रायपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 3 सितंबर। कृषि कानूनों के खिलाफ, और उपजों की खरीदी के लिए गारंटी कानून पारित करने की मांग को लेकर 28 तारीख को राजिम में किसान महापंचायत होगा। इसमें संयुक्त किसान मोर्चा के राकेश टिकैत, योगेन्द्र यादव सहित कई अन्य नेताओं के जुटने की उम्मीद है।
केंद्र सरकार द्वारा औद्योगिक घरानों के हित में तथा किसान, कृषि और आम उपभोक्ता विरोधी कानूनों को रद्द करने की मांग और न्यूनतम समर्थन मूल्य में सभी कृषि उपजों को खरीदी करने की गारंटी कानून पारित करने की मांग को लेकर जारी किसान आंदोलन का 26 सितंबर को दस महीने पूरा हो रहा है साथ ही किसान आंदोलन के समर्थन में किए गए भारत बंद का 25 सितंबर को एक साल पूरा हो जाएगा।
छत्तीसगढ़ में भी महापंचायत के आयोजन के लिए प्रदेश के विभिन्न किसान, मजदूर और नागरिक संगठनों की बैठक मां दंतेश्वरी हर्बल किसान समूह के रायपुर कार्यालय हर्बल इस्टेट के परिसर में हुईं। इसमें पूर्व विधायक जनक लाल ठाकुर, किसान मजदूर महासंघ के संयोजक मंडल सदस्य तेजराम विद्रोही ने संबोधित किया।
बैठक में खेती बचाओ आंदोलन के टिकेश्वर साहू, अखिल भारतीय किसान खेत मजदूर संगठन के विश्वजीत हारोड़े, आदिवासी भारत महासभा से सौरा, अखिल भारतीय किसान महासंघ (आईफा) के राष्ट्रीय संयोजक डॉ.राजाराम त्रिपाठी, छत्तीसगढ़ खेतीहर मजदूर किसान मोर्चा से ठाकुर रामगुलाम सिंह, किसान विकास संघ से रघुनंदन साहू, छत्तीसगढ़ किसान मजदूर महासंघ के संचालक मंडल सदस्यों पारसनाथ साहू, गजेंद्र कोसले, हेमंत टंडन, वेगेंद्र सोनबेर, डॉ. ईश्वर दान, संदीप के साथ साथ अठारह संगठनों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। बैठक में करनाल हरियाणा में किसानों के ऊपर हुए लाठी चार्ज की घोर निन्दा की गई और शहीद किसानों को श्रद्धांजलि दी गई।
बैठक में उपस्थित सभी सदस्यों ने गरियाबंद जिला के राजिम में होने वाली राज्य स्तरीय किसान महापंचायत को सफल बनाने का आह्वान किया है और जानकारी दी कि इसके लिए ग्रामीण स्तर से तैयारी शुरू कर दिया है। छत्तीसगढ़ के किसान नेताओं तेजराम विद्रोही, जागेश्वर जुगनू चंद्राकर, गोविंद चंद्राकर, पंकज चंद्राकर ने दिल्ली के सिंघू बॉर्डर में संयुक्त किसान मोर्चा के नेताओं राकेश टिकैत, डॉ. दर्शन पाल सिंह, योगेंद्र यादव, मेघा पाटकर, डॉ. सुनीलम को छत्तीसगढ़ आने के लिए आमंत्रित किया है, साथ ही कृषि विशेषज्ञ डॉ. देवेंदर शर्मा को फोन कर आमंत्रित किया है। इस सिलसिले में देश के शीर्ष किसान नेताओं से मुलाकात कर उनका छत्तीसगढ़ आगमन सुनिश्चित करने के लिए डॉ. राजाराम त्रिपाठी आज शाम ही दिल्ली कूच कर गए हैं।