अंतरराष्ट्रीय
ग़ज़ा के स्वास्थ्य विभाग ने दावा किया है कि एक अस्पताल पर इसराइल के हवाई हमले में क़रीब 500 लोगों की मौत हो गई है.
बीबीसी इंटरनेशनल एडिटर जेरेमी बोवेन ने बताया है कि फ़ोन पर उन्हें इसराइली सेना के प्रवक्ता के कार्यालय ने कहा, "अस्पताल बेहद संवेदनशील इमारत होती है और वो आईडीएफ़ का निशाना नहीं है. आईडीएफ़ विस्फोट के सोर्स की जांच कर रहा है."
वहीं, आईडीएफ़ ने ट्विटर पर एक बयान में कहा, "उनका मानना है कि अल अहली अस्पताल पर हुआ हमला फ़लस्तीनी मिलिटेंट्स द्वारा दागे गए रॉकेट का नतीजा है."
ग़ज़ा में हमास के मीडिया कार्यालय ने इस हमले को 'युद्ध अपराध' बताया है. एक बयान में कहा गया, "अस्पताल में सैकड़ों की संख्या में बीमार, घायल और ग़ज़ा पर इसराइली हमले के बाद बेघर हुए लोग मौजूद थे. सैकड़ों पीड़ित मलबे के नीचे दबे हैं."
बीबीसी के मिडिल ईस्ट संवाददाता टॉम बैटमैन ने बताया है कि अल अहली अरब अस्पताल से आ रही तस्वीरें भयावह हैं. शव और क्षतिग्रस्त वाहन सड़कों के बाहर देखे जा रहे हैं.
स्थानीय लोगों ने बताया है कि अस्पताल के एक हॉल में हमले से बचने के लिए लोगों ने शरण ले रखी थी. बीबीसी ने अस्पताल के एक डॉक्टर से बात की है. उन्होंने बताया है कि यहां करीब 4,000 लोग शरण लिए हुए थे.
उन्होंने कहा है कि अब अस्पताल में 80 फ़ीसदी सेवाएं प्रभावित हैं और सैकड़ों लोग विस्फोट के बाद या तो मारे गए हैं या घायल हैं. फ़लस्तीनी मीडिया में आई ख़बरों में बताया गया है कि फ़लस्तीनी राष्ट्रपति महमूद अब्बास ने अस्पताल पर हुए हमले के बाद तीन दिन के शोक की घोषणा की है.
डब्ल्यूएचओ के डायरेक्टर जनरल टेड्रोस ऐडहेनॉम गेब्रीयेसोस ने अस्पताल पर हुए हमले की निंदा की है.
उन्होंने एक ट्वीट में कहा, "डब्ल्यूएचओ अल अहली अरब अस्पताल पर हुए हमले की निंदा करता है. शुरुआती जानकारियां सैकड़ों लोगों के घायल होने और मरने की तरफ़ इशारा करते हैं. हम तत्काल आम नागरिकों की सुरक्षा और उन्हें स्वास्थ्य सेवाएं मिले, इसकी मांग करते हैं."
अल अहली अस्पताल को एंगलिकन चर्च की तरफ़ से फंड मिलता है. यरुशलम में एंगलिकन चर्च के शीर्ष अधिकारियों में से एक सेंट जॉर्ज कॉलेज के डीन कैनन रिचर्ड सेवेल ने बताया है कि उन्हें जहां तक पता है, उसके अनुसार करीब 6,000 लोग इस अस्पताल में शरण भी लिए हुए थे.
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन बुधवार को इसराइल के लिए रवाना हो गए हैं.
उनकी यह यात्रा ऐसे समय में हो रही है जब ग़ज़ा के एक अस्पताल पर हुए हमले में करीब 500 लोगों की मौत का दावा किया जा रहा है.
इसराइल ने इस हमले में खुद की भूमिका होने से इनकार करते हुए कहा है कि ये हमला 'फ़लस्तीनी इस्लामिक जिहाद' के रॉकेट का परिणाम है. इस चरमपंथी संगठन ने भी इसकी ज़िम्मेदारी से इनकार किया है.
ग़ज़ा के स्वास्थ्य विभाग ने दावा किया है कि अल अहली अस्पताल पर इसराइल के हवाई हमले में क़रीब 500 लोगों की मौत हो गई है.
इस बीच जॉर्डन ने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन, फ़लस्तीनी राष्ट्रपति महमूद अब्बास और मिस्र के राष्ट्रपति अब्दुल फ़तेह अल सिसी के साथ होने वाली समिट रद्द कर दी है.
अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकर जॉन किर्बी ने बताया है कि बाइडन सबसे पहले इसराइल के प्रधानमंत्री बिन्यामिन नेतन्याहू से मिलेंगे.
चरमपंथी संगठन हमास और हिज़बुल्लाह ने कहा है कि अस्पताल पर हमले के लिए इसराइल के साथ-साथ अमेरिका भी दोषी है.
लेबनान की राजधानी बेरूत में प्रदर्शनकारियों ने मंगलवार रात अमेरिकी दूतावास के बाहर विरोध प्रदर्शन किया.
