छत्तीसगढ़
जिले के 8977 अधिकारी-कर्मचारियों को सबसे पहले लगाई जाएगी वैक्सीन
आज सुबह हुआ मॉकड्रिल
36 सेंटर्स बनाकर आवश्यक तैयारी के निर्देश
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमन्द, 10 जनवरी। प्रधानमंत्री की घोषणा के बाद वैक्सीनेशन की तैयारियां तेज हो चुकी है। पहले चरण में महासमुन्द जिले के तीन सेंटरों में वैक्सीनेशन होगा। इसके लिए जिला अस्पताल महासमुन्द, सरायपाली सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र और पिथौरा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का चयन किया गया है। इन तीनों स्थानों पर सबसे पहले 16 जनवरी को टीकाकरण की शुरुआत होगी।
स्वास्थ्य विभाग ने इसके लिए तैयारियां शुरू कर दी है। इन तीनों सेंटरों के अंतगर्त आने वाले स्वास्थ्य विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग के फ्रंट लाइन वकर्स और नगर पालिका के उन सफाई कर्मचारियों की सूची तैयार की जा रही है, जो कोविड केयर सेंटर या कोविड में अपनी सेवाएं दे रहे थे। नोडल अफसर कोविड वैक्सीनेशन पूजा बंसल ने बताया कि राज्य से 16 जनवरी को वैक्सीनेशन की सूचना मिली है। उसके अनुरूप तैयारियां की जा रही है। इसके लिए तीन सेंटर्स का चयन किया गया है। वहीं जिले में वैक्सीनेशन के लिए कुल 36 सेंटर्स का चयन किया गया है, जहां आवश्यक तैयारियां की जा रही है। इन तैयारियों का जायजा लेने के लिए आज जिले भर के चयनित वैक्सीनेशन सेंटर्स में ड्राई रन है ताकि तैयारियों का जायजा लिया जा सके।
प्राप्त जानकारी के अनुसार महासमुन्द जिले में कोविड.19 वैक्सीनेशन के लिए कुल 36 सेंटर बनाए गए हैं। इन सेंटरों में परिसर की साफ.-सफाई, बिजली व प्रकाश की आवश्यक व्यवस्था, पेयजल, बैठक व्यवस्था और शौचालय की व्यवस्था करने के निर्देश दिए गए हैं। साथ इन सभी सेंटरों में आज रविवार को ड्राई रन के जरिए आवश्यक तैयारियों के लिए मॉकड्रिल किया। जिले में कोविड.19 की वैक्सीन स्टोर करने के लिए 20 कोल्ड चेन प्वाइंट तैयार किए गए हैं। इन कोल्ड चेन प्वाइंट में आवश्यक तैयारियां पूरी कर ली गई है। इसके अलावा 3 नए कोल्ड चेन प्वाइंट भी तैयार किए जा रहे हैं। जिले में वैक्सीन की पहली खेप कब पहुंचेगी, इसकी जानकारी फिलहाल नहीं है। जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ अरविंद गुप्ता ने बताया कि कोविड.19 वैक्सीनेशन के लिए जिले के 8977 अधिकारी-कर्मचारियों का चयन कर लिया गया है। इसमें स्वास्थ्य विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग और नगर पालिका के वे सफाईकर्मी शामिल हैं, जो कोविड केयर सेंटर,ए कोविड अस्पताल जैसे स्थानों पर अपनी सेवाएं दे रहे हैं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 10 जनवरी। जिले के गैंदाटोला क्षेत्र के एक गांव में रविवार को मवेशियों से भरी वाहन के अनियंत्रित होकर पलटने से डेढ़ दर्जन मवेशियों की मौत हो गई।
बताया गया है कि मवेशियों को तस्करी कर महाराष्ट्र ले जाया जा रहा था। गैंदाटोला से महाराष्ट्र का इलाका सटा हुआ है। बताया जा रहा है कि रविवार तडक़े मातेखेड़ा गांव में वाहन तेज रफ्तार में होने के चलते पलट गई। जिसके चलते मवेशियों की मौत हो गई।
गैंदाटोला पुलिस जांच कर रही है। पुलिस फरार चालक की खोजबीन कर रही है। हादसे में 6 मवेशी गंभीर रूप से घायल हुए हैं। वाहन में करीब 30 से 40 मवेशियों को तस्करी के लिए ले जाया जा रहा था। इसी बीच यह हादसा हो गया।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार गैंदाटोला क्षेत्र के अंदरूनी इलाकों से पशु और शराब की अवैध तस्करी का मामला सामने आते रहा है। दुर्घटना होने के चलते तस्करी का मामला सामने आता रहा है। पुलिस मवेशियों से भरे वाहन के पलटने की सूचना के बाद मामले की छानबीन में जुट गई है।
पशु चिकित्सक ने कहा बर्ड फ्लू के लक्षण नहीं
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 10 जनवरी। राजनांदगांव शहर के मध्य स्थित ब्राम्हण पारा मोहल्ले के एक मकान के छत में एक कौवा मृत हालत में मिला। आसमान में समूह में उड़ते कौवों में एक एकाएक छत में गिर गया। जांच पड़ताल में कौवे की मौत होने की पुष्टि हुई।
बताया जा रहा है कि बर्ड फ्लू के बढ़ते दहशत के बीच कौवों की मौत होने के जिले में अब तक 2-3 मामले सामने आए हैं। छुरिया इलाके में भी कौवों की मौत की खबर सामने आई थी। बताया जा रहा है कि कौवों की मौत को लेकर पशु चिकित्सा विभाग छानबीन कर रहा है।
इस संबंध में पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. प्रेमलाल देवांगन ने बताया कि मृत मिले कौवे में बर्ड फ्लू के लक्षण नहीं मिले हैं। एहतियातन मृत कौवे के सैम्पल जांच के लिए रायपुर भेजा जाएगा। चिकित्सक के मुताबिक बर्ड फ्लू से ग्रसित पक्षियों की मौत के लक्षण अलग होते हैं। लक्षण मृत पक्षियों के नाक से छाग का स्राव नियमित रूप से होता है। चिकित्सक ने फिलहाल जांच के लिए नमूने को रायपुर भेजने की बात कही है। इस बीच शहर में कौवे की मौत को लेकर हडक़ंप की स्थिति है। बर्ड फ्लू के बढ़ते दहशत भरे माहौल के बीच हुई मौत को लेकर प्रशासन भी अलर्ट है।
