रायपुर
![दूसरे राज्यों के हार्वेस्टर चालकों से पंचायत लेगी ग्राम विकास टैक्स-सौरभ दूसरे राज्यों के हार्वेस्टर चालकों से पंचायत लेगी ग्राम विकास टैक्स-सौरभ](https://dailychhattisgarh.com/uploads/chhattisgarh_article/1635596604orab.gif)
रायपुर, 30 अक्टूबर। छत्तीसगढ़ी महासभा ने कहा कि गांवों में साप्ताहिक हाट बाजार में आए चुड़ी, बिन्दी, सब्जी और चाट गुपचुप वाले जो बमुश्किल 500, हजार का धंधा करते हैं, उनसे पंचायत टैक्स लेती है, लेकिन धान, गेहूं, सोयाबीन काटने आये पर प्रांतीय हार्वेस्टर चालक सिर्फ 2 महीनों में लाखों कमा कर गांवों से निकलते हैं,वो भी पंचायत में बिना 1 पैसा टैक्स पटाए।
अखिल भारतीय छत्तीसगढ़ी महासभा के प्रदेश अध्यक्ष सौरभ निर्वाणी ने प्रदेश भर के ग्राम पंचायतो से कहा है कि पंचायत हार्वेस्टर चालकों से उस पंचायत में किये गए खेत की कटाई का अवलोकन और उनके लाभ का 10 फीसदी हिस्सा ग्राम पंचायत विकास फंड के लिए लेना सुनिश्चित करें।
साथ ही साथ उन्होंने कहा है कि चंूकि हरियाणा और पंजाब में हार्वेस्टिंग 1200 रुपये प्रति एकड़ होती है इसलिए 1550 रुपये प्रति एकड़ से ज्यादा कटाई का भुगतान ग्रामीणों के द्वारा नहीं किया जाएगा, गांवों में महासभा के युवा सदस्यों की निगरानी टीम भी इनके बाहरी चालकों के मनमानी को रोकने के लिए बनाई गई है।
जो पंचायत को इनसे ग्राम पंचायत विकास मद हेतु टेक्स संग्रहण में मदद करेंगें, इसके लिए सौरभ निर्वाणी ने जिला पंचायत स्तर पर पंचायतों को टैक्स संग्रहण करने सरकार से आदेश जारी करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि बाजू के गांव के किसान 100 रुपये का सब्जी बाजू के गाँव मे बाजार में बैठ कर बेचें तो उसे पंचायत को स्थानीय टैक्स देना पड़ता है पर अजीब विसंगति है दूसरे राज्य के लोग हर सीजन में करोङो कमा कर ले जाते हैं वो भी बिना किसी उपकर दिए। छूट का लाभ स्थानीय हार्वेस्टर चालकों और मालिको को मिलेगा, न कि बाहरियों को।
अखिल भारतीय छत्तीसगढ़ी महासभा छतीसगढ़ी युवाओं को हार्वेस्टर चालन और मेंटेनेंस के नि:शुल्क प्रशिक्षण कार्यक्रम प्रारम्भ करेगी।