अंतरराष्ट्रीय
लाहौर, 26 अक्टूबर। पाकिस्तान के पूर्व सेना प्रमुख की पोती और पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) पार्टी की नेता खादिजा शाह ने जेल से खुला पत्र लिखकर पार्टी की 18 महिला कैदियों की व्यथा को उजागर किया है।
नौ मई की हिंसा में कथित रूप से शामिल होने पर गिरफ्तार की गईं खादिजा शाह ने पत्र के जरिये खुद समेत पार्टी की 19 महिला कैदियों के प्रति ‘सहानुभूति और मानवता’ दिखाने की मांग की है।
दिवंगत जनरल आसिफ नवाज जंजुआ की पोती और पेशे से फैशन डिजाइनर शाह उन महिलाओं में शामिल हैं जिन्हें नौ मई को सैन्य प्रतिष्ठानों पर किये गये हमले में कथित तौर पर शामिल होने पर गिरफ्तार किया गया था। भ्रष्टाचार के एक मामले में पीटीआई प्रमुख इमरान खान की गिरफ्तारी के बाद यह हिंसा भड़की थी।
खान को बाद में जमानत पर रिहा कर दिया गया था, लेकिन गोपनीय दस्तावेजों को लीक करने के मामले के संबंध में वह अब भी जेल में हैं।
पिछले सप्ताह जमानत पाने वालीं खादिजा शाह को दोबारा गिरफ्तार कर लिया गया और उन्होंने अब पांच पन्ने का एक हस्तलिखित पत्र जारी किया है जिसे उनके पति ने ‘एक्स’ पर पीटीआई के आधिकारिक अकाउंट पर बुधवार को साझा किया।
पत्र में पार्टी की महिला कैदियों के बीच "अलगाव, दर्द और पीड़ा" की दिल दहला देने वाली कहानियों का वर्णन किया गया है।
शाह ने कहा कि नौ मई के विरोध प्रदर्शन में ‘शांतिपूर्वक भाग लेने’ के लिए उन्हें चार महीने से अधिक समय से जेल में रखा गया है।
उन्होंने पत्र में लिखा, 'लाहौर की कोट लखपत जेल में पीटीआई समर्थक प्रत्येक महिला कैदी को अकल्पनीय सजा भुगतनी पड़ी है।'
शाह ने कहा, "इन महिला कैदियों की बाहरी दुनिया तक पहुंच नहीं है और वे अपनी व्यथा साझा करने में असमर्थ हैं, मेरे साथ कैद की गई महिलाओं को असहनीय परिस्थितियों का सामना करना पड़ा है, वे इंतजार कर रही हैं कि दुनिया इस पर ध्यान दे और उनके लिए आवाज उठाए। कैद में रहने वाली ये 18 महिलाएं सिर्फ 18 महिलाएं नहीं हैं। वे 18 घर, 18 परिवार हैं और अनगिनत जिंदगियां पूरी तरह बिखर गई हैं।"
नौ मई को रावलपिंडी में सेना के मुख्यालय और फैसलाबाद में आईएसआई भवन सहित राज्य सरकार और सेना के कई प्रतिष्ठानों पर कथित रूप से हमला करने और आग लगाने के आरोप में देश भर में कम से कम 10,000 पीटीआई नेताओं और कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया था।
जनरल जंजुआ ने अगस्त 1991 से जनवरी 1993 में अपनी मृत्यु तक चौथे सेनाध्यक्ष के रूप में कार्य किया। (भाषा)
राफाह (गाजा पट्टी), 26 अक्टूबर इजराइली सैनिकों और टैंकों ने बृहस्पतिवार को उत्तरी गाजा में थोड़ी देर के लिए जमीनी हमला किया।
सेना ने बताया कि दो सप्ताह से अधिक समय के विनाशकारी हवाई हमलों के बाद एक व्यापक संभावित जमीनी आक्रमण के मद्देनजर ‘‘युद्धक्षेत्र तैयार’’ करने के लिए कई आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया गया।
यह हमला ऐसे वक्त में किया गया है जब संयुक्त राष्ट्र ने आगाह किया है कि गाजा पट्टी में ईंधन खत्म होने की कगार पर है जिससे उसे क्षेत्र में राहत प्रयास को रोकने के लिए मजबूर होना पड़ेगा।
इजराइल-फलस्तीन के दशकों से चल आ रहे संघर्ष में गाजा में अभी हो रहा खूनखराबा अभूतपूर्व है। अगर इजरइाल हमास के खात्मे के उद्देश्य से जमीनी आक्रमण शुरू करता है तो गाजा में मृतकों की संख्या बढ़ सकती है।
हमास शासित गाजा में स्वास्थ्य मंत्रालय ने बुधवार को कहा कि पिछले 24 घंटे में 750 से अधिक लोगों की मौत हो गयी जो एक दिन पहले मारे गए 704 लोगों की संख्या से अधिक है।
इजराइली सेना ने कहा कि उसने केवल आतंकवादी ठिकानों पर हमला किया है और उसने हमास पर घनी आबादी वाले गाजा में नागरिकों के बीच रहकर अभियान चलाने का आरोप लगाया। युद्ध शुरू होने के बाद से ही फलस्तीनी आतंकवादियों ने इजराइल में रॉकेट हमले किए हैं।
सेना ने बताया कि रातभर किए हमलों के दौरान सैनिकों ने हमास लड़ाकों, आतंकवादी ठिकानों और टैंक रोधी मिसाइल लॉन्चिंग स्थलों पर हमले किए। अभी किसी भी पक्ष ने हताहतों की जानकारी नहीं दी है।
इस बीच, बृहस्पतिवार सुबह दक्षिणी शहर खान यूनिस में एक आवासीय इमारत पर हवाई हमला किया गया। स्थानीय लोगों ने बताया कि इस इमारत में 25 विस्थापितों समेत 75 लोग रहते थे।
गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि युद्ध में 6,500 से अधिक फल्स्तीनियों की मौत हो गयी है। इसमें पिछले सप्ताह एक अस्पताल में हुए धमाके में मारे गए लोग भी शामिल हैं। (एपी)
इंफाल, 26 अक्टूबर । मणिपुर में सुरक्षा बलों ने पिछले 24 घंटों में लूटे गए छह अत्याधुनिक हथियार बरामद किए हैं और दो आतंकवादियों और दो हथियारबंद लोगों सहित चार लोगों को गिरफ्तार किया है। अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी।
पुलिस ने कहा कि संयुक्त सुरक्षा बलों ने थौबल जिले में दो सेल्फ-लोडिंग राइफल, एक इंसास राइफल और बड़ी मात्रा में गोला-बारूद और भारी मात्रा में विस्फोटक सहित छह अत्याधुनिक हथियार बरामद किए।
पुलिस ने उग्रवादी संगठन यूनाइटेड नेशनल लिबरेशन फ्रंट के दो कट्टर कैडरों को भी गिरफ्तार किया और उनके पास से दो हथियारों के साथ कुछ गोला-बारूद भी बरामद किया गया।
मणिपुर पुलिस ने चुराचंदपुर जिले में दो लोगों को दो हथियारों और कुछ गोला-बारूद के साथ गिरफ्तार किया है।
मणिपुर के दो राष्ट्रीय राजमार्गों - इंफाल-दीमापुर (एनएच-2) और इंफाल-जिरिबाम (एनएच-37) पर वाहनों की आवाजाही लगभग सामान्य हो गई है। हालांकि, संवेदनशील स्थानों पर सुरक्षा एस्कॉर्ट उपलब्ध कराए गए थे। (आईएएनएस)।
वाशिंगटन, 26 अक्टूबर । अमेरिकी राज्य मेन में सामूहिक गोलीबारी की दो घटनाओं में कम से कम 22 लोगों की मौत हो गई। अधिकारियों ने कहा एक संदिग्ध की पहचान की गई है।
सीएनएन की रिपोर्ट के अनुसार, लेविस्टन पुलिस विभाग ने बुधवार देर रात एक बयान में कहा कि 40 वर्षीय संदिग्ध रॉबर्ट कार्ड फरार है।