बचेली, 9 जनवरी। मलेरिया मुक्त बस्तर अभियान के तहत 8 जनवरी को नगर पालिका बचेली कार्यालय में पालिका अध्यक्ष पूजा साव के द्वारा मच्छरदानी का वितरण किया। नगर में 3500 मच्छरदानियों का वितरण करना है जिसमे आज 119 का किया गया। वार्डो में शिविर लगाकर इसका वितरण किया जाएगा।
गौरतलब है कि पिछले वर्ष प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा दन्तेवाड़ा दौरे के दौरान बस्तर को मलेरिया से मुक्त करने इस अभियान की शरुआत की थी, जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग द्वारा वार्ड-वार्ड में जाकर लोगो को मलेरिया जांच की जा रही थी, इसी के तहत अब मच्छरदानी दिया जा रहा है। इस दौरान मुख्य नगर पालिका अधिकारी आईएल पटेल, पालिका उपाध्यक्ष उस्मान खान, गुड्डा साव, संतोष दुबे, फिऱोज़ नवाब, बीना साहू सहित, कांग्रेसी कार्यकर्ता, पार्षदगन व पालिका कर्मचारी मौजूद रहे।
जगदलपुर, 9 जनवरी। अविभाजित बस्तर में विभाजन के बाद, सात जिले बन गए हैं किन्तु बस्तर ऑफ चेंबर कॉमर्स अभी तक एक ही है। अत: सात जिलों के अपने-अपने चेंबर ऑफ कॉमर्स होने चाहिए उक्त बातें वरिष्ठ कांग्रेसी नेता व बस्तर चेम्बर आफ कामर्स के पूर्व उपाध्यक्ष विक्रम शर्मा ने कही।
श्री शर्मा ने आगे कहा कि हर जिले के हिसाब से जगदलपुर चेंबर ऑफ कॉमर्स, दंतेवाड़ा चेंबर ऑफ कॉमर्स, कोंडागांव चेंबर ऑफ कॉमर्स, बीजापुर चेंबर ऑफ कॉमर्स,सुकमा चेंबर ऑफ कॉमर्स व नारायणपुर चेंबर ऑफ कॉमर्स का गठन स्थानीय व्यवसाइयों द्वारा किया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि कांकेर चेंबर ऑफ कॉमर्स पहले से ही अस्तित्व में है। पूर्व उपाध्यक्ष श्री शर्मा ने कहा कि अब समय आ गया है कि सभी व्यापारी अपने-अपने जिलों में व्यापारिक दृष्टिकोण से चेंबर का निर्माण कर, अपने जिला शासन प्रशासन,एवं पुलिस से सहयोग लेवें व सहयोग दें तथा व्यापारिक गतविधियों को स्थानीय स्तर पर भी संचालित करें। अपना जिला अपनी व्यापारिक संस्था होनी चाहिए जिससे काफी हद तक व्यवसाय से जुड़ी समस्याओं का समाधान लोकल स्तर पर हो सके।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 9 जनवरी।बस्तर संभागीय मुख्यालय के जगदलपुर विधानसभा के अंतर्गत नगरनार स्टील प्लांट से गणपति रिर्साट होते हुए जगदलपुर शहर को जोडऩे वाली वैकल्पिक सडक़ जिला परिवहन नियमों के उलंघन, प्रशासनिक लापरवाही व विगत 10वर्षों से अधिक जनप्रतिनिधि की उदासीनता के चलते जर्जर हालत व गड्डों में तब्दील हो गई है।
उत्पन्न परिस्थिति के चलते जनता को हो रही असुविधा को देखते हुए प्रशासन के क्रियाकलाप को आड़े हाथ लेते हुए बस्तर अधिकार मुक्तिमोर्चा के संयोजक नवनीत चांद व जिला संयोजक भरत कश्यप ने संयुक्त बयान जारी करते हुए कहा कि एनएमडीसी द्वारा बस्तर विकास मद की राशि से जिला निर्माण समिति के अंतर्गत लोक निर्माण विभाग द्वारा विगत कई वर्षों पूर्व इस सडक़ का निर्माण करवाया गया था। सडक़ की क्षमता अनुसार वाहनों के आवाजाही पर निगरानी रखने हेतु परिवहन व यातायात विभागों की जिम्मेदारी तय की गई थी व कर्त्तव्य के निर्हवन पर नजर रखते हुए दिशा निर्देश देने जिम्मा स्थानीय प्रशासन व निर्वाचित जनप्रतिनिधियों का था प्रभावित ग्राम पंचायतों के द्वारा लगातार गढ्ढो में तब्दील सडक़ की कायाकल्प की मांग समय समय पर जिला प्रशासन व जनप्रतिनिधियों के समक्ष रखी गई है। परन्तु विडम्बना है कि कई बार मांग के बाद भी प्रशासन व जनप्रतिनिधियों के उदासीनता के चलते सडक़ के प्रभावित ग्राम पंचायतों के निवासियों को जर्जर सडक़ पर चलने हेतु मजबूर होना पड़ रहा है।
मुक्ति मोर्चा द्वारा सडक़ निर्माण प्रक्रिया जांच पड़ताल किए जाने पर वर्तमान सडक़ निर्माण एजैंसी प्रधानमंत्री सडक़ निर्माण योजना का होना पाया गया है। बस्तर अधिकार मुक्तिमोर्चा जिला प्रशासन स्थानीय जनप्रतिनिधियों व सडक़ निर्माण एजैंसी से अपील करता है कि शहर से नगरनार को जोडऩे वाली वैकल्पिक सडक़ के जीर्णोद्धार का कार्य प्रारंभ करें, वहीं जिले की सभी जर्जर सडक़ों का सर्वे कराकर कायाकल्प करवाया जाए। समय रहते यदि स्थानीय प्रशासन व जिम्मेदार एजेंसी द्वारा जर्जर सडक़ों का मरम्मत कार्य प्रारंभ नहीं किया गया तो बस्तर अधिकार मुक्तिमोर्चा द्वारा चरण बंद तरीके से सडक़ से प्रभावित होने वाले ग्राम पंचायतों के साथ लोकतांत्रिक तरीकों से आंदोलन किया जाएगा।
जगदलपुर। शनिवार सुबह 9 बजे बस्तर जिला भाजपा संगठन प्रभारी लोकेश कावडिय़ा राजमहल पहुंच कर पूर्व युवा आयोग अध्यक्ष कमल चंद भजदेव से,मुलाकात की व संगठनात्मक विषय पर हुई चर्चा की वहीं जगदलपुर नगर अध्यक्ष सुरेश गुप्ता एवं नगर महामंत्री संग्राम सिंह राणा व भाजपा जिला उपाध्यक्ष योगेंद पांडे से भी उनके निवास पर मुलाकात की।
जगदलपुर, 9 जनवरी। प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के आज केरलापाल आगमन पर आत्मीय स्वागत किया गया। मुख्यमंत्री श्री बघेल आज नारायणपुर जिले के दो दिवसीय प्रवास पर पहुंचे।
