अंतरराष्ट्रीय
तेल अवीव, 9 नवंबर । इजरायल डिफेंस फोर्सेज (आईडीएफ) ने कहा है कि उसके लड़ाकू विमानों ने लेबनान में हिजबुल्ला के ठिकानों को निशाना बनाया है।
आईडीएफ ने बुधवार को एक बयान में कहा कि उसने हिजबुल्ला के बुनियादी ढांचे को निशाना बनाया, जिसने मंगलवार और बुधवार को इजरायल पर रॉकेट दागे थे।
बयान के अनुसार, इजरायल पर हमला करने के लिए हिजबुल्ला द्वारा इस्तेमाल की गई सैन्य चौकियों और तकनीकी संपत्तियों को नष्ट कर दिया गया।
इज़रायली वायु सेना ने लेबनान में उत्तरी सीमा के पार और बिरानिट के पास हमले किए।
इज़रायल के भीतर 7 अक्टूबर को 1,400 लोगों के नरसंहार और तबाही के बाद इज़रायल ने हिजबुल्ला को हमास के साथ चल रहे युद्ध में हस्तक्षेप न करने की चेतावनी दी है।
हिजबुल्ला प्रमुख हसन नसरल्ला ने हाल ही में एक टेलीविजन संबोधन में 7 अक्टूबर को क्या हो रहा था, इसका अंदाजा लगाने में इजरायली खुफिया विफलता का मजाक उड़ाया था।
हालाँकि, उन्होंने इज़रायल के खिलाफ लड़ाई या इज़रयल की उत्तरी सीमा में युद्ध का मोर्चा खोलने का आह्वान नहीं किया।
अमेरिका ने हिजबुल्ला को इजरायल के खिलाफ हमला शुरू करने पर गंभीर परिणाम भुगतने की चेतावनी भी दी थी। (आईएएनएस)।
दमिश्क, 9 नवंबर । अमेरिकी सेना ने बुधवार-गुरुवार की आधी रात के बाद सीरिया के पूर्वी प्रांत दीर अल-ज़ौर में कथित आतंकी ठिकानों पर हमले किये। सीरिया के सरकार समर्थक शाम एफएम रेडियो और पेंटागन ने इसकी जानकारी दी है।
समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिकी सेना ने दीर अल-ज़ौर शहर के पूर्व में बोर सईद स्ट्रीट के आसपास हमला किया, जिसमें कहा गया कि हमले के कारण शक्तिशाली विस्फोट हुए।
इस बीच, सीरियन ऑब्जर्वेटरी फॉर ह्यूमन राइट्स ने कहा कि युद्धक विमानों ने बोर सईद स्ट्रीट के आसपास सैन्य स्थलों और एक हथियार डिपो पर हमला किया।
शाम एफएम रेडियो ने दीर अल-ज़ौर के पूर्वी ग्रामीण इलाके में अल-उमर तेल क्षेत्र जहां एक अमेरिकी बेस स्थित है में शक्तिशाली विस्फोटों की भी सूचना दी।
इस बीच, पेंटागन ने पुष्टि की कि यह दीर अल-ज़ौर में अमेरिका के नेतृत्व में किया गया हवाई हमला था। उसने एक बयान में कहा कि अमेरिकी सेना ने इराक और सीरिया में ईरान समर्थित आईआरजीसी-कुद्स फोर्स के सहयोगियों द्वारा अमेरिकी कर्मियों के खिलाफ हमलों के जवाब में पूर्वी सीरिया में एक सुविधा पर "आत्मरक्षा हवाई हमले" किए।
नुकसान की अभी कोई जानकारी नहीं है।
रिपोर्टों में कहा गया है कि मौजूदा घटनाएं देर-अल-ज़ौर में ईरान समर्थक लड़ाकों और अमेरिकी बलों के बीच हाल ही में बढ़ी गोलीबारी का हिस्सा लगती हैं।
रिपोर्टों के अनुसार, गाजा पट्टी में इजरायल-हमास संघर्ष के बाद यह वृद्धि हुई है, क्योंकि सीरिया में ईरान समर्थक लड़ाके गाजा में वृद्धि के लिए अमेरिका को जिम्मेदार मानते हैं।
बगदाद से मिली जानकारी के अनुसार, इराकी शिया मिलिशिया 'इस्लामिक रेसिस्टेंस इन इराक' ने बुधवार को दावा किया था कि उसने सीरिया में अमेरिकी सेना के बेस पर रॉकेट और ड्रोन से दो हमले किये थे। दो अलग-अलग बयानों में उसने कहा कि उसने अल-शद्दादी स्थिति अमेरिकी सैन्य ठिकाने पर ड्रोनों और रॉकेटों से हमले किये।
समाचार एजेंसी शिन्हुआ के अनुसार, सीरियन ऑब्जर्वेटरी फॉर ह्यूमन राइट्स ने भी पुष्टि की कि बुधवार को अल-शद्दादी बेस पर दो बार हमले हुये। इसके बाद अमेरिकी विमानरोधी हथियारों ने दो ड्रोनों को मार गिराया।
सीरिया में इस साल 19 अक्टूबर से अब तक अमेरिकी सैन्य ठिकानों पर 26 हमलों की पुष्टि हो चुकी है। (आईएएनएस)।
यरुशलेम, 9 नवंबर । इजराइली सेना (आईडीएफ) ने गुरुवार को दावा किया कि उसने गाजा में 130 हमास सुरंगों के प्रवेश द्वारों को नष्ट कर दिया है।
एक्स पर एक पोस्ट में सेना ने कहा: "आईडीएफ के लड़ाकू इंजीनियर वर्तमान में गाजा में सुरंगों सहित हमास के आतंकवादी बुनियादी ढांचे को नष्ट करने का काम कर रहे हैं। सुरंगों के अंदर पानी और ऑक्सीजन भंडारण की खोज से संकेत मिलता है कि हमास लंबे समय तक भूमिगत रहने की तैयारी कर रहा है। युद्ध की शुरुआत के बाद से सुरंग के 130 प्रवेश द्वार नष्ट कर दिए गए हैं।"
बुधवार देर रात एक पूर्व बयान में, आईडीएफ ने कहा कि उसने उत्तरी गाजा के बेत हनौन क्षेत्र में संयुक्त राष्ट्र राहत और कार्य एजेंसी (यूएनआरडब्ल्यूए) प्रायोजित स्कूल के पास हमास सुरंग को नष्ट कर दिया।
इसने एक वीडियो भी साझा किया जिसमें कथित तौर पर ड्रोन कैमरे के माध्यम से "स्कूल के पास" नष्ट किए गए सुरंग द्वार को दिखाया गया है।
आईडीएफ ने कहा, "गाजा पट्टी में जमीनी अभियान के विस्तार के साथ, सैनिक हमास के आतंकवादी ढांचे को विफल कर रहे हैं।"
गाजा के नीचे सुरंगों के जरिए मिस्र से माल की तस्करी की जाती है।
लेकिन आईडीएफ के अनुसार, एक दूसरा भूमिगत नेटवर्क भी मौजूद है जिसे इजरायली सेना बोलचाल की भाषा में "गाजा मेट्रो" कहती है।
सीएनएन ने बताया, यह सुरंगों की एक विशाल भूलभुलैया है, जो कुछ लोगों के अनुसार कई किलोमीटर भूमिगत है, जिसका उपयोग लोगों और सामानों के परिवहन; रॉकेट और गोला बारूद भंडार को संग्रहीत करने के लिए किया जाता है। हमास का कमांड सेंटर भी यहीं है, जो आईडीएफ के विमानों और निगरानी ड्रोनों की नज़रों से दूर है। (आईएएनएस)।
वाशिंगटन, 9 नवंबर । भारतीय-अमेरिकी रिपब्लिकन उम्मीदवारों के बीच लड़ाई अब और तीखी हो गई है। पार्टी के भीतर तीसरी बहस में टेक उद्यमी विवेक रामास्वामी द्वारा दक्षिण कैरोलिना की पूर्व गवर्नर निक्की हेली की बेटी का संदर्भ देने के बाद हेली ने भी उन पर जोरदार हमला करते हुये उन्हें 'महज गंदगी' की संज्ञा दी।
मियामी में बुधवार को दोनों के बीच "टिकटॉक पर अमेरिकी नीति और क्या इसके चीनी स्वामित्व के कारण देश में इसे प्रतिबंधित किया जाना चाहिए" विषय पर बहस हुई।
38 वर्षीय उद्यमी ने हेली का जिक्र किया और कहा: "पिछली बहस में उसने वास्तव में टिकटॉक में शामिल होने के लिए मेरा मजाक उड़ाया था, जबकि उसकी अपनी बेटी लंबे समय से ऐप का उपयोग कर रही थी, इसलिए आप शायद पहले अपने परिवार का ख्याल रखना चाहेंगी।”
इसके बाद हेली ने पलटवार करते हुए कहा, "मेरी बेटी के बारे में बात मत करो", और जब रामास्वामी ने बोलना जारी रखा, तो उन्होंने उनसे कहा, "तुम तो बस गंदगी हो"।