बयान में कहा गया है," पुलिस रॉबर्ट कार्ड का पता लगाने का प्रयास कर रही है, जो स्कीमेंजीस बार और स्पेयरटाइम रिक्रिएशन में गोलीबारी का संदिग्ध है।''
बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार दोनों घटनास्थल एक दूसरे से 6.5 किमी की दूरी पर हैं।
घटना की पुष्टि करते हुए, मेन स्टेट पुलिस ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा: "लेविस्टन में एक सक्रिय शूटर है। हम लोगों से जगह-जगह छिपने के लिए कहते हैं। कृपया दरवाजे बंद करके अपने घर के अंदर रहें।"
सेंट्रल मेन मेडिकल सेंटर ने यह भी कहा कि वह "बड़े पैमाने पर हताहत, बड़े पैमाने पर गोलीबारी की घटना" पर प्रतिक्रिया कर रहा था और घायलों के इलाज के लिए क्षेत्र के अन्य अस्पतालों के साथ समन्वय कर रहा है।
रिपोर्टों से पता चला है कि कम से कम 50 से 60 लोग घटना मेंइघायल हुए हैं।
इस बीच, एंड्रोस्कोगिन काउंटी शेरिफ कार्यालय ने एक संदिग्ध की दो तस्वीरें जारी कीं, जिसमें भूरे रंग के स्वेटर में एक दाढ़ी वाला व्यक्ति बंदूक लेकर एक इमारत में प्रवेश कर रहा है।
कार्यालय ने एक फेसबुक पोस्ट में कहा, "एंड्रोस्कोगिन काउंटी में पुलिस दोनों घटनाओं की जांच कर रही है। "
पुलिस ने एक सफेद वाहन की तस्वीर भी साझा की, इसमें कहा गया कि ऐसा लगता है कि इसका अगला बम्पर काले रंग से रंगा हुआ है।
लेविस्टन पब्लिक स्कूल के अधीक्षक जेक लैंगलाइस ने घोषणा की है कि जिले के स्कूल गुरुवार को बंद रहेंगे।
डिपाॅर्टमेंट ऑफ होमलैंड सिक्योरिटी (डीएचएस) के एक बयान में कहा गया है कि सचिव एलेजांद्रो मयोरकास को जानकारी दे दी गई है और वह स्थिति पर नजर रख रहे हैं।
इसमें कहा गया, "डीएचएस लेविस्टन समुदाय का समर्थन करने के लिए हमारे संघीय, राज्य और स्थानीय भागीदारों के साथ मिलकर काम कर रहा है।"
न्याय विभाग ने कहा कि संघीय एजेंसियां राज्य और स्थानीय कानून प्रवर्तन में सहायता कर रही हैं।
सीएनएन की रिपोर्ट के अनुसार, व्हाइट हाउस ने कहा कि राष्ट्रपति जो बाइडेन को घटना की जानकारी दे दी गई है, उन्होंने कई मेन सांसदों से फोन पर बात की।
इसमें कहा गया है, "राष्ट्रपति ने लेविस्टन, मेन में हुई गोलीबारी के बारे में मेन के गवर्नर जेनेट मिल्स, सीनेटर एंगस किंग और सुसान कोलिन्स और कांग्रेसी जेरेड गोल्डन से व्यक्तिगत रूप से फोन पर बात की और इस भयानक हमले के मद्देनजर पूर्ण संघीय समर्थन की पेशकश की।"
लेविस्टन लगभग 38,000 लोगों का एक शहर है जो पोर्टलैंड, मेन से लगभग 35 मील उत्तर में स्थित है।
(आईएएनएस)
जिनेवा, 26 अक्टूबर । संयुक्त राष्ट्र (यूएन) शरणार्थी एजेंसी (यूएनएचसीआर) ने कहा है कि सितंबर के अंत तक वैश्विक स्तर पर युद्ध, उत्पीड़न, हिंसा और मानवाधिकारों के उल्लंघन से विस्थापित लोगों की संख्या 114 मिलियन से अधिक होने की संभावना है।
शिन्हुआ समाचार एजेंसी ने बताया कि इस साल जून के अंत तक, दुनिया भर में 110 मिलियन लोगों को जबरन विस्थापित किया गया था, जो 2022 के अंत से 1.6 मिलियन अधिक है। जून से सितंबर के अंत तक तीन महीनों में, जबरन विस्थापितों की संख्या में 4 मिलियन की वृद्धि हुई। कुल मिलाकर 114 मिलियन विस्थापित हुए।
एजेंसी के अनुसार, 2023 की पहली छमाही में जबरन विस्थापन के मुख्य चालकों में हिंसा, सूखा, बाढ़ और असुरक्षा शामिल हैं।
संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी उच्चायुक्त फ़िलिपो ग्रांडी ने कहा, "अब दुनिया का ध्यान गाजा में मानवीय तबाही पर है। लेकिन विश्व स्तर पर, बहुत सारे संघर्ष बढ़ रहे हैं, निर्दोष जिंदगियों को बर्बाद कर रहे हैं और लोगों को बर्बाद कर रहे हैं।"
उन्होंने कहा, "संघर्षों को हल करने या नए संघर्षों को रोकने में अंतरराष्ट्रीय समुदाय की अक्षमता विस्थापन और दुख को बढ़ा रही है। हमें अपने भीतर देखना चाहिए, संघर्षों को समाप्त करने के लिए मिलकर काम करना चाहिए और शरणार्थियों और अन्य विस्थापित लोगों को घर लौटने या अपने जीवन को फिर से शुरू करने की अनुमति देनी चाहिए।"
यूएनएचसीआर ने कहा कि कम और मध्यम आय वाले देशों ने 75 प्रतिशत शरणार्थियों और अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा की आवश्यकता वाले अन्य लोगों की मेजबानी की। वैश्विक स्तर पर, इस वर्ष के पहले छह महीनों में 1.6 मिलियन नए व्यक्तिगत शरण आवेदन किए गए, जो सबसे बड़ी संख्या है।
एजेंसी के अनुसार, दूसरा ग्लोबल रिफ्यूजी फोरम, शरणार्थियों और अन्य जबरन विस्थापित लोगों पर दुनिया की सबसे बड़ी सभा, इस साल 13-15 दिसंबर को जिनेवा, स्विट्जरलैंड में आयोजित होने वाली है। (आईएएनएस)।
गाजा, 26 अक्टूबर । फिलिस्तीनी सुरक्षा और चिकित्सा सूत्रों ने कहा कि गाजा में अल जज़ीरा अरबी के ब्यूरो प्रमुख वाएल अल-दहदौह के परिवार के तीन सदस्य हमास-नियंत्रित क्षेत्र में संघर्ष के बीच मारे गए।
चिकित्सा सूत्रों ने दावा किया कि बुधवार को, नुसीरात शरणार्थी शिविर में दो घरों पर एक इजरायली हमले में अल-दहदौह की पत्नी, बेटे और बेटी सहित कई लोग मारे गए।
समाचार एजेंसी शिन्हुआ ने गाजा में हमास द्वारा संचालित आंतरिक मंत्रालय द्वारा जारी एक बयान के हवाले से कहा, "सुरक्षा की तलाश में गाजा पट्टी के दक्षिणी हिस्से में स्थानांतरित होने के लिए मजबूर होने के बावजूद, अल-दहदौह परिवार को निशाना बनाया गया।"
यह स्थानांतरण इज़राइल के निकासी आह्वान के बाद हुआ, जिसमें 13 अक्टूबर को लगभग 10 लाख लोगों को घिरे हुए इलाके के दक्षिणी हिस्से में जाने का आदेश दिया गया था।
अंग्रेजी समाचार चैनल अल जजीरा के फुटेज में अल-दहदौह को अपने मारे गए परिवार के सदस्यों को देखने के लिए एक अस्पताल में प्रवेश करते दिखाया गया है।
सोशल प्लेटफॉर्म एक्स पर जारी एक बयान में, अल जज़ीरा ने अल-दहदौह के परिवार के सदस्यों की मृत्यु की पुष्टि की और शोक व्यक्त किया।
बयान में कहा गया, "अल जज़ीरा मीडिया नेटवर्क हमारे सहयोगी वील अल-दहदौह के प्रति इजरायली हवाई हमले में उनके परिवार की मौत पर अपनी संवेदना और सहानुभूति व्यक्त करता है।"
