गरियाबंद
हसदेव में पेड़ों की कटाई के विरोध में आप का प्रदर्शन
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नवापारा-राजिम, 3 अक्टूबर। हसदेव क्षेत्र में परसा ईस्ट केते बासेन खदान के विस्तार के लिए भारी संख्या में पेड़ों की कटाई की जा रही है, जिसके विरोध में आप नेताओं ने मोर्चा खोल लिया है। पेड़ कटाई के विरोध में आप कार्यकर्ताओं ने विशाल धरना व जंगी प्रदर्शन करते हुए राष्ट्रपति के नाम राज्यपाल अनुसुईया उइके को ज्ञापन सौंपा।
यह धरना प्रदर्शन छत्तीसगढ़ प्रदेश अध्यक्ष कोमल हुपेंडी के नेतृत्व में सम्पन्न हुआ। जिसमें प्रदेश संगठन प्रभारी भानू चंद्रा, प्रदेश सचिव उत्तम जायसवाल, संगठन सचिव सुरज उपाध्याय, कोषाध्यक्ष जसवीर सिंह, युथ विंग प्रदेश अध्यक्ष तेजेन्द्र तोडेंकर, अभनपुर विधानसभा अध्यक्ष मोहन चक्रधारी, उपाध्यक्ष संजय विश्वकर्मा, संगठन मंत्री टीकमचंद साहू, महिला विंग अध्यक्ष शकुंतला मांडले, युवा अध्यक्ष राज यादव, खोमेश सिन्हा, कोषाध्यक्ष तुलसी साहू, मस्तराम साहू, भोलू कहार के अलावा नवापारा, राजिम अभनपुर सहित क्षेत्र के सैकड़ों कार्यकर्ता शामिल हुए।
इस अवसर पर आप प्रदेश अध्यक्ष कोमल हुपेंडी ने कहा कि भूपेश बघेल प्रदेश की जनता के साथ छलावा कर रहे हैं। सत्ता पाने के लिए लालायित कांग्रेस ने छत्तीसगढ़ कि जनता से वादा किया था कि अगर कांग्रेस की सरकार आई तो हसदेव अरण्य को नहीं कटने नही देंगें पर आज भूपेश बघेल उद्योगपति अडानी को फायदा पहुँचाने की खातिर इतने विरोध के बावजूद 27 व 28 सितंबर को पुलिस के बल पर पेड़ों की कटाई करवा रहें हैं। अब तक लगभग 12 हजार पेड़ो की कटाई हो चुकी है जो कि बेहद गंभीर है।
कोमल हुपेंडी ने बताया कि ज्ञापन सौंपने के दौरान राज्यपाल दौरे पर बाहर थी व हमे आश्वासन दिया गया है कि जल्द ही राज्यपाल महोदय से मुलाकात का समय दिया जाएगा एवं साथ ही कहा गया है कि राज्यपाल के कार्यालय से सोमवार तक पत्र जारी कर हसदेव में पेड़ो की कटाई पर रोक लगाई जाने प्रदेश सरकार को कहा जायेगा।
अभनपुर विधानसभा अध्यक्ष मोहन चक्रधारी ने कांग्रेस को पेड़ों की कटाई के लिए जिम्मेदार बताते हुए मंत्री टीएस सिंहदेव पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि पहली गोली मुझे लगेगी, का बयान जारी करने वाले टीएस सिंहदेव क्यों नदारद हैं? श्री चक्रधारी ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा आदिवासियों की भावनाओं से खिलवाड़ किया जा रहा है। हसदेव अरण्य को लेकर पूरा देश विचलित है, वैश्विक स्तर पर भी इसका विरोध हो रहा है। आप नेताओं ने कहा कि भाजपा-कांग्रेस दोनों पार्टी आदिवासी हितैषी होने का सिर्फ दिखावा करते हैं, क्योंकि सच्चाई ये है की इतना बड़ा जंगल जब कटेगा, तो इस जंगल पर आश्रित जो आदिवासी हैं, उनकी पूरी जिंदगी तहस नहस हो जायेगी।
आप कार्यकर्ताओं ने राज्यपाल को ज्ञापन देकर निवेदन किया है कि वे आदिवासियों के हित में, जंगल के हित में, मासूम जानवरों के हित में, मनुष्य जाति के हित में निर्णय लेते हुए, हसदेव जंगल को कटने पर रोक लगाए।