इस बीच अमेरिका ने लेबनान की यात्रा करने वाले लोगों के लिए एडवाइज़री जारी की है. सुरक्षा का हवाला देते हुए कहा है कि वो यात्रा न करें. (bbc.com/hindi)
कराची, 17 अक्टूबर। पाकिस्तान के कराची शहर में रह रहे अफगानों की भीड़ ने तस्करी की गईं वस्तुएं जब्त करने के लिए पहुंची सीमा शुल्क विभाग की एक टीम पर हमला कर दिया।
घटना की एक वीडियो में डंडे लिए दर्जनों अफगानों को तारिक रोड पर सीमा शुल्क अधिकारियों और पुलिस तथा रेंजर्स के वाहनों के पीछे भागते हुए देखा जा सकता है, जो सोमवार को रात के समय छापेमारी करने की कोशिश कर रहे थे।
तारिक रोड कराची के सबसे व्यस्त वाणिज्यिक केंद्रों में से एक है और शॉपिंग मॉल एवं बाजारों में कपड़ों की कई दुकानें हैं, जिनके मालिक आम तौर पर अफगान हैं। ये अफगान अपने देश से भागने के बाद शहर में बस चुके हैं ।
सीमा शुल्क विभाग के एक सूत्र ने घटना की पुष्टि की और कहा कि यह खुफिया जानकारी मिलने के बाद विभाग की एक टीम, पुलिस और रेंजर्स के साथ तारिक रोड पहुंची थी । उन्होंने बताया कि ऐसी सूचना मिली थी कि अफगान दुकान मालिक लाखों रुपये के तस्करी किए गए कपड़े बेच रहे हैं।
पाकिस्तान में कई अफगान शरणार्थियों ने कराची और देश के अन्य हिस्सों कारोबार जमाया है और इनमें से ज्यादातर कपड़े, कालीन, पर्दे और गलीचे का कारोबार करते हैं। कराची के लगभग सभी प्रमुख वाणिज्यिक केंद्रों और मॉल में उनकी दुकानें हैं या फिर उन्होंने किराए पर दुकानें ले रखी हैं।
पुलिस के एक अधिकारी ने कहा कि छापेमारी का सरकार की इस घोषणा से कोई लेना-देना नहीं है कि पाकिस्तान में अवैध रूप से रह रहे अफगानों को एक नवंबर तक घर लौटना होगा या समय सीमा समाप्त होने के बाद जबरन अफगानिस्तान वापस भेज दिया जाएगा।
नाम सार्वजनिक नहीं करने की शर्त पर एसएसपी रैंक के अधिकारी ने कहा, “यह पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच होने वाली तस्करी का मामला है और तस्करी का सामान कराची और अन्य शहरों के बड़े बाजारों में खुलेआम बेचा जाता है।” (भाषा)
जकार्ता, 17 अक्टूबर । इंडोनेशिया के उत्तरी मालुकु प्रांत में इबू ज्वालामुखी मंगलवार को फट गया, जिसके बाद अधिकारियों ने स्थानीय लोगों और पर्यटकों को इलाके से दूर रहने की चेतावनी जारी की।
इबू ज्वालामुखी मॉनिटरिंग पोस्ट के अनुसार, दोपहर 12.42 बजे ज्वालामुखी फटा, जिससे क्रेटर से 600 मीटर दूर तक गर्म राख फैल गई।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, निगरानी चौकी के एक अधिकारी अहमद बासुकी ने एक बयान में कहा कि ज्वालामुखी के विस्फोट से मोटी, भूरे रंग की राख का एक स्तंभ निकला।
उन्होंने कहा, "जो लोग बाहर निकलते हैं, उन्हें सलाह दी जाती है कि ज्वालामुखी की राख गिरने पर नाक, मुंह और आंखों के लिए सुरक्षात्मक उपकरण पहनें।"
समुद्र तल से 1,377 मीटर की ऊंचाई पर स्थित इबू ज्वालामुखी अब खतरे के दूसरे स्तर पर है, जो उच्चतम स्तर चार से नीचे है। (आईएएनएस)।
गाजा, 17 अक्टूबर । फिलीस्तीनी आंतरिक मंत्रालय ने मंगलवार को दावा किया कि दक्षिण गाजा में इजरायली हवाई हमलों में कम से कम 49 लोग मारे गए।
बीबीसी ने मंत्रालय के हवाले से बताया कि जहां खान यूनिस में सोमवार रात हवाई हमले में 21 लोग मारे गए, वहीं शेष 28 लोग मिस्र की सीमा के पास राफा क्षेत्र में मारे गए हैं। यहां पर एक घर पर हमला हुआ था।
फिलिस्तीनी विदेश मंत्रालय ने कहा कि राफा में 'फैमिली हाउस' में मारे गए 28 लोगों में महिलाएं और बच्चे भी शामिल थे।
हमलों के संबंध में इजरायल रक्षा बलों के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल जोनाथन कॉनरिकस ने मंगलवार सुबह सीएनएन को बताया, उन्हें विशेष रूप से उन क्षेत्रों में किसी भी हमले की जानकारी नहीं थी।
कॉनरिकस ने कहा, युद्ध अभियान जारी है। हम हमास के गुर्गों की सैन्य क्षमताओं को कमजोर करने के प्रयास के लिए उनकी तलाश जारी रखे हुए हैं।
उन्होंने कहा कि हमास के ठिकानों की तलाश उस युद्ध का हिस्सा है जो हम पर थोपा गया है, और इजराइल सशस्त्र संघर्ष के कानून के अनुसार और निश्चित रूप से नागरिक हताहतों को कम करने के लिए सैन्य अभियान जारी रखेगा।
इस बीच, 7 अक्टूबर को भड़के संघर्ष के बाद से गाजा में मरने वालों की संख्या 2,778 हो गई है, जबकि 9,938 लोग घायल हुए हैं।
फिलिस्तीनी स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि संघर्ष में पूरे 47 परिवार मारे गए हैं, जिनकी संख्या लगभग 500 है।
आधिकारिक इजरायली सूत्रों के अनुसार, यहूदी राष्ट्र में कम से कम 1,300 इजरायली और विदेशी नागरिक मारे गए हैं, जबकि 4,121 अन्य घायल हुए हैं। (आईएएनएस)।
गाजा, 17 अक्टूबर । फिलिस्तीनी पत्रकार सिंडिकेट ने कहा कि गाजा पट्टी पर इजरायली हमलों में कम से कम 11 फिलिस्तीनी पत्रकार मारे गए और 20 अन्य घायल हो गए।
एक प्रेस बयान में, सिंडिकेट ने सोमवार को कहा कि गाजा पर इजरायली हवाई हमलों में 50 स्थानीय, क्षेत्रीय और अंतर्राष्ट्रीय मीडिया संगठनों को निशाना बनाया गया।
सिंडिकेट ने कहा, इसके अलावा, दो पत्रकार लापता हो गए हैं।
समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, इसमें यह भी कहा गया है कि गाजा में लगातार बिजली कटौती और इंटरनेट समस्या के कारण पत्रकारों की कवरेज जारी रखने की क्षमता सीमित हो गई है।
सिंडिकेट ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से पत्रकारों की सुरक्षा के लिए हस्तक्षेप करने का आह्वान करते हुए कहा, "सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर कई पत्रकारों को इज़राइल से धमकियों का सामना करना पड़ा।" (आईएएनएस)।
