राजनांदगांव
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 21 जून। प्रशिक्षण उपरांत नवआरक्षक से आरक्षक बने जवानों से एसपी संतोष सिंह रूबरू होते हुए अपराध नियंत्रण, नक्सल गतिविधि, कानून व्यवस्था, वीआईपी ड्यूटी एवं अनुशासित रहने के टिप्स दिए।
एसपी संतोष सिंह गत् 20 जून को रक्षित केंद्र राजनंादगांव में पीटीएस से बेसिक प्रशिक्षण उपरांत वापस लौटे नवआरक्षक से आरक्षक बने जवानों से रूबरू होकर उन्हें आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। जिनमें अपराध नियंत्रण, नक्सल गतिविधि, कानून व्यवस्था, व्हीआईपी डयूटी एवं अपराधों पर अंकुश लगाने के संबंध में ब्रीफ किया गया। पुलिस अधीक्षक द्वारा जवानों को अपना कर्तव्य पालन अनुशासन में रहकर करने हेतु हिदायत दी गई। अपने से वरिष्ठ अधिकारियों का सम्मान करने एवं आदेशों का पालन करने कहा गया। अपने ड्यूटी के दौरान आरक्षक समाज के हर वर्ग के लोगों से मिलता है। पुलिस को कर्तव्यपालन के दौरान सभी व्यक्तिओ के साथ विनम्रतापूर्वक सदव्यवहार करना चाहिए। ड्यूटी के दौरान वृद्धों, महिलाओं, बच्चों, असहाय व्यक्तियों की उचित सहायता करना। साथ ही बदमाशों तथा अपराधियों के साथ सख्ती से पेश आना चाहिए।
ड्यूटी के दौरान कर्तव्य पालन करते समय असभ्य भाषा का प्रयोग नहीं करना चाहिए। साथ ही ऐसा कोई भी कार्य नहीं करना चाहिए। जिससे पुलिस की छवि धूमिल हो। कर्तव्य को सर्वोपरि समझते सभी पुलिस कर्मी को अपने कर्तव्यों का पालन करना चाहिए। पुलिस अधीक्षक द्वारा जिले में चलाए जा रहे नारकोटिक्स/ड्रग्स व अवैध नशा के खिलाफ चलाए जा रहे मुहिम निजात के बारे में भी जवानों को बताया गया नशे से जीवन पर पडऩे वाले बुरे प्रभाव जैसे आर्थिक हानि होती है और यह एक समाजिक कलंक है। साथ ही नशा व्यक्ति को खोखला कर देता है। इस प्रकार उन्हें नशा से होने वाले दुष्प्रभाव से अवगत कराया गया और नशामुक्ति के इस अभियान में सहभागी बनने हेतु प्रेरित किया गया। सभी से पुलिस की बेहतर छवि बनाने हेतु अथक प्रयास करने और सभी प्रशिक्षण उपरांत आमद दिए आरक्षकों की उज्जवल भविष्य की कामना की। साथ ही आरक्षकों ने पुलिस अधीक्षक को विश्वस्त किए की बेहतर पुलिसिंग कर सभी की उम्मीदों पर खरा उतरेंगे।