रायपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 26 अगस्त। छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन के आव्हान पर 3 सितंबर को प्रंातव्यापी सामूहिक अवकाश आंदोलन की तैयारी व सफलता स्वरूप पूरे प्रदेश के समस्त जिला, तहसील, विकास खण्डों में कार्यरत कर्मचारी अधिकारियों ने अपने-अपने कार्यालयों, शालाओं, संस्थाओं में काली पट्टी लगाकर ‘विरोध दिवस’ मनाना शुरू किया। यह विरोध दिवस 31 अगस्त तक जारी रहेगा।
कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन के प्रांतीय संयोाजक कमल वर्मा, प्रमुख प्रवक्ता विजय कुमार झा ने बताया है कि ‘कलम रख मसाल उठा आंदोलन’ के चरणबद्व आंदोलन के बाद भी राज्य सरकार मंहगाई भत्ता देने के निर्णय न लेकर प्रदेश के कर्मचारियों की उपेक्षा कर रही है। अविभाजित मध्यप्रदेश में कभी भी शासकीय सेवकों की इतनी उपेक्षा नहीं हुई थीं। प्रतिमाह हजारों रूपये के आर्थिक क्षति के बीच जन सेवा राष्ट्रभक्ति के अपने सिद्वांत से अडिग नहीं हुए है।
विगत दो वर्षो से करोना संक्रमण के योद्वा के रूप में अनेक कर्मचारियों ने अपने प्राण गवाएं है। इन विषम परिस्थिति में भी कर्मचारियों की मांगों पर कोई निर्णय न लेना न्याय संगत् नहीं है। इससे नाराज कर्मचारियों ने आगामी 3 को सामूहिक अवकाश आंदोलन की घोषणा की है। इस आंदोलन में फेडरेशन के आव्हान पर प्रदेश का हर ऐसा शासकीय सेवक जिसे 1 जुलाई 2019 से 1 जुलाई 2021 तक का मंहगाई भत्ता प्राप्त नहीं हुआ है, वह सामूहिक अवकाश आंदोलन भरकर आंदोलन में भाग लेने हेतु उत्सुक है। उसकी झलक 25 अगस्त को प्रदेश के सभी जिला, तहसील, विकासखण्डों में पदस्थ शासकीय सेवकों ने काली पट्टी लगाकर विरोध दिवस का आगाज किया है।
इसके बाद भी मंहगाई भत्ता सहित 14 सूत्रीय अनार्थिक मांगों पर निर्णय नहीं होने की स्थिति में अंतिम अस्त्र के रूप में अनिश्चितकालिन आंदोलन करने हेतु बाध्य होना पड़ेगा। विभिन्न जिलों में फेडरेशन के प्रवक्ता बीपीशर्मा, राजेश चटर्जी, आरके रिछारिया, सतीश मिश्रा, संजय सिंह, पंकज पाण्डेय, चन्द्रशेखर तिवारी, बिन्देश्वर राम रौतिया, राकेश शर्मा, अश्वनी चेलक, प्रशांत दुबे, सत्येन्द्र देवांगन, नीरज प्रतापसिंह, अश्वनी वर्मा, डी.एस भारद्वाज, आरएन ध्रुव, दिदेश रायकवार, सत्यदेव वर्मा, हरिमोहन सिंह, होरीलाल छेद्इया, एनएच खॉन, अजय तिवारी, दिलीप झा, रमेश ठाकुर, जिला संयोजक इदरीश खॉन, विजय लहरे, राम सागर कोसले, एमएलचन्द्राकर, संजय शर्मा, पीके नामदेव, ओंकार प्रसाद वर्मा, पीके नामदेव, देवलाल भारती, टार्जन गुप्ता, शंकर वराठे, श्रीमती रंजना ठाकुर, सुनील नायक, गोपाल प्रसाद साहू, मोहित जैन, भगवान लाल वर्मा, इमरत लाल केवल, उमेश कुमार बंछोर, मनोज कुमार साहू, टीआर देवांगन, आदि नेताओं के नेतृत्व में कर्मचारियों को न केवल काली पट्टीयां लगाई गई अपितु वाट्सअप व मोबाईल पर तस्वीरें व वीडियो जारी किए गए।