वाशिंगटन, 17 अक्टूबर । अमेरिकी विदेश विभाग के एक प्रवक्ता ने कहा है कि लगभग एक हजार अमेरिकी नागरिकों और उनके परिवार के सदस्यों ने इज़राइल छोड़ दिया है।
सोमवार को सीएनएन से बात करते हुए, प्रवक्ता ने कहा कि 13 अक्टूबर से, सरकार ने "अमेरिकी नागरिकों और उनके परिवार के सदस्यों को हवाई और समुद्र रास्ते से स्वदेश लौटने की पेशकश की थी।"
प्रवक्ता ने कहा कि नागरिकों को ले जाने कें लिए उड़ानें कम से कम गुरुवार तक इज़राइल के बेन गुरियन अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे से जारी रहने की उम्मीद है।
प्रवक्ता ने सीएनएन को बताया,“हम वास्तविक समय के आधार पर इज़राइल से प्रस्थान में सहायता के लिए अमेरिकी नागरिकों की मांग की निगरानी करना जारी रखेंगे। ”
"हम उन अमेरिकी नागरिकों से आग्रह करते हैं जो वापस स्वदेश लौटने के इच्छुक हैं।"
प्रवक्ता के अनुसार, 3,000 से अधिक अतिरिक्त अमेरिकी नागरिकों ने कहा है कि "वे व्यावसायिक हवाई मार्ग, भूमि सीमा या अन्य माध्यमों से इज़राइल और वेस्ट बैंक से चले गए।"
इस बीच, गाजा में अमेरिकियों ने सीएनएन को बताया कि उन्हें राफा क्रॉसिंग के माध्यम से मिस्र में प्रवेश करने में कोई परेशानी नहीं हुई। (आईएएनएस)।
खान यूनिस (गाजा पट्टी), 17 अक्टूबर गाजा में फलस्तीनियों ने मंगलवार को तड़के खान यूनिस और रफ़ाह के दक्षिणी शहरों के पास भीषण बमबारी किए जाने का दावा किया।
हालांकि, अभी तक हताहत होने वालों की संख्या के बारे में कोई जानकारी उपलब्ध नहीं कराई गई है।
स्थानीय खबरों के अनुसार, इजराइल की ओर से खान यूनिस के पश्चिम और दक्षिण-पूर्व और रफ़ाह के पश्चिम के इलाकों को निशाना बनाया गया।
अंतरराष्ट्रीय मध्यस्थ विदेशी पासपोर्ट वाले शरणार्थियों को सहायता देने की अनुमति के लिए एक समझौते पर जोर दे रहे हैं। ऐसे में गाजा से पलायन करने की कोशिश कर रहे हजारों की संख्या में लोग रफ़ाह में एकत्र हैं, जो इस क्षेत्र से मिस्र तक जाने वाली एकमात्र सीमा है।
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन बुधवार को इजराइल और जॉर्डन के लिए रवाना होने वाले हैं। अमेरिका को उम्मीद है कि हमास के हमले के बाद घिरे गाजा में तेजी से नागरिकों को सहायता पहुंचाना आसान हो जाएगा। (एपी)
जेरूसलम, 17 अक्टूबर । इजरायली वायु सेना (आईएएफ) ने मंगलवार को कहा कि उसने पड़ोसी देश द्वारा इजरायल की ओर से की गई गोलीबारी के जवाब में लेबनान में हिजबुल्लाह के ठिकानों पर हमला किया।
वायु सेना ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा," इजरायली वायुसेना ने कल (सोमवार) इजरायल की ओर की गई गोलीबारी के जवाब में लेबनान में हिजबुल्लाह आतंकवादी संगठन के आतंकी ठिकानों और सैन्य बुनियादी ढांचे पर हमला किया।" उसने हमले का एक वीडियो भी पोस्ट किया।
यह घटनाक्रम इज़राइल रक्षा बलों (आईडीएफ) की घोषणा के कुछ ही घंटों बाद आया है कि वह "लेबनान में हिजबुल्लाह आतंकवादी ठिकानों पर हमला कर रहा है"।
7 अक्टूबर को हमास के हमले के बाद से, ईरान समर्थित हिजबुल्लाह और इजरायली बलों के बीच सीमा पार से गोलीबारी हुई है।
हिजबुल्लाह, जो लेबनान में काफी शक्ति रखता है, को अमेरिका, ब्रिटेन और अन्य देशों द्वारा एक आतंकवादी संगठन के रूप में नामित किया गया है।
बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, उनके पास हमास की तुलना में अधिक परिष्कृत शस्त्रागार माना जाता है और वे इज़राइल के अंदर भी लक्ष्य को भेदने में सक्षम हैं।
सोमवार को संसद को संबोधित करते हुए इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने ईरान और हिजबुल्लाह को संघर्ष से अलग रहने की चेतावनी दी थी।
संयुक्त राष्ट्र, 17 अक्टूबर । बांग्लादेश, पाकिस्तान, रूस और कई अरब देशों द्वारा संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में पेश प्रस्ताव विफल हो गया है। इसमें इजरायल और गाजा में युद्धविराम का आह्वान किया गया था, लेकिन इसमें हमास का कोई उल्लेख नहीं किया गया था।
संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) द्वारा एक बंद बैठक में आम सहमति बनाने के आखिरी मिनट के प्रयास के बावजूद परिषद के सदस्य एक आम दृष्टिकोण पर सहमत नहीं हो सके, इसके बाद सोमवार रात को प्रस्ताव पर मतदान कराया गया।
प्रस्ताव में हमास को इजरायल पर हमले के अपराधी के रूप में नामित नहीं किया गया था।
परिषद के स्थाई सदस्य अमेरिका, ब्रिटेन और फ्रांस ने प्रस्ताव के खिलाफ मतदान किया। जापान ने भी प्रस्ताव के ख़िलाफ़ मतदान किया.
केवल रूस, चीन, मोज़ाम्बिक, गैबॉन और यूएई ने प्रस्ताव के पक्ष में मतदान किया, जबकि छह देश अनुपस्थित रहे।
गाजा में मानवीय संकट बढ़ रहा है, इजरायली बमबारी में 2,700 से अधिक मौतें हो चुकी हैं।
महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने गुरुवार को मिस्र की यात्रा की योजना की घोषणा की।
इजराइल ने जमीनी हमले की आशंका में गाजा के उत्तरी हिस्से के लगभग 10 लाख लोगों को दक्षिण की ओर जाने के लिए भी कहा है।
गुटेरेस ने कहा है कि मध्य पूर्व "रसातल के कगार पर" है और उन्होंने इज़राइल से गाजा पर नाकाबंदी हटाने का आह्वान किया है, जहां भोजन और पानी की आपूर्ति खतरनाक रूप से कम हो रही है और लोग बाहर नहीं निकल पा रहे हैं।
