गरियाबंद
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नवापारा-राजिम, 26 अप्रैल। प्रसिद्ध तीर्थ स्थल चम्पारण में महाप्रभु वल्लभाचार्य का प्राकट्य उत्सव धूमधाम से मनाया जा रहा है। इस वर्ष भी द्वारिकापुरी से भव्य शोभायात्रा गाजे-बाजे के साथ वन भ्रमण हेतु निकाली गई। जिसमें भक्तगण केशरीया वस्त्र धारण कर भजन-किर्तन करते हुए वन की परिक्रमा लगाकर महाप्रभु जी के प्रागट्य स्थल पर पहुंचकर भगवान जी का विशेष श्रृंगार, आरती, राजभोग आदि किया गया।
प्राकट्य स्थल में मुंबई, कांदीवाली, राजकोट, भावानगर, जुनागढ़, गांधीनगर, पोरबंदर, सूरत, अहमदाबाद, नागपुर, दुर्ग, रायपुर, जगदलपुर, राजनांदगांव सहित छग के अनेक शहरों से पहुंचे वैष्णवजनों ने वल्लभाधीश के जयकारों के साथ जन्मोत्सव का कार्यक्रम सम्पन्न हुआ। जन्मोत्सव में पहुंचे श्रद्धालुगण धर्मशाला सुदामागिरी, कदम आश्रम, वल्लभनिधी, गोपल धर्मशाला, छठी मंदिर, हवेली मंदिर सहित अन्य स्थलों पर वैष्णवजन ठहरे हुए हैं। इनके भोजन-प्रसादी की व्यवस्था महाप्रभु वल्लभाचार्य जी बैठक मंदिर जी सहित अन्य स्थानों में की गई हैं। महाप्रभु वल्लभाचार्य के पीठाधीश्वर द्वारकेश लाल के साथ श्रद्धालुओं ने भव्य शोभायात्रा में शामिल हुए। शोभायात्रा पश्चात महाप्रभु वल्लभाचार्य जी का आरती व राजभोग द्वारिकेश लाल जी महाराज द्वारा किया गया। इसके अलावा जन्मोत्सव के अवसर पर नंदोत्सव, केशर स्नान, पलना वैष्णवजनोंं ने बड़े उत्साह के साथ मनाएंगे।