दक्षिण कैरोलिना की पूर्व गवर्नर ने भी बायोटेक उद्यमी की आलोचना करने के लिए बुधवार को अपने एक्स हैंडल का सहारा लिया। उन्होंने लिखा, "विवेक, मैं हील्स पहनती हूं। वे फैशन स्टेटमेंट के लिए नहीं हैं - वे असलहा हैं।"
पिछली राष्ट्रपति बहस में भी दोनों के बीच तीखी नोकझोंक हुई थी और हेली ने विदेश नीति के मुद्दों पर उनकी अनुभवहीनता के लिए उनकी आलोचना की थी।
हेली ने अमेरिकी सहयोगियों का समर्थन न करने के लिए रामास्वामी की आलोचना की और कहा कि "विवेक के पास विदेश नीति का कोई अनुभव नहीं है और यह दिखता है"।
रामास्वामी ने अपनी वेबसाइट पर निक्की हेली के स्थान पर 'नम्रता रंधावा' नाम का भी इस्तेमाल किया, जिसे हेली ने "बचकाना नाम का खेल" बताया।
हेली ने जवाब में फॉक्सन्यूज को बताया, “मैं इन बचकाने नाम वाले खेलों में शामिल नहीं होने जा रही हूं। यह बहुत दयनीय है। सबसे पहले, मेरे जन्म प्रमाणपत्र पर मेरा जन्म निक्की के साथ हुआ था। मेरा पालन-पोषण निक्की के रूप में हुआ। मैंने हेली से शादी की. और इसलिए मेरा नाम यही है।"
डेस मोइनेस रजिस्टर द्वारा सोमवार को जारी एक सर्वेक्षण में, हेली 10 अंक बढ़कर 16 प्रतिशत पर पहुंच गई हैं, जिससे वह फ्लोरिडा के गवर्नर रॉन डेसेंटिस के बराबर हो गईं।
हेली और रामास्वामी के अलावा, तीसरी बहस के लिए तीन अन्य उम्मीदवार मंच पर थे - न्यू जर्सी के पूर्व गवर्नर क्रिस क्रिस्टी, फ्लोरिडा के गवर्नर रॉन डेसेंटिस और दक्षिण कैरोलिना के सीनेटर टिम स्कॉट।
एनबीसी न्यूज द्वारा आयोजित दो घंटे की बहस मियामी-डेड काउंटी के एड्रिएन अर्श्ट सेंटर फॉर द परफॉर्मिंग आर्ट्स में शुरू हुई।
ट्रम्प, जिन्होंने अब तक चुनावों में भारी बढ़त बरकरार रखी है, फिर से बहस में शामिल नहीं हुए। इसकी बजाय उन्होंने फ्लोरिडा के हिलेहा में मियामी बहस स्थल से कुछ ही दूरी पर एक रैली आयोजित की। (आईएएनएस)।
(ललित के. झा)
वाशिंगटन, 9 नवंबर। अमेरिका के इंडियाना राज्य में स्थित एक फिटनेस सेंटर में 24 वर्षीय भारतीय छात्र पर चाकू से हमला किया गया, जिसने बाद में दम तोड़ दिया। जिस विश्वविद्यालय में छात्र पढ़ाई कर रहा था, उसने यह जानकारी दी।
वलपरासियो विश्वविद्यालय में कंप्यूटर विज्ञान के छात्र वरुण पर 29 अक्टूबर को एक जिम में हमलावर जॉर्डन एंड्राड ने चाकू से हमला किया था, जिसमें छात्र के सिर में चोट आई थी। अधिकारी हमले की वजह का पता लगा रहे हैं।
शिकागो के समीप वलपरासियो विश्वविद्यालय ने बुधवार को एक बयान में कहा, 'हम भारी हृदय से वरुण राज पुछा के निधन की जानकारी साझा कर रहे हैं। हमारे विश्वविद्यालय ने अपने एक बच्चे को खो दिया। इस दुख की घड़ी में हमारी संवेदनाएं वरुण के परिवार और उसके दोस्तों के साथ हैं।'
घटना के बाद हमलावर को गिरफ्तार कर लिया गया था और उसपर धारदार हथियार से हमला करने और हत्या के प्रयास का मामला दर्ज किया गया था।
विश्वविद्यालय ने बताया, 'विश्वविद्यालय लगातार वरुण के परिवार के संपर्क में है और जहां तक संभव होगा हम सहायता और समर्थन जारी रखेंगे ताकि परिजन इस अत्यंत मुश्किल समय में आगे बढ़ सकें।'
विश्वविद्यालय परिसर में 16 नवंबर को वरुण के लिए स्मृति सभा के आयोजन की योजना बनाई जा रही है। (भाषा)
संयुक्त राष्ट्र प्रमुख एंटोनियो गुटेरेस ने कहा है कि हमास द्वारा बनाए गए 200 से अधिक बंधकों को छुड़ाने के लिए हो रही वार्ता में यूएन भी शामिल है.
रॉयटर्स न्यूज़ एजेंसी से उन्होंने कहा, “बंधकों को छुड़ाने के लिए हर संभव मदद कराना हमारी ज़िम्मेदारी है.”
उन्होंने कहा कि इस संबंध में क़तर बहुत सकारात्मक भूमिका निभा रहा है और यूएन उसके संपर्क में है. यूएन इसराइल से भी संपर्क में है.
बीते 24 घंटों का अपडेट-
इसराइली पीएम नेतन्याहू के सलाहकार मार्क रेगेव ने कहा है कि रफ़ाह क्रॉसिंग के पास दक्षिणी ग़ज़ा में भूमध्य सागर से सटे इलाक़ों में 'सेफ़ ज़ोन' बनाने पर बात चल रही है जहां फ़ील्ड हॉस्पीटल भी होगा.
हमास के ग़ज़ा स्थित स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारियों ने बताया है कि कल मारे गए 241 लोगों में से आधे लोग दक्षिणी ग़ज़ा से हैं.
- बुधवार को इसराइली सेना ने उत्तरी ग़ज़ा के लोगों को यहां से निकलने के लिए सुरक्षित रास्ता देने की खातिर बमबारी पर पहली बार अल्प विराम (पॉज़) लगाया.
- इसराइली बमबारी में मरने वालों की संख्या बढ़कर 10,569 हो गई है. मरने वालों में 4,324 बच्चे शामिल हैं.
- इसराइली मिलिट्री ने कहा है कि 27 अक्टूबर को शुरू हुए ग़ज़ा पट्टी में ज़मीनी अभियान में अब तक कुल 32 इसराइली सैनिक मारे गए हैं.
- जी-7 की बैठक में जापान पहुंचे अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने कहा है कि ग़ज़ा में इसराइल का फिर से कब्ज़ा कतई नहीं होना चाहिए.
- टोक्यो में हो रहे जी-7 देशों ने अपने बयान में ग़ज़ा में मानवीय संकट को लेकर तुरंत कदम उठाने पर ज़ोर दिया है.
- इसराइली सेना का दावा है कि हमास के नेता मोहिसिन अबु ज़िना की मौत हो गई है. वो हमास के 'इंटेलिजेंस और वेपन डिमार्टमेंट' के प्रमुख थे.
- ब्रिटेन की लेबर पार्टी के सांसद इमरान हुसैन ने ग़ज़ा में "युद्धविराम की पुरजोर वकालत" करते हुए कीर स्टार्मर की शैडो कैबिनेट से इस्तीफ़ा दे दिया है. हुसैन कामगरों के लिए बनायी जाने वाली नई डील के शैडो मंत्री थे. (bbc.com/hindi)
इसराइली प्रधानमंत्री बिन्यामिन नेतन्याहू के सलाहकार मार्क रेगेव ने कहा है कि रफ़ाह क्रॉसिंग के पास दक्षिणी ग़ज़ा में भूमध्य सागर से सटे इलाक़ों में 'सेफ़ ज़ोन' बनाया जाएगा.
बीबीसी न्यूज़ चैनल से रेगेव ने कहा कि इसराइल नागरिक मौतों को कम करने की भरसक कोशिश कर रहा है.
उन्होंने कहा कि इसके लिए इसराइली सेना लोगों से उत्तरी ग़ज़ा छोड़कर दक्षिणी ग़ज़ा में जाने के लिए कह रही है.
दक्षिणी इलाकों में हवाई बमबारी से फ़लस्तीनी मौतों पर उन्होंने कहा कि उत्तर की तुलना में दक्षिण में कम हिंसा है. उत्तर में हमास के साथ इसराइली सेना का संघर्ष जारी है.
रागेव ने कहा कि भूमध्य सागर के पास ख़ान यूनिस के पश्चिम में स्थित अल मावासी में एक विशेष मानवीय ज़ोन बनाया जा रहा है.
उनके मुताबिक, “भूमध्य सागर के तट से सटा यह सुरक्षित इलाका होगा जहां हमास का ढांचा नहीं है. हम लोग एक ह्यूमैनिटेरियन सेफ़ ज़ोन बनाने के बारे में बात कर रहे हैं जहां फ़ील्ड अस्पताल होगा.”
