रायपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 9 अगस्त। कलम रख मशाल उठा आंदोलन के पांचवे चरण में आयोजित न्याय सभा में कर्मचारियों का दर्द छलका। सरकार से पूछा कर्मचारी न्याय योजना कब बनेगा? राजधानी स्थित बूढ़ा तालाब धरना स्थल में छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन के संभाग एवं जिला संयोजक सहित पदाधिकारियों तथा संबद्ध संगठनों के प्रांताध्यक्ष एवं महामंत्री ने सरकार को जन-घोषणा पत्र के वायदों को याद दिलाते हुए पूछा कि क्या सरकार ने अनियमित, और दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों को नियमित करने का कार्य-योजना बनाया है?
क्या सरकार ने कर्मचारी-अधिकारियों को चार स्तरीय उच्चतर वेतनमान एवं समयमान वेतनमान लागू करने का कार्य-योजना बनाया है? सातवे वेतन आयोग के बकाया एरियर्स की राशि के भुगतान का कार्य-योजना बनाया है ? पुराने पेंशन योजना को वापस लागू करने का कार्य-योजना बनाया है? सीपीएस मूलवेतन के बजाए कुल वेतन का 10 फीसदी योगदान देने का कार्य-योजना बनाया है? महंगाई भत्ता को समय पर देने का कार्य-योजना बनाया है ?
बूढ़ापारा धरना स्थल में कर्मचारियों को विगत ढाई वर्षों में समुचित न्याय नहीं मिलने पर फेडरेशन से सम्बद्ध विभिन्न संगठनों के प्रांताध्यक्षों का आक्रोश फूट पड़ा। राष्ट्रीय अध्यक्ष वन सतीश मिश्रा ने कहा कि वैश्विक महामारी कोरोना के रोकथाम एवं उपचार में अपने जान की बाजी लगाकर तत्पर रहे हैं। लेकिन अपने मौलिक अधिकार महंगाई भत्ते के लिए भी आंदोलन करना पड़ रहा है!
यह बहुत ही दुखद है।कर्मचारी नेता विजय झा ने कहा कि सरकार यदि हर वर्ग के लिए न्याय योजना बना रही तो कर्मचारियों के लिए न्याय योजना क्यों नहीं बना रही है? प्रांतीय संयोजक कमल वर्मा ने कोरोना काल में सरकार द्वारा कर्मचारी हित में लिए गए निर्णय पर प्रकाश डालते हुए कहा कि विगत दो वर्षों से महंगाई भत्ता नहीं मिलने से कर्मचारियों के अंदर आक्रोश पनप रहा है।
उन्होंने न्याय सभा में एलान किया कि यदि सरकार ने महंगाई भत्ता मुद्दे पर 30 अगस्त तक निर्णय नहीं लिया तो कर्मचारी-अधिकारी 3 सितंबर 2021 को सामूहिक अवकाश लेकर जिलों में कलम बंद आंदोलन के तहत धरना प्रदर्शन करेंगे। यदि सरकार ने समय रहते निर्णय नहीं लिया तो फेडरेशन अनिश्चितकालीन आंदोलन करने बाध्य होंगे।
न्याय सभा को आरके रिछारिया, राजेश चटर्जी, संजय सिंह, बीपी शर्मा, पंकज पाण्डेय, ओंकार सिंह, चन्द्रशेखर तिवारी, मूलचंद शर्मा, डॉ. लक्ष्मण भारती, राकेश शर्मा, अश्वनी चेलक, सत्येंद्र देवांगन, प्रशांत दुबे, नीरज प्रताप सिंह, डीएस भारद्वाज, आरएन ध्रुव, दिनेश रायकवार, सत्यदेव वर्मा, हरिमोहन सिंह, होरी लाल छेदैया, एनएच खॉन, अजय तिवारी, दिलीप झा, रामसागर कोसले, डॉ. बीपी सोनी, कैलाश चौहान,वीरेंद्र नामदेव,रमेश ठाकुर,अजय तिवारी, और जिला संयोजक विजय लहरे, अश्वनी बैनर्जी, डॉ विष्णु पैगवार, प्रदीप वर्मा, मैडम चंद्रसेन, एसके दास, प्रमोद तिवारी, आरडी तिवारी, मुकेश पाण्डेय, शैलेंद्र भदौरिया, मधुकांत यदु, डॉ. आईपी यादव, डॉ. एल एस ध्रुव आदि ने संबोधित किया।