गरियाबंद
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नवापारा-राजिम, 25 अप्रैल। अखण्ड भूमण्डलाचार्य आचार्य चरण जगतगुरू श्रीमद श्रीवल्लभाचार्यजी महाप्रभुजी के 545 वां प्राकट्य महोत्सव के उपलक्ष्य में चम्पारण धाम में जगतगुरू वैष्णवाचार्य पंचम पीठाधीश्वर वल्लभाचार्यजी महाराजश्री के मंगल सानिध्य में दो दिवसीय यज्ञोत्सव श्रीमहाप्रभुजी की छट्ठी जी बैठक चंपारण में श्रीकृष्ण यज्ञ प्रात: 9 बजे से प्रारंभ हुआ।
पं. भोला महाराज, पं. गोवर्धन व्यास बीकानेर के पुजारी प्रतिष्ठाचार्य ने मंत्रोच्चारण के साथ सम्पन्न हुआ। इस अवसर पर छट्ठी मंदिर में बम्बई सोलापुर बड़ोदरा आनंद, अहमदाबाद राजकोट, सूरत, गाठियाबाद, जामनगर, रायपुर, राजिम, राजनंादगांव, दुर्ग, भिलाई, बिलासपुर, कामवन के वैष्णवजनों ने शुध्द घी से चल रहे आहुति का दर्शन किया। गादीपति छट्ठी मंदिर के वल्लभलालजी ने 1008 आहुति इस यज्ञ में अर्पण किया।
आहुति के बाद वैष्णवजनों ने भक्तिभावपूर्वक यज्ञ की आरती उतारी तथा वल्लभाधीश के जयकारों का गुंजायमान किया।
इस अवसर पर रायपुर से पधारे वीरानी परिवार, डागा परिवार का विशेष सहयोग बना रहा। सभी वैष्णवजनों के लिए भोजन, प्रसादी की व्यवस्था छट्ठी मंदिर के प्रांगण में की गई थी। उपस्थित लोगों ने प्रसाद ग्रहण किया। सभी व्यवस्था को कामवन व अन्य स्थानों से पधारे वैष्णवजनों ने सभीजनों को प्रसादी कराई।