रायपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 9 अगस्त। छत्तीसगढ़ प्रति लाख जनसंख्या में आत्महत्या के मामले में देश में दूसरे नंबर पर है। साथ ही बच्चों के अपराध मामले में छत्तीसगढ़ तीसरे नंबर पर है। यह आंकड़ा राज्य सरकार ने दिया है।
विधानसभा में दी गई जानकारी के मुताबिक पिछले ढाई साल में प्रदेश में दुराचार के 10829 प्रकरण दर्ज किए गए। अपहरण के 2599, चाकूबाजी के 1047, और गैंगरेप के 150 प्रकरण दर्ज किए गए। नाबालिगों के गुम होने के कुल 6125 प्रकरण दर्ज हुए हैं। इसी तरह प्रदेश में पिछले 4 सालों में सामुहिक हत्या के 94 प्रकरण दर्ज किए गए हैं। आत्महत्या के 19084, और मानव तस्करी के 111 मामले दर्ज किए गए हैं।
प्रदेश में सायबर ठगी के मामलों में वृद्धि हुई है। और अब तक 786 सायबर ठगी के मामले प्रकाश में आए हैं। बताया गया कि प्रतिलाख आबादी के हिसाब से अपहरण मामले में छत्तीसगढ़ सातवें नंबर पर है। इसी तरह बच्चों के साथ अपराधिक घटनाओं के मामले में तीसरे नंबर पर है। आत्महत्या में दूसरे नंबर पर है। राज्य सरकार अपराध रोकने की दिशा में कदम उठा रही है, और पुलिस के आधुनिकीकरण का काम तेजी से चल रहा है।
प्रदेश में पुलिस आरक्षक कर्मचारियों के 49195 पद स्वीकृत हैं, और 3420 पद खाली हंै। रिक्त पदों की भर्ती का काम प्रक्रियाधीन है।