बस्तर
मुख्य दरवाजा सामने से बंद, पीछे से अभी भी है काम चालू
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 14 जनवरी। शहर से 15 किमी दूर माता रुक्मणी आश्रम डिमरापाल में गुरुवार को वहां अध्ययन 2 छात्राओं के साथ ही वहां के 3 स्टाफ कोरोना पॉजिटिव पाए गए। इसके बाद भी केवल मुख्य गेट को बंद करने की बात कही गई, लेकिन गेट से लोगों का आना-जाना अभी भी लगातार जारी है। वहीं पीछे के दरवाजे से स्टाफ का आना-जाना चालू है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार अद्र्ध शासकीय माता रुक्मणी आश्रम डिमरापाल में कुछ स्टाफ व छात्राओं का स्वास्थ्य खराब होने की सूचना मिली, जिसके बाद 5 लोगों का टेस्ट भी कराया गया, जिसमें सभी की रिपोर्ट पॉजिटिव आई। सबसे बड़ी हैरानी की बात यह है कि इन 5 लोगों के अलावा किसी अन्य छात्राओं का भी टेस्ट नहीं कराया गया, वहीं कोरोना पॉजिटिव मरीजों को देखने के बाद भी केवल मुख्य गेट को बंद करने की बात कही गई, लेकिन गेट से लोगों का आना-जाना अभी भी लगातार जारी है। इन सबके अलावा अभी यह बात सामने आई है कि पीछे के दरवाजे से स्टाफ का आना जाना चालू है, साथ ही उनसे काम भी कराया जा रहा है, जबकि अन्य स्टाफ के साथ ही छात्राओं का टेस्ट करना बाकी है। पॉजिटिव छात्राओं को वहीं पर क्वॉरंटीन कर दिया गया है।
वहीं इस मामले में आश्रम संचालक पद्मश्री धर्मपाल सैनी का कहना है कि यहां 2 छात्राओं के साथ ही वहां के 3 स्टाफ कोरोना पॉजिटिव मिले हैं। पीछे के गेट को मेरे अनुमति पर ही खोला जा रहा है वो भी अधिक जरूरत पर, कल समय ज्यादा होने के कारण अन्य लोगों का टेस्ट नहीं हो पाया है, इसके अलावा आज टेस्ट कराया जाएगा, आश्रम में ज्यादा बच्चे नहीं है, केवल 10 वीं और 12वीं के बच्चे, जिनका प्रायोगिक परीक्षा होना है वहीं है। आज जिनका टेस्ट होगा, उनकी रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद उन्हें भी छोड़ दिया जाएगा।