इसमें कहा गया है, "अल जज़ीरा गाजा में हमारे सहयोगियों की सुरक्षा और भलाई के बारे में गहराई से चिंतित है और उनकी सुरक्षा के लिए इजराइली अधिकारियों को जिम्मेदार मानता है।"
फिलिस्तीनी पत्रकार सिंडिकेट के अनुसार, गाजा पट्टी पर इजराइली हवाई हमलों की शुरुआत के बाद से 24 पत्रकार मारे गए हैं, कुछ अपने परिवारों के साथ, और दर्जनों अन्य घायल हो गए हैं।
हमास ने 7 अक्टूबर को इजराइल पर हमला किया, हजारों रॉकेट दागे और इजराइली क्षेत्र में घुसपैठ की, जिसके जवाब में इजराइल ने बड़े पैमाने पर हवाई हमले शुरू किए और पानी, बिजली, ईंधन और अन्य आवश्यकताओं की आपूर्ति काट दी।
इज़राइल-हमास संघर्ष में अब तक गाजा पट्टी में 6,500 से अधिक फ़िलिस्तीनी और इज़राइल में 1,400 से अधिक लोग मारे गए हैं। (आईएएनएस)।
न्यूयॉर्क, 26 अक्टूबर । कैलिफोर्निया में 21 वर्षीय भारतीय-अमेरिकी फूड डिलीवरी ड्राइवर को एक नाबालिग लड़की के साथ जबरदस्ती उसके मोटल के कमरे में घुसकर यौन उत्पीड़न के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने यह जानकारी दी।
सैन जोस पुलिस विभाग (एसजेपीडी) ने संदीप की पहचान "प्राथमिक संदिग्ध" के रूप में करते हुए बुधवार को कहा कि यह घटना 21 अक्टूबर को सैन जोस शहर में द अल्मेडा के 1000 ब्लॉक में हुई थी।
लड़की मोटल में अपनी मां के साथ रह रही थी और उसने पिज्जा का ऑर्डर दिया था।
केटीवीयू समाचार चैनल ने बताया कि घटना के समय मां कमरे में नहीं थी। एसजेपीडी यौन उत्पीड़न जांच इकाई (एसएआईयू) की जांच से पता चला कि संदीप ने मोटल के कमरे में जबरन प्रवेश किया और यौन उत्पीड़न किया।
एसएआईयू के जासूसों और गश्ती अधिकारियों ने उसी दिन देर शाम कैंपबेल शहर में संदीप का पता लगाया और उसे गिरफ्तार कर लिया।
उस पर यौन अपराध करने के इरादे से हमला करने, यौन उत्पीड़न और झूठे कारावास के आरोप में सांता क्लारा काउंटी मुख्य जेल में मामला दर्ज किया गया था। (आईएएनएस)।
तेल अवीव, 26 अक्टूबर । इजराइल-हमास संघर्ष गुरुवार को लगातार 20वें दिन भी जारी है। इजराइल रक्षा बलों (आईडीएफ) ने दावा किया है कि उसने गाजा पट्टी के अंदर कई टैंकों को नष्ट कर दिया है।
एक बयान में, आईडीएफ ने कहा कि उसने बुधवार रात गाजा में हमास की चौकियों पर गोलीबारी की और कई टैंक और मिसाइल लॉन्चिंग क्षमताओं को नष्ट कर दिया।
प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने स्पष्ट रूप से कहा है कि गाजा पट्टी में इजरायली सशस्त्र बल कभी भी प्रवेश कर सकता है और जमीनी हमला जल्द ही शुरू होगा।
आईडीएफ के पूर्व अधिकारियों के अनुसार, इजरायली सेना सुरंगों में भूमिगत लड़ाई में पारंगत है और उसे इन सुरंगों के निर्माण और उनकी सटीक ठिकानों की पूरी जानकारी है। (आईएएनएस)।
सैन फ्रांसिस्को, 26 अक्टूबर । मेटा के संस्थापक और सीईओ मार्क जुकरबर्ग ने घोषणा की है कि इंस्टाग्राम का थ्रेड्स लगभग 100 मिलियन मासिक उपयोगकर्ताओं तक पहुंच गया है। बुधवार देर रात कंपनी की तिमाही आय कॉल के दौरान, जुकरबर्ग ने कहा,"अभी हमें तीन महीने हो गए हैं, और मैं प्रगति से बहुत खुश हूं।"
उन्होंने विश्लेषकों से कहा, "मैंने लंबे समय से सोचा है कि एक अरब लोगों के लिए सार्वजनिक वार्तालाप ऐप होना चाहिए, जो थोड़ा अधिक सकारात्मक हो।" उन्होंने कहा कि अगर हम कुछ और वर्षों तक इसी पर कायम रहते हैं, "तो मुझे लगता है कि हमारे पास लक्ष्य हासिल करने का अच्छा मौका है।"
मेटा ने जुलाई में थ्रेड्स को एक ट्विटर प्रतियोगी के रूप में लॉन्च किया था, लेकिन जल्द ही इसकी गति कम हो गई और ट्विटर जैसी सुविधाओं की कमी के कारण उपयोगकर्ताओं को खोना शुरू हो गया।
मेटा सीएफओ सुसान ली ने कहा, "थ्रेड्स भी एक आकर्षक दीर्घकालिक अवसर बना हुआ है, और हम अगले साल मजबूत उत्पाद गति को आगे बढ़ाने के लिए उत्साहित हैं।"
इस महीने की शुरुआत में, इंस्टाग्राम के प्रमुख एडम मोसेरी ने कहा था कि थ्रेड्स प्लेटफॉर्म पर खबरों को बढ़ावा नहीं देगा। थ्रेड्स पर एक पोस्ट में, मोसेरी ने कहा कि वे समाचार-विरोधी नहीं हैं और समाचार स्पष्ट रूप से थ्रेड्स पर पहले से ही हैं।
“लोग समाचार साझा कर सकते हैं; लोग समाचार साझा करने वाले खातों का अनुसरण कर सकते हैं। हम किसी के भी रास्ते में नहीं आने वाले हैं। लेकिन, हम मंच पर खबरों का प्रचार-प्रसार भी नहीं करेंगे।'' हालांकि, यदि थ्रेड्स अपने प्लेटफ़ॉर्म पर समाचार पोस्ट नहीं करता है, तो यह कभी भी एक्स का विकल्प नहीं होगा। (आईएएनएस)।
अमेरिकी राज्य मेन के लुईस्टन शहर में एक बंदूकधारी व्यक्ति के गोलियां चलाने के बाद कम से कम 22 लोग मारे गए हैं. यह इस साल अमेरिका में हुई इस तरह की गोलीबारी की 36वीं घटना है.
लुईस्टन में कई स्थानों पर गोलियां चलाये जाने की खबर है. इन घटनाओं में कम से कम 22 लोगों के मारे जाने और 50 लोगों के घायल होने की खबर है. शहर के अधिकारियों का कहना है कि स्थानीय अस्पताल गोलीबारी के मरीजों से भर गए हैं. संदिग्ध अभी तक पुलिस की पकड़ में नहीं आया है.
शहर के काउंसलर रोबर्ट मैककार्थी ने सीएनएन को बताया कि गोलीबारी एक बॉलिंग ऐली, एक स्थानीय रेस्तरां, एक बार और कम से कम एक और जगह पर हुई. मैककार्थी ने यह भी कहा, "मुझे ऐसा समझ में आया है कि उन्होंने गोली चलाने वाले की संभावित रूप से पहचान भी कर ली है."
स्थानीय पुलिस ने फेसबुक पर शूटर की एक तस्वीर डाली, जिसमें वह एक बॉलिंग ऐली में एक सेमी-ऑटोमैटिक बंदूक लिए खड़ा दिखाई दे रहा है. बाद में पुलिस ने यह भी बताया कि उस संदिग्ध व्यक्ति का नाम रोबर्ट कार्ड है, उसकी उम्र 40 साल है और उसे "हथियारबंद और खतरनाक माना जाना चाहिए."
पुलिस ने लोगों से कहा है कि अगर किसी के पास शूटर के बारे में कोई जानकारी हो तो वो पुलिस से संपर्क करे. पुलिस ने एक सफेद एसयूवी की तस्वीर भी जारी की और उसे पहचानने में लोगों से मदद मांगी. सभी दुकानदारों को अपनी अपनी दुकानें बंद कर देने की सलाह दी गई.
