गरियाबंद
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
छुरा, 12 दिसंबर। सर्व आदिवासी समाज तहसील शाखा छुरा के स्थानीय परिषद में शहीद वीर नारायण सिंह के 163वीं शहादत दिवस मनाया गया।
शहादत के मुख्य अतिथि जनपद अध्यक्ष तोकेश्वरी मांझी ने। अध्यक्षता राजा यशपेन्द्र शाह ने किया। विशेष अतिथि बतौर सर्व आदिवासी समाज के प्रदेश उपाध्यक्ष नीलकंठ सिंह ठाकुर, सर्व आदिवासी समाज के जिलाध्यक्ष संरक्षक छत्तर सिंह ठाकुर, तहसील अध्यक्ष कौशल सिंह ठाकुर, सरपंच संघ ब्लॉक छूरा के अध्यक्ष लेखराज धु्रवा, धु्रव गोंड़ समाज के प्रदेश अध्यक्ष पन्ना लाल धु्रव, पूर्व सरपंच संघ अध्यक्ष उमेंद सिंह सौरी, सभापति थानेश्वर कंवर, पूर्व सरपंच व मंडल अध्यक्ष अघन सिंह ठाकुर, धु्रव गोंड़ समाज राज अध्यक्ष शिवदर्शन ध्रुव प्रमुख रुप से उपस्थित थे।
अतिथियों के हाथों शहीद वीर नारायाण सिंह के छाया चित्र पर पुजा अर्चना कर श्रद्धा सुमन पुष्प अर्पित कर 163 वीं शहादत दिवस मनाया गया। अतिथियों के द्वारा उपस्थित आदिवासी जन समुदाय के संबोधित किया गया। विशेष अतिथि लेख राज धु्रवा ने शहीद वीर नारायण सिंह के जीवनी पर प्रकाश डाला तथा उन्होंने सरापा भवन में मीटिंग बैठक व कार्यक्रम के लिए 25 नग कुर्सी देने की घोषणा की। पन्ना लाल धु्रव ने वीर नारायण सिंह को छग के प्रथम स्वतंत्रता सेनानी बताया, तो कौशल ठाकुर ने बाल्यकाल से वीर नारायाण सिंह को साहसी निर्भीक बताया तथा उन्होंने भी परिषद के सभा सम्मेलन के लिए 25 कुर्सियां देने की घोषणा की। और अघन सिंह ठाकुर ने अदम खोर शेर को मार प्रजा की जान बचाई। जिसके कारण अंग्रेजों ने वीर नाम दिया। जिसके कारण वीर नाम पड़ा। छत्तर सिंह ने कहा कि शहीद वीर नारायण सिंह सच्चे देश भक्त थे। उन्होंने प्रजा गरीब जनता को अनाज बांट कर राज धर्म निभाया।
अध्यक्षता कर रहे नीलकंठ सिंह ठाकुर ने कहा कि शहीद वीर नारायाण सिंह प्रजा पालक, गरीबों के मसीहा थे कहा।
मुख्य अतिथि जनपद अध्यक्ष तोकेश्वरी मांझी ने कहा कि शहीद वीर नारायाण सिंह जी के देश और समाज हित के त्याग और बलीदान को भुलाया नहीं जा सकता। समाज को उनसे प्रेरणा लेकर देश की सेवा भाव सीखना चाहिए। उन्होंने परिषद भवन की सौदर्यीकरण को ध्यान में रखते हुए हाल में टाईल्स लगवाने की घोषणा की।
शिक्षक शत्रुहंता ने भी 10 कुर्सी तर नागवंशी दीवान सचिव सरपंच बाबू लाल ध्रुव ने एक-एक पंखा देने की घोषणा की।
संचालन समाज शीतल धु्रव ने किया। आभार का प्रदर्शन राजा यशपेन्द्र शाह ने किया तथा उन्होंने दो टायलेट, तीन बाथरूम और छत की रिपेयरिंग करवाने की घोषणा की। इस मौके पर असन्तीन बाई सरपंच, बसंती कदर सरपंच, कुलेश्वर मरकाम, नोहर धु्रव, हेमेश्वर, पुनि ठाकुर, हेमंत धु्रव, धु्रव, गोकुल धु्रव हेमंत ठाकुर, जोहत, धर्मेन्द्र, नरेश, दीलीप ठाकुर सहित काफी संख्या में सर्व समाज के पदाधिकारी गण उपस्थित थे।