रायपुर
तीन सौ ट्रक-टैंकर के पहिए लखौली में थमें
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 20 सितंबर। भारत पेट्रोलियम कारपोरेशन लिमिटेड ( बीपीसीएल )के परिवहनकर्ता ट्रांसपोर्टर हड़ताल पर चले गए हैं। इस हड़ताल में 28 ट्रांसपोर्टर शामिल हैं। इन्होंने अपने डीजल, पेट्रोल के करीब 300 टैंकर लखौली मंदिर हसौद डिपो के सामने खड़ा कर दिया है। इसके चलते दंतेवाड़ा से वाड्रफनगर तक यानी पूरे प्रदेश में बीपीसीएल के पंपों में फ्यूल का संकट उत्पन्न हो गया है।
इसकी वजह से 250 पेट्रोल टैंकरों के पहिये थम गए। इससे आने वाले दिनों में पेट्रोल, डीजल की किल्लत और बढ़ सकत है। बीपीसीएल ने इस ट्रांसपोर्टिंग की दरों में 35- 40त्न कटौती कर टेंडर जारी किया है। कंपनी ने हर पांच साल के लिए एक दर पर टेंडर करती हैं।2017-22 के लिए कंपनी ने 3.65 रू प्रति किलो मीटर के तहत टेंडर किया था। किंतु इन पांच वर्षों में पेट्रोल डीजल के बेतहाशा बढ़ी दरों से इन ट्रांसपोर्टर पर बोझ बढ़ा। उसकी भरपाई कंपनी ने नहीं की उस पर 2022-27 के लिए 2.72 रूपए की दर से टेंडर जारी किया है। जो और भी नुक़सान दायक है। टैंकर ट्रांसपोर्टिंग के कारोबार में छत्तीसगढ़ मूल के 900 ड्राइवर, कंडक्टर और मैनेजर काम करते हैं। इतने कम रेट पर सबका नुकसान होगा।
ट्रांसपोर्टर एसोसिएशन के अध्यक्ष ओमप्रकाश गुप्ता ने ‘छत्तीसगढ़’ से कहा कि हमारी मांग है कि कंपनी 10 फीसदी बढ़ाकर री- टेंडर करें। क्योंकि अगले पांच साल में पेट्रोल डीजल की दरों में भी वृद्धि होती रहेगी। इस पर कंपनी सहमत नहीं हैं इसलिए हड़ताल करने मजबूर हैं। दूसरी उन्होंने कहा कि कंपनी प्रबंधन ने दूसरे राज्यों से ट्रांसपोर्टर बुला कर टेंडर देने की धमकियां दे रही है। हम भी देखेंगे कैसे बाहरी ट्रांसपोर्टर्स लाए जाते हैं, क्योंकि यह दरें उनके लिए भी ओर ज्यादा नुकसानदायक है।
इस संबंध में छत्तीसगढ़ ने कंपनी के टेटरी मैनजर श्री पांचाल से संपर्क करने का प्रयास किया किंतु वे फोन पर नो रिप्लाई मोड में रहे।