कई मीडिया रिपोर्टों में यह भी दावा किया गया है कि पुलिस ने यह सूचना दी है कि कार्ड एक हथियार प्रशिक्षक है और अमेरिकी सेना के रिजर्व सैन्य बल का सदस्य है. उसने हाल ही में मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याओं के बारे में बताया था. लेकिन पुलिस द्वारा जारी इस जानकारी की अभी पुष्टि नहीं हो पाई है.
सीएनएन के मुताबिक कम से कम 50 से 60 लोग घायल हैं, लेकिन अभी इस बात की पुष्टि नहीं हो पाई है कि इनमें से कितन लोग गोली लगने से घायल हुए हैं. इसे इस साल की 36वीं ऐसी घटना बताया जा रहा है, हालांकि इसे 2017 के बाद हुई गोलीबारी की सबसे घातक घटना बताया जा रहा है. 2017 की घटना में लास वेगास में एक संगीत उत्सव में 60 लोग मारे गए थे.
गैर सरकारी संगठन गन वायलेंस आर्काइव के मुताबिक तो इस साल मास शूटिंग की 500 से ज्यादा घटनाएं हो चुकी हैं. यह संस्था हर उस घटना को मास शूटिंग मानती है जिसमें चार या उससे ज्यादा लोग घायल हुए हों या मारे गए हों.
अमेरिका में गोलीबारी की घटनाएं बहुत बड़ी समस्या बन गई हैं. लेकिन जब भी बंदूकों पर नियंत्रण करने के लिए कोशिशों की बात उठती है तो रिपब्लिकन पार्टी के नेता और उनके समर्थक विरोध पर उतर आते हैं.
उन्हें हथियार रखने के संवैधानिक अधिकार का कट्टर रक्षक माना जाता है. इस वजह से बार बार होने वाली घटनाओं पर आक्रोश के बावजूद इस मसले पर राजनीतिक गतिहीनता जारी रहती है.
सीके/एए (एएफपी, रॉयटर्स)
अमेरिकी राज्य मेन के लुईस्टन शहर में एक बंदूकधारी व्यक्ति के गोलियां चलाने के बाद कम से कम 22 लोग मारे गए हैं. यह इस साल अमेरिका में हुई इस तरह की गोलीबारी की 36वीं घटना है.
लुईस्टन में कई स्थानों पर गोलियां चलाये जाने की खबर है. इन घटनाओं में कम से कम 22 लोगों के मारे जाने और 50 लोगों के घायल होने की खबर है. शहर के अधिकारियों का कहना है कि स्थानीय अस्पताल गोलीबारी के मरीजों से भर गए हैं. संदिग्ध अभी तक पुलिस की पकड़ में नहीं आया है.
शहर के काउंसलर रोबर्ट मैककार्थी ने सीएनएन को बताया कि गोलीबारी एक बॉलिंग ऐली, एक स्थानीय रेस्तरां, एक बार और कम से कम एक और जगह पर हुई. मैककार्थी ने यह भी कहा, "मुझे ऐसा समझ में आया है कि उन्होंने गोली चलाने वाले की संभावित रूप से पहचान भी कर ली है."
स्थानीय पुलिस ने फेसबुक पर शूटर की एक तस्वीर डाली, जिसमें वह एक बॉलिंग ऐली में एक सेमी-ऑटोमैटिक बंदूक लिए खड़ा दिखाई दे रहा है. बाद में पुलिस ने यह भी बताया कि उस संदिग्ध व्यक्ति का नाम रोबर्ट कार्ड है, उसकी उम्र 40 साल है और उसे "हथियारबंद और खतरनाक माना जाना चाहिए."
पुलिस ने लोगों से कहा है कि अगर किसी के पास शूटर के बारे में कोई जानकारी हो तो वो पुलिस से संपर्क करे. पुलिस ने एक सफेद एसयूवी की तस्वीर भी जारी की और उसे पहचानने में लोगों से मदद मांगी. सभी दुकानदारों को अपनी अपनी दुकानें बंद कर देने की सलाह दी गई.
कई मीडिया रिपोर्टों में यह भी दावा किया गया है कि पुलिस ने यह सूचना दी है कि कार्ड एक हथियार प्रशिक्षक है और अमेरिकी सेना के रिजर्व सैन्य बल का सदस्य है. उसने हाल ही में मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याओं के बारे में बताया था. लेकिन पुलिस द्वारा जारी इस जानकारी की अभी पुष्टि नहीं हो पाई है.
सीएनएन के मुताबिक कम से कम 50 से 60 लोग घायल हैं, लेकिन अभी इस बात की पुष्टि नहीं हो पाई है कि इनमें से कितन लोग गोली लगने से घायल हुए हैं. इसे इस साल की 36वीं ऐसी घटना बताया जा रहा है, हालांकि इसे 2017 के बाद हुई गोलीबारी की सबसे घातक घटना बताया जा रहा है. 2017 की घटना में लास वेगास में एक संगीत उत्सव में 60 लोग मारे गए थे.
गैर सरकारी संगठन गन वायलेंस आर्काइव के मुताबिक तो इस साल मास शूटिंग की 500 से ज्यादा घटनाएं हो चुकी हैं. यह संस्था हर उस घटना को मास शूटिंग मानती है जिसमें चार या उससे ज्यादा लोग घायल हुए हों या मारे गए हों.
अमेरिका में गोलीबारी की घटनाएं बहुत बड़ी समस्या बन गई हैं. लेकिन जब भी बंदूकों पर नियंत्रण करने के लिए कोशिशों की बात उठती है तो रिपब्लिकन पार्टी के नेता और उनके समर्थक विरोध पर उतर आते हैं.
उन्हें हथियार रखने के संवैधानिक अधिकार का कट्टर रक्षक माना जाता है. इस वजह से बार बार होने वाली घटनाओं पर आक्रोश के बावजूद इस मसले पर राजनीतिक गतिहीनता जारी रहती है.
सीके/एए (एएफपी, रॉयटर्स)
लेविस्टन (अमेरिका), 26 अक्टूबर। अमेरिका में मेन राज्य के लेविस्टन में एक व्यक्ति ने बुधवार रात को दो जगहों पर गोलीबारी की जिसमें कम से कम 16 लोगों की मौत हो गयी। संदिग्ध अभी फरार है और प्राधिकारियों ने लोगों से घरों के भीतर रहने तथा सड़कों पर न जाने की अपील की है।
इस घटना से राज्य के दूसरे सबसे बड़े शहर में अफरातफरी का माहौल बन गया है।
दो कानून प्रवर्तन अधिकारियों ने नाम न उजागर करने की शर्त पर बताया कि गोलीबारी में कई अन्य लोग घायल भी हुए हैं।
लेविस्टन पुलिस ने पहले फेसबुक पर एक पोस्ट में बताया था कि वे स्कीमेंगीस बार और एक ‘बोलिंग एले’ स्थल पर गोलीबारी की घटना से निपट रहे हैं। एंड्रोस्कोगिन काउंटी शेरिफ के कार्यालय ने अपने फेसबुक पेज पर संदिग्ध की दो तस्वीरें जारी कीं जिनमें बंदूकधारी अपने कंधे पर हथियार रखकर एक स्थान पर चलते हुए दिख रहा है।
पुलिस ने कहा, ‘‘कृपया सड़कों को खाली करिए ताकि आपातकर्मी अस्पतालों तक पहुंच सकें।’’
शेरिफ कार्यालय ने कहा, ‘‘हम सभी व्यावसायिक प्रतिष्ठानों से जांच पूरी होने तक दरवाजे बंद रखने का आग्रह करते हैं।’’
मेन के जन सुरक्षा विभाग के एक प्रवक्ता ने निवासियों से अपने घरों के अंदर रहने का अनुरोध किया है।
एपी गोला सिम्मी सिम्मी 2610 0929 लेविस्टन (एपी)
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा है कि उन्हें " ग़ज़ा में मरने वालों के आंकड़े पर भरोसा नहीं है."
बाइडन से प्रेस कॉन्फ्रेंस में पूछा गया था क्या इसराइल ‘आम लोगों को हमले में कम नुकसान पहुंचे’ इसके लिए पर्याप्त कोशिशें कर रहा है?
