रायपुर
करोड़ की वसूली कर चुके थे
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 17 सितंबर। 40 करोड़ से अधिक की ठगी करने वाले पिता पुत्र और एक अन्य आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार किया। इनमें से एक को देहरादून उत्तराखंड से पकड़ा गया। एस.एम.शॉप फर्म के मालिक/संचालक पिता, पुत्र ने राजेश अग्रवाल से करोड़ो रूपये की ठगी की थी। इन्होंने ने राजेश की फर्म से कुल 520 मीट्रिक टन सरिया क्रय कर 3.70 करोड़ का भुगतान नहीं किया था। इनके के विरूद्ध थाना आजाद चौक में ठगी के कुल 05 प्रकरण दर्ज है । जो ठगी के बाद से लगातार फरार चल रहे थे।
इसी तरह स्वप्निल मित्तल एवं सुरेश कुमार मित्तल को देहरादून (उत्तराखण्ड) से पकड़ा गया।स्वप्निल मित्तल अलग-अलग राज्यों के अलग- अलग शहरो में छिपकर फरारी काट रहा था । इनके पास से मोबाईल फोन एवं स्विफ्ट कार जब्त किया गया है। अब तक मिली जानकारी अनुसार आरोपियों ने लगभग 40-50 करोड़ रूपये की ठगी की है। शुक्रवार शाम एसएसपी प्रशांत अग्रवाल ने सभी आरोपियों को मीडिया के सामने पेश कर प्रकरणों का खुलासा किया।
एसएसपी के अनुसार राजेश अग्रवाल ने थाना आजाद चौक में रिपोर्ट दर्ज कराया कि वह मेसर्स छत्तीसगढ स्टील ट्रेडर्स में भागीदार है एवं लोहे का ट्रेडिंग करता है। आर्डर मिलने पर फैक्ट्री से माल खरीद कर बेचने तथा फैक्ट्री को पेमेंट करने की पूरी जिम्मेदारी राजेश के कम्पनी की रहती है। उसके प्र एस.एम.शॉप के मालिक/संचालक स्वप्निल मित्तल से व्यवसायिक संबंध थे। स्वप्निल मित्तल ने बीते 3 मई को राजेश को अपने समता कॉलोनी स्थित कार्यालय में बुलाकर 200 मीट्रिक टन सरिया खरीदने के संबंध में सौदा पक्का किया। सौदे में सरिया का मूल्य और भुगतान की समयावधि तय की गई थी, जिसके अनुसार सरिया की कीमत 1.45 करोड़ पैतालीस लाख रूपए थी जिसका भुगतान 30 दिनों के भीतर करना तय किया गया था। इसी दौरान स्वप्निल मित्तल ने पुन: 5 मई को 200 मीट्रिक टन सरिया कीमत 1.41करोड़ रूपए एवं 9 मई को 120 टन सरिया कीमत 85 लाख रूपए की मांग की। ईस पर राजेश की कम्पनी ने उसे सरिया दिया। इसके बाद राजेश की कम्पनी ने नौ मई को स्वप्निल मित्तल एवं उसके फर्म को बेचे गये 520 टन सरिया कुल कीमत 3.70 करोड पेमेंट मांगा। लेकिन स्वप्निल मित्तल ने आज तक भुगतान नहीं किया गया एवं फरार हो गया। इस पर राजेश की रिपोर्ट पर स्वप्निल मित्तल के विरूद्ध थाना आजाद चौक में धारा 420, 120बी भादवि. का अपराध पंजीबद्ध किया गया।
पुलिस ने स्वप्निल के छिपने के हर संभावित ठिकानों की जानकारी एकत्र कर गिरफ्तारी के लिए पूर्व में भी टीमें नागपुर, उड़ीसा व छत्तीसगढ़ के अन्य जिलों में भेजी गई। चूंकि आरोपी स्वप्निल मित्तल पुलिस टीम को गुमराह करने बार-बार अपना ठिकाना बदलता था।इसी दौरान पुलिस की टीम राजस्थान एवं उत्तराखण्ड भेजा गया। आरोपी को देहरादून में चिन्हांकित स्वप्निल मित्तल को देहरादून स्थित एक धर्मशाला से पकड़ा गया, जो अपने पिता सुरेश कुमार मित्तल के साथ छिपा था। दोनों ने पूछताछ में ठगी करना स्वीकार किया।