इस मौके पर प्रदेश के वाणिज्य कर एवं आबकारी मंत्री कवासी लखमा, राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी एवं जिले के प्रभारी मंत्री रूद्र्रगुरू के अलावा सांसद बस्तर दीपक बैज, हस्तशिल्प विकास बोर्ड के अध्यक्ष और नारायणपुर विधायक चन्दन कश्यप, अंतागढ़ विधायक अनूप नाग, सहित जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती श्यामबती नेताम, नगर पालिका अध्यक्ष श्रीमती सुनीता माँझी विशेष रूप से उपस्थित थे। इस दौरान स्थानीय जनप्रतिनिधियों, महिला संगठनों एवं ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री श्री बघेल का आत्मीय स्वागत किया। इस अवसर पर कमिश्नर बस्तर संभाग जीआर चुरेन्द्र, डीआईजी आनंद छाबड़ा,कलेक्टर धर्मेश कुमार साहू, पुलिस अधीक्षक मोहित गर्ग सहित अन्य अधिकारी एवं क्षेत्र के जनप्रतिनिधी उपस्थित थे।
स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मिडियम स्कूल का लोकार्पण सहित महादेव तालाब, लोहा डोंगरी पार्क एवं गौठान का करेंगे अवलोकन
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 9 जनवरी। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल 10 जनवरी को बीजापुर प्रवास के दौरान जिलेवासियों को 328 करोड़ रूपये लागत के विकास कार्यों की सौगात देंगे। जिसमें 241 करोड़ 75 लाख रूपये लागत के 72 विकास कार्यों का भूमिपूजन तथा 86 करोड़ 74 लाख रूपये लागत के 54 विकास कार्यों का लोकार्पण सम्मिलित है।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री बघेल बीजापुर में स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूल का लोकार्पण करेंगे, वे वहीं महादेव तालाब सहित लोहा डोंगरी पार्क एवं शहरी गौठान बीजापुर का अवलोकन करेंगे। इसके साथ ही मुख्यमंत्री भूपेश बघेल विभिन्न संगठनों के पदाधिकारियों, समाज प्रमुखों, जनप्रतिनिधियों तथा युवाओं से भेंट कर चर्चा करेंगे। मुख्यमंत्री द्वारा दूरस्थ अबुझमाड़ ईलाके के गांवों को जोडऩे के लिए 37 करोड़ 92 लाख रूपए बेदरे-लंका मार्ग पर इन्द्रावती नदी में उच्च स्तरीय पुल निर्माण सहित पिनकोण्डा तालनार मार्ग में मरी नदी पर 11 करोड़ रूपए की लागत से पुल निर्माण कार्य का भूमिपूजन किया जाएगा। इसके साथ ही कोएनार-एरमनार से तोयनार सडक़ निर्माण, 5 करोड़ 96 लाख की लागत से टिकलेर से रेड्डी सीमेंंट कांक्रीट सडक़ निर्माण, 34 करोड़ 13 लाख रूपए की लागत से 15 ग्रामीण सडक़ों का निर्माण, 37 करोड़ 9 लाख रूपये की लागत से भोपालपटनम-तारलागुड़ा डामरीकृत सडक़ निर्माण कार्य, 1 करोड़ 75 लाख रूपये की लागत से गुड़साकाल स्टापडेम निर्माण, 1 करोड़ 64 लाख रूपये की लागत से मोदकपाल एनीकट निर्माण 2 करोड़ 51 लाख रूपये की लागत से मूसालूर में 3.15 एमव्हीए 33ध्11 केव्ही विद्युत उपकेन्द्र निर्माण कार्य का भी भूमिपूजन करेंगे।
श्री भूपेश बघेल द्वारा लोकार्पण किये जाने वाले प्रमुख विकास कार्यों में मुख्यमंत्री मंजरा-टोला विद्युतीकरण योजनातंर्गत 15 करोड़ 96 लाख रूपए की लागत से 72 ग्रामों के 160 बसाहटों में विद्युतीकरण कर 3859 परिवारों को नि:शुल्क बिजली कनेक्शन प्रदाय, 1 करोड़ 6 लाख रूपए की लागत से बीजापुर के शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय का स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम स्कूल उन्नयन सहित बीजापुर, भैरमगढ़ एवं भोपालपटनम ब्लाक में 15 करोड़ 64 लाख रूपये की लागत से अधिकारी-कर्मचारी आवास निर्माण, 2 करोड़ 59 लाख रूपये की लागत से 36 पुलिया निर्माण, 2 करोड़ 47 लाख रूपये की लागत से धान खरीदी केन्द्रों में चबूतरा निर्माण, 1 करोड़ 35 लाख रूपये की लागत से मद्देड़ में तेन्दूपत्ता गोदाम निर्माण, 2 करोड़ 8 लाख रूपये की लागत से भोपालपटनम में आईटीआई भवन निर्माण, 14 करोड़ 71 लाख रूपये की लागत से कुटरू-बेदरे डामरीकृत सडक़, एक करोड़ 68 लाख रूपये की लागत से चेरपल्ली-यापला सडक़ निर्माण इत्यादि कार्य शामिल हैं।
नारायणपुर में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने की घोषणा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 9 जनवरी। युवाओं के पारंपरिक चेतना केंद्र के रूप में प्रसिद्ध, किंतु अब लुप्त हो रही बस्तर की घोटुल परंपरा को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की घोषणा से पुनर्जीवन मिलने की उम्मीद बंधी है। आज नारायणपुर में श्री बघेल ने जिले में इस साल 100 घोटुलों के निर्माण की घोषणा की। साथ ही साथ उन्होंने यहां की सभी 104 पंचायतों में 9-9 लाख रुपए की लागत से देवगुडिय़ों का विकास करने की भी घोषणा की।
अपने नारायणपुर प्रवास के दौरान मुख्यमंत्री बघेल द्वारा घोटुलों और देवगुडिय़ों के संबंध में की गई घोषणाओं को बस्तर के सांस्कृतिक संरक्षण की दृष्टि से महत्वपूर्ण माना जा रहा है। उन्होंने कहा बस्तर की घोटुल परंपरा को देखने समझने के लिए देश-विदेश से लोग आते हैं। घोटुल हमारे युवाओं की सामाजिक गतिविधियों के केंद्र रहे हैं, वहां बैठकर वे अपने गांवों और क्षेत्र के विकास की चर्चा करते हैं। उन्होंने कहा कि नारायणपुर प्रवास के दौरान कुछ लोगों ने उनसे कहा कि शासन को घोटुलों का निर्माण भी करना चाहिए, साथ ही इस साल 50 घोटुल के निर्माण मांग भी की। मुख्यमंत्री ने इस मांग से सहमति प्रकट करते हुए कहा कि मैं इस साल 100 घोटुल के निर्माण की घोषणा करता हूं, इसमें चाहे 10 लाख रुपए लग जाए या 12 लाख, पैसों की कोई कमी नहीं आने दी जाएगी।