उन्होंने कहा कि यह इलाक़ा मिस्र को जाने वाले रफ़ाह क्रॉसिंग के क़रीब है तो यहां मानवीय सहायता भी आसानी से पहुंच सकेगी.
पिछले एक हफ़्ते में सैकड़ों विदेशी नागरिक और घायल फ़लस्तीनी रफ़ाह के रास्ते ग़ज़ा से निकलने में क़ामयाब हुए हैं, जबकि इस दौरान ग़ज़ा में कुछ मानवीय सहायता भी आने दी गई है. (bbc.com/hindi)
वाशिंगटन, 8 नवंबर । कानून प्रवर्तन अधिकारियों ने कहा कि बंदूक से लैस एक व्यक्ति को अमेरिकी कैपिटल (संसद भवन) के पास गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने बताया कि संदिग्ध हिरासत में है और पुलिस उसके सामान की तलाशी ले रही है।
अमेरकिी कैपिटल पुलिस (यूएससीपी) ने मंगलवार को एक्स पर एक पोस्ट में कहा: “यूएससीपी अधिकारियों ने यूनियन स्टेशन के सामने पार्क में बंदूक के साथ एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया। इस समय हमारे पास यह मानने का कोई कारण नहीं है कि कोई संकट मौजूद है। हम अधिक जानकारी इकट्ठा करने के लिए काम कर रहे हैं और पुष्टि होने पर अधिक जानकारी देंगे।
“हमने अभी पार्क में उस क्षेत्र में तलाशी की है जिसकी हमने घेराबंदी की है। अत्यधिक सावधानी बरतते हुए, हम संदिग्ध के सामान की तलाशी लेंगे। संदिग्ध हिरासत में है। जांच जारी है।”
सीएनएन की रिपोर्ट के अनुसार, बाद में पत्रकारों को संबोधित करते हुए, कैपिटल पुलिस प्रमुख टॉम मैंगर ने कहा कि उस व्यक्ति पर कैपिटल मैदान में अवैध रूप से हथियार ले जाने का आरोप लगाया जाएगा, और अतिरिक्त मामलों का भी सामना करना पड़ सकता है।
मैंगर ने कहा, "कुछ संकेत हैं कि वह कुछ मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रहा है।" उन्होंने बताया कि एक व्यक्ति द्वारा अधिकारियों को सचेत करने के बाद पुलिस ने उस व्यक्ति तक पहुंची।
पुलिस प्रमुख ने बताया कि जब उसने हथियार नीचे रखने का आदेश नहीं माना तो एक अधिकारी ने उसकी पीठ पर टेजर (कुछ देर के लिए किसी को लकवाग्रस्त करने वाले इंजेक्शन की बंदूक) का इस्तेमाल किया। (आईएएनएस)।
जिनेवा, 8 नवंबर । विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने कहा कि 7 अक्टूबर को भड़के इजराइल-हमास संघर्ष में 10 हजार से अधिक लोग, यानी कुल आबादी का लगभग 0.5 प्रतिशत, मारे गये हैं। अनुमान है कि औसतन 160 बच्चे हर दिन मर रहे हैं।
समाचार एजेंसी शिन्हुआ ने यहां एक प्रेस ब्रीफिंग में विश्व निकाय के प्रवक्ता क्रिश्चियन लिंडमियर के हवाले से कहा कि अब तक 16 स्वास्थ्य कर्मी ड्यूटी पर मारे गए हैं और डब्ल्यूएचओ गाजा में स्वास्थ्य कर्मियों का समर्थन करने के लिए काम कर रहा है और एक बार फिर उनकी सुरक्षा की गुहार लगा रहा है।
लिंडमियर ने कहा कि स्वास्थ्य सेवा के खिलाफ गाजा में 102 हमले, पश्चिमी तट में 121 और इज़राइल में 25 हमले दर्ज किए गए हैं।
उन्होंने कहा, फिलहाल ईंधन की कमी या क्षति के कारण गाजा में 14 अस्पताल काम नहीं कर रहे हैं।
यह देखते हुए कि मंगलवार को हमास द्वारा इज़राइल के खिलाफ युद्ध छेड़े हुए एक महीना हो गया, डब्ल्यूएचओ अधिकारी ने कहा कि यहूदी राष्ट्र में लोग 200 से अधिक बंधकों के बारे में भयभीत और चिंतित हैं। उन्होंने सभी बंधकों की तत्काल रिहाई के लिए आह्वान दोहराया, जिनमें से कई को तत्काल चिकित्सा सहायता की आवश्यकता है।
उन्होंने यह भी कहा कि गाजा में कुछ डॉक्टर बिना एनेस्थीसिया के ऑपरेशन कर रहे हैं।
लिंडमीयर ने कहा, "गाजा में नागरिकों द्वारा सहे जा रहे आतंक को किसी भी तरह से उचित नहीं ठहराया जा सकता है।" उन्होंने जीवित रहने के लिए पानी, ईंधन, भोजन और स्वास्थ्य देखभाल की सुरक्षित पहुंच की सख्त आवश्यकता पर जोर दिया।
डब्ल्यूएचओ के प्रवक्ता ने प्रतिदिन लगभग 500 ट्रकों की सहायता के लिए "निर्बाध, सुरक्षित और संरक्षित पहुंच" के लिए संयुक्त राष्ट्र के आह्वान को दोहराया।
उन्होंने कहा कि मृत्यु और पीड़ा का स्तर "समझना कठिन" है।
गाजा स्थित फिलिस्तीनी स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, संघर्ष की शुरुआत से लेकर अब तक मरने वालों की संख्या बुधवार सुबह तक 10,328 थी, जबकि 24,408 लोग घायल हुए थे।
मंत्रालय ने कहा कि कुल मौतों में से 67 प्रतिशत बच्चे और महिलाएं हैं, मंत्रालय ने कहा कि 1,350 बच्चों सहित लगभग 2,450 लोग लापता बताए गए हैं। आशंका है कि वे मलबे के नीचे फंसे या मृत हो सकते हैं।
अधिकारियों के अनुसार, कुल मिलाकर, यहूदी राष्ट्र में लगभग 1,400 इजरायली और विदेशी नागरिक मारे गए हैं।
इनमें से 1,159 मृतकों के नाम जारी कर दिए गए हैं, जिनमें 828 आम नागरिक भी शामिल हैं।
आधिकारिक इज़रायली सूत्रों ने पुष्टि की है कि गाजा में 30 इज़रायली सैनिक भी मारे गये हैं।
गाजा में करीब 240 लोगों को बंदी बनाकर रखा गया है। इनमें इजरायली और विदेशी नागरिक भी शामिल हैं।
मीडिया रिपोर्टों से संकेत मिलता है कि बंधकों में से लगभग 30 बच्चे हैं।
अब तक, हमास द्वारा चार नागरिक बंधकों को रिहा कर दिया गया है, और एक महिला इजरायली सैनिक को इजरायली बलों ने बचाया है।
हमास ने दावा किया है कि इजरायली हवाई हमलों में 57 बंधकों की मौत हो गई। (आईएएनएस)।
काबुल, 8 नवंबर । अफगानिस्तान की राजधानी काबुल के दश्त-ए-बारची इलाके में हुए विस्फोट में सात लोगों की मौत हो गई और 20 अन्य घायल हो गए। काबुल के पुलिस प्रवक्ता खालिद जादरान ने यह जानकारी दी।
जादरान ने कहा कि मंगलवार शाम को एक मिनी बस में विस्फोट हुआ, जिसमें सात लोगों की जान चली गई और 20 अन्य घायल हो गए। उन्होंने बताया कि सभी पीड़ित आम नागरिक थे।
समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, अधिकारी ने बताया कि सुरक्षा बल विस्फोट स्थल पर पहुंच गए हैं और जांच शुरू कर दी है।
क्षेत्र में 26 अक्टूबर को एक विस्फोट में एक स्पोर्ट्स क्लब को नष्ट हो गया था और चार लोगों की मौत हो गई थी। बाद में आतंकवादी समूह इस्लामिक स्टेट ने इस हमले की जिम्मेदारी ली थी। (आईएएनएस)।
जिनेवा, 8 नवंबर । एक महीने पहले शुरू हुए हमास-इजराइल युद्ध के ताजा दौर के बाद से 89 संयुक्त राष्ट्र सहायता कर्मी मारे गए हैं। संगठन के इतिहास में किसी संघर्ष में मारे गए संयुक्त राष्ट्र कर्मचारियों की यह सर्वाधिक संख्या है। नियर ईस्ट में फिलिस्तीनी शरणार्थियों के लिए संयुक्त राष्ट्र राहत एवं कार्य एजेंसी (यूएनआरडब्ल्यूए) ने यह जानकारी दी है।
यूएनआरडब्ल्यूए की मंगलवार को जारी नवीनतम स्थिति रिपोर्ट में कहा गया है कि 7 अक्टूबर से गाजा पट्टी में लगभग 15 लाख लोग विस्थापित हुए हैं। उत्तर सहित गाजा के सभी पांच प्रांतों में 149 यूएनआरडब्ल्यूए प्रतिष्ठानों में लगभग 725,000 लोग शरण लिए हुए हैं।
इसमें कहा गया है कि पिछले 24 घंटे में गाजा के उत्तर में एक यूएनआरडब्ल्यूए स्कूल सीधे हमलों की चपेट में आ गया। घटना में स्कूल में आश्रय लेने वाले आंतरिक रूप से विस्थापित व्यक्तियों में से एक व्यक्ति की मौत हो गई और नौ घायल हो गए।
समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, मानवीय मामलों के समन्वय के लिए संयुक्त राष्ट्र कार्यालय के अनुसार, गाजा में संयुक्त राष्ट्र सुविधाओं में भीड़भाड़ अब एक बड़ी चिंता बनी हुई है।
खान यूनिस प्रशिक्षण केंद्र में, जहां 22 हजार विस्थापित लोगों ने आश्रय मांगा था, प्रति व्यक्ति जगह दो वर्ग मीटर से भी कम है। हर 600 व्यक्ति पर महज एक शौचालय है। (आईएएनएस)।
तुर्की की संसद के अध्यक्ष ने कहा है कि अब वह उन कंपनियों के उत्पादों का इस्तेमाल नहीं करेगी जो "इसराइल की आक्रामकता" का समर्थन करती हैं.