गाजा मिस्र से सटा हुआ है और राहत सामग्री इसके माध्यम से भेजी जा सकती है और लोगों को गाजा छोड़कर अफ्रीकी देश में जाने की अनुमति दी जा सकती है।
गुटेरेस के प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने कहा कि वह राफा क्रॉसिंग का दौरा कर सकते हैं, जो एन्क्लेव को मिस्र से जोड़ता है लेकिन अब गाजा जाने की उनकी कोई योजना नहीं है।
यूएन में अमेरिकी स्थायी प्रतिनिधि लिंडा थॉमस-ग्रीनफील्ड ने कहा कि 7 अक्टूबर का हमास हमला "प्रलय के बाद से यहूदी लोगों का सबसे बुरा नरसंहार था" और इसने "सहस्राब्दियों से यहूदी विरोधी भावना को सतह पर ला दिया।"
उन्होंने हमास की तुलना आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट से की और कहा कि "(प्रस्ताव में) हमास की निंदा करने में विफल रहकर, रूस एक आतंकवादी समूह को कवर दे रहा है जो निर्दोष नागरिकों पर क्रूरता करता है।"
संयुक्त अरब अमीरात के स्थायी प्रतिनिधि लाना ज़की नुसेबीह, जिन्होंने प्रस्ताव पक्ष में मतदान किया, ने कहा: "हमास फिलिस्तीनी लोगों, या गाजा के लोगों का प्रतिनिधित्व नहीं करता है, जो आज बेहद पीड़ित हैं।" (आईएएनएस)।
हनोई, 17 अक्टूबर विदेश मंत्री एस जयशंकर ने मंगलवार को कहा कि आज हिंसा और संघर्ष से घिरी दुनिया में महात्मा गांधी की प्रासंगिकता बहुत ही महान है क्योंकि उन्होंने ना केवल राजनीतिक प्रेरणा दी, बल्कि वे कूटनीति के भी प्रोत्साहक रहे।
वियतनाम के ‘हो ची मिन्ह’ शहर में महात्मा गांधी की आवक्ष प्रतिमा के अनावरण समारोह में जयशंकर ने सत्य, अहिंसा, स्वतंत्रता और लोगों की आजादी में योगदान को लेकर भारत के अग्रणी स्वतंत्रता सेनानी की तारीफ की।
उन्होंने कहा, ‘‘महात्मा गांधी निस्संदेह हमारे समकालीन विश्व की सबसे प्रतिष्ठित शख्सियतों में से एक हैं। सत्य, अहिंसा, स्वतंत्रता और लोगों की आजादी में उनके योगदान को संयुक्त राष्ट्र ने उनके जन्मदिन को अंतरराष्ट्रीय अहिंसा दिवस के रूप में घोषित करके मान्यता दी है।’’
चार दिवसीय आधिकारिक यात्रा पर रविवार को वियतनाम पहुंचे जयशंकर ने कहा कि गांधी ने न केवल भारत को एकजुट किया बल्कि अन्य देशों, महाद्वीपों और लोगों को भी इसी तरह की चाहत के लिए प्रेरित किया।
उन्होंने कहा, ‘‘महात्मा गांधी का योगदान इससे भी कहीं आगे तक है। आज उनके विचार मानवीय गरिमा, सामाजिक मूल्यों, आध्यात्मिकता, पर्यावरण, स्थिरता, स्वच्छता और कई अन्य क्षेत्रों के लिए एक बहुत शक्तिशाली प्रेरणा हैं।’’ (भाषा)
गाजा, 17 अक्टूबर । संयुक्त राष्ट्र ने कहा है कि पिछले 24 घंटों में इजरायली हवाई हमले में सात नागरिक सुरक्षा अधिकारियों की मौत के बाद गाजा में ड्यूटी के दौरान मारे गए मानवीय कर्मचारियों की संख्या बढ़कर 31 हो गई है।
मानवीय मामलों के समन्वय कार्यालय (ओसीएचए) ने अपने नवीनतम अपडेट में कहा, ''सोमवार को, हवाई हमले के दौरान सात नागरिक सुरक्षा सदस्य मारे गए, जिससे ड्यूटी के दौरान मारे गए मानवीय कर्मचारियों की कुल संख्या 31 हो गई।''
संयुक्त राष्ट्र निकाय ने कहा कि हमास-नियंत्रित एन्क्लेव में लगातार छठे दिन पूरी तरह से बिजली गुल है।
अपडेट में कहा गया है, "अस्पताल ढहने की कगार पर हैं। बैकअप जनरेटर संचालित करने के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला ईंधन भंडार लगभग पूरी तरह से समाप्त हो गया है, जिससे हजारों मरीजों का जीवन खतरे में पड़ गया है।"
रविवार को इजरायली अधिकारियों ने पूर्वी खान यूनिस क्षेत्र में आंशिक जल आपूर्ति फिर से शुरू कर दी, जिससे संघर्ष शुरू होने से पहले गाजा पट्टी में खपत किए गए पानी का 4 प्रतिशत से भी कम पानी उपलब्ध हो सका।
इस बीच, यूनिसेफ के नेतृत्व वाले डब्ल्यूएएसएच क्लस्टर ने कहा कि अगर पानी और ईंधन को तुरंत प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी गई तो आबादी को मृत्यु या संक्रामक बीमारी फैलने का आसन्न खतरा है।
ओसीएचए ने यह भी चेतावनी दी कि संघर्ष की शुरुआत के बाद से आंतरिक रूप से विस्थापित लोगों (आईडीपी) की कुल संख्या 1 मिलियन यानि दस लाख तक पहुंच सकती है, जिसमें अकेले मध्य और दक्षिणी गाजा में संयुक्त राष्ट्र राहत कार्य एजेंसी द्वारा नामित आपातकालीन आश्रयों में रहने वाले लगभग 333,000 आईडीपी शामिल हैं।
इस बीच, मंगलवार सुबह तक गाजा में मरने वालों की संख्या 2,778 थी, जबकि 9,938 लोग घायल हुए हैं।
फिलिस्तीनी स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि 47 परिवार के सभी सदस्य मारे गए हैं, जिनकी संख्या लगभग 500 है।
आधिकारिक इजरायली सूत्रों के अनुसार, यहूदी राष्ट्र में कम से कम 1,300 इजरायली और विदेशी नागरिक मारे गए हैं, जबकि 4,121 अन्य घायल हुए हैं।
2005 में ओसीएचए द्वारा हताहतों की संख्या दर्ज करना शुरू करने के बाद से मरने वालों की संख्या मारे गए इजराइलियों की कुल संख्या से तीन गुना अधिक है। (आईएएनएस)।
मलेशियाई प्रधानमंत्री अनवर इब्राहिम ने कहा कि उन्होंने ने हमास से बात करते हुए "फ़लस्तीनी लोगों के प्रति अटूट समर्थन" व्यक्त किया है.
इब्राहिम ने कहा कि उन्होंने हमास के राजनीतिक ब्यूरो के प्रमुख इस्माइल हानियेह से फोन पर बातचीत की है.
पीएम इब्राहिम ने एक्स पर लिखा है- “ग़ज़ा में गंभीर स्थिति को देखते हुए, मैं बमबारी को तत्काल बंद करने और रफ़ाह में एक मानवीय गलियारा बनाए जाने क की पुरजोर वकालत करता हूं”
“इसराइल के लिए यह भी जरूरी है कि वह बेदखली की राजनीति छोड़ दे, हमास के साथ तुरंत युद्धविराम करे और चल रहे संघर्ष को समाप्त करने के लिए शांतिपूर्ण समाधान अपनाए.”
