बस्तर
देर रात सडक़ पर बैठ किया विरोध
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 7 दिसंबर। दो दिवसीय संभाग स्तरीय छत्तीसगढिय़ा ओलंपिक के लिए बस्तर संभाग से अलग अलग खिलाडिय़ों को जगदलपुर बुलवाया गया था, लेकिन मंगलवार की देर रात कच्चा खाना को लेकर खिलाडिय़ों ने चक्काजाम करते हुए नारेबाजी करना शुरू कर दिया, वहीं इस खेल में शामिल होने आई महिलाओं ने भी अपना दर्द बयां करते हुए सही व्यवस्था नहीं मिलने की बात कही। इसकी सूचना मिलने पर पूर्व विधायक से लेकर भाजयुमो जिलाध्यक्ष, थाना प्रभारी आदि मौके पर पहुंचे।
मामले के बारे में जानकारी देते हुए खिलाडिय़ों ने बताया कि बस्तर संभाग के अलग-अलग जगहों से सुबह से निकले थे, जहां जगदलपुर के लालबाग में होने वाले छत्तीसगढ़ी ओलंपिक के लिए बुलाया गया था, लेकिन यहां आने के बाद पूरी व्यवस्था पूरी तरह से चरमराई हुई थी। खाने के लिए जो चावल दिया गया था, वह पूरी तरह से कच्चा था, साथ ही दाल की जगह पानी ही पानी था, सब्जी भी पूरी तरह से कच्चा था, जिसका खिलाडिय़ों ने विरोध करना शुरू करते हुए सडक़ पर आ पहुंचे, वहीं खिलाडिय़ों के लिए खाना की व्यवस्था संभालने वाले भी यही व्यवस्था होने की बात कही, जिसके बाद खिलाडिय़ों ने भूखे पेट हाई स्कूल मार्ग पर सडक़ पर आ पहुंचे और नारेबाजी करते हुए सडक़ पर ही बैठ गए।
मामले की जानकारी लगते ही पूर्व विधायक संतोष बाफना, जिलाध्यक्ष अविनाश श्रीवास्तव, अमर नाथ के साथ ही कोतवाली थाना प्रभारी एमन साहू भी देर रात स्कूल पहुंचे, जहां व्यवस्था को देखने के बाद माहौल को शांत कराने में जुट गए, वहीं भाजपा नेताओं ने जब खाने को देखा तो वह भी कच्चा था, खिलाडिय़ों ने खाने का विरोध करते हुए उसे फेंक दिया था।
पूर्व विधायक संतोष बाफना ने खिलाडिय़ों के साथ ऐसे लापरवाही को बर्दास्त नहीं करने की बात कही। इसके अलावा खिलाडिय़ों के लिए खाने की व्यवस्था भी किया गया। वहीं महिलाओं का कहना था कि व्यवस्था इस प्रकार से थी कि खाने-पीने का सामान भी अपने पैसे से ही खरीदकर खाया गया, देर रात तक चले इस बवाल के बाद आखिरकार खिलाडिय़ों को पास के होटल में देर रात ले जाया गया, जहां उन्हें भोजन की व्यवस्था कराई गई।
इस मामले में जिलाध्यक्ष अविनाश श्रीवास्तव ने कहा कि कांग्रेस सरकार जब इन खिलाडिय़ों को दो वक्त का खाना नहीं दे सकती तो ऐसे खेल आयोजन कर बच्चों को भूखे ना मारे। खिलाडिय़ों को भूख के वजह से देर रात कांग्रेस सरकार मुर्दाबाद नारो के साथ विरोध प्रदर्शन करना पड़ गया। यह घटना बेहद ही निंदनीय है। इस कृत्य का जो भी अधिकारी दोषी होगा उस पर तत्काल कार्रवाई की जाए। वरना भारतीय जनता युवा मोर्चा कांग्रेस सरकार और सम्बंधित विभाग के अधिकारियों के खिलाफ उग्र आंदोलन को बाध्य होगी।
इस मामले में खेल अधिकारी राजेंद्र डुकाते का कहना है कि 4 जिलों के खिलाडिय़ों के खाने के लिए उन्हीं के जिलों के लोगों को जवाबदारी दिया गया था, लेकिन यहां किसी एक वेंडर ने सभी का खाना एक साथ व्यवस्था करने की बात कही, जिसके बाद खिलाडिय़ों को सही रूप से खाना नहीं मिल पाया, और हंगामा हुआ। इस आयोजन के बाद खिलाडिय़ों को कच्चा खाना व उन्हें हुई अव्यवस्थाओं को लेकर कार्रवाई की जाएगी।