टीआरटी के अनुसार, नोमान कर्तुलमस ने मंगलवार को देश के उत्तरी प्रांत ओरदू में एक कार्यक्रम में कहा कि “टीबीएमएम (तुर्की ग्रैंड नेशनल असेंबली) में उन कंपनियों के किसी भी उत्पाद का उपयोग नहीं करेंगे जो इसराइल की आक्रामकता का समर्थन करती हैं.”
“अब से हम यही करेंगे, हालांकि जो पहले ही खरीद लिया गया है उसे फेंका नहीं जा सकता.”
हालांकि कर्तुलमस ने उन कंपनियों का सीधे-सीधे नाम नहीं लिया है लेकिन रॉयटर्स की रिपोर्ट्स के मुताबिक तुर्की की संसद ने कोका-कोला और नेस्ले के उत्पाद को बायकॉट किया है.
रॉयटर्स को एक सूत्र ने बताया है कि कोका-कोला और नेस्ले की कॉफ़ी ही दो मात्र ऐसे उत्पाद हैं जिसे संसद के रेस्त्रां के मेन्यू से हटाया गया है.
हालांकि संसद के स्पीकर ने ये साफ़ नहीं किया कि आखिर किस तरह ये कंपनियां इसराइल का समर्थन कर रही हैं. (bbc.com/hindi)
(ललित के झा)
वाशिंगटन, 8 नवंबर। एक विशेषज्ञ के अनुसार, भारत और अमेरिका के बीच ‘टू प्लस टू’ मंत्रिस्तरीय वार्ता दोनों देशों की वैश्विक साझेदारी के प्रति अटूट प्रतिबद्धता और स्वतंत्र और खुले हिंद-प्रशांत के लिए उनके साझा दृष्टिकोण की पुष्टि करने के वास्ते एक मंच के रूप में काम करेगी।
यह बैठक इस सप्ताह नयी दिल्ली में आयोजित की जाएगी।
विदेश मंत्रालय ने इस महीने की शुरुआत में कहा था कि अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन और रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन अपने भारतीय समकक्ष विदेश मंत्री एस. जयशंकर और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के साथ इस सप्ताह पांचवीं ‘टू प्लस टू’ मंत्रिस्तरीय वार्ता के लिए भारत जाएंगे।
मंत्रालय ने कहा कि ब्लिंकन और ऑस्टिन अन्य वरिष्ठ भारतीय अधिकारियों के साथ द्विपक्षीय एवं वैश्विक चिंताओं एवं हिंद-प्रशांत में जारी गतिविधियों पर चर्चा करेंगे।
एशिया सोसाइटी पॉलिसी इंस्टीट्यूट के साउथ एशिया इनिशिएटिव्स की निदेशक फरवा आमेर ने कहा कि एक जटिल और लगातार विकसित हो रहे वैश्विक परिदृश्य की पृष्ठभूमि में यह संवाद अमेरिका और भारत की वैश्विक साझेदारी और एक स्वतंत्र एवं मुक्त हिंद-प्रशांत के लिए उनकी साझा दृष्टि के प्रति अटूट प्रतिबद्धता की पुष्टि करने के मंच के रूप में काम करेगा।
उन्होंने कहा, ‘‘आगामी पांचवीं अमेरिका-भारत ‘टू प्लस टू’ मंत्रिस्तरीय वार्ता एक मजबूत साझेदारी को गहरा करने का वादा करती है जिसमें खासकर रक्षा सहयोग के क्षेत्र में उल्लेखनीय प्रगति देखी गई है। इस सप्ताह भारत में होने वाली ‘टू प्लस टू’ मंत्रिस्तरीय वार्ता में दोनों देशों के शीर्ष अधिकारी शामिल होंगे।’’
हिंद-प्रशांत एक जैव-भौगोलिक क्षेत्र है, जिसमें हिंद महासागर और दक्षिण चीन सागर सहित पश्चिमी और मध्य प्रशांत महासागर शामिल है।
अमेरिका, भारत और कई अन्य विश्व शक्तियां संसाधन संपन्न क्षेत्र में चीन की बढ़ती सैन्य गतिविधि की पृष्ठभूमि में एक स्वतंत्र, खुले और संसाधन संपन्न हिंद-प्रशांत को सुनिश्चित करने की आवश्यकता पर चर्चा कर रही हैं।
चीन विवादित दक्षिण चीन सागर के लगभग पूरे हिस्से पर दावा करता है, जबकि ताइवान, फिलीपीन, ब्रुनेई, मलेशिया और वियतनाम सभी इसके कुछ हिस्सों पर दावा करते हैं। बीजिंग ने दक्षिण चीन सागर में कृत्रिम द्वीप और सैन्य प्रतिष्ठान बनाए हैं। चीन का पूर्वी चीन सागर में जापान के साथ भी क्षेत्रीय विवाद है।
आमेर ने कहा कि बातचीत एक महत्वपूर्ण मोड़ पर है, जहां यूक्रेन में संकट और इजराइल-हमास संघर्ष की छाया मंडरा रही है।
आमेर ने कहा कि ये संघर्ष सीधे तौर पर अमेरिका-भारत संबंधों से जुड़े नहीं हो सकते हैं, लेकिन वे एक ऐसी पृष्ठभूमि बनाते हैं जो दोनों देशों की रणनीतिक गतिशीलता और वैश्विक परिप्रेक्ष्य को प्रभावित करती है। उन्होंने कहा कि वार्ता के दौरान इन संकटों पर चर्चा होने की संभावना है।
उन्होंने कहा, ‘‘इजराइल-हमास संघर्ष पर भारत ‘क्वाड’ देशों के साथ कहीं अधिक जुड़ा हुआ है, जो गंभीर अंतरराष्ट्रीय चुनौतियों पर समान विचारधारा वाले भागीदारों के साथ भारत के गहरे जुड़ाव का संकेत है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘इसके अलावा अमेरिका भारत-कनाडा विवाद मामले में अंतरराष्ट्रीय समझौतों का पालन करने के महत्व पर जोर देते हुए कनाडा की जांच में फिर से भारत के सहयोग का आह्वान कर सकता है। यह कूटनीतिक उलझन एक चुनौती पैदा कर सकती है, लेकिन यह इस बात की याद भी दिला सकता है कि विशिष्ट मुद्दों पर मतभेद से द्विपक्षीय संबंध पटरी से नहीं उतरेंगे।’’
आमेर ने कहा, ‘‘इन चुनौतियों से परे संवाद का उद्देश्य विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग के दायरे का विस्तार करना है। यह केवल रक्षा के बारे में नहीं है बल्कि इसमें जलवायु, ऊर्जा, स्वास्थ्य, आतंकवाद विरोधी, शिक्षा और लोगों से लोगों के बीच संबंध भी शामिल है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘वर्तमान में रक्षा क्षेत्र में प्रौद्योगिकी हस्तांतरण और सह-उत्पादन पर ध्यान केंद्रित है, जो सैन्य क्षमताओं को बढ़ावा देने में नवाचार के महत्व को रेखांकित करता है। क्रिटिकल एंड इमर्जिंग टेक्नोलॉजी पर पहल (आईसीईटी) के एजेंडे में होने की उम्मीद है, जो भारत-अमेरिका रक्षा त्वरित पारिस्थितिक तंत्र (इंडस-एक्स) के माध्यम से नवाचार को बढ़ावा देने वाला है।’’ (भाषा)
उन्होंने कहा कि सीओपी28 से पहले जलवायु कार्रवाई को बढ़ाने की अनिवार्यता भी बातचीत का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हो सकती है। उन्होंने कहा कि विकसित देशों को 2050 तक शून्य कार्बन-उत्सर्जन देश बनने का भारत का आह्वान जलवायु परिवर्तन की तत्काल चुनौती से निपटने में साझा जिम्मेदारी को रेखांकित करता है।
वाशिंगटन, 8 नवंबर। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन और चीन के शीर्ष नेता शी चिनफिंग के बीच अगले सप्ताह होने वाली अपेक्षित मुलाकात की तैयारियां सही दिशा में आगे बढ़ रही हैं लेकिन व्हाइट हाउस को इस मुलाकात से दोनों देशों के बीच संबंधों में किसी प्रकार के बड़े बदलाव के आने की उम्मीद नहीं है। बैठक की योजना से जुड़े एक परिचित ने यह जानकारी दी।
बाइडेन और शी के बीच यह मुलाकात, सैन फ्रांसिस्को में अगले सप्ताह होने वाले एशिया-प्रशांत आर्थिक सहयोग शिखर सम्मेलन से इतर होनी है।
व्हाइट हाउस ने पिछले महीने के अंत में घोषणा की थी कि अमेरिका और चीन इस समझौते पर पहुंचे हैं कि बाइडेन और शी, शिखर सम्मेलन से इतर एक-दूसरे से मुलाकात करेंगे। दोनों नेताओं के बीच यह पहली मुलाकात ऐसे वक्त में हो रही है जब विश्व की दो सबसे बड़ी आर्थिक शक्तियों के बीच पूरा वर्ष तनावपूर्ण रहा है। हालांकि शिखर सम्मेलन के लिए बाइडेन एक सप्ताह में सैन फ्रांसिस्को पहुंचने वाले हैं इसलिए मुलाकात का सटीक समय और अन्य विवरण अभी तक औपचारिक रूप से घोषित नहीं किया गया है।
सार्वजनिक रूप से टिप्पणी करने के लिए गैर-अधिकृत व्यक्ति ने नाम नहीं जाहिर करने की शर्त पर बताया कि अमेरिका का मानना है कि दोनों नेताओं की मुलाकात के बाद कुछ मामूली घोषणाएं की जा सकती हैं लेकिन संबंधों में किसी प्रकार का बड़ा बदलाव आने की उम्मीद नहीं है। (एपी)
एपी जितेंद्र मनीषा मनीषा 0811 1058 वाशिंगटन
ब्रिटेन की लेबर पार्टी के सांसद इमरान हुसैन ने ग़ज़ा में "युद्धविराम की पुरजोर वकालत" करते हुए कीर स्टार्मर की शैडो कैबिनेट से इस्तीफ़ा दे दिया है.
