रायपुर
कांग्रेस का पलटवार
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 14 अगस्त। सांसद सुनील सोनी ने शनिवार को यहां कहा कि छत्तीसगढ़ की कांग्रेस की महिला सांसदों का राज्यसभा में मारपीट करना शर्मनाक है। उन्होंने कहा कि इस घटना की जितनी निंदा की जाए, कम है।
सोनी ने मीडिया से चर्चा में कहा कि कांग्रेस राजनीति में गिरावट का कीर्तिमान स्थापित कर रही है। उन्होंने कहा कि मानसून सत्र में सदन में नियमों की पुस्तिका फाडक़र फेंका गया।
उन्होंने कहा कि राज्यसभा में छाया वर्मा, और फूलोदेवी नेताम का व्यवहार शर्मनाक रहा। महिला सांसदों ने मारपीट की। सांसद ने यह भी कहा कि मानसून सत्र महत्वपूर्ण था जिस पर विपक्ष अनेक विषयों पर चर्चा कर सकता था।
सांसद सुनील सोनी ने कहा कि आदिवासी दिवस के दिन प्रधानमंत्री आदिवासी भाईयों को सौगात देना चाह रहे थे। लेकिन विपक्ष का इन विषयों पर बात करना मंजूर नहीं था। उन्होंने कहा कि कांग्रेस नहीं चाहती है कि देश आत्मनिर्भर बने। देश 75वां आजादी का पर्व मनाने जा रहा है। ऐसे समय में विपक्ष ने देश के समक्ष ऐसा व्यवहार किया कि शर्मनाक रहा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सांसद झूठा बयान दे रही है, जो कि सरकारी कर्मचारी के ऊपर धक्का देने और मारपीट का आरोप लगा रही हैं। यह कांग्रेस की छोटी सोच का नतीजा है।
सदन में और, न बाहर, महिलाएं मोदी राज में सुरक्षित नहीं-शैलेष
कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि संसद में जिस प्रकार से छत्तीसगढ़ की दो महिला सांसदों एक आदिवासी वर्ग की फूलोदेवी नेताम और पिछड़ा वर्ग की छाया वर्मा इन पर जिस तरीके से भाजपा के पुरूष सांसदों ने और मार्शलों ने हमला किया वह बेहद और शर्मनाक है।
उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ की महिला सांसदों का यह अपमान छत्तीसगढ़ के लोग बर्दाश्त नहीं करेंगे। घुसे बरसाये गये इन महिला सांसदों पर धक्का देकर गिराया गया। भाजपा के नेता इसको उचित साबित करने के लिये प्रेस कांफ्रेंस करते है। इससे ज्यादा शर्मनाक और क्या हो सकता है? भाजपा के सांसदों ने और भाजपा के द्वारा संसद में मार्शलों ने छत्तीसगढ़ की नारी शक्ति का और छत्तीसगढ़ की गौरवशाली परंपराओं का अपमान किया है। मोदी राज में सदन के भीतर और बाहर महिलाएं सुरक्षित नहीं रह गई हैं।
शैलेष ने कहा कि महिला सांसदो पर हमला करने के लिये पुरुष सांसद आये। बाहरी तत्वों को बुलाया जाये। यह कौन सा संस्कार है भाजपा को बताना चाहिये। संसदीय आचरण और मर्यादा को तार-तार करने वाले लोग छत्तीसगढ़ को और कांग्रेस को मर्यादा नैतिकता की शिक्षा न दें।