रायगढ़
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 14 जून। रायगढ़ जिले के पुसौर ब्लॉक अंतर्गत आने वाले तेतला सोसायटी से क्षेत्र के किसानों को समय पर खाद यूरिया और डीएपी नहीं मिल पाने से क्षेत्र के किसानों को खरीफ फसल की चिंता सताने लगी है। क्षेत्र के कुछ किसानों का आरोप है कि प्रभारी सोसायटी संचालक की कार्यशैली से किसानों को आने वाले दिनों में और अधिक परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। यहां के सोसायटी में खाद आपूर्ति की समस्या लगातार बनी हुई है। जिससे क्षेत्र के किसान हलाकान है।
इस संबंध में मिली जानकारी के अनुसार पुसौर ब्लॉक के तेतला सोसायटी से क्षेत्र के 6 गांव के किसानों को फसल में उपयोग होने वाले बीज खाद का वितरण किया जाता है। इस सोसायटी के संचालक के अस्वस्थ्य होने के बाद से यहां का जिम्मा जनवरी माह से किसी और को दे दिया गया है।
गांव के किसानों ने प्रभारी सोसायटी संचालक पर आरोप लगाते हुए बताया कि खरीफ फसल के लिए उपयोग होने वाले डीएपी यूरिया और खाद अवतरण के एक दो बार नहीं कई बार सोसायटी के चक्कर लगाने के बावजूद आज तक उन्हें सोसायटी से वापस भेज दिया जाता है।
क्षेत्र के किसानों का यह भी आरोप है कि प्रभारी सोसायटी संचालक की मनमानी के कारण उन्हें खाद उपलब्ध नहीं हो पा रहा है। किसानों का आरोप है कि इन प्रभारी संचालक के द्वारा अपने चहेतो को ही खाद उपलब्ध कराया जा रहा है और बाकी बचे किसानों के साथ सौतला व्यवहार किया जा रहा है जिससे खरीफ फसल में समय पर खाद उपलब्ध नहीं हो पाने की स्थिति में फसल नुकसान का डर सताने लगा है। संबंधित विभागीय अधिकारियों को इस गंभीर मामले को संज्ञान में लेते हुए तत्काल इस दिशा में कार्रवाई करने की आवश्यकता है।
मामले में प्रभारी संचालक से बात की तो उनका कहना था कि हमारे सोसायटी में खाद की कमी है, जिसके चलते क्षेत्र के किसान जब यहां पहुंचते हैं, उन्हें यहां से बेरंग लौटना पड़ता है। जबकि हमारे द्वारा पूर्ण रूप से कोशिश की जाती है कि किसी भी किसान को यहां से खाली हाथ लौटाया नहीं जाए।