हुसैन कामगरों के लिए बनायी जाने वाली नई डील के शैडो मंत्री थे.
उन्होंने कहा कि वह लेबर के एजेंडे के प्रति प्रतिबद्ध हैं लेकिन ग़ज़ा पर उनका दृष्टिकोण सर कीर से "काफ़ी हद तक" अलग है. सर कीर ब्रिटेन की संसद में नेता प्रतिपक्ष हैं.
सर कीर ने ग़ज़ा में मानवीय कारणों से पॉज़ की वकालत की है लेकिन वो युद्धविराम के समर्थन में नहीं हैं.
हुसैन ने कहा कि वह संयुक्त राष्ट्र और अन्य संस्थाओं की तरह युद्धविराम के "मजबूत समर्थक" हैं. उन्होंने कहा कि इस "रक्तपात को रोकने के लिए युद्धविराम ज़रूरी" है.
इसराइल ने कहा है कि उसकी सेना अब ग़ज़ा के बीचों बीच पहुंच चुकी है.
इसराइल के रक्षा मंत्री योव गैलेंट ने कहा है कि इसराली सैनिक आसमान, ज़मीन और समंदर तीनों तरफ़ से सुनियोजित हमले कर रहे हैं.
प्रधानमंत्री बिन्यामिन नेतन्याहू ने कहा है उनके सैनिकों ने ग़ज़ा के घेर लिया है और इस समय ग़ज़ा शहर में हैं.
इससे पहले नेतन्याहू ने कहा था कि जब ये युद्ध ख़त्म होगा तो इसराइल ‘अनिश्चित काल’ तक ग़ज़ा की सुरक्षा व्यवस्था के लिए ज़िम्मेदार होगा.
साल 2007 के बाद से ग़ज़ा में हमास का शासन था. इसराइल केवल ग़ज़ा के एयर स्पेस और तटों को काबू करता रहा है. (bbc.com/hindi)
जेरूसलम, 7 नवंबर । इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने दोहराया है कि गाजा में तब तक युद्धविराम नहीं होगा, जब तक हमास आतंकवादी समूह उन सभी बंधकों को रिहा नहीं कर देता, जिन्हें उसने 7 अक्टूबर को हमला करने के बाद बंधक बना लिया था।
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और प्रशासन के शीर्ष अधिकारियों द्वारा सुझाए गए लड़ाई में अस्थायी "मानवीय" विराम के बारे में पूछे जाने पर, प्रधान मंत्री ने सोमवार को एबीसी न्यूज से कहा, "ठीक है, हमारे बंधकों की रिहाई के बिना गाजा में कोई युद्धविराम नहीं होगा।"
"मुझे लगता है कि हमने उन्हें पहले भी पाया है, हम परिस्थितियों की जांच करेंगे मानवीय सामान अंदर आ सकें, या हमारे बंधकों, व्यक्तिगत बंधकों को जाने में सक्षम बनाया जा सके। लेकिन मुझे नहीं लगता कि कोई सामान्य युद्धविराम होने जा रहा है। "
इज़रायली अधिकारियों के अनुसार, हमास ने गाजा में 240 लोगों को बंधक बना रखा है, इनमें इज़रायली और विदेशी नागरिक भी शामिल हैं।
मीडिया रिपोर्टों से संकेत मिलता है कि उनमें से लगभग 30 बच्चे हैं।
अब तक, आतंकवादी समूह ने चार बंधकों को रिहा कर दिया है, जबकि एक महिला इजरायली सैनिक को देश की सेनाओं ने बचाया है।
हमास ने दावा किया है कि इजरायली हवाई हमलों में 57 बंधक मारे गए।
नेतन्याहू ने कहा कि युद्धविराम "युद्ध के प्रयासों में बाधा उत्पन्न करेगा।"
"इससे हमारे बंधकों को बाहर निकालने के हमारे प्रयास में बाधा आएगी, क्योंकि हमास के अपराधियों पर एकमात्र चीज़ जो काम करती है, वह सैन्य दबाव है, जो हम डाल रहे हैं।"
जब उनसे पूछा गया कि अगर हमास बंधकों को रिहा करने पर सहमत हो जाता है, तो इजरायली नेता ने एबीसी न्यूज को बताया, "उस उद्देश्य के लिए युद्धविराम होगा।"
जब नेतन्याहू से पूछा गया कि इस इलाके पर शासन कौन करेगा और उग्र लड़ाई कब समाप्त होगी, तो उन्होंने संकेत दिया कि उनका मानना है कि इज़राइल को "अनिश्चित अवधि" के लिए भूमिका निभानी होगी।
"मुझे लगता है कि अनिश्चित काल के लिए इज़राइल पर सुरक्षा जिम्मेदारी होगी, क्योंकि हमने देखा है कि जब वह हमारे पास नहीं होता, तो क्या होता है।
उन्होंने एबीसी न्यूज को बताया, "जब हमारे पास वह सुरक्षा जिम्मेदारी नहीं है, तो हमारे पास हमास के आतंक का उस पैमाने पर विस्फोट है, जिसकी हम कल्पना नहीं कर सकते।"
नेतन्याहू ने संघर्ष में ईरान और हिजबुल्लाह की भूमिका पर भी चर्चा की और उन्हें इसमें शामिल होने से चेताया।
"मुझे लगता है कि वे समझ गए हैं कि यदि वे युद्ध में प्रवेश करते हैं, तो प्रतिक्रिया बहुत शक्तिशाली होगी और मुझे आशा है कि वे वह गलती नहीं करेंगे।"
मंगलवार की सुबह तक, गाजा में 10 हजार से अधिक फिलिस्तीनियों की मौत हो चुकी है। इनमें 4,008 बच्चे और 2,550 महिलाएं शामिल हैं।
(आईएएनएस)।
वाशिंगटन, 7 नवंबर । भारतीय-अमेरिकी कांग्रेस सदस्य प्रमिला जयपाल को आशंका है कि 2024 का चुनाव राष्ट्रपति जो बाइडेन के लिए कठिनाई भरा है, क्योंकि नए सर्वेक्षणों में उन्हें कई राज्यों में पिछड़ते हुए दिखाया गया है।
जयपाल की टिप्पणी न्यूयॉर्क टाइम्स और सिएना कॉलेज के सर्वेक्षण के बाद आई है, जिसमें छह राज्यों एरिज़ोना, जॉर्जिया, मिशिगन, नेवादा और पेंसिल्वेनिया में से पांच में बाइडेन को पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प से पीछे दिखाया गया है।
जयपाल ने एमएसएनबीसी होस्ट जेन साकी को बताया, "आपने कहा कि चुनाव वास्तव में यह प्रतिबिंबित नहीं करते कि लोग कहां हैं, मैं आपसे सहमत हूं। लेकिन मैं आपको बताऊंगा - यह पहली बार है कि मुझे ऐसा महसूस हुआ है कि 2024 का चुनाव राष्ट्रपति के लिए कठिनाई भरा है।”
सदन में वाशिंगटन के 7वें कांग्रेस जिले का प्रतिनिधित्व करने वाली डेमोक्रेट जयपाल ने कहा कि इजरायल-हमास युद्ध के बीच डेमोक्रेटिक नियंत्रण बनाए रखना महत्वपूर्ण है।
जयपाल ने व्हाइट हाउस के पूर्व प्रेस सचिव से कहा, "क्योंकि ये युवा लोग - मुस्लिम अमेरिकी, अरब अमेरिकी, लेकिन युवा लोग भी - इस संघर्ष को एक नैतिक संघर्ष और एक नैतिक संकट के रूप में देखते हैं।"
उन्होंने कहा, "और यदि हम इस पर ध्यान नहीं देते हैं, तो आप जानते हैं कि उन्हें आसानी से बातचीत की मेज पर वापस नहीं लाया जा सकता।"
अरब अमेरिकी संस्थान के पिछले महीने के एक अध्ययन के अनुसार, आगामी चुनाव में बाइडेन के लिए अरब अमेरिकी मतदाताओं के बीच समर्थन 2020 की तुलना में कम होकर 59 प्रतिशत से 17 प्रतिशत हो गया है।
सर्वेक्षणों के अनुसार, युद्ध के मैदानों में मतदाताओं द्वारा बाइडेन को छोड़ने का प्रमुख कारण उनकी उम्र और मानसिक तीक्ष्णता के बारे में चिंता और अर्थव्यवस्था की स्थिति से असंतोष है। डेविड एक्सेलरोड, जिन्होंने पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा के राष्ट्रपति अभियानों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी और 2019 में ट्रम्प के खिलाफ बाइडेन को " सबसे मजबूत उम्मीदवार" कहा था, ने कहा कि राष्ट्रपति को फिर से चुनाव लड़ने पर पुनर्विचार करना चाहिए।
