बलरामपुर
परिजनों के आरोप पर एसएसपी ने की कार्रवाई
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजपुर,18 अप्रैल। ग्राम बुढ़ाबगीचा में अपनी मौसा-मौसी के यहां रहकर पढ़ाई कर रही नाबालिग छात्रा की लाश घर में फांसी पर लटकती मिली थी, जिसके बाद परिजनों की शिकायत पर मामले में मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक बलरामपुर ने जांच के आदेश दिए थे। परिजनों द्वारा हत्या का आरोप लगाये जाने के बाद राजपुर में पदस्थ सहायक उप निरीक्षक विजय पैंकरा को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है, वहीं अब इस मामले की जांच नये सिरे से करने टीम का गठन भी कर दिया है।
करीब 10 दिन पूर्व राजपुर के बुढ़ाबगीचा में एक नाबालिग छात्रा की लाश घर में ही फांसी पर लटकती मिली थी। जिसके बाद घटना की सूचना पुलिस को दी गई थी। पुलिस ने नाबालिग की लाश को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र राजपुर लाया था, जिसके बाद पुलिस कर्मियों द्वारा लाश को छोडक़र वापस चले गये थे। इधर, देर रात परिजन अस्पताल पहुंचे और नाबालिग की लाश को अपने साथ ले गये थे।
बाद में मृतिका के परिजनों ने आरोप लगाया कि पुलिस नाबालिग की लाश को अस्पताल में लावारिस हालत में छोडक़र चली गई थी। परिजनों ने यह भी आरोप लगाया था कि नाबालिग की पहले हत्या की गई, और उसके बाद फांसी के फंदे पर लटका दिया गया था।
परिजनों की शिकायत के बाद बलरामपुर एसएसपी डॉ. लाल उमेद सिंह ने उक्त मामले में सम्बंधित पुलिसकर्मियों से जवाब-तलब किया था, यही नहीं पुलिस की एक टीम भी मामले की नये सिरे से जांच के लिए लगाई गई है।
पेशे से वाहन चालक जालिम सिंह की 13 वर्षीया पुत्री उसके मौसा-मौसी के घर पर रहकर पढ़ाई करती थी, और घटना वाले दिन वह घर पर अकेली थी। नाबालिग की लाश को जब पुलिस अस्पताल में छोडक़र लौट गई थी, तब परिजन नाबालिग की लाश को अपने साथ लेकर मिर्जापुर चले गये थे और वहीं गंगा नदी में लाश बहा दी थी।
शिकायत के बाद पुलिस की टीम नाबालिग के लाश की तलाश में मिर्जापुर पहुँची थी, लेकिन पुलिस को सफलता हाथ नहीं लगी। वहीं इस मामले में जिम्मेदार अधिकारियों का कहना है कि फिर से पुलिस मिर्जापुर के लिए रवाना होगी और नाबालिग का लाश तलाशेगी।