बस्तर
अभाविप ने आंदोलन की दी चेतावनी, कहा - ऐतिहासिक स्कूल रहे यथावत
कलेक्टर के नाम एसडीएम को सौंपा ज्ञापन
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 9 मई। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के नेतृत्व में सोमवार को नगर पंचायत बस्तर स्थित शा उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बालक बस्तर को आत्मानन्द हिंदी मिडियम में परिवर्तन करने का विरोध किया और कलेक्टर के नाम एसडीएम को ज्ञापन सौंपा। इस दौरान कई पूर्व छात्र व वरिष्ठ नागरिक भी पहुंचे और विरोध जताया।
अभाविप के नगर मंत्री नरेंद्र सेठिया ने बताया कि नगर पंचायत बस्तर स्थित शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बस्तर को आत्मानन्द हिंदी मीडियम स्कूल में परिवर्तन का प्रस्ताव है। अभाविप आत्मानन्द हिंदी मीडियम स्कूल का स्वागत करता है, लेकिन पूर्व में संचालित स्कूल देश के आजादी के पूर्व से है, जो काफी पुराना है, एक धरोहर जैसा है, जिससे लोगों की पूर्व छात्रों की जनभावनाएं जुड़ी हैं, जिसे प्रशासन को विचार कर समाधान निकलना चाहिए। उपस्थित छात्र नेताओं ने उक्त निर्णय पर विचार करते हुई जनभावनाओं के सम्मान में कोई बीच पुन: विचार कर समाधान निकालने का निवेदन किया है।
आभाविप ने मांग नहीं मानी जाने पर छात्रों के साथ आंदोलन करने व राज्यपाल से शिकायत करने की चेतावनी दी है
ज्ञापन के दौरान अभाविप जिला संयोजक कमलेश दीवान, नगर मंत्री नरेंद्र सेठिया, हडिप्पा पटेल, बुधराम कोर्राम, गजेंद्र ध्रुव, चैतन कश्यप, पवन पारकर, आकाश मिश्रा, करन सिंह, तरुण कुमार, सौरभ मिश्रा, संतोष, बलराम बघेल, किशोर, दिनेश, देवेन्द्र ठाकुर, आकाश ठाकुर, कमलेश बिसाई, मनीष, सदा कश्यप, लोकेश, देवेन्द्र नाग, रनसु, चंद्रकांत, गोविंदा सेठिया, लक्ष्मण कश्यप समेत सैकड़ों छात्र उपस्थित रहे।
नगर के वरिष्ठ नागरिक व जनप्रतिनिधि भी पहुंचे
नगर पंचायत बस्तर के कई वरिष्ठ नागरिक व जनप्रतिनिधियों ने भी इस मामले में बीच का हल निकालने व स्कूल के अस्तित्व को बचाने प्रशासन से अपील की, जिसमें नरेंद्र जोशी, रामानन्द मिश्रा, शालिनी सेमसन, जगजीवन कश्यप, उदबोराम नाग, राजेश सेमसन ,धर्मदास, शिरीष विश्वकर्मा, चंदन झा उपस्थित थे।