उन्होंने कहा कि नये घोटुलों का स्ट्रक्चर भले ही पक्का हो, लेकिन उसकी डिजाइन और साज-सज्जा परंपरागत ही होनी चाहिए, ताकि हमारी प्राचीनता की पहचान बनी रहे। श्री बघेल ने जिले की सभी पंचायतों में देवगुडिय़ों के विकास की घोषणा करते हुए कहा इन स्थलों पर शौचालय का निर्माण और पेयजल व्यवस्था भी की जाएगी।
कोण्डागांव, 9 जनवरी। कोण्डागांव जिला अस्पताल के अंतर्गत प्रत्येक माह 9 तारिक को एएनसी दिवस मनाया जाता हैं। इस दिन अधिक से अधिक गर्भवती महिलाओं का स्वस्थ जांच किया जाता हैं। जिला अस्पताल व जिले के अंतर्गत अन्य सीएससी, पीएसी में गर्भवती महिलाओं का बीपी, सुगर, सिकलींन, एचबी यूरिन, ब्लड़ ग्रुप, पेट जांच व गर्भस्थ शिशु का धङकन जांच किया गया।
सभी गर्भवती महिलाओं को जिले में संचालित 102 महतारी एक्सप्रेस द्वारा घर से अस्पताल व जांच कराने के पश्चात अस्पताल से घर सुरक्षित छोड़ा गया। समय पर एएनसी चेक होने से मां बच्चा की स्वस्थ की जानकारी मिल जाती हैं। और मां बच्चा स्वस्थ रहता हैं व संस्थागत प्रसव को बढ़ावा मिलता हैं। इस कोरोना संकट कॉल में 102 के कर्मचारी बेहतर सेवा देने के लिए कटिबद्ध हैं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोण्डागांव, 9 जनवरी। युवा कांग्रेस कोण्डागांव के नेतृत्व में स्थानीय जयस्तंभ चैक कोण्डागांव में 8 जनवरी को कांग्रेसजनों ने दिल्ली बॉर्डर पर तीन काले कृषि कानून के विरोध में पिछले एक महीने से भी ज्यादा समय से आंदोलन कर रहे। आंदोलनरत किसानों में आज तक 50 से भी ज्यादा किसान भाई शहीद हो गए हैं। उनको 101 दिए जलाकर व किसान एकता जिंदाबाद की रंगोली बनाकर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की और केंद्र की मोदी सरकार के विरोध में जमकर नारेबाजी करते हुए केंद्र की मोदी सरकार से इस काले कृषि कानून को रद्द करने की मांग की।
जिला महामंत्री गीतेश गांधी ने कहा, दिल्ली की सीमा पर कडक़ड़ाती ठंड बारिश और केंद्र सरकार के तमाम तरह की बाधाओं और अत्याचारों को सहन करते हुए भी किसान भाई डटे हैं और वे मांग कर रहे हैं कि, तीन काले कृषि कानून जिससे देश का किसान केवल बंधुआ मजदूर की तरह हो जाएगा को रद्द कर लेकिन केंद्र की मोदी सरकार चंद उद्योगपतियों की कठपुतली बन कृषि कानून को रद्द नही करने पर अड़ी हुई हैं और दिल्ली में इस भीषण ठंड व बारिश के कारण रोज एक न एक किसान भाई शहीद हो रहा हैं।
केंद्र की मोदी सरकार यदि वाकई में किसान हितैषी है तो वो इस काले कृषि कानून को तत्काल रद्द कर किसानों को राहत पहुचाए।
इस अवसर पर जिला महामंत्री गीतेश गांधी, शहर अध्यक्ष जितेंद्र दुबे, युवा कांग्रेस जिला अध्यक्ष विशाल शर्मा, युवा कांग्रेस विधानसभा अध्यक्ष नंदू दीवान सुरेश पाटले, कपिल चोपड़ा, हेमा देवांगन, शिल्पा देवांगन, दिपक दहिया, रितेश गोयल, रेवा यादव, पारस गॉस्वामी, प्रदीप बाबू, अजय एक्का, बुधराम मरकाम, गीता गुप्ता, प्रदीप बाबू, पिंटू, अफराज खान, प्रियांश चैहान आदि उपस्थित रहे।
ग्रामवासियों के सहयोग से खनन स्थल पर पहुंचा वाहन
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोण्डागांव, 9 जनवरी। विकासखंड कोण्डागांव के सुदूर ग्राम कोहकडी के अंतर्गत आने वाला लाउडपारा में यहां निवास करने वाले 25 परिवारों के 100 से अधिक जनसंख्या के लिए सालों से पीने के पानी की समस्या बनी हुई थी। विगत दिनों जनप्रतिनिधियों व छत्तीसगढ़ अखबार के माध्यम से लाउडपारा के निवासियों के झिरिया से पानी पीने को मजबूर होने के संबंध में कलेक्टर पुष्पेंद्र कुमार मीणा को अवगत कराया गया। जिस पर कलेक्टर ने संज्ञान लेते हुए यहां जल्द से जल्द पेयजल के लिए व्यवस्था के लिए आदेशित किया गया।
इस संबंध में पीएचई विभाग के कार्यपालन अभियंता जीवन लाल महला ने बताया कि, कोहकडी के लाउडपारा में सडक़ों की कनेक्टिविटी ना होने के कारण आज तक यहां पेयजल के लिए नलकूप खनन का कार्य नहीं कराया जा सका था। लाउडपारा में पेयजल के लिए नलकूप स्थापना का आदेश प्राप्त होते ही इस हेतु सर्वेक्षण का कार्य पूरा किया गया। स्थल चयन उपरांत खनन वाहन को निर्धारित स्थल तक पहुंचाना एक चुनौती थी। यहां पहुंचने के लिए एक पतली 6 किलोमीटर की पगडंडी थी जो कि 2 नालों से होकर गुजरती थी। जहां संकीर्ण रास्तों, बड़े पत्थरों, बोल्डरों व झाडिय़ों के होने के कारण चार पहिया वाहनों से जाना मुश्किल था। इस कार्य के लिए कच्ची सडक़ का निर्माण किया जाना था। वाहन के लिए मार्ग निर्माण में ग्रामवासियों का वृहद सहयोग प्राप्त हुआ। जन सहयोग से सडक़ निर्माण कर खनन वाहन को खनन स्थल तक पहुंचा कर खनन कार्य प्रारंभ किया गया। सफल बोर उपरांत अब ग्रामीणों को साल भर पेयजल की समस्या नहीं होगी। कोहकडी में अन्य सभी पारों में पेयजल के लिए साधन उपलब्ध हैं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 9 जनवरी। धान खरीदी में प्रदेश सरकार की नाकामी को लेकर 13 जनवरी को विधानसभा स्तरीय धरना प्रदर्शन किया जाएगा, जिसमें हर विधानसभा में 2 हजार किसान भाइयों के साथ मिलकर धरना प्रदर्शन किया जाएगा तथा राष्ट्रपति व राज्यपाल के नाम ज्ञापन दिया जाएगा।इसी तरह 22 जनवरी को सभी जिला मुख्यालयों में धरना दिया जाएगा। जिसमें 5000 किसान एवं कार्यकर्ता की उपस्थिति में धरना प्रदर्शन किया जाएगा। इसकी तैयारी को लेकर आज बूथ स्तर के कार्यकर्ता के साथ दरभा,नानगुर,नगरनार व जगदलपुर मंडल के कार्यकर्ताओं के साथ बैठक की गई।यह बैठक नानगुर मंडल के सारगुड़ पर स्थित सामुदायिक भवन में आहूत की गई।