उन्होंने ये भी कहा कि हम ज़रूरतमंद लोगों की पीड़ा को कम करने के लिए खाना और दवा के रूप में मानवीय सहायता देने के लिए प्रतिबद्ध हैं. (bbc.com/hindi)
नयी दिल्ली, 16 अक्टूबर। इजराइल और हमास के मध्य जारी युद्ध के बीच कई विपक्षी नेताओं ने सोमवार को फलस्तीन के राजदूत अदनान अबू अल हायजा से मुलाकात कर फलस्तीनी जनता के प्रति एकजुटता प्रकट की और गाजा पर इजराइली बमबारी की निंदा करते हुए कहा कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय को हिंसा को रोकने के लिए तत्काल कदम उठाना चाहिए।
फलस्तीनी राजदूत ने उम्मीद जताई कि इजराइल और फलस्तीन दोनों का मित्र होने के कारण भारत तेल अवीव पर दबाव बनाएगा कि वह गाजा की ‘घेराबंदी’ खत्म करे और लोगों तक मानवीय सहायता पहुंचने दे।
विपक्षी नेताओं ने एक संयुक्त बयान में यह भी कहा कि 1967 की सीमाओं के आधार पर एक स्वतंत्र फलस्तीनी राष्ट्र की स्थापना होनी चाहिए, क्योंकि यह इजराइल-फलस्तीन संघर्ष का न्यायसंगत और स्थायी समाधान सुनिश्चित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम होगा।
बहुजन समाज पार्टी के सांसद दानिश अली, कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर, जनता दल (यूनाइटेड) के नेता के सी त्यागी, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव डी राजा, राष्ट्रीय लोक दल के उपाध्यक्ष शाहिद सिद्दीकी सहित कई विपक्षी नेताओं के एक समूह ने फलस्तीन की जनता के प्रति एकजुटता व्यक्त करने के लिए सोमवार को यहां फलस्तीनी दूतावास पहुंचकर फलस्तीन के राजदूत हायजा से मुलाकात की।
विपक्ष के इन नेताओं ने जो साझा बयान जारी किया है, उस पर कुल 15 नेताओं के हस्ताक्षर हैं। इनमें राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के सांसद मनोज झा भी शामिल हैं।
विपक्षी नेताओं से मुलाकात के बाद फलस्तीनी राजदूत अल हायजा ने ‘पीटीआई-भाषा’ से बातचीत में उम्मीद जताई कि कि भारत सरकार दोनों पक्षों के बीच मध्यस्थ बनकर "अच्छी भूमिका" निभा सकती है।
उन्होंने कहा, ‘‘भारत दोनों पक्षों का मित्र है। उम्मीद है कि वह फलस्तीनी लोगों की हत्या को रोकने, घेराबंदी खत्म करने और 22 लाख लोगों को पानी, भोजन, ईंधन, दवा और बिजली की मानवीय सहायता देने के लिए इजराइली सरकार पर दबाव डालेगा।’’
त्यागी ने कहा कि फलस्तीन के लोगों के प्रति अपना समर्थन व्यक्त करने के लिए फलस्तीन के राजदूत से मिलना ऐसे समय में समान विचारधारा वाले नेताओं का निर्णय था।
उन्होंने कहा कि गाजा पट्टी में पानी और बिजली की आपूर्ति बंद करके इजराइल उन्हें मरने के लिए मजबूर कर रहा है।
बसपा सांसद दानिश अली ने कहा कि नेताओं का रुख भारत सरकार के उस रुख के अनुरूप है कि एक स्वतंत्र फलस्तीनी राष्ट्र होना चाहिए।
इन नेताओं ने अपने साझा बयान में कहा, ‘‘हमारा मानना है कि हिंसा कोई समाधान नहीं है, क्योंकि यह विनाश और पीड़ा को जन्म देती है। इसलिए हम संघर्ष का शांतिपूर्ण समाधान करने के लिए अंतरराष्ट्रीय समुदाय द्वरा प्रयासों को बढ़ाने की आवश्यकता पर जोर देते हैं।’’
उन्होंने इस बात को रेखांकित किया कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय को इसको लेकर दबाव डालना चाहिए, इज़राइल को अन्तरराष्ट्रीय कानूनों का पालन करना चाहिए और फ़लस्तीनी लोगों के अधिकारों का सम्मान करना चाहिए।’’
विपक्षी नेताओं के इस समूह ने कहा, ‘‘ हम क्षेत्र में स्थायी शांति सुनिश्चित करने के लिए गहन राजनयिक प्रयासों और बहुपक्षीय पहल का आह्वान करते हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हम गाजा में चल रहे संकट और फलस्तीनी लोगों की पीड़ा के बारे में अपनी गहरी चिंता व्यक्त करते हैं। हम इजराइल द्वारा गाजा में फलस्तीनियों पर बमबारी की कड़ी निंदा करते हैं। हमारा मानना है कि यह नरसंहार के प्रयास के समान है। हम निर्दोष लोगों की मौतों और घरों एवं बुनियादी ढांचे की तबाही को रोकने के लिए सभी तरह की शत्रुता पर विराम लगाने का आग्रह करते हैं।’’ उनके मुताबिक, ‘‘ हम गाजा के लोगों को मानवीय सहायता की तत्काल और निर्बाध आपूर्ति का आह्वान करते हैं। यह मानवीय स्थिति तत्काल ध्यान और कदम उठाने की मांग करती है।’’
विपक्षी नेताओं के समूह ने कहा कि वे महात्मा गांधी के इस कथन पर दृढ़ता से विश्वास करते हैं कि फलस्तीन अरबों का उसी तरह है, जैसे इंग्लैंड अंग्रेजों का या फ्रांस फ्रांसीसियों का है।
गाजा से हमास के चरमपंथियों के इजराइली शहरों पर हमले और उसके बाद इजराइल से जवाबी कार्रवाई के बाद पश्चिम एशिया में हिंसा बढ़ गई है।
हमास के हमलों का बदला लेने के लिए इजराइल ने गाजा में बड़े पैमाने पर जवाबी कार्रवाई की है। इस संघर्ष में अब तक 2600 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। (भाषा)
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन बुधवार को इसराइल जाएंगे. विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने राष्ट्रपति के दौरे का एलान किया है.
सोमवार को शीर्ष अमेरिकी राजनयिक, एंटनी ब्लिंकन और इसराइल पीएम बिन्यामिन नेतन्याहू के बीच सात घंटे की बैठक के बाद यरुशलम में अमेरिकी दूतावास से इस दौरे की घोषणा की.
ब्लिंकन ने पत्रकारों को बताया कि राष्ट्रपति बाइडन को “इसराइल के युद्ध का विस्तृत ब्यौरा और युद्ध की रणनीति” की जानकारी दी जाएगी.
विदेश मंत्री के मुताबिक़, बाइडन "इसराइल से यह भी जानेंगे कि वह किस तरह से अपने अभियान चलाएगा, जिससे नागरिक हताहतों की संख्या कम हो" और ग़ज़ा में फ़लस्तीनी नागरिकों तक सहायता पहुंचाने की अनुमति मिल सके.
बाइडन नेतन्याहू के न्योते पर इसराइल जाएंगे.
राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने अब से थोड़ी देर पहले प्रेस ब्रीफ़िंग में कहा कि बाइडन के दौरे का मुख्य लक्ष्य इसराइल के साथ "हमारी एकजुटता प्रकट करना" और ग़ज़ा में आम नागरिकों को सहायता देना है.
किर्बी ने कहा, "वह मानवीय सहायता के मुद्दे पर चर्चा करेंगे ताकि ये सहायता ऐसे जाए जिससे हमास को कोई फ़ायदा न हो."
इसके अलावा बाइडन एक सुरक्षित मार्ग तैयार करने पर भी काम करेंगे ताकि जो आम लोग ग़ज़ा छोड़ना चाहते हैं वो निकल सकें.
इसराइल के बाद जॉर्डन जाएंगे
जो बाइडन इसराइल दौरे के बाद जॉर्डन जाएंगे. वहां वह जॉर्डन के किंग अब्दुल्ला, मिस्र के राष्ट्रपति अल-सीसी और फ़लस्तीनी प्राधिकरण के अध्यक्ष महमूद अब्बास से मुलाकात करेंगे.
ब्रसेल्स में एक हमले में दो स्वीडिश नागरिकों की गोली मारकर हत्या कर दी गई और एक व्यक्ति घायल है.
हमले के बाद ब्रसेल्स में खेला जा रहा बेल्जियम-स्वीडन यूरो 2024 क्वालीफायर फुटबॉल मैच रद्द कर दिया गया.
ब्रसेल्स इस वक़्त हाई टेरर अलर्ट पर है क्योंकि बंदूकधारी अब तक पकड़ा नहीं जा सका है और वो फ़रार है.
अल्बानिया के दौरे पर गए फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने कहा, "इस हमले से यूरोप हिल गया है."
बेल्जियम के संघीय अभियोजक के प्रवक्ता एरिक वैन ड्यूसे ने जनता से अपील की है कि "जब तक ख़तरा ख़त्म नहीं हो जाता है, तब तक घर पर ही रहें."
