रायपुर
केन्द्रीय खाद्य मंत्री से उसना चावल लेने का आग्रह
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 9 नवंबर। धान खरीदी एक दिसंबर से शुरू हो रही है। इससे पहले ही बारदाना संकट पैदा हो गया है। खाद्य मंत्री अमरजीत भगत ने कहा कि जुट कमिश्नर से अभी तक मात्र 60 हजार गठान बारदाना मिला है। जबकि सवा लाख गठान से अधिक बारदाना उपलब्ध कराया जाना था। श्री भगत ने कहा कि बारदाने की कमी से निपटने के लिए सरकार कोशिश कर रही है, और पहले दिन से ही किसानों के बारदाने में ही खरीदी हो सकेगी। साथ ही पीडीएस के बारदाने का उपयोग किया जाएगा।
श्री भगत ने मीडिया से चर्चा में केन्द्रीय खाद्य मंत्री पीयूष गोयल से चर्चा का ब्यौरा दिया। उन्होंने कहा कि सेंट्रल पुल में 61.65 लाख टन अरवा चावल लेने की अनुमति केन्द्र सरकार से दी गई है।
खाद्य मंत्री ने कहा कि प्रदेश में 461 उसना मिलें है, जिसकी मिलिंग क्षमता 5.93 लाख टन है। उसना चावल नहीं लिए जाने के कारण प्रदेश में धान के निराकरण में उसना मीलरों को नुकसान होगा, जिससे 23 लाख टन उसना चावल लिए जाने का अनुरोध किया है।
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार से लंबित सब्सिडी 3631 करोड़ रुपये राज्य को देने का आग्रह किया गया है। बारदाने की खरीद पर खाद्य मंत्री ने कहा कि जूट कमीशनर द्वारा 1.38 लाख गठान जूट बैग का प्रदाय किया जाना था किन्तु आज तक मात्र 60 हजार गठान जूट बारदानें प्राप्त हुए है। जुट बारदानें की लगतान आपूर्ति के लिए केन्द्र सरकार से आग्रह किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि वर्ष 2020-21 के लिए इकोनॉमी कॉस्ट में धान में 32 रुपये प्रति क्विंटल प्रदान किया जा रहा है, जबकि अन्य राज्यों में जैसे पंजाब में 2.5 प्रतिशत कमीशन दिया जाता है, जिसे छग में लागू किया जाए। 1 दिसंबर से धान खरीदी प्रारंभ हो रही है। इसकी पूर्व तैयारी के लिए राज्य स्तरीय सचिव खाद्य के द्वारा राज्य स्तरीय अधिकारियों के साथ संभाग स्तर पर कलेक्टर के साथ बैठक कर व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी।
खाद्य मंत्री ने कहा कि धान खरीदी केन्द्रों में नोडल अधिकारी नियुक्ति के निर्देश दिए है। प्रत्येक धान खरीदी केंद्र का प्रत्यक्ष निरीक्षण कर मुलभूत आवश्यकताएं जैसे पेयजल, चबूतरा, बिजली, सडक़, तराजू आदि की व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी।
उन्होंने कहा कि धान खरीदी के प्रारंभ से ही किसान बारदानें में धान खरीदा जाएगा। किसी प्रकार की कोई कमी न हो इसलिए एचडीपीई बैग/मिलर बारदाने, पीडीएस बारदाने पुराने बारदाने में प्रदाय की व्यवस्था कर सुचारू रूप से धान खरीदी की जाएगी।