रायपुर
अपने कार्यकाल में हुए उपलब्धियों का रखा लेखा-जोखा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर,13 अगस्त। छत्तीसगढ़ श्रम कल्याण मंडल अध्यक्ष के रूप में एक वर्ष पूर्ण होने पर सफी अहमद ने शुक्रवार को प्रेस विज्ञप्ति जारी कर अपने एक साल के कार्यो का लेखा जोखा रखा। श्री अहमद ने बताया कि वैश्विक महामारी कोरोना के दो कड़े लॉकडाउन के बीच गुजरे साल में छत्तीसगढ़ श्रम कल्याण मंडल ने अभूतपूर्व उपलब्धियां हासिल की है।अधिकारियों / कर्मचारियों की टीम ने विगत एक वर्ष में सर्वाधिक 1632 नए संस्थानों एवं 66207 नए श्रमिकों का पंजीयन कर पंजीयन संख्या 6797 तक पहुंचा दिया है।
नए श्रमिकों को मंडल की जनकल्याणकारी योजनाओं से जोडक़र 364896 तक पहुंचा है। नए संस्थानो 26 लाख 34 हजार 6 सौ रुपये पंजीयन शुल्क के रूप में प्राप्त हुआ है। इस अवधि में 4 करोड़ 62 लाख 90 हजार 854 रुपये अभिदाय राशि संग्रह किया गया जो कि मंडल के गठन के बाद से अब तक सर्वाधिक है। मंडल द्वारा संस्थानों एवं श्रमिकों का पंजीयन संख्या बढ़ाने तथा अभिदाय जमा करने हेतु 11,000 से अधिक नोटिस भी भेजे गए।
शैक्षणिक छात्रवृत्ति योजनान्तर्गत 3027 श्रमिकों के बच्चों को 67 लाख 58 हजार 500 रुपये की छात्रवृत्ति प्रदाय किया गया। शहीद वीर नारायण सिंह श्रम अन्न योजनांतर्गत प्रदेश के चार औधोगिक जिलों के आठ दाल भात केंद्र के माध्यम से हजारों श्रमिकों को मात्र 10 रुपए में गर्म और पौष्टिक भोजन प्रदाय किया गया। महिलाओं के सिलाई कढ़ाई प्रशिक्षण कार्यक्रम के तहत वर्तमान में प्रदेश के 6 जिलों के 16 प्रशिक्षण केंद्रों में सैकड़ों महिला हितग्राही सिलाई कढ़ाई का प्रशिक्षण प्राप्त कर रहें हैं।कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए केंद्र और राज्य सरकार द्वारा समय समय पर लागू किए गए लॉकडाउन के दौरान दूसरे राज्यों में फंसे प्रवासी मजदूरों के आवागमन, भोजन एवं आवास की व्यवस्था हेतु श्रम कल्याण मंडल कार्यालय में हेल्पलाइन सेंटर संचालित किया गया, जिससे लाखों मजदूर लाभान्वित हुए।
रायपुर, दुर्ग, कोरबा एवं सरगुजा के औद्योगिक परिक्षेत्र में चौपाल लगाकर मजदूरों से संवाद किया। उनकी समस्याओं को सुना उनका यथा सम्भव निराकरण किया। मजदूरों को श्रम कानूनों को एवम राज्य सरकार द्वारा श्रम कल्याण मंडल के माध्यम से चलाए जा रहे जन कल्याणकारी योजनाओं से अवगत कराया गया। श्रम कल्याण मंडल द्वारा श्रम कानूनों के उल्लंघन की शिकायत के त्वरित व गोपनीय निराकरण हेतु हेल्पलाइन नम्बर 9109849992 तथा ई मेल आई डी ष्द्द-द्य2ड्ढ2014ञ्चद्दद्वड्डद्बद्य.ष्शद्व संचालित है।
संगठित क्षेत्र में कार्य करने वाले श्रमिकों तथा उनके परिवार के सदस्यों के शैक्षणिक, सामाजिक एवं आर्थिक उत्थान तथा उन्हें स्वाबलंबी बनाने के उद्देश्य से प्रदेश के 10 औद्योगिक जिले रायपुर, बिलासपुर, दुर्ग, धमतरी, महासमुंद, राजनांदगांव, कोरबा, रायगढ़, जांजगीर चांपा तथा सरगुजा के औद्योगिक परिक्षेत्र में मल्टी यूटिलिटी कांप्लेक्स डॉरमेट्री बनाने की योजना है। इसके लिए राज्य शासन को नक्शा और प्राक्कलन तैयार कर प्रस्ताव भेजा गया जिस पर विभागीय सचिव द्वारा भूमि आबंटन के लिए संबंधित जिला कलेक्टरों को पत्र प्रेषित किया गया।
श्री अहमद ने बताया कि छत्तीसगढ़ श्रम कल्याण मंडल द्वारा श्रमिकों को जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ पहुंचाने एवं उचित व्यवस्था बनाने हेतु 121 नवीन पदों पर भर्ती का प्रस्ताव राज्य सरकार को स्वीकृती के लिए भेजा गया है।संगठित क्षेत्र के श्रमिकों को राज्य सरकार की कल्याणकारी योजनाओं का ज्यादा से ज्यादा लाभ मिल सके इसके लिए वर्तमान में संचालित कुछ योजनाओं में संशोधन किया जाना है। प्रदेश के औद्योगिक जिलों का दौरा कार्यक्रम कर एवं श्रमिकों से मिल-बैठकर उनके सुझाव के आधार पर योजनाओं में परिवर्तन किया जावेगा।