उन्होंने कहा कि हमलावर होने का दावा करने वाले व्यक्ति ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो में कहा कि “वह इस्लामिक स्टेट से प्रेरित है.”
एक वीडियो में एक अरबी भाषी व्यक्ति को यह कहते हुए दिखाया गया है कि उसने ईश्वर के नाम पर हमला किया और उसने तीन लोगों को मार डाला.
बीबीसी को जानकारी मिली है कि हमले के दौरान अपलोड किए गए इस वीडियो की पुलिस द्वारा पुष्टि की जा रही है.
संघीय अभियोजकों का कहना है कि गोलीबारी को लेकर ‘टेरररिज़्म एंक्वायरी’ शुरू कर दी गई है. (bbc.com/hindi)
हमास की सेना विंग अल-क़ासम ब्रिगेड ने पहली बार इसराइल से बंधक बनाए गए और ग़ज़ा में रखे गए एक बंधक का वीडियो जारी किया है.
सात अक्टूबर के हमले के बाद ये हमास का ऐसा पहला वीडियो है. इसराइल का कहना है कि हमास ने 199 लोगों को बंधक बनाया है.
वीडियो में एक महिला कह रही हैं कि उनका नाम माया शेम है, वह 21 साल की हैं और इसराइल के शोहम शहर से हैं.
उनका कहना है कि उन्हें इसराइल में एक पार्टी से हमास ने बंधक बना लिया. उन्होंने वीडियो में अपनी रिहाई की गुहार लगायी है.
वीडियो में इस महिला का वो फुटेज भी शामिल है जिसमें उनके हाथ में लगी चोट का इलाज किया जा रहा है.
एक बयान के अनुसार, इसराइली सेना ने पुष्टि की कि माया का हमास ने अपहरण किया है और सेना उनके परिवार के संपर्क में हैं.
सेना ने बयान में कहा है, “इस समय हम सभी बंधकों की वापसी के लिए सभी ख़ुफिया जानकारी, ऑरपरेशनल उपायों पर काम कर रहे हैं.”
बीबीसी आमतौर पर बंधक की तस्वीर या वीडियो प्रसारित नहीं करता लेकिन माया शेम के परिवार के प्रवक्ता ने तस्वीरें दिखाए जाने पर रज़ामंदी जताई है. (bbc.com/hindi)
हमास के हमले में अपने माता-पिता को खोने वाले एक व्यक्ति ने बीबीसी को दिए एक इंटरव्यू में कहा कि हमें युद्ध रोकना होगा.”
मओज़ इनान पीस कैंपेनर (शांति के लिए काम करने वाले) हैं. हमास के हमले में उनके माता-पिता की मौत हो गई.
बीबीसी से बात करते हुए वो भावुक हो गए.
उन्होंने कहा- मैं बताना चाहता हूं कि मैं इसलिए नहीं रो रहा हूं कि मेरे माता-पिता हमास के हमले में मारे गए हैं. मैं उनके लिए रो रहा हूं जो लोग इस युद्ध में मारे जाएंगे. हमें युद्ध तुरंत रोकना होगा, युद्ध जवाब नहीं है.”
“ मैं आपसे, आपके दर्शकों से अपील करता हूं आप इस युद्ध को रोकने के लिए जो कुछ भी अपनी क्षमता में कर सकते हैं, करिए ताकि इस युद्ध में शामिल लोगों पर दबाव बनाया जा सके और ये युद्ध तुरंत रोका जा सके.”
“हमें बदला नहीं चाहिए, बदले की आग लोगों को और दर्द और दुख में ढकेलेगीऔर लोग मारे जाएंगे. ये इसाइल के लिए भयानक दिन था, मेरी ज़िंदगी का भयानक दिन था. लेकिन युद्ध जारी रहा तो मरने वालों की संख्या और बढ़ेगी. हमें ये युद्ध रोकने के लिए हर संभव कदम उठाने चाहिए. मैं दोनों ही ओर के लोगों के लिए डरा हुआ हूं. हर वो शख़्स जो मारा जाएगा मैं उसके लिए रो रहा हूं.” (bbc.com/hindi)
टोरंटो, 16 अक्टूबर । कनाडा के ब्रिटिश कोलंबिया प्रांत में एक 57 वर्षीय सिख व्यक्ति को अपनी पत्नी की चाकू मारकर हत्या करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।
न्यू वेस्टमिंस्टर शहर के निवासी बलवीर सिंह पर कुलवंत कौर (46) की चाकू मारकर हत्या का आरोप है। आरोपी ने 13 अक्टूबर को अपराध को अंजाम दिया।
इंटीग्रेटेड होमिसाइड इन्वेस्टिगेशन टीम (आईएचआईटी) के सार्जेंट टिमोथी पियरोटी ने सीटीवी न्यूज को बताया, "जाहिर है, यह घरेलू हिंसा की एक और दुखद घटना है, जो बहुत जल्द किसी की जान लेने के साथ समाप्त हुई है।"
14 अक्टूबर को शाम करीब 5 बजे रॉयल कैनेडियन माउंटेड पुलिस (आरसीएमपी) की न्यू वेस्टमिंस्टर टुकड़ी के अधिकारियों को सुजुकी स्ट्रीट के 200-ब्लॉक से एक शिकायत मिली।
इंटीग्रेटेड होमिसाइड इन्वेस्टिगेशन टीम (आईएचआईटी) ने एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा, "हमने 46 वर्षीय महिला को घातक चोटों से पीड़ित पाया। कई प्रयासों के बाद भी कौर ने दम तोड़ दिया।
विज्ञप्ति में कहा गया है कि घटनास्थल पर सिंह को एक संदिग्ध के रूप में पहचाना और उसे हिरासत में ले लिया।
पियरोटी ने कहा कि आईएचआईटी पूरे दिन क्षेत्र में गवाहों से बात करना और घटनास्थल पर कार्रवाई करना जारी रखेगा।
पियरोटी ने सीटीवी न्यूज को बताया, "हम इस उम्मीद में पीड़िता की पहचान कर रहे हैं कि जो कोई भी उसे जानता है, जिसने हाल ही में उसके साथ संपर्क किया है, वह कृपया पुलिस से संपर्क कर सकता है क्योंकि हम उसकी मौत तक की घटनाओं की एक समयरेखा बनाने की कोशिश कर रहे हैं।"
उन्होंने कहा कि हम ऐसी किसी चीज की तलाश कर रहे हैं जो हमें यह समझने में मदद कर सके कि ऐसा क्यों हुआ। दुर्व्यवहार के पीड़ितों के लिए न्यू वेस्टमिंस्टर पुलिस विभाग और आईएचआईटी विक्टिम सर्विसेज के माध्यम से सहायता उपलब्ध है। (आईएएनएस)
बेरूत, 16 अक्टूबर । लेबनानी सैन्य सूत्रों ने मीडिया को बताया कि इजरायली युद्धक विमानों ने दक्षिणी लेबनान में दो मिसाइलें दागकर मारवाहिन शहर पर हमला किया।
सैन्य सूत्रों के अनुसार, लक्षित क्षेत्र से काले धुएं का घना गुबार उठा, जबकि इजरायली सेना और टोही विमान अभी भी लेबनान के हवाई क्षेत्र में उड़ान भर रहे है।
समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, सूत्रों ने रविवार को बताया कि भारी इजरायली तोपखाने ने दक्षिण पश्चिम लेबनान के सीमावर्ती कस्बों मारवाहिन और ब्लिडा के बाहरी इलाके में 45 गोले दागे।
इससे पहले रविवार को, लेबनान स्थित सशस्त्र समूह और राजनीतिक दल हिजबुल्लाह ने दक्षिण पश्चिम लेबनान में एक इजरायली सैन्य स्थल जहर अल-जमाल पर एक निर्देशित कोर्नेट मिसाइल लॉन्च की, जिसमें एक इजरायली सैनिक की मौत हो गई और तीन अन्य घायल हो गए।
हमास के समर्थन में शेबा फार्म्स में सैन्य स्थलों की ओर हिजबुल्लाह द्वारा 8 अक्टूबर को दर्जनों मिसाइलें दागने के बाद लेबनानी-इजरायल सीमा पर स्थिति खराब हो गई, जिससे इजरायली सेना को मजबूर होना पड़ा। उसी दिन दक्षिणपूर्वी लेबनान के कई इलाकों को निशाना बनाकर भारी तोपखाने से गोलीबारी कर जवाब दिया। (आईएएनएस)।
संयुक्त राष्ट्र, 16 अक्टूबर । संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने गाजा में त्वरित और निर्बाध मानवीय सहायता पहुंचाने और हमास द्वारा रखे गए बंधकों की रिहाई का आह्वान किया है।
उन्होंने रविवार को एक बयान में कहा," मध्य पूर्व में इस संकट के समय संयुक्त राष्ट्र के महासचिव के रूप में मजबूत मानवीय अपील करना मेरा कर्तव्य है।"
उन्होंने कहा, "हमास की ओर से बंधक बनाए गए लोगों को बिना किसी शर्त के तुरंत रिहा किया जाना चाहिए; इज़राइल को, गाजा में नागरिकों मानवीय आपूर्ति त्वरित और निर्बाध पहुंच प्रदान की जानी चाहिए।"
संयुक्त राष्ट्र प्रमुख ने कहा, "इन दोनों उद्देश्यों को सौदेबाजी का साधन नहीं बनना चाहिए।"
संयुक्त राष्ट्र के पास मिस्र, जॉर्डन, वेस्ट बैंक और इज़राइल में भोजन, पानी, गैर-खाद्य पदार्थ, चिकित्सा आपूर्ति और ईंधन का भंडार उपलब्ध है। शिन्हुआ समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, ये सामान कुछ ही घंटों में भेजा जा सकता है।
गुटेरेस ने कहा कि डिलीवरी सुनिश्चित करने के लिए, संयुक्त राष्ट्र के कर्मचारियों और जमीनी स्तर पर साझेदारों को इन सामानो को गाजा में सुरक्षित रूप से और बिना किसी बाधा के जरूरतमंद लोगों तक पहुंचाया जाना चाहिए। (आईएएनएस)।
दमिश्क, 16 अक्टूबर । सीरिया के परिवहन मंत्रालय ने नवीनतम इजरायली मिसाइल हमले से हुए नुकसान की भरपाई के बाद उत्तरी प्रांत अलेप्पो के हवाई अड्डे पर हवाई यातायात फिर से शुरू करने की घोषणा की है।
राज्य समाचार एजेंसी साना द्वारा दिए गए एक बयान में, मंत्रालय ने रविवार को कहा कि शनिवार को इजरायली मिसाइल हमले से हुए नुकसान की मरम्मत के बाद हवाईअड्डा सोमवार को संचालन फिर से शुरू करेगा।
इस बीच, मंत्रालय ने कहा कि वह एयरलाइंस को दमिश्क अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के विकल्प के रूप में अलेप्पो अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे या लताकिया हवाई अड्डे का उपयोग करके अपनी उड़ानों को पुनर्निर्धारित करने की अनुमति देगा, जो गुरुवार को इजरायली मिसाइल हमले की चपेट में आने के बाद मरम्मत के दौर से गुजर रहा है। .
गुरुवार को इज़रायली बलों के हमलों के बाद अलेप्पो और दमिश्क के दोनों हवाई अड्डे बंद हो गए। सीरिया के परिवहन मंत्रालय ने शनिवार को अलेप्पो हवाई अड्डे के रनवे को ठीक करने की घोषणा की थी।
बढ़ते तनाव के बीच इजराइल के हमले जारी हैं। संघर्ष के नौवें दिन में, इज़राइल और गाजा पट्टी में लगभग 4,000 लोग मारे गए हैं। (आईएएनएस)।
शिकागो, 16 अक्टूबर । इजराइल-हमास के बीच चल रहे संघर्ष से उत्तेजित शिकागो के एक मकान मालिक पर अपने छह वर्षीय फिलिस्तीनी-अमेरिकी किरायेदार बच्चे और उसकी मां पर चाकू से हमला करने का आरोप लगाया गया है।
रविवार को एक बयान में, विल काउंटी शेरिफ कार्यालय ने कहा कि 14 अक्टूबर को सुबह 11.38 बजे, एक मकान मालिक और किरायेदार के बीच हुई चाकूबाजी के संबंध में प्रतिनिधियों को मौके पर भेजा गया था।
प्रतिनिधियों ने आवास के अंदर दो लोगों को घायल अवस्था में पाया गया। उनकी पहचान जोसेफ एम. कज़ुबा (71) के रूप में हुई, वह घर के रास्ते के पास जमीन पर बैठा था।
पीड़ितों की पहचान हनान शाहीन (32) और उनके बेटे वाडिया अल-फयूम (छह) के रूप में की गई।
विल काउंटी शेरिफ कार्यालय ने कहा कि दोनों को गंभीर हालत में अस्पताल ले जाया गया, जहां बाद में बच्चे ने दम तोड़ दिया।
शेरिफ कार्यालय ने बयान में कहा, बच्चे के पूरे शरीर पर 26 बार वार किया गया था और उसके पेट से चाकू निकाला गया।
वारदात में इस्तेमाल चाकू 12 इंच का दांतेदार सैन्य शैली का चाकू था, इसमें सात इंच का ब्लेड था।
हालांकि संदिग्ध ने इस हमले में अपनी संलिप्तता के संबंध में कोई बयान नहीं दिया, लेकिन पुलिसकर्मी सबूत इकट्ठा कर रहे हैं।
विल काउंटी शेरिफ कार्यालय ने कहा, " पुलिस यह तय करने में सक्षम है कि दोनों को मुस्लिम होने और हमास और इजरायलियों के बीच जारी जंग के कारण निशाना बनाया गया था।"
इस बीच, देश के सबसे बड़े मुस्लिम नागरिक अधिकार और वकालत संगठन, काउंसिल ऑन अमेरिकन-इस्लामिक रिलेशंस (सीएआईआर-शिकागो) के शिकागो कार्यालय ने रविवार को हुए इस हमले को "सबसे बुरा सपना" कहा।
