रायपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 27 अगस्त। दिल्ली में नेतृत्व परिवर्तन की चर्चा के बीच कांग्रेस विधायकों के तेवर में गर्मी, और मायूसी देखने को मिली है। भिलाई के कांग्रेस विधायक देवेन्द्र यादव, तो नेतृत्व परिवर्तन की आशंका पर इतने तनाव में आ गए कि वे प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी पीएल पुनिया के चरण में गिर पड़े, और अपनी बात जमीन पर बैठकर ही रखी।
गुरूवार को रात तक कांग्रेस के 30 विधायक दिल्ली में जमा हो चुके थे। इसके बाद ये सभी छत्तीसगढ़ भवन, और सदन से सीधे प्रदेश कांग्रेस प्रभारी पुनिया के घर पहुंचे। इसकी अगुवाई सरकार के मंत्री डॉ. शिव डहरिया, अमरजीत भगत, और महिला बाल विकास मंत्री सुश्री अनिला भेडिय़ा कर रहे थे।
सूत्र बताते हैं कि पुनिया निवास पहुंचे, तो पता चला कि वो (पुनिया) सो रहे हैं। इसके बाद उन्हें जगाया गया। नेतृत्व परिवर्तन की आशंका से घर पहुंचे विधायक इतने मायूस थे कि इनमें से एक देवेन्द्र यादव तो पुनिया के पैर में ही गिर गए, और अपनी बातें जमीन पर ही बैठकर रखी। दो विधायकों के तेवर इतने गरम थे कि उन्होंने पुनिया से कह दिया कि जिन्हें नेतृत्व की बागडोर सौंपने पर विचार चल रहा है उनके नेतृत्व में चुनाव जीतना असंभव है। हम पार्टी, और खुद के राजनीतिक हितों की हत्या नहीं होने देंगे।
पुनिया ने सबको समझाइश दी, और कहा कि वो पार्टी हाईकमान के समक्ष आपकी बातें रख देंगे। शुक्रवार को बाकी विधायकों के पहुंचने पर दोबारा करीब 45 विधायकों ने प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया से चर्चा की। मरवाही विधायक डॉ. केके ध्रुव भी वहां पहुंचे हैं। डॉ. ध्रुव के पुत्र का दो दिन पहले ही निधन हुआ है। विधायकों ने पूरी दमदारी से अपनी बातें रखी है। इन विधायकों ने दूसरी तरफ, एक पूर्व मंत्री, विधायकों को दिल्ली जाने से मना करते भी सुने गए। पूर्व मंत्री का कहना था कि दिल्ली जाने से कोई फायदा नहीं है। यही नहीं, राजनांदगांव, और महासमुंद जिले के दो विधायकों ने तो हाईकमान का आदेश सर्वोपरि बताते हुए बाकी विधायकों के संग दिल्ली जाने से मना कर दिया।