प्रदेश महामंत्री किरण देव ने कहा कि भूपेश सरकार किसान भाइयों का रकबा कम करने में लगी हुई है।किसान आत्महत्या करने मजबूर हो रहे हैं।पूरे प्रदेश में किसानों को गुमराह कर सत्ता में आकर लगातार किसानों को छलने का काम भूपेश सरकार कर रही है।किसानों के साथ अन्याय के खिलाफ प्रदेश स्तर पर धरना प्रदर्शन किया जाएगा।यह प्रदर्शन 13 जनवरी को दोपहर 12 से 4 बजे तक प्रदेश के हर विधानसभा पर होगी।
नगरनार मंडल अध्यक्ष सुब्रोतो विश्वास ने कहा गिरदावरी के नाम पर सरकार शुरू से ये प्रयास कर रही है कि किसानों से कम धान खरीदा जाए।पूरे एक माह लेट से धान खरीदी शुरू की गई।पिछले साल का 2500 रुपये आज तक नहीं मिल पाया।आधा बारदाना किसानों को लाने को कहा जा रहा है,जिसका 15 रुपये ही दिया जा रहा है।जबकि बाजार मूल्य 30 रुपये है।आज किसान परेशान है।
नानगुर प्रभारी व जिला कोषाध्यक्ष रजनीश पाणिग्रही ने कहा ज्यादा से ज्यादा किसान भाइयों के साथ धरना स्थल पहुंचना है।कार्यक्रम को सफल बनाने हर कार्यकर्ता अभी से काम मे लग जाए।
इस अवसर पर जिला महामंत्री द्वय रामाश्रय सिंह , वेद प्रकाश पांडेय,उपाध्यक्ष रघुवंश श्रीवास्तव,मंत्री नरसिंग राव,जिला पंचायत सदस्य द्वय धरमु मंडावी, सीता नाग,महेश कश्यप,संजय पांडे,दीप्ति पांडेय,सुरेश गुप्ता,सतीश सेठिया,भोला श्रीवास्तव,पदलाम नाग,अर्जुन सेठिया,शिव लाल सेठिया,नीटू भदौरिया,संग्राम सिंह राणा,आर्येन्द्र सिंह आर्य,मनोहर दत्त तिवारी,राजेश श्रीवास्तव,मनीष पारख, प्रकाश झा,गणेश काले,राकेश तिवारी,अभय दीक्षित,राधेश्याम पद्रे,राजपाल कसेर,शशिनाथ पाठक,योगेश ठाकुर,रवि कश्यप,योगेश मिश्रा, शिरीष मिश्रा,भुवनेश्वर ध्रुव, महेंद्र पटेल, संभु नाग,सूर्यभूसंन सिंह,आशु आचार्य,सुरेश कश्यप, मनोज पटेल,रिंकू शर्मा,जय मोहन शर्मा,सुरेश सिंह,रोहित कश्यप,घनश्याम सेठिया,तुलसी देवांगन,सूरज नाग,नारायण ठाकुर,चिंगड़ू राम,गणेश नागवंसी,अखिलेश शुक्ला,राजेश शर्मा,श्याम चौधरी,रघु सेठिया,श्रवण ठाकुर,गीता मिश्रा,नीलाम्बर सेठिया,मनोहर सेठिया,महेंद्र सेठिया,झुमुक लाल,चमन लाल,श्याम चौधरी,राजू पोयाम,सोनसाय,सुशीला,श्रवण ठाकुर,राज ओगले,मुरली,अरुण नेताम,खगेश्वर नाग,रघुनाथ नाग,झुमुक लाल सेठिया,चुम्मन लाल, मनोहर सेठिया,प्रह्लाद निषाद,महादेव सेठिया,राजू पोयम,अनंत कश्यप, कलावती, सुकांति,शांति बघेल, सुशीला,चम्पा,रेखा,सर्वती सहित कार्यकर्ता उपस्थित थे।
कोण्डागांव, 9 जनवरी। 29वीं वाहिनी भारतीय तिब्बत सीमा पुलिस बल जिला कोण्ड़ागांव व नारायणपुर में नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में अपनी ड्यूटी का निर्वहन कर रही हैं। वाहिनी द्वारा अपने कार्यक्षेत्र में ऑपरेषनल कर्तव्यों के निर्वहन करने के साथ-साथ स्थानीय लोगों को जागरूक करने व स्थानीय युवाओं को प्रोत्साहित करने के लिए समय-समय पर भिन्न-भिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता हैं।
29वीं वाहिनी भारतीय तिब्बत सीमा पुलिस बल की सीओबी धनोरा में तैनात समवाय द्वारा सेनानी 29वीं वाहिनी समर बहादुर सिंह के निर्देषन में स्थानीय युवाओं को पुलिस और सेना में भर्ती होने के लिए तैयार किया जा रहा हैं। सीओबी धनोरा में भारत तिब्बत सीमा पुलिस बल के राष्ट्रीय स्तर के कराटे व जूड़ो के ब्लैक बेल्ट प्रशिक्षकों द्वारा प्रषिक्षण दिया जा रहा हैं। स्थानीय युवाओं द्वारा इस प्रषिक्षण शिविर में बढ़-चढक़र भाग लिया जा रहा हैं। कोण्ड़ागांव में भी स्थानीय व दूर-दराज के खेलकूद में रूचि रखने वाले छात्र-छात्राओं के लिए जूड़ो एवं कराटे के प्रशिक्षण का आयोजन करने के लिए प्रयास रत हैं। जिसमें लगभग 50-60 युवाओं द्वारा प्रतिभाग किया जाएगा। 29वीं वाहिनी भारतीय तिब्बत सीमा पुलिस बल का उद्देेष्य स्थानीय युवाओं को खेलों में रूचि रखने व नक्सली गतिविधियों से दूर रहने के साथ-साथ आत्मनिर्भर बनाना हैं। ताकि एक अच्छे खिलाड़ी बन कर राज्य व देष का नाम रोषन कर सकें।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोण्डागांव, 9 जनवरी। सीपीआई कोण्डागांव के जिला सचिव व राज्य परिषद् सदस्य तिलक पाण्डे व राज्य परिषद् सदस्य शैलेश शुक्ला ने 9 जनवरी को अनिश्चितकालीन आंदोलन पर डटे ग्राम पंचायत सचिवों व रोजगार सहायकों के आंदोलन स्थल पर पहुंचकर, अनिश्चितकालीन आंदोलन पर विगत 14 दिनों से डटे सचिवों व रोजगार सहायकों की जायज मांगों का समर्थन करते हुए आंदोलनरत सचिवों व रोजगार सहायकों का मनोबल बढाया।
श्री शुक्ला ने आंदोलन स्थल पर उपस्थित आंदोलनरत सचिवों व रोजगार सहायकों को संबोधित करते हुए कहा कि, उनकी पार्टी कम्यूनिष्ट पार्टी ऑफ इंडिया, ग्राम पंचायत सचिवों व रोजगार सहायकों के आंदोलन को समर्थन देती हैं और इस आंदोलन स्थल से छग राज्य सरकार के लिए संदेश जारी करती हैं कि सचिवों व रोजगार सहायकों की जाएज मांगों को जल्द से जल्द पूरी की जाए। इसके लिए कम्यूनिष्ट पार्टी ऑफ इंडिया सरकार से पत्राचार भी करेगी। इस दौरान तिलक पाण्डे ने कहा कि, ग्राम पंचायत सचिवों की परविक्षा अवधि 2 वर्ष पश्चात् शासकीय कर्मचारी घोषित करने संबंधी एक सूत्रीय मांग व ग्राम रोजगार सहायक को सहायक सचिव किए जाने की 3 सूत्रीय मांगें जायज हैं।
