रायपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 26 अक्टूबर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा बनारस में लांच किए गए फ्लैगशिप कार्यक्रम पीएम आयुष्मान भारत स्वास्थ्य अवसंरचना मिशन में आम लोगों को गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए एम्स रायपुर का भी जिक्र किया गया। निदेशक प्रो. (डॉ.) नितिन एम. नागरकर ने इसे संस्थान के लिए गौरवपूर्ण क्षण बताते हुए इसके लिए एम्स परिवार के प्रयासों की सराहना की है।
बनारस में शुरू किए गए मिशन के अंतर्गत 64 हजार करोड़ रुपये की लागत से स्वास्थ्य के लिए आधारभूत संरचना बनाए जाने का प्रस्ताव है। प्रो. नागरकर ने मिशन के संदर्भ में कहा है कि इससे गांव, ब्लाक और जिला स्तर पर बेहतर चिकित्सा सुविधाएं प्रदान की जा सकेंगी। 35 हजार नए बैड प्रदान करने, 15 बीएसएल लैब बनाने और चार नए नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी स्थापित करने से स्वास्थ्य सेवाएं और अधिक बेहतर बनाने में मदद मिलेगी। इससे टेस्टिंग, उपचार और फॉलो-अप की सुविधाएं आम लोगों को सुलभ हो सकेंगी।
इस अवसर पर एम्स रायपुर के साथ अन्य एम्स का भी जिक्रकिया गया जिन्होंने कोविड महामारी के दौरान अहम योगदान दिया। प्रो. नागरकर ने कहा है कि प्रत्येक जिला अस्पताल को 90 से 100 करोड़ रुपये की सहायता मिलने के बाद जिला स्तर पर ही रोगियों का इलाज संभव होगा और इससे एम्स सहित बड़े अस्पतालों पर सामान्य रोगियों का दबाव कम हो सकेगा। इससे सुपर स्पेशयल्टी सेवाओं और शोध पर एम्स जैसे संस्थान अपना ध्यान केंद्रित कर सकेंगे। इस अवसर पर उप-निदेशक (प्रशासन) अंशुमान गुप्ता भी उपस्थित थे।