रायपुर
![अनियमित कर्मचारियों का आंदोलन शुरू, अनशन पर बैठे अनियमित कर्मचारियों का आंदोलन शुरू, अनशन पर बैठे](https://dailychhattisgarh.com/2020/chhattisgarh_article/1631882044SC_3079a.gif)
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 17 सितंबर। छत्तीसगढ़ संयुक्त अनियमित कर्मचारी संघ के आव्हान पर शुक्रवार से 36 घंटे का वादा के सूरता आंदोलन शुरू हुआ। इस दौरान 36 अनियमित कर्मचारियों ने अनशन शुरू कर दिया। इस आंदोलन को छत्तीसगढ़ के अधिकारी-कर्मचारी संगठन ने भी समर्थन दिया है।
कार्यक्रम प्रभारी, और प्रांतीय सचिव सह जिला अध्यक्ष मुंगेली श्रीकांत लास्कर ने बताया कि 17 से 18 सितम्बर तक रायपुर में 36 घण्टे के लिए 36 चयनित क्रांतिकारी अनियमित कर्मचारी नियमित भर्ती में अनियमित कर्मचारियों को प्राथमिकता देते हुए नियमितीकरण किये जाने, जन घोषणा पत्र के बिंदु 11 और 30 के तहत नियमित करने संविदा वेतन वृद्धि तथा 2018 से अभी तक छटनी किए गए अभी तक करीब 10 हजार अनियमित कर्मियों के बहाली की जायज मांग को लेकर आमरण अनशन पर बैठ गए है जिसमे प्रमुख पदाधिकारी सम्मिलित है। यदि इन्हें कुछ भी होता है तो इसकी सारी जवाबदारी वर्तमान कांग्रेस पार्टी के भूपेश सरकार की होगी।
छत्तीसगढ़ राज्य में 36 अनियमित कर्मचारी संघ के प्रतिनिधि अनशन कर प्रदेश के अनियमित कर्मचारियों के नियमितिकरण करने, अनेक विभागों में हजारों की संख्या में मुख्यमंत्री व सरकार की मंशा के विपरित पूर्ववर्ती सरकार के ठेकेदार, प्लेसमेंट एजेंसियों ने छटनी की है, उस पर रोक लगाने के लिए ‘वादा के सूरता-मुख्यमंत्री निवास घेराव‘ आंदोलन करेगें।
इस आंदोलन का छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन के संयोजक कमल वर्मा एवं छत्तीसगढ़ प्रदेश तृतीय वर्ग कर्मचारी संध प्रांताध्यक्ष विजय कुमार झा, कार्यकारी प्रांताध्यक्ष अजय तिवारी, महामंत्री उमेश मुदलियार, संभागीय अध्यक्ष सजय शर्मा, संभागीय सचिव आलोक जाधव ने समर्थन किया है। श्री झा ने बताया है कि एक तरफ राज्य सरकार अनियमित कर्मचरियों का नियमितिकरण नहीं कर रही है।
दूसरी तरफ विपक्ष में रहते हुए सार्वजनिक रूप से ठेका प्रथा, और प्लेसमेंट एजेंसी का विरोध करने वाली सरकार जल मिशन योजना लोक स्वास्थ यॉत्रिकी विभाग में राज्य स्तरपर प्लेसमें एजेंसी के माध्यम से अस्थाई नियुक्तियां कर लोक स्वास्थ यॉत्रिकीय मंत्री व सरकार को उनके जन घोषणा पत्र के विपरित कार्य कर बदनाम करने की साजिश की जा रही है, इस नियुक्ति पर तत्काल रोक लगाने की मांग मुख्यमंत्री से की है। आज के आंदोलन का नेतृत्व प्रांताध्यक्ष रवि गढ़पाले, गोपाल प्रसाद साहू, अनिल देवॉगन,बजरंग मिश्रा आदि नेता करेगें।
आमरण अनशन में अनियमित क्रांतिकारियों के नाम इस प्रकार हैं-तारकेश्वर साहू, भगवती शर्मा, अनिल देवांगन, गोपाल प्रसाद साहू, रवि गढ़पाले, अजीत नाविक, गिरिराज वर्मा, रीना दिल्लु, सतीश रजवाड़े, धर्मेंद्र दास वैष्णव, विनय यादव, पेखराम साहू अवि मुंगेली, दुखीराम जयसवाल, जितेंद्र द्विवेदी, कुलदीप सिंह भदौरिया, सुनील मेश्राम, राजेंद्र चक्रधारी, जीवन लाल साहू, देवेन्द्र साहू, विश्राम देवागंन, सुश्री दीपमाला, सुश्री रीना बघेल, जया देवागंन, तिलक राजपूत, कैलाश साहू, सुमन यादव, मोहम्मद सद्दाम सूफी, बृजेश सिंह खूंटे, राहुल रायपुर, संगीता नाग, नीतू राणा, नंद किशोर साहू, ढालेश कुमार, सुनील कश्यप अंबिकापुर, टूकेश्वर साहू, भूपेंद्र साहू।