हालांकि, बाइडेन अभियान के प्रवक्ता केविन मुनोज़ ने हालिया चुनावों पर चिंताओं को खारिज कर दिया।
मुनोज़ ने एक बयान में कहा, "हम 2024 में अपना सिर झुकाकर और काम करके जीतेंगे, चुनाव के बारे में चिंता करके नहीं।" (आईएएनएस)।
संयुक्त राष्ट्र, 7 नवंबर । संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद एक बार फिर गाजा पट्टी में इजरायल और हमास के बीच चल रहे युद्ध को समाप्त करने के लिए एक मसौदा प्रस्ताव पर सहमत होने में विफल रही है।
सीएनएन की रिपोर्ट के अनुसार, सुरक्षा परिषद के 10 गैर-स्थायी सदस्य देशों वाले ई-10 ने प्रस्ताव का मसौदा तैयार किया था।
लेकिन परिषद के स्थायी सदस्य अमेरिका और ब्रिटेन, ने सोमवार को यूएनएससी सत्र के दौरान इसका विरोध किया।
संयुक्त राष्ट्र में अमेरिका के उप राजदूत रॉबर्ट वुड ने कहा, "इस बिंदु पर कोई सहमति नहीं है," लेकिन उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि यहां मानवीय ठहराव के बारे में चर्चा हुई है।
"और हम उस संबंध में बातको आगे बढ़ाने में रुचि रखते हैं।"
हालांकि, उन्होंने कहा कि सुरक्षा परिषद के भीतर इस बात पर असहमति थी कि क्या यह स्वीकार्य होगा।
इस बीच, चीन के संयुक्त राष्ट्र राजदूत जून झांग ने गाजा को मानवीय सहायता पहुंचाने की सुविधा के लिए तत्काल युद्धविराम का आह्वान किया।
सीएनएन ने चीनी दूत के हवाले से कहा,“जैसा कि हम बोल रहे हैं, फ़िलिस्तीनी नागरिक लगातार मारे जा रहे हैं। इसका खामियाजा बच्चों को भुगतना पड़ रहा है। गाजा बच्चों के लिए कब्रगाह बनता जा रहा है। कोई भी सुरक्षित नहीं है। ”
संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के राजदूत लाना जकी नुसेबीह ने रेखांकित किया कि परिषद के भीतर चर्चा चल रही है, और राष्ट्र अपने मतभेदों को पाटने के लिए काम कर रहे हैं।
“हम हमास द्वारा इज़राइल पर सात अक्टूबर को किए गए हमलों की निंदा करते हैं। हमने गाजा पट्टी पर इजराइल के अंधाधुंध हमलों की भी निंदा की। नुसेबीह ने कहा, हम बंधकों की हिरासत पर गंभीर चिंता व्यक्त करते हैं और सभी बंधकों की तत्काल और बिना शर्त रिहाई के साथ-साथ उनकी सुरक्षा और अंतरराष्ट्रीय कानून के अनुरूप मानवीय व्यवहार की मांग करते हैं।“
बैठक के दौरान संयुक्त राष्ट्र के मानवीय अधिकारियों ने सुरक्षा परिषद को क्षेत्र की गंभीर मानवीय स्थिति के बारे में जानकारी दी। (आईएएनएस)।
वाशिंगटन, 7 नवंबर । इराक और सीरिया में तैनात अमेरिकी बलों पर तीन नवंबर के बाद से आठ बार हमला किया गया है। मंगलवार को एक मीडिया रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई।
सीएनएन की रिपोर्ट में कहा गया है कि गाजा में चल रहे इजरायल-हमास युद्ध के बीच सेनाओं पर हमले बढ़ गए हैं, लेकिन अमेरिकी अधिकारियों ने सीधे तौर पर चल रहे संघर्ष पर उन्हें दोषी नहीं ठहराया है।
सीएनएन की रिपोर्ट के अनुसार, हमलों ने बड़े पैमाने पर अल-असद एयरबेस, इराक और अल-तनफ गैरीसन, सीरिया को निशाना बनाया है, साथ ही सीरिया में मिशन सपोर्ट साइट ग्रीन विलेज के पास कुछ अन्य को निशाना बनाया गया है।
एक अमेरिकी अधिकारी ने सोमवार को एक अपडेट में कहा कि 3 नवंबर की दोपहर को सीरिया के शादादी के पास एकतरफा हमला करने वाले ड्रोन को मार गिराया गया, इसमें किसी के हताहत होने या बुनियादी ढांचे को नुकसान की सूचना नहीं है।
अगली सुबह, शद्दादी के पास एक और एकतरफा हमला करने वाले ड्रोन को मार गिराया गया।
5 नवंबर को रिपोर्ट की गई पांच घटनाएं सीरिया के टाल बेदार के पास हुईं।
अल-असद पर एक हमले में कई एकतरफा हमले वाले ड्रोन के साथ एक मल्टी-रॉकेट हमला भी शामिल था।
सोमवार सुबह सीरिया के टाल बेदार के पास एक और एकतरफा हमला करने वाले ड्रोन को मार गिराया गया।
सीएनएन ने अधिकारी के हवाले से बताया कि सप्ताहांत में किसी भी हमले में कोई हताहत नहीं हुआ या बुनियादी ढांचे को कोई नुकसान नहीं हुआ। (आईएएनएस)।
कीव, 7 नवंबर ! यूक्रेन के राष्ट्रपति ब्लादिमिर ज़ेलेंस्की ने डोनाल्ड ट्रम्प के इस दावे पर सवाल उठाया है कि अगर वह 2024 में फिर से चुने जाते हैं, तो वह 24 घंटे के भीतर कीव के खिलाफ रूस के युद्ध को समाप्त कर सकते हैं।
एनबीसी न्यूज के साथ एक साक्षात्कार के दौरान, ज़ेलेंस्की ने फरवरी 2022 में रूस के आक्रमण के बाद से हुई तबाही के पैमाने को देखने के लिए ट्रम्प को यूक्रेन में आमंत्रित किया।
सीएनएन ने साक्षात्कार में यूक्रेनी नेता के हवाले से कहा,“अगर वह यहां आ सकते हैं, तो मुझे राष्ट्रपति ट्रम्प को यह समझाने के लिए 24 मिनट की आवश्यकता होगी - हां, 24 मिनट... कि वह इस युद्ध का प्रबंधन नहीं कर सकते। वह पुतिन के कारण शांति नहीं ला सकते।''
मई में सीएनएन से बात करते हुए, पूर्व राष्ट्रपति ने दावा किया था कि यदि 24 फरवरी, 2022 को रूस का पूर्ण पैमाने पर आक्रमण शुरू हुआ, अगर वह राष्ट्रपति होते तो युद्ध नहीं होता और यदि वह राष्ट्रपति दोबारा चुने गए तो एक दिन में ही संघर्ष को सुलझा सकते हैं।
उन्होंने सीएनएन को बताया,"अगर मैं राष्ट्रपति हूं, तो मैं उस युद्ध को एक दिन, 24 घंटों में निपटा दूंगा। मैं पुतिन से मिलूंगा, मैं ज़ेलेंस्की से मिलूंगा और 24 घंटे के भीतर युद्ध का निपटारा हो जाएगा।''
एनबीसी न्यूज साक्षात्कार में, ज़ेलेंस्की ने इस साल की शुरुआत में यूक्रेन का दौरा करने के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन की भी प्रशंसा की और कहा, “मुझे लगता है कि उन्होंने कुछ विवरण समझे हैं, जिन्हें आप केवल यहां आकर ही समझ सकते हैं। इसलिए मैं राष्ट्रपति ट्रंप को आमंत्रित करता हूं।
चूंकि यूक्रेन ने इस साल की शुरुआत में अपना जवाबी हमला शुरू किया था, वह लगभग 1,000 किमी की भारी किलेबंदी वाली रूसी सुरक्षा के जवाब में जमीन का एक टुकड़ा ही वापस हासिल करने में कामयाब रहा है।
रूस अभी भी यूक्रेन के लगभग पांचवें हिस्से पर कब्जा कर रखा है, और हाल के हफ्तों में पूर्व में, डोनेट्स्क में अवद्विका और वुहलेदार के आसपास और खार्किव में कुप्यंस्क के पास नए हमले शुरू किए हैं। (आईएएनएस)!
