अचंभे में था. किसी को सूझ नहीं रहा था कि क्या किया जाए.
क्रैम्पटन ब्रोफी ने ख़ुद लिखा है कि "वो समझ नहीं पा रही हैं कि क्या किया जाए." हालांकि पड़ोसियों और रिश्तेदारों ने जो हुआ, उसके प्रति नैन्सी की उदासीनता पर गौर किया.
'हाउ टु मर्डर योर हसबैंड' की लेखिका ने पति की हत्या के तरीक़ों और उसके कारणों जो ब्योरा दिया है और तरीक़े बताए गए हैं, उनमें बंदूक का इस्तेमाल शामिल है. साथ ही आर्थिक मुद्दों को भी पति की हत्या का कारण बताया गया है.
हालांकि उन्होंने पोस्ट में हथियारों को शोर करने वाला और झंझट में डालने वाला तरीक़ा बताया है, और कहा है कि हथियार चलाने के लिए कौशल की भी ज़रूरत होती है.
नैन्सी लिखती हैं, "मैं जानती हूं कि हममें से हर कोई कभी भी हत्या को तभी अंज़ाम देना चाहेगा, जब वो बेइंतहा तंग आ चुका होगा." (bbc.com)
इंडोनेशिया में सुलावेसी द्वीप से दूर मकस्सर जलडमरूमध्य में एक नाव के डूब जाने के बाद 26 लोग लापता हैं. नाव में 43 लोग सवार थे. इनमें से 17 लोगों को बचा लिया गया है.
यह नाव गुरुवार को मकस्सर बंदरगाह से रवाना हुई थी लेकिन मंजिल तक नहीं पहुंच पाई. समाचार एजेंसी एएफ़पी के मुताबिक़ स्थानीय अधिकारियों ने आशंका जताई है कि खराब मौसम के बीच इस नाव का ईंधन खत्म हो गया.
'बैंकॉक पोस्ट' के मुताबिक़ 17 यात्रियों को टग बोट्स ने बचाया. उन्हें दक्षिण सुलावेसी के साउथ कलिमानतान और जेनेपोंतो ले जाया गया है. राहत और बचाव एजेंसी के प्रमुख जुनैदी ने शनिवार को कहा कि बचाव दल के 40 लोग लापता यात्रियों की तलाश में लगे हैं.
इंडोनेशिया के समुद्र में इस तरह के नाव हादसे अक्सर होते रहते हैं. इंडोनेशिया में हजारों द्वीप हैं लेकिन नाव और फेरी में सुरक्षा इंतजाम काफी लचर हैं.
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन को हथियारों की सप्लाई और तेज करने की तैयारी कर रहे फ्रांस और जर्मनी को चेतावनी दी है. रूसी प्रवक्ता ने आधिकारिक तौर पर इसकी जानकारी दी है. रूसी राष्ट्रपति ने कहा है कि इससे यूक्रेन में अस्थिरता और बढ़ेगी.
समाचार एजेंसी एएफपी के मुताबिक पुतिन ने फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों और जर्मनी के चासंलर ओलाफ़ शॉल्त्स से कहा कि यूक्रेन को लगातार हथियार की सप्लाई ‘खतरनाक’ है.
इस बीच, शॉल्त्स और मैक्रों ने पुतिन से कहा कि वे यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लोदोमीर जेलेंस्की से सीधे बात करें. लगभग एक घंटे 20 मिनट की बातचीत में रूसी राष्ट्रपति से यूक्रेन से तुरंत सेना हटाने की मांग की.