वैसे भी कांग्रेस पार्टी के द्वारा विगत चुनाओं के दौरान अपने चुनावी घोषणा पत्र में सरकार बनते ही ग्राम पंचायत सचिवों की एक सूत्रीय मांग शासकीय कर्मचारी घोषित करने को पूरा करने का वादा किया गया था, आज कांग्रेस को छग राज्य की सत्ता में आए दो वर्ष पूर्ण हो चुके हैं, लेकिन सरकार के द्वारा ग्राम पंचायत सचिवों की मांग को पूरी नहीं की जा सकी है, जो कि सचिवों के साथ अन्याय है और चूंकि कम्यूनिष्ट पार्टी ऑफ इंडिया अन्याय व शोषण के खिलाफ संघर्ष करने वाली पार्टी हैं। इसलिए आंदोलनरत सचिवों व रोजगार सहायकों की जायज मांगों को पूरी करने के लिए निरंतर उनका साथ देती रहेगी।
संसदीय सचिव, महापौर, निगम सभापति ने निभाई सहभागिता
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 9 जनवरी।जगदलपुर शहर के ऐतिहासिक दलपत सागर तालाब में जलकुंभी एवं तालाब सफाई अभियान का आगाज आज जन सहयोग से किया गया। इस दौरान संसदीय सचिव व विधायक रेखचंद जैन, पद्मश्री धर्मपाल सैनी, महापौर श्रीमती सफीरा साहू, नगर निगम सभापति श्रीमती कविता साहू एवं कलेक्टर रजत बंसल, पुलिस अधीक्षक दीपक झा, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी इन्द्रजीत चन्द्रवाल सहित जनप्रतिनिधियों अधिकारी-कर्मचारियों एवं शहर के आम नागरिकों ने श्रमदान कर इस अभियान में अपनी सहभागिता निभाई।
इस अवसर पर संसदीय सचिव व विधायक श्री जैन ने कहा कि दलपत सागर हमारे शहर का ऐतिहासिक धरोहर है। जो अपनी विशिष्टताओं के कारण पूरे प्रदेश में विख्यात है। श्री जैन ने कहा कि मुख्यमंत्री के द्वारा गढ़बो नवा छत्तीसगढ़ नारा दिया गया है। आज हम ऐतिहासिक दलपत सागर तालाब के सफाई अभियान को प्रांरभ कर उसी दिशा में अग्रसर हो रहे हैं। महापौर श्रीमती सफिरा साहू ने कहा कि हम दलपत सागर तालाब के सफाई अभियान के माध्यम से हम अपने ऐतिहासिक धरोहरों को संवारने तथा उसके संरक्षण व संवर्धन के कार्यों को आगे बढ़ा रहे हैं। कलेक्टर रजत बंसल ने शहर के ऐतिहासिक दलपत सागर तालाब के सफाई अभियान होने पर प्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि दलपत सागर के विकास के लिए निरंतर कार्य किए जाएंगे। श्री बंसल ने कहा कि दलपत सागर जगदलपुर शहर की शान है। उन्होंने कहा कि हम सबको साथ मिलकर दलपत सागर का सौंदर्यीकरण एवं विकास करना है।
इस अवसर पर नगर निगम आयुक्त प्रेमपटेल ने दलपत सागर के विकास तथा उसके संरक्षण एवं संवर्धन हेतु निर्धारित योजना के संबंध में विस्तारपूर्वक जानकारी दी। इस दौरान नगर निगम के एमआईसी के सदस्य, वार्ड पार्षद एवं गणमान्यजन उपस्थित थे।
संसदीय सचिव, महापौर, निगम सभापति ने निभाई सहभागिता
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 9 जनवरी।जगदलपुर शहर के ऐतिहासिक दलपत सागर तालाब में जलकुंभी एवं तालाब सफाई अभियान का आगाज आज जन सहयोग से किया गया। इस दौरान संसदीय सचिव व विधायक रेखचंद जैन, पद्मश्री धर्मपाल सैनी, महापौर श्रीमती सफीरा साहू, नगर निगम सभापति श्रीमती कविता साहू एवं कलेक्टर रजत बंसल, पुलिस अधीक्षक दीपक झा, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी इन्द्रजीत चन्द्रवाल सहित जनप्रतिनिधियों अधिकारी-कर्मचारियों एवं शहर के आम नागरिकों ने श्रमदान कर इस अभियान में अपनी सहभागिता निभाई।
इस अवसर पर संसदीय सचिव व विधायक श्री जैन ने कहा कि दलपत सागर हमारे शहर का ऐतिहासिक धरोहर है। जो अपनी विशिष्टताओं के कारण पूरे प्रदेश में विख्यात है। श्री जैन ने कहा कि मुख्यमंत्री के द्वारा गढ़बो नवा छत्तीसगढ़ नारा दिया गया है। आज हम ऐतिहासिक दलपत सागर तालाब के सफाई अभियान को प्रांरभ कर उसी दिशा में अग्रसर हो रहे हैं। महापौर श्रीमती सफिरा साहू ने कहा कि हम दलपत सागर तालाब के सफाई अभियान के माध्यम से हम अपने ऐतिहासिक धरोहरों को संवारने तथा उसके संरक्षण व संवर्धन के कार्यों को आगे बढ़ा रहे हैं। कलेक्टर रजत बंसल ने शहर के ऐतिहासिक दलपत सागर तालाब के सफाई अभियान होने पर प्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि दलपत सागर के विकास के लिए निरंतर कार्य किए जाएंगे। श्री बंसल ने कहा कि दलपत सागर जगदलपुर शहर की शान है। उन्होंने कहा कि हम सबको साथ मिलकर दलपत सागर का सौंदर्यीकरण एवं विकास करना है।
इस अवसर पर नगर निगम आयुक्त प्रेमपटेल ने दलपत सागर के विकास तथा उसके संरक्षण एवं संवर्धन हेतु निर्धारित योजना के संबंध में विस्तारपूर्वक जानकारी दी। इस दौरान नगर निगम के एमआईसी के सदस्य, वार्ड पार्षद एवं गणमान्यजन उपस्थित थे।