सैन फ्रांसिस्को, 7 नवंबर । ओपनएआई के सीईओ सैम ऑल्टमैन ने घोषणा की है कि एआई चैटबॉट चैटजीपीटी 100 मिलियन वीकली एक्टिव यूजर्स तक पहुंच गया है। उन्होंने नया जीपीटी-4 टर्बो मॉडल जारी किया है जो अधिक सक्षम, सस्ता और 128,000 कॉन्टेक्स्ट विंडो का समर्थन करता है।
सोमवार देर रात कंपनी की पहली डेवलपर कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि लगभग एक साल पहले जारी की गई इस सर्विस ने लॉन्चिंग के केवल दो महीनों के भीतर अनुमानित 100 मिलियन मंथली यूजर्स प्राप्त किए।
उन्होंने डेवलपर्स को बताया कि 20 लाख से ज्यादा डेवलपर्स इस प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल कर रहे हैं, जिनमें 92 प्रतिशत से ज्यादा फॉर्च्यून 500 कंपनियां शामिल हैं।
जीपीटी-4 टर्बो में 128,000 कॉन्टेक्स्ट विंडो है, इसलिए यह एक ही प्रॉम्प्ट में 300 से ज्यादा पेजों के टेक्स्ट के बराबर फिट हो सकता है।
कंपनी ने कहा, "हमने इसके परफॉर्मेंस को भी अनुकूलित किया है ताकि हम जीपीटी-4 टर्बो को इनपुट टोकन के लिए 3 गुना सस्ती कीमत पर और आउटपुट टोकन के लिए 2 गुना सस्ती कीमत पर जीपीटी-4 की तुलना में पेश कर सकें।"
जीपीटी-4 टर्बो के अलावा, कंपनी जीपीटी-3.5 टर्बो का एक नया वर्जन भी जारी कर रही है जो डिफॉल्ट रूप से 16,000 कॉन्टेक्स्ट विंडो का समर्थन करता है।
कंपनी ने कहा, ''एक असिस्टेंट एक उद्देश्य-निर्मित एआई है जिसमें विशिष्ट निर्देश होते हैं, अतिरिक्त ज्ञान का लाभ उठाता है, और कार्य करने के लिए मॉडल और टूल को कॉल कर सकता है। नया असिस्टेंट एपीआई कोड इंटरप्रेटर और रिट्रीवल के साथ-साथ फंक्शन कॉलिंग जैसी नई क्षमताएं प्रदान करता है।''
ओपनएआई एक टेक्स्ट-टू-स्पीच एपीआई पेश कर रहा है जो चुनने के लिए छह प्रीसेट आवाजें और दो जेनरेटिव एआई मॉडल वेरिएंट प्रदान करता है।
डेवलपर्स अब टेक्स्ट-टू-स्पीच एपीआई के माध्यम से टेक्स्ट से ह्यूमन-क्वालिटी स्पीच जनरेट कर सकते हैं। मूल्य निर्धारण 0.015 डॉलर प्रति इनपुट 1,000 अक्षरों से शुरू होता है।
कंपनी ने घोषणा की कि डेवलपर्स डीएएलएल डॉट ई 3 को भी इंटीग्रेटेड कर सकते हैं, जिसे हाल ही में चैटजीपीटी प्लस और एंटरप्राइज यूजर्स के लिए लॉन्च किया गया था।
(आईएएनएस)।
मॉस्को, 7 नवंबर । मॉस्को में विदेश मंत्रालय ने घोषणा की कि रूस मंगलवार आधी रात को औपचारिक रूप से यूरोप में पारंपरिक सशस्त्र बलों पर संधि (सीएफई) से हट गया है।
शिन्हुआ समाचार एजेंसी ने मंत्रालय के हवाले से कहा, "7 नवंबर, 2023 को 00:00 बजे तक, रूस के लिए सीएफई वापसी प्रक्रिया, जिसे 2007 में हमारे देश द्वारा निलंबित कर दिया गया था, पूरी हो गई है। इस प्रकार, अंतरराष्ट्रीय कानूनी दस्तावेज आखिरकार हमारे लिए इतिहास में चला गया है।"
इसमें कहा गया है कि रूस को फिलहाल नाटो देशों के साथ हथियार नियंत्रण समझौते की संभावना नहीं दिख रही है।
"नाटो सदस्य देशों के अधिकारियों और ब्लॉक के ग्राहकों ने स्पष्ट रूप से बातचीत करने में अपनी असमर्थता प्रदर्शित की। आज की स्थिति में, उनके साथ कोई भी हथियार नियंत्रण समझौता असंभव है।"
सीएफई से संबंधित दो अन्य समझौते रूस के लिए मान्य नहीं रह गए थे - 3 नवंबर, 1990 का बुडापेस्ट ज्ञापन, जिसने छह वारसॉ संधि देशों के लिए पारंपरिक हथियारों और उपकरणों का अधिकतम स्तर निर्धारित किया था; और 31 मई 1996 का फ्लैंक समझौता, जिसने मूल संधि को संशोधित किया।
सीएफई, मूल रूप से 1990 में तत्कालीन नाटो सदस्यों और तत्कालीन छह वारसॉ संधि राज्यों द्वारा हस्ताक्षरित, 1992 में लागू हुआ।
इस समझौते का उद्देश्य सभी पक्षों को हथियारों और सैन्य उपकरणों की मात्रा को इकट्ठा करने की अनुमति देकर दोनों सैन्य गठबंधनों के बीच संतुलन स्थापित करना था।
2007 में, रूस ने 2007 में समझौते के कार्यान्वयन पर रोक लगाने की घोषणा की।
11 मार्च 2015 को, देश ने सीएफई संधि पर संयुक्त सलाहकार समूह की बैठकों में अपनी भागीदारी को निलंबित कर दिया, इस प्रकार संधि में अपनी सदस्यता को निलंबित करने की प्रक्रिया पूरी हो गई, लेकिन कानूनी दृष्टिकोण से यह एक पार्टी बनी रही।
तब से, संयुक्त सलाहकार समूह में रूस के हितों का प्रतिनिधित्व बेलारूस द्वारा किया गया है। (आईएएनएस)।
सैन फ्रांसिस्को, 7 नवंबर । सैम ऑल्टमैन द्वारा संचालित ओपनएआई ने अपने एआई चैटबॉट चैटजीपीटी के कस्टम वर्जन पेश करने की घोषणा की है।
जीपीटी कहलाने वाले ये एआई मॉडल किसी के लिए चैटजीपीटी का एक अनुरूप वर्जन बनाने का एक नया तरीका है, जो उनके रोजमर्रा के कामों में अधिक सहायक होता है और फिर उस क्रिएशन को दूसरों के साथ शेयर करता है।
उदाहरण के लिए, जीपीटी आपको किसी भी बोर्ड गेम के नियम सीखने में मदद कर सकता है, आपके बच्चों को मैथ सिखाने में मदद कर सकता है, या स्टिकर डिजाइन करने में मदद कर सकता है।
कंपनी ने सोमवार देर रात अपने पहले डेवलपर्स सम्मेलन के दौरान कहा, ''कोई भी आसानी से अपना जीपीटी बना सकता है, किसी कोडिंग की आवश्यकता नहीं है। आप इन्हें अपने लिए, अपनी कंपनी के इंटरनल यूज के लिए, या सभी के लिए बना सकते हैं।''
चैटजीपीटी प्लस और एंटरप्राइज यूजर्स के लिए जीपीटी आज उपलब्ध हैं, जिनमें कैनवा और जैपियर एआई एक्शन शामिल हैं और कंपनी जल्द ही और ज्यादा यूजर्स को जीपीटी पेश करने की योजना बना रही है।
ओपनएआई ने कहा, ''इस महीने के अंत में, हम जीपीटी स्टोर लॉन्च कर रहे हैं, जिसमें वेरिफाइड बिल्डरों के क्रिएशन शामिल होंगे।''
आने वाले महीनों में, आप इस आधार पर भी पैसा कमा पाएंगे कि कितने लोग आपके जीपीटी का इस्तेमाल कर रहे हैं।
कंपनी ने कहा, ''जीपीटी के साथ आपकी चैट बिल्डरों के साथ शेयर नहीं की जाती हैं। अगर कोई जीपीटी थर्ड पार्टी एपीआई का इस्तेमाल करता है, तो आप चुनते हैं कि डेटा उस एपीआई पर भेजा जा सकता है या नहीं।''
उन्होंने कहा, ''हमने बिल्डरों को उनकी पहचान वेरिफाई करने की अनुमति देकर यूजर्स का विश्वास बनाने के लिए भी कदम उठाए हैं। हम निगरानी करना और सीखना जारी रखेंगे कि लोग जीपीटी का इस्तेमाल कैसे करते हैं और हमारी सुरक्षा कमियों को अपडेट और मजबूत करेंगे।''
