रायपुर
![प्रदेश के किसानों-आदिवासियों का अपमान कर रही है राज्य सरकार- हुपेंडी प्रदेश के किसानों-आदिवासियों का अपमान कर रही है राज्य सरकार- हुपेंडी](https://dailychhattisgarh.com/2020/chhattisgarh_article/1633784439omal-hupandi.gif)
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 9 अक्टूबर। प्रदेश अध्यक्ष कोमल हुपेंडी ने भुपेश सरकार पर छत्तीसगढ़ वासियों के अपमान का आरोप लगाते हुए कहा कि विगत 2018 व 2019 में छत्तीसगढ़ के किसानों के आत्महत्या के आंकड़े हम देखे तो लगभग 500 किसानों ने आत्महत्या कर ली है वही एड्समेटा व सरकेगुड़ा की बात करे तो निर्दोष आदिवासियों पर गोली चलाई गई थी व निर्दोष आदिवासी मारे गए थे जो न्यायालय ने भी साफ कर दिया है परन्तु इन सभी घटनाओं पर मुआवजा आजतक किसी को नही मिला न किसानों को कुछ दिया गया और न ही उन निर्दोष आदिवासियों को कुछ मिला।
छत्तीसगढ़ में किसानों की आत्महत्या पर मुआवजा न मिलने पर सदन में जब मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जी से विपक्षियों द्वारा सवाल किया गया था तो उन्होंने जवाब में कहा था कि आपने अपने 15 साल में कितनो को मुआवजा दिया ,इस तरह के जवाब से ये साबित होता है कि चाहे वो कांग्रेस हो या भाजपा इन्हें न किसानों से और न ही छेत्र के आदिवासियों से कोई सरोकार है उन्हें सिर्फ और सिर्फ सत्ता से मतलब है और ये बात भूपेश बघेल ने उत्तर प्रदेश के लखीमपुर में जाकर वहां की घटना के दौरान मारे गए प्रत्येक मृतक किसानों को 50-50 लाख रुपये मुआवजा देने की घोषणा कर साबित कर दिया,क्योंकि उत्तर प्रदेश में चुनाव है ।
यह छत्तीसगढ़ के उन किसानों का अपमान है जिन्होंने आत्महत्या कर ली ये उन आदिवासियों का अपमान है जो एड्समेटा व सरकेगुड़ा में मारे गए आम आदमी पार्टी इस तरह का प्रदेश वासियों का अपमान नही सहेगी, आम आदमी ये मांग करती है कि प्रदेश के प्रत्येक मृतक किसानों व आदिवासियों के परिवार को 1-1 करोड़ रुपये सहायता राशि तत्काल देने की घोषणा करें ।