रायपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कुम्हारी, 18 सितंबर। प्रसूता नेा सामुदायिक स्वस्थ्य केंद्र कुम्हारी के डॉक्टरों पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए दुर्ग कलेक्टर के नाम नायब तहसीलदार कुंदन शर्मा को ज्ञापन सौंपा।
प्रसूता के परिजनों ने बताया कि वर्षा मानिकपुरी पति कौशल मानिकपुरी को 15 सितंबर को प्रसव पीड़ा होने के बाद नजदीकी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कुम्हारी में सुबह करीब 7.30 बजे प्रसव के लिए भर्ती कराया गया। लेकिन स्वास्थ्य केंद्र में डॉक्टरों की कमी व स्टाफ के द्वारा सही उपचार नही करने के कारण व प्रसूता महिला की हालात नाजुक होने के कारण उन्हें स्थानीय निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। नार्मल प्रसव के दौरान उन्हें लडक़ी हुई जो मृत पैदा हुई ।
इस बात को लेकर पीडि़त के परिजन मोहल्ले वालों के साथ स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे और नाराजगी जताई। समझाइश के बाद उन्हें वापस भेज दिया गया लेकिन दूसरे दिन शुक्रवार को बड़ी संख्या में पुन: लोग अस्पताल पहुंचे और डॉक्टरों पर कार्यवाही की जि़द करने लगे मामले की गंभीरता को देखते हुए तहसीलदार ने ज्ञापन लेते हुए जांच का आश्वासन दिया तब जाकर लोग शांत हुए।
अभय शर्मा नायब तहसीलदार अहिवारा का कहना है-प्रसूता के परिजनों द्वारा आरोप लगाया गया है कि ईलाज में लापरवाही बरती गई। इस बात को लेकर परिजनों द्वारा एक लिखित आवेदन कलेक्टर के नाम से मुझे सौपा गया हमने संज्ञान में लेकर विषय पर जांच का आश्वासन दिया है।
डॉ. टी मिश्रा प्रभारी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कुम्हारी ने कहा- स्थानीय स्वास्थ्य केंद्र में एक दिन गुरुवार को ही एनेस्थेटिक आती हैं शेष दिनों में वे धमधा और सुपेला में अपनी सेवाएं देते इस वजह से काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। चाहकर भी ऑपरेशन नही किया जा सकता।
डॉ. अनुपमा कंवर (गायनोलॉजिस्ट)-भर्ती के वक्त प्रसूता की हालत बिल्कुल ठीक थी बच्चा भी ठीक था इसलिए हमने नार्मल डिलीवरी के लिए इंतजार किया लेकिन जब ऐसा लगा कि हालत स्थिर है तब हमने परिजनों को जिला अस्पताल जाने की सलाह दी तो वे प्रसूता को लेकर निजी अस्पताल चले गए।