बुधवार को उन्होंने पत्रकारों से बात करते हुए कहा- “मुझे नहीं लगता कि फ़लस्तीनी हमले में जितने लोग मारे गए हैं उसे लेकर सच बोल रहे हैं. इसराइलियों को सावधान रहते हुए ये सुनिश्चित करना चाहिए कि जिन लोगों ने ये युद्ध शुरू किया है उन्हें ही निशाना बनाया जाए. अगर ऐसा नहीं होता है तो ये इसराइलियों के हित के खिलाफ़ होगा. लेकिन फ़लस्तीनी जो आंकड़े बता रहे हैं मुझे उन पर कोई भरोस नहीं है.”
ग़ज़ा में हमास के स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि सात अक्टूबर से हो रही इसराइली बमबारी में 6500 फ़लस्तीनियों की ग़ज़ा में मौत हो गई है जिसमें 2700 बच्चे भी शामिल हैं. (bbc.com/hindi)
-जेरेमी बोवेन
एक तस्वीर सामने आई है जिसमें हमास के नेता और इस्लामिक जिहाद के नेता लेबनान में शिया मिलिशिया समूह हिज़बुल्लाह के नेता हसन नरसल्लाह से मुलाकात कर रहे हैं.
हिज़बुल्लाह लेबनान का सबसे मज़बूत संगठन है, यहां तक की लेबनान की सरकार से भी ज़्यादा शक्तिशाली है. जिसे ईरान का समर्थन प्राप्त है.
ईरान हिज़बुल्लाह को इस क्षेत्र में अपनी रक्षा की रणनीति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा मानता है.
हिज़बुल्लाह के पास अलग-अलग तरह के लगभग एक लाख 50 हज़ार मिसाइलें और हजारों प्रशिक्षित लोग हैं. हिज़बुल्लाह के लड़ाके सीरिया में असद शासन की ओर से युद्ध लड़ चुके हैं और उन्हे युद्ध लड़ने का तजुर्बा है.
इसराइल हमास के बीच जारी युद्ध में एक बड़ा डर ये भी माना जा रहा है कि लेबनान में हिज़बुल्लाह और इसराइल के बीच भी युद्ध छिड़ सकता है.
मेरा मानना है कि ये समूह आपस में मिलते रहते हैं लेकिन इन्होंने इस बार तस्वीर जारी करके अपनी मुलाकात को सार्वजनिक किया है. ऐसा लगता है कि वो इस तस्वीर के ज़रिए इसराइल पर दबाव बनाना चाह रहे हैं.
हिज़बुल्लाह को भी आलोचना का सामना करना पड़ रहा है कि वे इसराइल पर हमला करने की बात करते रहे हैं और अब जब मौका आ गया है, तो कुछ लोग पूछ रहे हैं " क्यों हिज़बुल्ला ऐसा नहीं कर रहा?"
मैंने कई फलस्तीनी लोगों को ये कहते सुना है कि हिज़बुल्लाह ने उन्हें अकेला छोड़ दिया.
हालांकि अभी इस बात के बहुत साफ़ संकेत नहीं हैं कि ईरान ऐसा कुछ चाहता है. ईरान और लेबनान को देखते हुए इस संघर्ष की शुरुआत में ही अमेरिका ने अपनी वॉरशिप भूमूध्य सागर में भेज दी थी. (bbc.com/hindi)
(योषिता सिंह)
संयुक्त राष्ट्र, 25 अक्टूबर। संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने हमास के हमले के संबंध में अपने बयान को लेकर हंगामे के बीच बुधवार को अपनी टिप्पणियों की ‘‘गलत व्याख्या’’ किये जाने पर हैरानी व्यक्त की और कहा कि उन्होंने हमास के आतंकी कृत्यों को उचित नहीं ठहराया।
गुतारेस ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘मैं सुरक्षा परिषद में कल दिए गए मेरे कुछ बयानों की गलत व्याख्या से हैरान हूं। ऐसे दिखाया गया कि मैं हमास के आतंकी कृत्यों को उचित ठहरा रहा हूं। यह गलत है।’’
गुतारेस ने सुरक्षा परिषद की बैठक में कहा था, ‘‘यह भी मानना महत्वपूर्ण है कि हमास द्वारा किए गए हमले अकारण नहीं हुए। फलस्तीन के लोगों को 56 वर्षों से घुटन भरे कब्जे का सामना करना पड़ रहा है।’’
गुतारेस ने कहा था, “उन्होंने अपनी जमीन को लगातार (यहूदी) बस्तियों द्वारा हड़पते और हिंसा से ग्रस्त होते देखा है। उनकी अर्थव्यवस्था चरमरा गई। उनके लोग विस्थापित हो गए और उनके घर ध्वस्त कर दिये गए। अपनी दुर्दशा के राजनीतिक समाधान की उनकी उम्मीदें खत्म होती जा रही हैं।”
इन टिप्पणियों के बाद, इजराइल के विदेश मंत्री एली कोहेन ने संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में मंगलवार दोपहर को गुतारेस के साथ होने वाली अपनी बैठक रद्द कर दी। बाद में संयुक्त राष्ट्र में इजराइल के राजदूत गिलाद एर्दान ने गुतारेस के इस्तीफे की मांग करते हुए कहा कि इजराइल को इस विश्व निकाय के साथ अपने संबंधों पर पुनर्विचार करना चाहिए।
गुतारेस ने बुधवार को पत्रकारों से कहा कि मंगलवार को परिषद में उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा था कि वह इजराइल में हमास द्वारा सात अक्टूबर को किए गए आतंक के भयावह और अभूतपूर्व कृत्यों की स्पष्ट रूप से निंदा करते हैं।
गुतारेस ने परिषद में की गई अपनी टिप्पणी को दोहराते हुए कहा, ‘‘नागरिकों की जानबूझकर हत्या, घायल करने और अपहरण या नागरिक ठिकानों के खिलाफ रॉकेट हमलों को कतई उचित नहीं ठहराया जा सकता है।’’
संयुक्त राष्ट्र प्रमुख ने यह भी कहा कि परिषद में उन्होंने फलस्तीनी लोगों की शिकायतों के बारे में भी बात की ‘‘लेकिन फलस्तीनी लोगों की शिकायतें हमास के भयावह हमलों को उचित नहीं ठहरा सकतीं।’’
बुधवार को गुतारेस ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा था, ‘‘फलस्तीनी लोगों की शिकायतें हमास के भयानक हमलों को उचित नहीं ठहरा सकतीं। वे भयानक हमले फलस्तीनी लोगों की सामूहिक सजा को उचित नहीं ठहरा सकते।’’
इजराइल में 1,400 से अधिक लोग मारे गए हैं। इनमें अधिकतर नागरिक थे जो दक्षिणी इजराइल में हमास के शुरुआती हमले में मारे गए थे।
गाजा में स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि इजराइली हवाई हमलों में 6,500 से अधिक फलस्तीनी मारे गए हैं, जिनमें 2,000 से अधिक बच्चे और 1,100 महिलाएं शामिल हैं, जबकि 15,000 से अधिक घायल हुए हैं। (भाषा)
(हरिंदर मिश्रा)
यरुशलम, 26 अक्टूबर। इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि उनका देश अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ रहा है और गाजा में जमीनी आक्रमण करने की तैयारियां की जा रही हैं और ‘‘हमास के सभी सदस्यों की मौत करीब है।’’
उन्होंने बुधवार शाम को राष्ट्र को दिए संबोधन में कहा कि युद्ध के दो मुख्य लक्ष्य ‘‘हमास की सैन्य और शासन क्षमताओं को नष्ट कर उसका खात्मा करना और हमारे बंधकों को घर वापस लाने के लिए हरसंभव कदम उठाना है।’’
राष्ट्रीय एकता का आह्वान करते हुए नेतन्याहू ने कहा, ‘‘इजराइल अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ रहा है। जमीन के ऊपर और नीचे, गाजा के अंदर और बाहर - हमास के सभी सदस्यों की मौत करीब है।’’