आप जीपीटी को एक या ज्यादा एपीआई उपलब्ध कराकर कस्टम एक्शन को भी परिभाषित कर सकते हैं।
एंटरप्राइज अब जीपीटी के साथ शुरुआत कर सकते हैं। वे अब कंपनी के अंदर यूजर्स को बिना कोड के इंटरनल जीपीटी डिजाइन करने और उन्हें अपने वर्कस्पेस में सुरक्षित रूप से प्रकाशित करने के लिए सशक्त बना सकते हैं। (आईएएनएस)।
नैरोबी, 7 नवंबर। केन्या और सोमालिया में भारी बारिश व अचानक आई बाढ़ में कम से कम 40 लोगों की मौत हो गई और दस हजार से ज्यादा लोग विस्थापित हुए हैं। राहत एवं बचाव एजेंसियों ने सोमवार को यह जानकारी दी।
सोमालिया में संघीय सरकार ने बिगड़े मौसम से हुई तबाही के बाद राष्ट्रीय आपातकाल की घोषणा की। सोमालिया में आपदा की वजह से कम से कम 25 लोगों की मौत हो गई और बड़ी संख्या में मकान, सड़कें और पुल तबाह हुए हैं। आपात एवं बचाव कर्मी दक्षिणी सोमालिया के जुबालैंड राज्य के लुक जिले में बाढ़ के पानी में फंसे करीब 2400 लोगों तक पहुंच बनाने के प्रयास में जुटे हैं।
मानवीय मामलों के समन्वय के लिए संयुक्त राष्ट्र कार्यालय ने जुबा और शबेले नदियों के किनारे रहने वाले लोगों को बाढ़ की चेतावनी दी और सभी लोगों को वहां से निकालने का आदेश दिया।
एजेंसी के प्रबंध निदेशक हसन इस्से ने द एसोसिएटेड प्रेस को बताया, 'सोमालिया आपदा प्रबंधन एजेंसी संकट से निपटने के लिए सुचारू रूप से काम कर रही है और लोगों को बाहर निकलाने में मदद करने के लिए उसने डोलो के वास्ते एक विमान को रवाना करने, किसमायो से लुक तक दो नाव और बारधीरे तक एक नाव भेजने की योजना बनाई है।'
हसन ने बताया, 'अगले कुछ दिनों में मौजूदा बाढ़ की स्थिति और बिगड़ने की संभावना है क्योंकि ऊंचाई पर स्थित इथियोपियाई हाइलैंड्स से ज्यादा पानी नीचे की ओर आ सकता है।' सोमालिया में लगातार चार वर्षों तक पड़े सूखे के बाद इस साल हुई भारी बारिश ने देश को अकाल के कगार पर ला खड़ा किया है।
पड़ोसी देश केन्या में केन्या रेड क्रॉस ने बताया कि शुक्रवार से शुरू हुई भारी बारिश से अब तक 15 लोगों की मौत हो चुकी है। रेड क्रॉस के मुताबिक, केन्या का बंदरगाह शहर मोम्बासा, उत्तरपूर्वी शहर मंदेरा और वजीर भारी बारिश से सबसे ज्यादा प्रभावित होने वाले शहर हैं।
केन्या रेड क्रॉस ने बताया कि रविवार को अचानक आई बाढ़ ने 241 एकड़ कृषि भूमि को नष्ट कर दिया और 1067 जानवरों की मौत हो गई।
केन्या के मौसम विभाग ने सितंबर में चेतावनी दी थी कि अक्टूबर और दिसंबर के बीच आमतौर पर कुछ दिनों तक होने वाली वर्षा इस बार पहले के मुकाबले काफी ज्यादा होगी। (एपी)
दुबई, 7 नवंबर। नोबल शांति पुरस्कार विजेता नरगिस मोहम्मदी ने उनके साथ-साथ अन्य कैदियों को चिकित्सा सुविधा प्रदान करने से रोकने और देश में महिलाओं के लिए हिजाब अनिवार्य किए जाने के विरोध में सोमवार को भूख हड़ताल शुरू की। मानवाधिकार कार्यकर्ता को मुक्त करने के लिए चलाए जा रहे अभियान के सदस्यों ने एक बयान जारी कर यह जानकारी दी।
मोहम्मदी (51) के इस फैसले ने उन्हें कैद करने को लेकर ईरान के ‘धर्मतन्त्र’ (धर्म के नाम पर नियम बनाना) पर दबाव बढ़ा दिया है। मोहम्मदी को एक महीने पहले ही, उनके वर्षों पुराने अभियान के लिए नोबल पुरस्कार से सम्मानित करने का ऐलान किया गया था। मोहम्मदी ने सरकार के हिजाब अनिवार्य करने के फैसले के खिलाफ अभियान चलाया है, जिसपर ईरान सरकार ने उन्हें गिरफ्तार कर जेल में डाल दिया।
इस बीच, जेल में कैद एक अन्य कार्यकर्ता अधिवक्ता नसरीन सोतौदेह को भी चिकित्सा सुविधा की जरूरत है लेकिन अभी तक उन्हें मदद नहीं मिली है। नसरीन को एक नाबालिग लड़की के अंतिम संस्कार समारोह में शामिल होने के लिए गिरफ्तार किया गया था, जिसकी मौत तेहरान मेट्रो में हिजाब नहीं पहनने की वजह से विवादास्पद हालात में हुई थी।
नरगिस मोहम्मदी को मुक्त करने के लिए चलाए जा रहे अभियान ‘फ्री नरगिस मोहम्मदी’ के एक कार्यकर्ता ने विदेश में रह रहे उनके परिवार के एक बयान का हवाला देते हुए कहा कि नरगिस ने सोमवार को एविन जेल से एक संदेश भेजकर अपने परिवार को सूचित किया है कि उन्होंने कई घंटों पहले भूख हड़ताल शुरू कर दी है।
बयान के मुताबिक, 'मोहम्मदी और उनके वकील कई सप्ताह से उन्हें (नरगिस) ह्रदय और फेफड़ों से जुड़ी समस्याओं के लिए किसी विशेषज्ञ अस्पताल में भर्ती कराए जाने की मांग कर रहे हैं। '
कुछ दिन पहले मोहम्मदी के परिवार ने बताया कि उनकी तीन नसें अवरुद्ध हैं और फेफड़ों में भी समस्या है। इसके बावजूद जेल अधिकारियों ने हिजाब पहनने से मना करने के बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराने से इंकार कर दिया।
बयान के मुताबिक, 'नरगिस दो चीजों के विरोध में आज (सोमवार) से भूख हड़ताल पर हैं। पहली, बीमार कैदियों को चिकित्सा सुविधा प्रदान करने में विलंब और उन्हें सुविधा प्रदान नहीं करने की ईरान की नीति, जिसके परिणामस्वरूप लोगों की मौत हो रही है। दूसरी, ईरानी महिलाओं के लिए हिजाब अनिवार्य करने की नीति।'
बयान में कहा गया है, ‘‘अगर हमारी प्रिय नरगिस को कुछ भी होता है तो इस्लामिक राष्ट्र उसके लिए जिम्मेदार होगा। मोहम्मदी सिर्फ पानी, चीनी और नमक ले रही हैं । उन्होंने दवाइयां लेने से इंकार कर दिया है।’’
नरगिस मोहम्मदी को शांति पुरस्कार से सम्मानित करने वाली नॉर्वे की नोबल समिति ने उनके स्वास्थ्य को लेकर गंभीर चिंता जाहिर की है। समिति के प्रमुख बेरित रीज एंडरसन ने कहा ‘‘महिला बंदियों को अस्पताल में भर्ती कराने के लिए हिजाब की अनिवार्यता अमानवीय और नैतिक रूप से अस्वीकार्य है। नरगिस ने स्थिति की गंभीरता बताने के लिए अनशन शुरू किया है। नार्वे नोबेल समिति ईरान के प्रशासन से नरगिस और अन्य महिला बंदियों को तत्काल आवश्यक चिकित्सा सुविधाएं मुहैया कराने का अनुरोध करती है।’’
एपी जितेंद्र मनीषा मनीषा 0711 1001 दुबई (एपी)