जगदलपुर, 9 जनवरी। संसदीय सचिव तथा जगदलपुर विधायक रेखचंद जैन ने खेल गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए जगदलपुर विधानसभा के युवाओं को क्रिकेट किट प्रदान कर रहे हैं। संसदीय सचिव रेखचंद जैन ने इसी तारतम्य में शुक्रवार को दलपत सागर व पथरागुड़ा वार्ड की क्रिकेट टीम की मांग पर उन्हें क्रिकेट किट दिया गया। दलपत सागर व पथरागुड़ा वार्ड की क्रिकेट टीम को समर्पित होकर खेल गतिविधियों में शामिल होने को कहा, जिससे खेल के क्षेत्र में खिलाडिय़ों के साथ ही साथ बस्तर व प्रदेश का नाम रोशन हो। खिलाडिय़ों ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, संसदीय सचिव रेखचंद जैन व कांग्रेस संगठन का आभार व्यक्त किया।
कोण्डागांव, 9 जनवरी। शैक्षणिक सत्र 2020-21 के तहत प्राथमिक और माध्यमिक शालाओं में पाठ्यपुस्तक के साथ-साथ शासन के माध्यम से निशुल्क अभ्यास पुस्तिका का भी वितरण किया जाता हैं। इस बारे में कोण्डागांव के खंड स्रोत समंवयक अधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया, कोण्डागांव जिले के 412 प्राथमिक शाला और 177 माध्यमिक शाला के कक्षाओं के लिए अंग्रेजी और गणित विषय के अभ्यास पुस्तिका का वितरण कोण्डागांव के बीआरसी भवन से स्कूलों को किया जा रहा है।
वनोपज आधारित विकास हेतु संभाग स्तरीय बैठक
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 9 जनवरी। वन उत्पाद आदिवासी संस्कृति में आजीविका का प्रमुख साधन हैं। इन वन उत्पादों के बेहतर मार्केटिंग, पैकेजिंग, ब्रांडिंग और विक्रय केंद्रों का विकास पर जोर दिए जाने की आवश्यकता है। उक्त बातें ट्राइफेड के प्रबंध निदेशक प्रवीर कृष्णा ने जिला कार्यालय के प्रेरणा सभाकक्ष में वनोपज आधारित विकास हेतु संभाग स्तरीय बैठक को संबोधित करते हुए कही।
श्री कृष्णा ने कहा कि वन उत्पादों के उपार्जन और प्रसंस्करण के लिए बस्तर संभाग के अधिकारियों ने आपसी समन्वय और टीम भावना के साथ कार्य किया है। जिसके कारण क्षेत्र के वन संग्राहकों को आर्थिक लाभ मिला है। बस्तर संभाग में वन संसाधन, वन उत्पाद की प्रचुरता के साथ-साथ 44 फीसदी वन क्षेत्र को बचाने के लिए 32 फीसदी आदिवासी इन जंगलों में निवास करते हंै।
प्रबंध निदेशक श्री कृष्णा ने कहा कि वर्तमान समय में वनधन केंद्र को डिजीटल सिस्टम से जोड़ते हुए एकीकृत कंट्रोल सिस्टम बनाने पर जोर देते हुए कहा कि वनधन समितियों को भी आर्थिक रूप से मजबूत किया जाना जरूरी है। साथ ही वनधन केंद्रों के अधोसंरचना विकास और वन उत्पाद के लिए उद्योगों को विकसित करने की आवश्यकता बताई। बस्तर संभाग के स्थानीय कलाकृति को प्रदर्शित करने वाले हैण्डीक्राफ्ट और हैण्डलूम से संबंधित शिल्पकारों को मार्केट से जोडऩे का काम ट्राइफेड के द्वारा किया जा रहा है। इसके लिए जिला स्तर पर शिल्पकारों का चिन्हांकन करने की आवश्यकता है, ताकि शिल्पकारों को विश्व स्तरीय मार्केट से जोड़ा जा सके। इससे शिल्पकारों को आर्थिक लाभ के साथ ही सम्मान भी प्राप्त होगा।
छत्तीसगढ़ राज्य लघु वनोपज संघ के प्रबंध निदेशक संजय शुक्ला ने बस्तर संभाग के वनोपज संग्रह की सराहना करते हुए बताया कि छत्तीसगढ़ में लघु वनोपज संग्रह का 75 फीसदी हिस्सा बस्तर संभाग से हुआ। सभी संग्रहण केंद्रों में वन उत्पाद को न्यूनतम समर्थन मूल्य की दर से खरीदी की गई है। राज्य सरकार 73 वन उत्पादों को न्यूनतम समर्थन मूल्य की दर से खरीदी कर रही है।
बैठक में मुख्य वन संरक्षक मोहम्मद शाहिद ने बताया कि जगदलपुर वन मंडल में बस्तर, सुकमा, दंतेवाड़ा और बीजापुर जिले आते है जिसमें वनोपज संग्रह हेतु 24 वनधन केंद्र, 108 हाट-बाजार, 375 ग्राम स्तर के समूह द्वारा वनधन खरीदी की जाती है। जिसमें 6679 हितग्राहियों द्वारा एक लाख दो हजार क्विंटल वनोपज संग्रहित किया। संग्राहकों को 28 करोड़ से अधिक राशि का भुगतान किया गया। आगामी वर्ष के लिए दो लाख क्विंटल का लक्ष्य रखा गया।
बैठक में सभी जिला के अधिकारियों से वनोपज संग्रह के विकास, स्थानीय आदिवासियों को आर्थिक लाभ दिलाने और वनोपज के प्रोसेसिंग यूनिट स्थापना के संबंध में आवश्यक चर्चा किया गया और ट्राइफेड के माध्यम से वनोपज को बेहतर मार्केट उपलब्ध कराने के संबंध में विस्तृत चर्चा की गई।
ट्राइफेड एवं छत्तीसगढ़ राज्य लघु वनोपज संघ के तत्वावधान में आयोजित इस बैठक में छत्तीसगढ़ राज्य लघु वनोपज संघ के प्रबंध निदेशक संजय शुक्ला, अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक बी. आंनद बाबू, संभाग आयुक्त जीआर चुरेंद्र, मुख्य वन संरक्षक मोहम्मद शाहिद और अभय कुमार श्रीवास्तव सहित बस्तर, कोण्डागांव कलेक्टर सहित संभाग के सभी जिलों के जिला पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारी, वनमंडलाधिकारी एवं अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
कोण्डागांव, 9 जनवरी। जिले के समस्त शासकीय, अशासकीय महाविद्यालय, पॉलिटेक्निक व आईटीआई के संस्था प्रमुखों को सूचित किया गया हैं कि, पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति के ऑनलाईन आवदेन करने की तिथि में वृद्धि की गई है, अत: सभी संस्था प्रमुख इस संबंध में पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति के अंतर्गत आने वाले समस्त विद्यार्थियों को अवगत कराना सुनिश्चित करेंगे। जारी तिथि अनुसार विद्यार्थी द्वारा ऑनलाईन आवेदन के लिए 10 जनवरी, ड्राफ्ट प्रपोजल लॉक करने के लिए 15 जनवरी, सेंक्शन ऑर्डर लॉक करने के लिए 15 जनवरी, डिस्बर्स 19 जनवरी, डिस्बर्स 23 जनवरी व शासकीय संस्थाओं द्वारा केवाईसी जमा करने हेतु 18 जनवरी तक की तिथि निर्धारित की गई हैं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 9 जगदलपुर। जगदलपुर बस्तर में इन दिनों मशरूम की कई दुकानें खुल चुकी है, जिन लोगों के पास कोई काम नहीं था, उनके लिए मशरूम एक आय का साधन बन चुका है । लॉकडाउन होने के बाद कई लोग के पास काम नहीं था, लोगों ने मशरूम बेचना शुरू कर दिया है।