दोनों ने पुतिन से कहा कि वह मारियुपोल के अजोवस्ताल स्टील प्लांट से बंदी बनाए गए यूक्रेन के ढाई हजार सैनिकों को छोड़ दें. रूसी प्रवक्ता ने बताया कि रूस यूक्रेन से अनाज निर्यात की अनुमति देने पर विचार कर सकता है ताकि दुनिया को खाद्य संकट का सामना न करना पड़े. (bbc.com)
बफेलो (अमेरिका), 28 मई। अमेरिका में बफेलो सुपरमार्केट में हुए नस्लीय हमले में मारे गए लोगों में से आखिरी शख्स का अंतिम संस्कार शनिवार को होना है और उपराष्ट्रपति कमला हैरिस में इसमें शामिल हो सकती हैं।
रुथ व्हिटफील्ड (86) इस हमले में मारे गए 10 लोगों में से सबसे बुजुर्ग थीं। व्हिटफील्ड 14 मई को एक नर्सिंग होम में अपने 68 वर्षीय पति से मिलने के बाद टॉप्स फ्रेंडली मार्केट गयी थीं, जहां 18 वर्षीय पैटन गेंड्रोन ने अंधाधुंध गोलियां चलायीं।
इस हमले में कुल मिलाकर 13 लोगों को गोललियां लगी थीं, जिनमें से 10 लोगों की मौत हो गई और तीन लोग जीवित हैं।
व्हिटफील्ड बफेलो के पूर्व दमकल आयुक्त गार्नेल व्हिटफील्ड की मां थीं। उनका अंतिम संस्कार बफेलो में माउंट ओलिव बापिस्ट चर्च में होगा। (एपी)
नयी दिल्ली, 28 मई। इलेक्ट्रिक कार बनाने वाली अमेरिकी कंपनी टेस्ला के संस्थापक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी ऐलन मस्क ने कहा है कि टेस्ला को भारत में अपनी कारों की बिक्री की अनुमति मिलने के बाद ही स्थानीय स्तर पर इसके विनिर्माण के बारे में कोई फैसला किया जाएगा।
मस्क ने भारत में टेस्ला का विनिर्माण संयंत्र लगाने की संभावना के बारे में ट्विटर पर पूछे गए एक सवाल का जवाब देते हुए कहा, ‘‘टेस्ला किसी भी ऐसी जगह पर अपना विनिर्माण संयंत्र नहीं लगाएगी जहां उसे पहले अपनी कारों की बिक्री एवं सर्विस की अनुमति नहीं दी गई हो।’’
मस्क का यह बयान इस लिहाज से अहम है कि केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने टेस्ला को भारत में ही बनी कारों की बिक्री की मंजूरी देने की बात कही थी। गडकरी ने अप्रैल में कहा था कि अगर टेस्ला भारत में अपनी इलेक्ट्रिक कारों के उत्पादन के लिए तैयार है तो वह यहां पर बिक्री कर सकती है।
दरअसल भारत विदेश में बनी कारों के आयात पर भारी शुल्क लगाता है जिसकी वजह से उनकी कीमत काफी बढ़ जाती है। टेस्ला ने इस आयात शुल्क में कटौती की मांग रखी थी।
मस्क ने पिछले साल अगस्त में कहा था कि टेस्ला भारत में अपने वाहनों को बेचना चाहती है लेकिन यहां पर बहुत ज्यादा आयात शुल्क लगता है। मस्क ने कहा था कि अगर टेस्ला को भारतीय बाजार में कामयाबी मिलती है तो वह भारत में इसका विनिर्माण संयंत्र लगाने के बारे में सोच सकते हैं।
फिलहाल भारत विदेश में बनी 40,000 डॉलर से अधिक मूल्य वाली कारों के आयात पर 100 फीसदी शुल्क लगाता है। (भाषा)
मेक्सिको सिटी, 28 मई। मेक्सिको के एक न्यायाधीश ने शुक्रवार को मेक्सिको सिटी में सांडों की लड़ाई पर रोक लगाई और इस प्रथा को प्रतिबंधित किया जाए अथवा नहीं,इस पर सुनवाई के आदेश दिए।
संवैधानिक आदेश के मुताबिक अगला फैसला आने तक सांडों की लड़ाई वाला खेल नहीं आयोजित किया जाएगा ।
वर्ष 2013 के बाद से मेक्सिको के चार राज्यों ने सांडों की लड़ाई पर प्रतिबंध लगाया है। पिछले साल, मेक्सिको के 'एनिमल वेलफेयर कमीशन' ने इस सार्वजनिक कार्यक्रम पर प्रतिबंध लगाने वाले एक कानून को प्रारंभिक रूप से मंजूरी दी थी। (एपी)