राजनांदगांव
मुख्यमंत्री स्वावलंबन योजना में भ्रष्टाचार के विरोध में छोड़ी पार्टी
राजनांदगांव, 20 जून। मुख्यमंत्री स्वावलंबन योजना के तहत छुरिया नगर पंचायत में हुए कथित भ्रष्टाचार के खिलाफ मुखर होकर कांग्रेस के पार्षद राधेश्याम ठाकुर ने पार्टी से ही इस्तीफा दे दिया। उनके इस कदम से छुरिया की राजनीति गरमा गई है।
इस्तीफा देने के बाद ठाकुर ने योजना की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है। उनका कहना है कि जरूरतमंद लोगों को दुकानें आबंटित करने के बजाय भाजपा और कांग्रेस पार्षदों ने आपस में ही घालमेल किया है। पूरे मामले को लेकर उन्होंने एक तरह से सत्तारूढ़ कांग्रेस की अध्यक्ष राजकुमारी सिन्हा के खिलाफ आवाज उठाई है। इस संबंध में श्री ठाकुर ने ‘छत्तीसगढ़’ से चर्चा करते कहा कि वर्तमान में छुरिया नगर पंचायत की साख आम लोगों के बीच खराब हो गई है। उन्होंने कहा कि उनका इस्तीफा देने का निर्णय मुख्यमंत्री स्वावलंबन योजना में हुए भ्रष्टाचार के खिलाफ है। उन्होंने कहा कि इस मामले को लेकर वह आगे भी लड़ाई करेंगे। इधर ब्लॉक कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष रितेश जैन को इस्तीफे का पत्र प्रेषित करते श्री ठाकुर ने अपने निर्णय के संबंध में कहा है कि कांग्रेस पार्टी का निष्ठावान कार्यकर्ता होने के बावजूद उन्हें उपेक्षित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि छुरिया में मुख्यमंत्री स्वावलंबन योजना से बनी दुकानों में जरूरतमंदों को नजर अंदाज कर कांग्रेस-भाजपा ने सांठगांठ कर दुकानें हड़प ली है। जिसकी जांच होनी चाहिए। इस बीच ठाकुर के इस्तीफे की खबर के बाद से ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष जैन और नपं अध्यक्ष श्रीमती सिन्हा की मौजूदगी में बैठक भी हुई। जिसमें उन्हें फैसले पर विचार करने का आग्रह किया गया। ठाकुर का इरादा फिलहाल इस्तीफा वापस लेने का नहीं है। ऐसे में आने वाले दिनों में छुरिया की सियासत आपसी टकराव में बदल सकती है।