रायपुर से प्रतिदिन 25 से 30 पेटी जगदलपुर पहुंचती है एक पेटी में 50 पैकेट मशरूम होता है जिसकी कीमत अ_ारह सौ रुपए है। एक पेटी मशरूम बेचने से 25 सौ रुपये बनते हैं, जिससे जगदलपुर के लोगों को अच्छी खासी कमाई हो रही है और उन्हें घर चलाने में आसानी हो रही है।
जगदलपुर शहर के सडक़ के किनारे कई दुकानों में मशरूम बिकते दिख रहा है और बड़े शौक से इसे लोग खरीद कर खा भी रहे हैं । प्रतिदिन ताजा मशरूम मिलने से लोग इसके दीवाने को चले हैं। लोगों को ताजे मशरूम तो मिल ही रहे हैं। मशरूम ने जगदलपुर के लोगों को व्यापार भी दिया है। मशरूम की कई दुकानें जगदलपुर शहर में देखने को मिल रही हैं।
व्यापारियों का कहना है कि मशरूम का व्यापार मिलने से उन्हें काम तो मिला ही है, घर चलाने में आसानी भी हो रही है। चिल्हर विक्रेताओं का कहना है कि ताजा मशरूम यदि बिक जाए तो लाभ अवश्य होता है लेकिन यदि बच जाए तो वह दागी होने लगता है और बड़ी मुश्किल से बिकता है। कभी-कभी तो नुकसान भी उठाना पड़ता है। इसके बावजूद भी लोग मशरूम के व्यवसाय में लगे हुए हैं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 9 जनवरी। धान खरीदी हेतु दिए गए लक्ष्य के अनुसार बारदाना जमा नहीं करने के कारण विकासखंड तोकापाल के 10, दरभा विकासखण्ड के 4 और बास्तानार विकासखण्ड के अंतर्गत संचालित 2 शासकीय उचित मूल्य की दुकानों को निलंबित करने की कार्रवाई की गई है। तोकापाल अनुविभागीय दंडाधिकारी प्रवीण वर्मा द्वारा अनुभाग के अंतर्गत 16 शासकीय उचित मूल्य की दुकानों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है।
उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ शासन द्वारा 1 दिसंबर से पंजीकृत किसानों से धान उपार्जन का कार्य किया जा रहा है जिसके लिए नया और पुराना बारदाना उपयोग किया जा रहा है। कलेक्टर रजत बंसल के निर्देशानुसार सार्वजनिक वितरण प्रणाली के बारदानों की सतत आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए पूर्व में भी शासकीय उचित मूल्य की दुकानों के संचालक और विक्रेताओं को निर्देशित किया जा चुका है और शत-प्रतिशत बारदाना जमा करने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि धान उपार्जन से संबंधित किसी भी लापरवाही को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और यदि शासकीय उचित मूल्य की दुकानों द्वारा लक्ष्यानुसार बारदाना जमा नहीं किया जाता है तो निलंबन की कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी।
तोकापाल विकासखण्ड के टेकामेटा, रानसरगीपाल, केशलूर, एरण्डवाल रायकोट, मावलीभाटा, मटकोट, तोकापाल, नहरमुण्डा, डोंगरीगुड़ा और कलेपाल के दुकान को निलंबित किए हैं। इसी प्रकार विकासखण्ड दरभा के लेण्ड्रा, कोयनार, केशापुर, गुमड़पाल तथा विकासखण्ड बास्तानार के तिरथुम, गोरियापाल की शासकीय राशन दुकान को निलंबित किया गया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोण्डागांव, 9 जनवरी। राज्य सरकार के 2 वर्ष पूरे होने के अवसर पर जिला जनसंपर्क विभाग द्वारा विकासखण्ड बड़ेराजपुर के मुख्य बाजार हाट में फोटो प्रदर्शनी का आयोजन किया गया था। फोटो प्रदर्शनी में विकासखण्ड के आश्रित ग्राम सोनपुर, मांरगपुरी, नौकाबेड़ा, कोरहोबेड़ा, खजरावण्ड जैसे गांवों के ग्रामीणों द्वारा फोटो प्रदर्शनी देखकर शासन की योजनाओं की जानकारी ली गई।
मौके पर ग्राम पलना की सुनिता नाग व ग्राम कोंगेरा की इंद्रावती ने कहा कि, फोटो प्रदर्शनी के माध्यम से उन्हें छत्तीसगढ़ शासन की विभिन्न जन कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी मिली है। चूंकि वे भी अपने गांव के स्व-सहायता समूह से जुड़ी हुई हैं, अत: इन सभी योजनाओं की जानकारी वह अन्य सदस्यों को भी देंगी।
इसी प्रकार फोटो प्रदर्शनी देखने आये ग्रामीण कोरहोबेड़ा निवासी भीषण, जगदेव और विशाल नेताम, ग्राम कोसमी के हरीकलाल नेताम, ग्राम आमाडीही के दलसाय के भी विचार थे। उन्होंने कहा कि, छत्तीसगढ़ शासन की नरवा-घरवा-घुरवा-बाड़ी आदि योजनाओं का प्रत्यक्ष लाभ उन्हें मिला है। गोधन न्याय योजना का उदाहरण देते हुए उनका विचार था कि, गोबर संग्रहण और विक्रय के माध्यम से अधिक से अधिक ग्रामीणों को उसका लाभ हो रहा हैं। साथ ही खाद निर्माण से खेती में भी इसका सहीं उपयोग होगा और तो और गोठान के माध्यम से समूह की महिलाओं को रोजगार का एक अन्य साधन भी उपलब्ध हुआ है।
इस मौके पर जिला जनसंपर्क विभाग के कर्मचारी घनश्याम नेताम, महेश कुमार व मिलन मरकाम द्वारा ग्रामीणों को विकास योजनाओं पर आधारित पुस्तिकाएं जैसे सम्बल, उन्नति का हर्ष व अन्य ब्रोशर का नि:शुल्क वितरण किया गया। जिन्हें प्राप्त करने में ग्रामीणों ने खासी रूचि दिखाई।