रायपुर
![ब्रेस्ट कैंसर के लक्षणों के दिखने पर तुरंत कराएं जांच ब्रेस्ट कैंसर के लक्षणों के दिखने पर तुरंत कराएं जांच](https://dailychhattisgarh.com/uploads/chhattisgarh_article/1635685196reast-Cancer-Awareness-Pro.gif)
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 31 अक्टूबर। अम्बेडकर अस्पताल के सर्जरी विभाग में शुक्रवार से आयोजित किए जा रहे दो दिवसीय ब्रेस्ट कैंसर जागरूकता कार्यक्रम में आज सीनियर नर्सिंग स्टॉफ, नर्सिंग छात्राओं, एनजीओ के सदस्य एवं विभिन्न आयु समूह की महिलाओं को ब्रेस्ट एग्जामिनेशन का प्रशिक्षण दिया गया।
इसके साथ ही कुल 45 मरीजों का आज ब्रेस्ट एग्जामिनेशन किया गया जिसमें से 4 मरीजों में फाइब्रोएडीनोमा और 3 मरीजों में साइक्लिकल मास्टालजिया की समस्या पाई गई। कार्यक्रम में भाग लेने वालों को स्तन कैंसर के कारण एवं संभावित खतरों को लेकर जागरूक किया गया।
बता दें कि अक्टूबर माह की 1 से 31 तारीख को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ब्रेस्ट कैंसर जागरूकता माह के रूप में मनाया जाता है। इसी कड़ी में अम्बेडकर अस्पताल में दो दिवसीय सेल्फ ब्रेस्ट एग्जामिनेशन का प्रशिक्षण एवं स्तन कैंसर जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया था।
सर्जरी विभागाध्यक्ष डॉ. प्रो. मंजू सिंह ने बताया कि वर्तमान में महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर के दो पीक आयु समूह हैं। पहला 35 वर्ष से 40 वर्ष के बीच है और दूसरा 50 से 60 वर्ष के बीच है। आजकल भारत में कम उम्र में भी स्तन कैंसर के मामले देखे जा रहे हैं जिसमें 5 प्रतिशत मामलों में वंशानुगत होने की संभावना रहती है लेकिन 95 प्रतिशत मामलों में हमारी जीवनशैली उत्तरदायित्व रहती है।
वैसे तो स्तन कैंसर के प्रमुख कारणों में स्तन कैंसर का पारिवारिक इतिहास, स्तन रोग का व्यक्तिगत इतिहास, 40 वर्ष से अधिक आयु, माहवारी का जल्दी आरम्भ होना(10 वर्ष की आयु से पूर्व), देर से रजोनिवृत्ति (55 वर्ष की आयु के पश्चात), देर से बच्चों का जन्म, कोई बच्चा न होना, बिना डॉक्टर की सलाह के गर्भनिरोधक गोलियों का लम्बे समय तक प्रयोग, अर्पाप्त स्तनपान, रजोनिवृत्ति के दौरान हार्मोन उपचार का होना, मोटापा तथा धूम्रपान/तम्बाकू का सेवन शामिल है।