सीएआईआर के अनुसार, हनान और उसका बेटा वाडिया दो साल से घर के भूतल पर रह रहे थे और मकान मालिक के साथ उनका कोई पूर्व विवाद नहीं था।
परिषद ने एक विज्ञप्ति में लड़के के पिता को भेजे गए टेक्स्ट संदेशों का हवाला देते कहा, संदिग्ध ने समाचार में जो कुछ भी देखा था, उससे नाराज था, उसने उनका दरवाजा खटखटाया, और जब उसने दरवाजा खोला, तो उसने उनका गला घोंटने की कोशिश की और उस पर हमला करते हुए कहा 'तुम मुसलमानों को मरना चाहिए'।
इसमें कहा गया है कि महिला जब 911 पर कॉल करने के लिए बाथरूम में भागी, तो उसे पता चला कि उसने उसके छह साल के बेटे की चाकू मारकर हत्या कर दी है।
सीएआईआर-शिकागो के कार्यकारी निदेशक अहमद रिहैब ने कहा, "हमारा दिल भारी है और हमारी प्रार्थनाएं प्यारे लड़के और उसकी मां के साथ हैं।"
इस जघन्य घटना की निंदा करते हुए, राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा कि वह हमले से दुखी हैं।
उन्होंने कहा,"नफरत के इस कृत्य के लिए अमेरिका में कोई जगह नहीं है, और यह हमारे बुनियादी मूल्यों के खिलाफ है। हमें एक साथ आना चाहिए और कट्टरता, नफरत और इस्लामोफोबिया को खारिज करना चाहिए।" (आईएएनएस)।
सिडनी, 16 अक्टूबर । ऑस्ट्रेलिया के ईसेफ्टी कमिश्नर ने बाल यौन शोषण कंटेंट का पता लगाने, हटाने और रोकने के तरीके के बारे में जानकारी न देने पर एलन मस्क द्वारा संचालित एक्स कंपनी पर 610,500 ऑस्ट्रेलियाई डॉलर (380,000 डॉलर से ज्यादा) का जुर्माना लगाया है। वहीं गूगल को भी चेतावनी जारी की गई है।
एक बयान में, ईसेफ्टी कमिश्नर जूली इनमैन ग्रांट ने कहा कि ऑनलाइन बाल यौन शोषण का प्रसार ऑस्ट्रेलिया और विश्व स्तर पर एक बढ़ती समस्या है, और प्रौद्योगिकी कंपनियों की बच्चों को उनकी सेवाओं पर संग्रहीत, साझा और किए जा रहे यौन शोषण और दुर्व्यवहार से बचाने की नैतिक जिम्मेदारी है।
ग्रांट ने रविवार देर रात कहा, "ट्विटर/एक्स ने सार्वजनिक रूप से कहा था कि बाल यौन शोषण से निपटना कंपनी की प्राथमिकताओं में पहले नंबर पर है, लेकिन यह सिर्फ खोखली बात नहीं हो सकती, हमें ठोस कार्रवाई करने की जरूरत है।"
एक्स के पास ईसेफ्टी कार्यालय के जुर्माने का जवाब देने या भुगतान करने के लिए 28 दिन हैं।
उन्होंने जोर देकर कहा, "एप्पल, मेटा, माइक्रोसॉफ्ट, स्काइप, स्नैप, व्हाट्सएप और ओमेगल की विशेषता वाली हमारी पहली रिपोर्ट में ये कंपनियां इस मुद्दे से निपटने के तरीके में गंभीर कमियों को उजागर करती हैं।"
ग्रांट ने कहा, "इस लेटेस्ट रिपोर्ट में इसी तरह की कमियों का भी पता चलता है कि ये पांच टेक कंपनियां समस्या से कैसे निपट रही हैं, वे यौन उत्पीड़न में वृद्धि से कैसे निपट रही हैं और हमें उन सभी को बेहतर करने की जरूरत है।"
ईसेफ्टी ने पाया कि दो प्रदाताओं एक्स और गूगल ने दिए गए नोटिस का अनुपालन नहीं किया, दोनों कंपनियां अपने संबंधित नोटिस में कई सवालों के पर्याप्त जवाब देने में विफल रहीं।
गूगल को एक औपचारिक चेतावनी जारी की गई है, जिसमें कंपनी द्वारा विशिष्ट प्रश्नों के लिए कई सामान्य प्रतिक्रियाएं प्रदान करने और विशिष्ट सेवाओं के बारे में सवाल पूछे जाने पर समग्र जानकारी प्रदान करने के कारण अनुपालन में विफलता के बारे में सूचित किया गया है।
ट्विटर/एक्स का गैर-अनुपालन अधिक गंभीर पाया गया। कंपनी कुछ सवालों के जवाब देने में विफल रही, जिससे कुछ अनुभाग पूरी तरह से खाली रह गए।
मस्क के स्वामित्व वाली कंपनी अक्टूबर 2022 के अधिग्रहण और उसके बाद नौकरी में कटौती के बाद भी ट्विटर/एक्स पर कार्यरत सुरक्षा और सार्वजनिक नीति कर्मचारियों की संख्या से संबंधित सवालों का पर्याप्त उत्तर देने में विफल रही।
यूट्यूब, टिकटॉक और ट्विच लाइवस्ट्रीम बाल यौन शोषण को रोकने के लिए कदम उठा रहे हैं। (आईएएनएस)।
धर्मशाला, 16 अक्टूबर । तिब्बती आध्यात्मिक नेता दलाई लामा ने न्यूजीलैंड के निर्वाचित प्रधानमंत्री क्रिस्टोफर लक्सन को पत्र लिखकर राष्ट्रीय चुनावों में उनकी पार्टी की जीत पर बधाई दी।
उन्होंने लिखा, "आज, दुनिया बहुत कठिन समय से गुजर रही है, भले ही दुनिया भर में मानवता की परस्पर निर्भरता और एकता की भावना बढ़ रही है। इसलिए, मुझे उम्मीद है कि सामूहिक प्रयासों से चीजें बेहतर होंगी।"
“आपके देश में वैश्विक सुरक्षा और शांति को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने की क्षमता है।न्यूजीलैंड की परमाणु-मुक्त नीति के प्रति आपकी प्रतिबद्धता एक संदेश है जिसे अन्य देशों को अनुकरण करने की आवश्यकता है। आखिरकार निरस्त्रीकरण ही इस दुनिया को हम सभी के लिए एक बेहतर जगह बनाने का एकमात्र तरीका है।"
उन्होंने आगे कहा, "पिछले कुछ वर्षों में कई बार आपके खूबसूरत देश का दौरा करना मेरे लिए बहुत सौभाग्य की बात रही है।"
“इन यात्राओं के दौरान, सामाजिक वर्ग के लोगों ने करुणा, क्षमा, सहिष्णुता, संतोष और आत्म-अनुशासन जैसे बुनियादी मानवीय मूल्यों को बढ़ावा देने के साथ-साथ अंतर-धार्मिक सद्भाव को बढ़ावा देने के मेरे प्रयासों का समर्थन किया है। उनके उत्साह और मित्रता से मुझे बहुत प्रोत्साहन मिला है।”
उन्होंने नवनिर्वाचित प्रधानमंत्री को न्यूजीलैंड के लोगों की जरूरतों और आकांक्षाओं को पूरा करने में आने वाली चुनौतियों का सामना करने में सफलता की कामना की। (आईएएनएस)।