रायपुर
![भाजपा ने कहा-न्यायिक आयोग की रिपोर्ट पर ना समझी का प्रदर्शन कर रही कांग्रेस, संवैधानिक संस्थाओं के खिलाफ आक्रमण पर उतारू भाजपा ने कहा-न्यायिक आयोग की रिपोर्ट पर ना समझी का प्रदर्शन कर रही कांग्रेस, संवैधानिक संस्थाओं के खिलाफ आक्रमण पर उतारू](https://dailychhattisgarh.com/uploads/chhattisgarh_article/1636806147ethak.gif)
प्रदेश कार्यसमिति की बैठक में राजनीतिक प्रस्ताव पारित
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 13 नवम्बर। प्रदेश भाजपा कार्यसमिति की बैठक में शनिवार को राजनीतिक प्रस्ताव पारित कर कहा है कि झीरम मामले में भी कांग्रेस न्यायिक आयोग की रिपोर्ट पर नासमझी का प्रदर्शन कर रही है, वह न्यायपालिका और राज्यपाल जैसे संवैधानिक संस्थाओं के खिलाफ आक्रमण पर उतारू है। जस्टिस मिश्रा आयोग की रिपोर्ट देखे बिना एक और आयोग बना देना अजीब है।
यह भी कहा गया कि कांग्रेस हमेशा गुटीय राजनीति के लिए कुख्यात रही है, ऐसे में झीरम मामले में आये न्यायिक आयोग की रिपोर्ट पर इस तरह की अप्रत्याशित हरकत कांग्रेस के इस गुट को और अधिक संदिग्ध बनाता है। कांग्रेस सरकार को रिपोर्ट का अध्ययन कर एक्शन टेकन रिपोर्ट के साथ विधानसभा के पटल पर रखना चाहिए।
राजनीतिक प्रस्ताव में धर्मांतरण के मसले पर भी सरकार को आड़े हाथों लिया गया। कहा गया कि प्रदेश में जबरन धर्मान्तरण की कोशिशों का मामला हर तरफ से आ रहा है। जहां सुकमा के एसपी ने पत्र लिख कर अपने महकमे और शासन को इसके खिलाफ चेताया था वहीं साम्प्रदायिक तत्वों के बढे हुए मनोबल का परिणाम ही है कि कवर्धा जैसे दंगे किये जाते हैं। रायपुर में धर्मान्तरण का विरोध करने पर कुछ लोगों ने संविधान जला देने की धमकी दी थी।
यहां भी निर्दोषों को ही गिरफ्तार कर लिया। सरगुजा इलाके में रोहिंग्याओं को बसाए जाने की शिकायत खुद शासन के मंत्री ने की लेकिन उस पर भी कोई कारवाई नहीं की गयी। कांग्रेस सरकार इससे निपटने के बजाय आपसी गुटबाजी में एक-दूसरे को निपटाने में ही व्यस्त है। ढाई-ढाई साल सत्ता के बंटवारे के नाम पर रायपुर से दिल्ली तक नौटंकी जारी है। इस राजनीतिक अस्थिरता का परिणाम ही इतने भयंकर रूप में सामने आ रहा है।
यह भी कहा गया कि एक तरफ जहां तमाम संकटों के बावजूद देश आगे बढ़ रहा है, वहीं छत्तीसगढ़ में कांग्रेस के कुशासन के कारण प्रदेश में चारों तरफ हताशा और निराशा व्याप्त है। शान्ति का टापू रहे छत्तीसगढ़ को आज कांग्रेस सरकार के अक्षम, अयोग्य और भ्रष्ट नेतृत्व ने अपराध और दंगे का गढ़ बना दिया है। प्रदेश को पहली बार साम्प्रदायिक दंगों का सामना करना पड़ा। कबीरधाम जैसे सद्भाव के शहर में पहली बार कफ्र्यू लगाना पड़ा।
स्थानीय कांग्रेस विधायक और मंत्री के संरक्षण में वहां सनातन धर्मावलम्बियों के साथ नृशंसता की गयी। भगवा ध्वज का अपमान किया गया। जिस तरह बकायदा शासकीय संरक्षण में ऐसे अपराध किये गए और दंगाइयों पर कारवाई के बदले पीडि़तों एवं भाजपा नेताओं पर विभिन्न असंगत धाराओं में अपराध दर्ज किए गए, वह निंदनीय है। भाजपा इसे कतई सहन नहीं करेगी। कवर्धा में सनातनत धर्मावलम्बियों के विरुद्ध प्रायोजित इस दंगे की भाजपा कार्यसमिति निष्पक्ष न्यायिक जांच की मांग करती है।
राजनीतिक प्रस्ताव में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की तारीफों के पुल बांधे गए, कहा गया कि वैश्विक महामारी कोरोना के कठिन समय में दो-दो स्वदेशी टीके का न केवल निर्माण कर बल्कि अभी तक110 करोड़ से भी अधिक टीके देश में लगा दिए जाने की उपलब्धि चमत्कारिक है। इसके लिए प्रधानमंत्री का अभिनंदन किया गया।
कानून व्यवस्था की भी आलोचना की गई। यह कहा गया कि प्रदेश में क़ानून व्यवस्था की स्थिति बदतर है। शासकीय आंकड़ों के अनुसार ही प्रदेश में हर दिन औसतन 12 बलात्कार की घटनाएं दर्ज हो रही हैं। एसटी वर्ग की नाबालिक बच्चियों के साथ बलात्कार के मामले में पूरे देश में दूसरे स्थान पर है, एससी वर्ग की नाबालिग बच्चियों के साथ बलात्कार मामले में पूरे देश में 5वें स्थान पर है। ह्त्या, लूट एवं अन्य तमाम अपराध बेलगाम बढ़ती जा रही है। कांग्रेस सरकार बनने के पश्चात डकैती, लूट, हत्या, बलात्कार जैसे अपराधों के लगभग 20 हजार मामले सामने आये हैं। लैंड माफिया, सैंड माफिया से लेकर लेकर और ड्रग्स माफिया समेत हर तरह के लुटेरों की पौ बारह है।
कांग्रेस संरक्षित तस्कर माफियाओं के हौसले इतने अधिक बढे हुए हैं कि उसने पत्थलगांव शोभा यात्रा में सनातन श्रद्धालुओं को सरेआम कुचल कर मार डाला। प्रदेश में लैंड माफिया, सैंड माफिया, ड्रग्स माफिया, कोल माफिया समेत हर तरह के लुटेरों की पौ बारह है। गांजा व ड्रग्स के लिये प्रदेश कार्रिडोर बन गया है तथा सरकार के संरक्षण में अन्य राज्यो का ड्रग्स प्रदेश में खपाया जा रहा है। यही कारण है कि युवाओं के द्वारा किये गये अपराध में प्रदेश में पूरे देश में प्रथम स्थान पर है।