उन्होंने कहा कि रक्षा मंत्री याओव गैलेंट, मंत्री बेनी गैंट्ज, सुरक्षा मंत्रिमंडल, चीफ ऑफ स्टाफ तथा सुरक्षा संगठनों के प्रमुखों के साथ ‘‘हम जीत मिलने तक युद्ध के लक्ष्यों को हासिल करने के लिए चौबीसों घंटे काम कर रहे हैं और राजनीतिक नफा-नुकसान के बारे में सोचे बगैर काम कर रहे हैं।’’
इजराइली प्रधानमंत्री ने कहा कि लक्ष्य ‘‘देश को बचाना, जीत हासिल करना है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हम हमास पर कहर बरपा रहे हैं और हम हजारों आतंकवादियों का खात्मा कर चुके हैं तथा यह तो बस शुरुआत है।’’
गाजा में निकट भविष्य में जमीनी आक्रमण की अटकलों के बारे में नेतन्याहू ने कहा कि यह जल्द होगा लेकिन उन्होंने यह नहीं बताया कि कब और कैसे होगा।
उन्होंने कहा, ‘‘हम जमीनी आक्रमण की तैयारी कर रहे हैं। मैं यह नहीं बताऊंगा कि कब, कैसे, कितने। यह इसलिए ताकि हम अपने सैनिकों की जिंदगी बचा सकें।’’
इजराइल ने सात अक्टूबर को हमास के बर्बर हमले के बाद से गाजा में जमीनी अभियान के लिए 3,50,000-4,00,000 सैनिकों को तैनात करने की योजना बनायी है।
नेतन्याहू ने हमास की तुलना इस्लामिक स्टेट से करते हुए कहा, ‘‘जब हम लड़ाई जारी रहने के बीच गाजा में जाएंगे तो हम हत्यारों, अत्याचारों के दोषियों से पूरी कीमत वसूल करेंगे।’’
उन्होंने गाजा के नागरिकों से दक्षिणी गाजा में जाने की अपील दोहरायी।
ऐसी जानकारी है कि गाजा के करीब 6,00,000-7,00,000 नागरिक उत्तरी हिस्से से दक्षिणी हिस्से में जा चुके हैं। कुछ गाजा वासी पिछले दो-तीन दिन में उत्तरी हिस्से में अपने घरों में लौट रहे हैं जिससे जमीनी आक्रमण में देरी हो रही है।
इजराइल डिफेंस फोर्स (आईडीएफ) के प्रवक्ता रियर एडमिरल डेनियल हेगारी ने कहा कि सेना ने जमीनी आक्रमण के लिए अपनी स्थिति में ‘‘सुधार’’ करने के वास्ते गाजा पट्टी में हवाई हमले तेज कर दिए हैं।
सात अक्टूबर को हमास के हमले की जिम्मेदारी लेते हुए नेतन्याहू ने कहा कि वह इस बात की जांच का सामना करने के लिए तैयार हैं कि उस दिन क्या हुआ था लेकिन यह जांच युद्ध खत्म होने तक नहीं होनी चाहिए।
इजराइली प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘सात अक्टूबर हमारे इतिहास में काला दिन था। हम इसकी तह तक जाएंगे कि दक्षिणी सीमा और गाजा से सटे क्षेत्र में क्या हुआ था। इस नाकामी की पूरी जांच की जाएगी। मेरे समेत हर किसी को इसका जवाब देना पड़ेगा लेकिन यह सब युद्ध के बाद ही होगा।’’
नेतन्याहू ने कहा कि ‘‘प्रधानमंत्री होने के नाते, मुझ पर देश के भविष्य की रक्षा करने की जिम्मेदारी है। अभी मेरा काम इजराइल और लोगों का हमारे शत्रुओं पर बड़ी जीत का नेतृत्व करना है।’’ (भाषा)
अल-जज़ीरा मीडिया नेटवर्क ने बताया है कि उनके ग़ज़ा संवाददाता की पत्नी और दो बच्चे इसराइली हवाई हमले में मारे गए हैं.
ये लोग उत्तर ग़ज़ा से भागकर आए थे और एक रिफ्यूजी कैंप में रह रहे थे.
इस हमले पर इसराइली सेना का कोई बयान नहीं आया है.
अल-जज़ीरा ने लाइव टीवी पर संवाददाता वाएल अल-दहदौ को अपनी पत्नी, बेटी और बेटे के शव को थामे हुए दिखाया.
अल-जज़ीरा का कहना है कि ये लोग ग़ज़ा के नुसिरत रिफ़्यूजी कैंप में रह रहे थे और इसराइली रॉकेट हमले में मारे गए.
अल-जज़ीरा ने कहा कि इसराइल की चेतावनी के बाद वल अल-दहदौ अपने परिवार के साथ उत्तरी ग़ज़ा छोड़ दक्षिण ग़ज़ा में आए थे. (bbc.com/hindi)
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा है कि इसराइल और फ़लस्तीनीयों के बीच “हालात अब 6 अक्टूबर जैसे कभी नहीं हो सकते.”
ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज़ के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए बाइडन ने कहा कि इसराइल को "अपने नागरिकों की रक्षा के लिए जो कुछ भी कर सकता है वो सब कुछ करना चाहिए."
बाइडन ने कहा कि वह वेस्ट बैंक में फ़लस्तीनीयों पर "चरमपंथी सेटलरों" के हमले करने की रिपोर्टों से चिंतित हैं.
उन्होंने कहा- “वे उन जगहों पर फ़लस्तीनीयों पर हमला कर रहे हैं, जहां रहने के वे हकदार हैं. इन हमलों को रोकना होगा.”
उन्होंने कहा कि अमेरिका इसराइल का अपनी रक्षा करने का समर्थन करता है और वह "सुनिश्चित करेगा कि इसराइल के पास हमास के आतंकवादियों से खुद की रक्षा करने के लिए ज़रूरी साधन हो.”
बाइडन ने ये भी कहा कि हमास "ग़ज़ा या कहीं पर भी फ़लस्तीनी लोगों के बड़े समूह " का प्रतिनिधित्व नहीं करता है.
उन्होंने कहा कि हमास इसराइली लोगों को डरा नहीं सकता और ना ही अब वो लोगों को ह्यूमन शील्ड की तरह इस्तेमाल कर सकता है.
इसराइल और हमास के बीच बीते 7 अक्टूबर से जारी संघर्ष का आज 19वां दिन है.
हमास के मुताबिक़,ग़ज़ा में अब तक 6,500 से ज़्यादा लोगों की मौत हो चुकी है, जिनमें 2,704 बच्चे शामिल हैं.
वहीं इसराइल में सात अक्टूबर को हुए हमास के हमले में 1400 लोगों की मौत हुई और 200 से अधिक लोगों कों बंधक बना कर रखा गया है. (bbc.com/hindi)
इसराइली प्रधानमंत्री बिन्यामिन नेतन्याहू ने कहा है कि इसराइल ग़ज़ा में ज़मीनी हमले की तैयारी कर रहा है. हालांकि ऐसा कब होगा इसके समय को लेकर उन्होंने कोई जानकारी नहीं दी है. उन्होंने कहा है कि आम सहमति ये तय होगा.
समाचार एजेंसी रॉयटर्स के अनुसार, इसराइल के प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने कहा है कि ज़मीनी हमले कब शुरू करना है इसका फ़ैसला सरकार की विशेष युद्ध कैबिनेट लेगी.
उन्होंने कहा- “हम पहले ही हजारों आतंकवादियों को मारचुके हैं और यह केवल शुरुआत है.”
“इसके साथ -साथ हम ज़मीनी हमले की तैयारी कर रहे हैं,मैं कब, कैसे या कितने हमले होंगे इसके बारे में विस्तार से नहीं बताऊंगा. मैं उन योजनाओं के बारे में भी विस्तार से नहीं बताऊंगा जो हम कर रहे हैं, इन चीज़ों से जनता अनजान है और ऐसा ही होना चाहिए.”
इसके साथ ही उन्होंने फ़लस्तीनी जो उत्तरी ग़ज़ा में रह रहे हैं उनसे एक बार फिर दक्षिण की ओर जाने को कहा है. (bbc.com/hindi)
अमेरिकी राज्य मेने के ल्यूइस्टन शहर में पुलिस ने लोगों को चेतावनी देते हुए कहा है कि एक बंदूकधारी खुलेआम घूम रहा है.
अमेरिकी मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक़ शहर में हुई गोलीबारी में कम से कम 16 लोग मारे गए हैं.
पुलिस ने लोगों से जहां हैं वहीं रहने की अपील की है और सावधान रहने को कहा है.
पुलिस का कहना है कि वह “कई जगहों” पर हुई हमलों की जांच कर रही है और संदिग्ध की तस्वीर भी जारी किया गया है.
