गरियाबंद
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजिम, 3 अक्टूबर। धर्म नगरी राजिम के धार्मिक, साहित्यिक, समाजिक एवं सांस्कृतिक, समाजसेवी संस्था नवचेतना युवा मंच के जागरुक युवा सदस्यों ने नगर में स्थापित विभिन्न दुर्गोत्सव समितियों के पंडालों में जाकर समितियों के सदस्यों से अपील किया एवं नशामुक्त नवरात्र व दुर्गा विसर्जन का संकल्प लेकर शांतिपूर्वक, नशामुक्त विसर्जन रैली हेतु एक अपील पत्र के द्वारा अपील किया कि हमारे धार्मिक नगरी राजिम की गरिमानुरुप विसर्जन का कार्यक्रम संपन्न कराएंगे ।
मंच के संस्थापक तथा शिक्षक सागर शर्मा ने बताया कि नशामुक्त समाज, नगर व राज्य का संकल्प लेकर मंच अपना समय-समय पर ऐसे अभियान का आयोजन करते आ रही है। इसी के अंतर्गत वर्तमान में नशामुक्त नवरात्र व प्रतिमा विसर्जन अभियान मंच के ऊर्जावान साथी सदस्य जीत्तू यादव के नेतृत्व में चलाया जा रहा है। इस अवसर पर नवचेतना युवा मंच, राजिम के संस्थापक सागर शर्मा ने आह्वान करते हुए सभी समाज, दुर्गा समितियों और युवाओं से कहा कि माँ दुर्गा का यह पर्व सर्व समाज के लिए अत्यंत गौरवशाली है, जो हमारी महान संस्कृति का परिचायक है। यह पर्व हमें शक्ति की भक्ति सिखाता है। साथ ही विजयादशमी का पर्व बुराइयों पर अच्छाइयों के विजय का प्रतीक है। मंच ने अपने अपील में कहा कि पिछले कुछ वर्षों से इन पर्वों में बुराइयों का दबे पाँव प्रवेश हो गया, जिसके चलते प्रतिमा विसर्जन आदि में नशापान, शोरगुल, फुहड़ नाच-गाने का प्रचलन शुरू हो गया है, जो हमारी धार्मिक एवं सामाजिक संस्कृति का सरासर अपमान है। राजिम, छत्तीसगढ़ का प्रयागराज है। प्राचीन पवित्र पर्वों में आई उपर्युक्त विकृतियों को दूर करने के लिए सभी से चिंतन के साथ ही सहयोग एवं पहल की अपेक्षा की जा रही है, जिससे हमारे धार्मिक पर्वो को व्यसन मुक्त बनाया जा सके।