रायगढ़
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 15 अप्रैल। घरघोड़ा के नवापारा टेंडा में फील कोल नाम के कोल वाशरी के मालिक और प्रशासनिक अधिकारियों की मिलीभगत से अवैध जनसुनवाई कराने का फैसला ले लिया गया है। फील कोल कंपनी के नए कोल वाशरी के लिए 21 अप्रैल को जन सुनवाई रखी गई है।
इस जनसुनवाई को इतना गुप्त रखा गया है कि न तो अधिसूचना का प्रकाशन कराया गया है और न ही प्रभावित ग्राम पंचायतों को इसकी सूचना दी गई है। विरोध न हो इसलिए चोरी-छिपे जनसुनवाई कराने पूरी तैयारी कर ली गई है।
औद्योगिक जिला रायगढ़ में उद्योगपति अपने प्लांट को विस्तार करने के लिए कानूनी परिभाषा को भी कचरे की टोकरी में डालने से नहीं चूक रहे हैं, किसी भी प्लांट के विस्तार या नई कंपनी के लिए पर्यावरणीय स्वीकृति की आवश्यकता होती है, जिसके लिए जनसुनवाई कराया जाता है, लेकिन कुछ ऐसे उद्योग भी हैं जो जनसुनवाई की महत्वपूर्ण औपचारिकताओं को भी ना पूरा कर अधिकारियों से मिलीभगत करके जनसुनवाई को पूरा करना चाहते हैं । मामला घरघोड़ा के नवापारा टेंडा स्थित फील कोल बेनिफिकेशन का है। इस कंपनी की गांव में कोल वाशरी पहले से है, अब एक और कोल वाशरी लगाने के लिए जनसुनवाई 21 अप्रैल को रखी गई है।
जन सुनवाई कब होना है इसके लिए एक अधिसूचना अखबारों के माध्यम से जारी की जाती है, लेकिन इस कंपनी ने न तो किसी तरह का विज्ञापन जारी किया और ना ही प्रभावित गांव में सूचना दी।