बलरामपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलरामपुर, 28 अक्टूबर। जिले के ओबरी पंचायत के आधा दर्जन से ज्यादा पंचों ने सरपंच और सचिव के खिलाफ मोर्चा खोला है। उन्होंने सरपंच और सचिव के खिलाफ वित्तीय अनियमितता समेत कई आरोप लगाते हुए कलेक्टर, जिला पंचायत सीईओ एवं जनपद पंचायत के अध्यक्ष को शिकायत दी है।
शिकायत आवेदन के माध्यम से पंचों ने आरोप लगाया कि ग्राम पंचायत ओबरी के सरपंच, सचिव द्वारा विकास की राशि को फर्जी प्रस्ताव बनाकर एवं रसीद वाउचर लगाकर लाखों का गबन किया गया है। सरपंच द्वारा अपने कर्तव्य का निर्वहन न कर वित्तीय अनियमितता किया जा रहा है, जिसकी शिकायत होने के बाद भी आज तक कोई भी कार्रवाई नहीं होने से उनका मनोबल बढ़ा हुआ है। ग्राम पंचायत की बैठक लगभग 1 वर्ष से ग्राम पंचायत भवन में नहीं की जा रही है।
पंचों ने बलरामपुर कलेक्टर, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी, जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी एवं जनपद पंचायत के अध्यक्ष को ज्ञापन सौंपते हुए फर्जी प्रस्ताव से रकम आहरण पर रोक लगाने की मांग की है, साथ ही साथ दोषियों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की भी मांग की है। उन्होंने कहा कि अगर उनकी मांगों पर विचार नहीं किया जाता है तो जनहित और न्याय कहित में न्यायालय की शरण में जाने पर मजबूर होंगे।
शिकायत पर कराई जाएगी जांच-जनपद अध्यक्ष
जनपद पंचायत बलरामपुर के अध्यक्ष विनय सिंह पैकरा ने कहा कि ग्रामीणों ने उन्हें शिकायत आवेदन दिया है। उन्होंने कहा कि सरपंच और सचिव की मनमानी से परेशान पंचों ने शिकायत की है। उन्होंने कहा कि इस मामले में जो भी दोषी पाए जाएंगे, उनके खिलाफ कार्रवाई कराई जाएगी। उन्होंने बताया कि पंचों के बताए अनुसार ओबरी पंचायत के सरपंच और सचिव की मिलीभगत से शासकीय राशि का बंदरबांट किया जा रहा है, जो कतई बर्दाश्त करने योग्य नहीं है। इस पर मैं भी इन पंचों के साथ खड़ा हूं और उनके आवेदन पर कार्यवाही के लिए मैं जिले के कलेक्टर, जिला पंचायत के सीईओ से आग्रह करूंगा। इनके आवेदन पर गंभीरता से विचार करते हुए जांच कराई जाए। मामले में जो भी दोषी पाए जाते हैं उनके खिलाफ सख्ती से कार्रवाई की जाए।
शिकायत आवेदन पर कराई जा रही है जांच -जिपं सीईओ
बलरामपुर जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी रीता यादव ने बताया कि पंचों के द्वारा ग्राम के सरपंच और सचिव के खिलाफ आवेदन दिया है। उनके आवेदन पर हमने जांच के लिए संबंधित विभाग को जानकारी प्रेषित कर दी है। जांच के उपरांत जो भी तथ्य सामने आएंगे, उस पर कार्रवाई की जाएगी।