रायपुर
![कवर्धा घटना, भाजपा नेताओं पर झूठे प्रकरण दर्ज कर दीवाली मनाने से रोकने की कोशिश हो रही-बृजमोहन कवर्धा घटना, भाजपा नेताओं पर झूठे प्रकरण दर्ज कर दीवाली मनाने से रोकने की कोशिश हो रही-बृजमोहन](https://dailychhattisgarh.com/uploads/chhattisgarh_article/1635596812ijmohan.gif)
अकबर पर निशाना
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 30 अक्टूबर। पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने शनिवार को कवर्धा घटना पर एक बार फिर सरकार को आड़े हाथों लिया है। उन्होंने भाजयुमो के पूर्व अध्यक्ष विजय शर्मा, और अन्य दो नेताओं के खिलाफ पुलिसिया कार्रवाई की कड़ी आलोचना की है। अग्रवाल ने तीनों की निशर्त रिहाई के साथ ही घटना की न्यायिक जांच की मांग की है।
श्री अग्रवाल ने एकात्म परिसर में मीडिया से चर्चा में कहा कि कवर्धा की घटना पर भाजयुमो के पूर्व अध्यक्ष विजय शर्मा, सुखराम यादव, और कैलाश चंद्रवंशी के खिलाफ एस्ट्रोसिटी एक्ट, और धारा-307 के तहत भी प्रकरण दर्ज किया गया है। ऐसे समय में जब बहुसंख्यक समाज का सबसे बड़ा त्योहार दीवाली है, उन्हें त्योहार मनाने से रोकने की कोशिश की गई है। यह हिन्दू समाज का अपमान है।
पूर्व मंत्री ने कहा कि दुर्गेश देवांगन पर जानलेवा हमला करने वालों पर हत्या का प्रयास का प्रकरण नहीं बनाया गया। बल्कि विजय, और कैलाश, सुखराम के खिलाफ 307 का प्रकरण बना दिया गया। यह दुर्भाग्यजनक है। इसको बहुसंख्यक समाज बर्दाश्त नहीं करेगा। श्री अग्रवाल ने सरकार के मंत्री मोहम्मद अकबर का नाम लिए बिना उन पर तीखा हमला बोला। एक तरफ कानून व्यवस्था का हवाला देकर कवर्धा में प्रतिबंध लगाया गया था, दूसरी तरफ वो तीन सौ गाडिय़ों का काफिला लेकर वहां पहुंचे थे। उन्होंने सवाल उठाया कि इस मामले में जुर्म दर्ज क्यों नहीं किया गया।
पूर्व मंत्री ने आरोप लगाया कि वास्तविक दंगाईयों के खिलाफ ठोस कार्रवाई नहीं की गई है। ऐसे लोगों पर जमानती धारा लगाकर छोड़ दिया गया है। उन्होंने कांग्रेस प्रवक्ताओं को भी चेतावनी दी है कि वो अनर्गल बयान बाजी से बचें। साथ ही विजय, कैलाश, और सुखराम की निशर्त रिहाई की मांग की है। श्री अग्रवाल ने कहा कि कवर्धा, और रायपुर की घटना की न्यायिक जांच कराई जानी चाहिए।