बस्तर
2 हजार से ज्यादा सैम्पल जमा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 11 जनवरी। कोरोना की लहर धीरे-धीरे वापस आती जा रही है, ऐसे में रोजाना दर्जनों लोग अपना आरटीपीसीआर टेस्ट कराने के लिए अलग-अलग जगहों पर अपना सैम्पल दे रहे हंै। सैम्पल को एकत्रित करने के बाद मेकाज के लैब पहुँच रहा है तो वहां पर सही समय पर जांच नहीं हो पा रही है, ऐसे में 2 हजार के लगभग जांच पेंडिंग में है, जिससे लोग अपने रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं। सैम्पल बस्तर संभाग के अलग-अलग जिलों से भी आये हुए हैं।
बताया जा रहा है कि कोरोना की तीसरी लहर के वापस आने की संभावना बढ़ती जा रही है, जहां मरीजों की संख्या में भी बढ़ोतरी हो रही है, समय पर रिपोर्ट नहीं मिल पाने के कारण जहां कई लोग अपने ट्रेवल्स को पूरा नहीं कर पा रहे हंै, तो कई लोग सही समय पर रिपोर्ट नहीं मिल पाने के कारण अपने घर नहीं जा पा रहे हंै। बस्तर संभाग में केवल मेकाज में ही आरटीपीसीआर रिपोर्ट दिया जा रहा है, जिसके चलते बीजापुर, नारायणपुर, सुकमा, कोंडागांव, दंतेवाड़ा, कांकेर, बस्तर के अन्य जगहों से कोरोना सैम्पल जमा किये जा रहे हैं, और रिपोर्ट के लिए उन्हें 24 घंटे का समय दिया जाता है, लेकिन सही समय पर रिपोर्ट नहीं मिल पा रही है।
मेकाज के अधिकारियों का कहना है कि लैब में स्टाफ की कमी के चलते वर्क लोड ज्यादा बढ़ गया है, ऐसे में जो बचे स्टाफ है, उन्हीं से लगातार काम कराया जा रहा है, सैम्पल ज्यादा होने के कारण समय पर रिपोटिंग नहीं हो पा रहा है।
अधिकारियों ने बताया कि मेकाज में जगदलपुर के अलावा सुकमा, बीजापुर, दंतेवाड़ा और अन्य जगहों से सैम्पल आ रहे हैं, ऐसे में मेकाज ही एक ऐसा कॉलेज है जहां आरटीपीसीआर के द्वारा कोरोना जांच किया जाता है।इस मामले में मेकाज डीन डॉ. यूएस पैकरा का कहना है कि अभी 2 हजार से ज्यादा सैम्पल पेंडिंग है, स्टाफ की कमी बनी हुई है, इन सबके बाद भी काम किया जा रहा है, जिसके चलते मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है।