ल्यूइस्टन पुलिस का कहना है कि उनकी टीम हमले की दो जगहों पर पहुंच चुकी है. इनमें से एक हैस्कीमेंगीज़ रेस्टोरेंट और दूसरी जगह है स्पेयर टाइम रिक्रिएशन, ये एक बॉलिंग गेम ज़ोन है.
दोनों ही जगहें एक दूसरे से (6.5 किलोमीटर) 10 मिनट ड्राइव की दूरी पर है.
सेंट्रल मेने मेडिकल सेंटर का कहना है कि वह मास शूटिंग में घायलों के इलाज के लिए शहर के दूसरे अस्पतालों के साथ कोऑर्डिनेट कर रहा है.
एंड्रोस्कोगिन काउंटी शेरिफ़ ऑफ़िस ने संदिग्ध की दो तस्वीरें जारी की हैं. उन्होंने लोगों से शख़्स की पहचान कर जानकारी देने को कहा है.
व्हाइट हाउस का कहना है कि राष्ट्रपति बाइडन को घटना की जानकारी दी गई है और उन्हें इस पर अपडेट देते रहेंगे. (bbc.com/hindi)
तोक्यो, 25 अक्टूबर जापान के उच्चतम न्यायालय ने उस कानून को बुधवार को असंवैधानिक करार दिया, जिसके तहत ट्रांसजेंडर लोगों को आधिकारिक दस्तावेजों में अपना लिंग बदलवाने के लिए अपने प्रजनन अंग हटवाने की जरूरत थी।
शीर्ष अदालत की 15 न्यायाधीशों की वृहद पीठ का यह फैसला 2003 के इस कानून की संवैधानिक वैधता पर पहला फैसला है, जिसके तहत सरकारी मान्यता प्राप्त लिंग परिवर्तन के लिए प्रजनन अंग हटवाना आवश्यक था। अंतरराष्ट्रीय अधिकार संगठन और चिकित्सा समूह इस कानून को अमानवीय और पुराना करार देते हुए लंबे समय से इसकी आलोचना कर रहे थे।
पीठ ने एक वादी द्वारा पारिवारिक रजिस्ट्री की लिंग श्रेणी में उसका लिंग जैविक रूप से निर्दिष्ट पुरुष से बदलकर महिला करने के अनुरोध वाली याचिका पर यह फैसला सुनाया। निचली अदालतों ने वादी की याचिका खारिज कर दी थी, जिसके बाद उसने शीर्ष अदालत का रुख किया था।
यह फैसला ऐसे समय में आया है, जब जापान में एलजीबीटीक्यू प्लस समुदाय के लोगों से जुड़े मुद्दों को लेकर जागरूकता बढ़ गई है। इस फैसले को समुदाय के लिए बड़ी जीत के तौर पर देखा जा रहा है।
जापान में पारिवारिक रजिस्ट्री और अन्य आधिकारिक दस्तावेजों में जैविक रूप से निर्दिष्ट लिंग बदलवाने की इच्छा रखने वाले ट्रांसजेंडर लोगों के लिए अभी तक लिंग पहचान विकार से ग्रसित होने की पुष्टि हासिल करना और अपने प्रजनन अंग हटवाने से जुड़ी सर्जरी से गुजरना अनिवार्य था। (एपी)
रफह, 24 अक्टूबर गाजा पट्टी पर बीते 24 घंटे में इजराइल की ओर से किए गए हवाई हमलों में 700 से अधिक लोगों की मौत हो गयी। गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
इजराइल के हमलों के कारण गाजा में स्वास्थ्य सुविधाएं बुरी तरह से प्रभावित हुईं हैं और बिजली की कमी के कारण कई अस्पतालों को मजबूरन बंद कर दिया गया है।
दशकों से चले आ रहे इजराइली-फलस्तीनी संघर्ष में इस बार इजराइल की ओर से की गयी बमबारी में एक दिन में मरने वालों की यह अब तक की सबसे अधिक संख्या है।
गाजा में निकट भविष्य में जानमाल का और भी बड़े पैमाने पर नुकसान होने की आशंका है, जब टैंकों और तोपखानों से लैस इजराइल की सेना हमास को कुचलने के उद्देश्य से इस क्षेत्र में अपेक्षित जमीनी स्तर पर आक्रमण शुरू करेगी।
इजराइल ने गाजा पर हमले के बाद इसकी सीमाओं को सील कर दिया है, जिसके कारण गाजा के 23 लाख लोगों के लिए भोजन, पानी और दवा की कमी हो गई है। आवश्यक सामान की आपूर्ति के लिए एक छोटा काफिला सोमवार को गाजा में दाखिल हुआ।
गाजा के विभिन्न अस्पतालों में बड़ी संख्या में घायल भर्ती हैं, जिनके इलाज के लिए बिजली की बेहद आवश्यकता है। बिजली की कमी के कारण, अस्पताल में भर्ती नवजात बच्चों को भी काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
इजराइल ने मंगलवार को कहा कि उसने बीते 24 घंटे में 400 हवाई हमले किए, जिसमें हमास के कई कमांडर और लड़ाके मारे गए। उसने कहा कि ये राकेट से इजराइल में हमले करने और कमांड सेंटर को निशाना बनाने की तैयारी कर रहे थे।
इससे एक दिन पहले इजराइल ने हमास के ठिकानों को निशाना बनाकर 320 हवाई हमले किए थे। प्रत्यक्षदर्शियों और स्वास्थ्य अधिकारियों ने कहा कि इनमें से कई ने आवासीय इमारतों को निशाना बनाया जबकि कई दक्षिण गाजा में गिरीं ।
गाजा में इजराइल के हमलों में अब तक हजारों लोगों की मौत हो चुकी है। इस बीच, हमास ने इजराइल की दो वृद्ध महिलाओं को रिहा कर दिया, जिन्हें उसने बंधक बना लिया था। हमास ने सात अक्टूबर को दक्षिणी इजराइल के शहरों पर हमले कर सैकड़ों इजराइली नागरिकों को बंधक बना लिया था।
इजराइल-हमास युद्ध के बीच विभिन्न देशों के नेताओं का इजराइल आकर उसके प्रति एकजुटता व्यक्त करना जारी है और इसी के तहत मंगलवार को फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों तेल अवीव पहुंचे। मैक्रों ने हमास के हमले में मारे गए फ्रांस के नागरिकों के परिजनों से मुलाकात की। इसके बाद उनके इजराइल के शीर्ष अधिकारियों से भी मुलाकात करने का कार्यक्रम है।
मैक्रों ने इजराइल के राष्ट्रपति इसहाक हर्ज़ोग से मुलाकात कर कहा कि वह इजराइल के प्रति अपना समर्थन और एकजुटता व्यक्त करने तथा लोगों की पीड़ा साझा करने के साथ-साथ यह आश्वस्त करने के लिए आए हैं कि आतंकवाद के खिलाफ इस युद्ध में उसे अकेला नहीं छोड़ा जाएगा। (एपी)
वाशिंगटन, 25 अक्टूबर न्यूयॉर्क और कैलिफोर्निया सहित कई अमेरिकी प्रांतों ने मेटा प्लेटफॉर्म इंक पर इंस्टाग्राम और फेसबुक के लिए जानबूझकर ऐसे फीचर बनाने का आरोप लगाते हुए मुकदमा दायर किया है, जो बच्चों को कंपनी के सोशल मीडिया मंच की लत लगाते हैं और युवाओं को नुकसान पहुंचाने के साथ ही उनमें मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याओं को बढ़ावा देते हैं।
कैलिफोर्निया की संघीय अदालत में 33 प्रांतों की ओर से दायर मुकदमे में दावा किया गया है कि मेटा, कानून का उल्लंघन करते हुए 13 साल से कम उम्र के बच्चों के माता-पिता की सहमति के बिना उनसे जुड़ा डेटा नियमित रूप से इकट्ठा करता है। इसके अलावा, नौ अटॉर्नी जनरल भी अपने-अपने प्रांतों में मेटा के खिलाफ मुकदमा दायर कर रहे हैं, जिससे कंपनी के खिलाफ कानूनी कदम उठाने वाले प्रांतों की संख्या बढ़कर 41 हो गई है।
मुकदमे में कहा गया है, “मेटा ने युवाओं और किशोरों को लुभाने, उन्हें खुद से जोड़े रखने तथा अंततः अपने आकर्षण में उलझाने के लिए शक्तिशाली एवं अभूतपूर्व तकनीकों का इस्तेमाल किया है। इसका मकसद मुनाफा कमाना और अधिकतम वित्तीय लाभ हासिल करना है। मेटा ने अपने सोशल मीडिया मंचों के बड़े खतरों के बारे में जनता को बार-बार गुमराह किया है।”
मुकदमे के मुताबिक, “कंपनी ने उन तरीकों को छिपाया है, जिनसे ये मंच अपने सबसे संवेदनशील उपयोगकर्ताओं-किशोरों और बच्चों को गुमराह करते हैं और उनका शोषण करते हैं।” इसमें मेटा से वित्तीय क्षतिपूर्ति के अलावा उन फीचर को खत्म करने की मांग की गई है, जो कानून का उल्लंघन करते हैं।
न्यूयॉर्क की अटॉर्नी जनरल लेटिशिया जेम्स ने एक बयान में कहा, “बच्चे और किशोर बेहद खराब मानसिक स्वास्थ्य से जूझ रहे हैं और इसके लिए मेटा जैसी सोशल मीडिया कंपनियां जिम्मेदार हैं। मेटा ने अपने मंचों के लिए जानबूझकर ऐसे फीचर बनाए हैं, जो बच्चों का आत्मसम्मान घटाकर उन्हें उसके ऐप की लत लगाते हैं और इस तरह उनकी पीड़ा का फायदा उठाकर उसने काफी लाभ कमाया है।”
वहीं, मेटा ने एक बयान जारी कर कहा कि वह “किशोरों को इंटरनेट पर सुरक्षित एवं सकारात्मक अनुभव प्रदान करने की अटॉर्नी जनरल की प्रतिबद्धता का समर्थन करता है। कंपनी किशोरों और उनके परिजनों की मदद के लिए पहले ही 30 से अधिक टूल पेश कर चुकी है।”
बयान में कहा गया है, “हम इस बात से निराश हैं कि किशोरों द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले विभिन्न ऐप के लिए स्पष्ट और आयु-उपयुक्त मानक बनाने के वास्ते सोशल मीडिया कंपनियों के साथ सार्थक रूप से काम करने के बजाय अटॉर्नी जनरल ने यह रास्ता चुना है।”
यह मुकदमा कैलिफोर्निया, फ्लोरिडा, केंटुकी, मैसाच्युसेट्स, नेब्रास्का, न्यूजर्सी, टेनेसी और वरमोंट जैसे प्रांतों के अटॉर्नी जनरल के नेतृत्व में हुई एक जांच के बाद दायर किया गया है। उक्त जांच 'द वॉल स्ट्रीट जर्नल' सहित अन्य अखबारों द्वारा प्रकाशित उन खबरों के मद्देनजर की गई थी, जिनमें मेटा के अनुसंधान के हवाले से कहा गया था कि कंपनी इस बात से वाकिफ थी कि इंस्टाग्राम मानसिक स्वास्थ्य और शारीरिक संरचना के लिहाज से किशोरों को किस तरह नुकसान पहुंचा सकता है। (एपी)
राफा (गाजा पट्टी), 25 अक्टूबर इजराइल ने गाजा पट्टी पर मंगलवार को हवाई हमले तेज कर दिए, जिसके कारण ढही आवासीय इमारतों के मलबे में कई परिवार दब गए।
इससे पहले, स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया कि बीते दिन बड़ी संख्या में फलस्तीनी मारे गए और बमबारी के कारण हुए नुकसान और बिजली आपूर्ति बाधित हो जाने के कारण चिकित्सकीय सेवाएं ठप रहीं।
हमास संचालित गृह मंत्रालय ने बताया कि गाजा में इजराइली हवाई हमले रात भर जारी रहे।
दशकों से जारी इजराइली-फलस्तीनी संघर्ष में बमबारी से मरने वालों की बढ़ती संख्या अप्रत्याशित है और जब इजराइली बल हमास उग्रवादियों का खात्मा करने के लिए टैंक और तोपों के साथ संभावित जमीनी हमले करेंगे, तो गाजा में जान-माल का और भारी नुकसान होने की आशंका है।
हमास द्वारा दक्षिणी इजराइल के शहरों में सात अक्टूबर को विनाशकारी हमला किए जाने के बाद से इजराइल ने गाजा की घेराबंदी कर दी है, जिसके कारण 23 लाख लोग भोजन, पानी और दवाइयों की कमी से जूझ रहे हैं।
गाजा स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि इजराइली हवाई हमलों के कारण मंगलवार को कम से कम 704 लोगों की मौत हो गई, जिनमें अधिकतर महिलाएं और बच्चे हैं। ‘द एसोसिएटेड प्रेस’ (एपी) हमास द्वारा बताई इस संख्या की स्वतंत्र रूप से पुष्टि नहीं कर सका। हमास का कहना है कि वह अस्पतालों के निदेशकों की ओर से मिली हताहतों की संख्या का मिलान करता है।
वाशिंगटन में, अमेरिका के राष्ट्रपति के आधिकारिक आवास एवं कार्यालय व्हाइट हाउस में राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने संवाददाताओं से कहा कि अमेरिका भी एक दिन में हुई मौत की इस संख्या की पुष्टि नहीं कर सका।
इजराइल ने मंगलवार को कहा कि उसने बीते दिन 400 हवाई हमले किए, जिसमें हमास के कमांडर समेत कई उग्रवादी मारे गए। उसने कहा कि हमास के ये उग्रवादी इजराइल में रॉकेट दागने की योजना बना रहे थे। इजराइल ने एक दिन पहले 320 हमले किए जाने की जानकारी दी थी।
इजराइल ने मंगलवार को संयुक्त राष्ट्र की एक उच्च स्तरीय बैठक में हमास को तबाह करने का संकल्प दोहराया और संयुक्त राष्ट्र प्रमुख, फलस्तीनियों तथा कई देशों के संघर्ष-विराम के आह्वान को नकार दिया।
इजराइल के विदेश मंत्री एली कोहेन ने सात अक्टूबर को इजराइल पर हमास के अप्रत्याशित हमले के बाद देश से जवाबी कार्रवाई में ‘‘संयम बरतने’’ की अपील को खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि ‘‘हमास का पूरी तरह से खात्मा’’ ही सात अक्टूबर के हमले के खिलाफ उचित कार्रवाई होगी।
उन्होंने जोर देकर कहा, ‘‘हमास को नष्ट करना केवल इजराइल का अधिकार नहीं है। यह हमारा कर्तव्य है।’’
इजराइली सेना ने कहा कि उसने गाजा के उत्तर में एक समुद्र तट से इजराइल में घुसपैठ की कोशिश कर रहे हमास के गोताखोरों के हमले को विफल कर दिया।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि इजराइली हमलों में 5,700 फलस्तीनी मारे गए हैं, जिनमें से 2,300 नाबालिग हैं। इजराइली सरकार के अनुसार, हमास के शुरुआती हमले में इजराइल में 1,400 लोगों की मौत हो गई। (एपी)
येरुसलम, 25 अक्टूबर । इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने मंगलवार को कहा कि उनका देश गाजा पट्टी में लक्ष्यों पर हमला करना बंद नहीं करेगा, जब तक कि हमास पूरी तरह से नष्ट नहीं हो जाता।
नेतन्याहू ने यह बात इजरायली रक्षा बलों की एक विशेष इकाई याहलोम के सैनिकों के साथ बातचीत करते हुए कही।
उन्होंने सैनिकों से कहा कि इजरायल युद्ध के अगले चरण की प्रतीक्षा कर रहा है जो जल्द ही आएगा।
नेतन्याहू ने कहा कि इजरायल जबरदस्त ताकत से दुश्मन पर हमला कर रहा है और आतंकी संगठन हमास को भारी नुकसान पहुंचाया गया है।
उन्होंने यह भी कहा कि इजरायली सेना उत्तरी इलाकों के साथ-साथ वेस्ट बैंक में भी हमले कर रही है।
याहलोम यूनिट के कमांडरों ने नेत्यानाहू को इसकी परिचालन क्षमताओं के बारे में भी जानकारी दी। (आईएएनएस)।