रायगढ़

कोलकाता से अंतरराज्यीय साइबर ठगी गिरोह का मुख्य सरगना समेत 5 गिरफ्तार
04-Jan-2023 7:19 PM
कोलकाता से अंतरराज्यीय साइबर ठगी गिरोह का मुख्य सरगना समेत 5 गिरफ्तार

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

रायगढ़, 4 जनवरी। देश के कई हिस्सों में टावर लगाने के नाम व बैंक के काम करने के नाम पर ऑनलाइन ठगी करने वाले अन्तरर्राज्यीय गिरोह के मुख्य सरगना सहित पांच लोगों को रायगढ़ पुलिस ने साइबर सेल की मदद से पश्चिम बंगाल के कोलकाता से गिरफ्तार किया है।

बताया जा रहा है कि मुख्य आरोपी ग्राफिक्स डिजाइनर है, इसी वजह से फर्जी आधार कार्ड व अन्य दस्तावेज बनाने में वह माहिर है। पुलिस ने पूर्व में इस गिरोह के 22 सदस्यों को गिरफ्तार कर रायगढ लाया गया था, जिसमें 14 युवतियां व 8 युवक शामिल थे। फर्जी कॉल सेंटर चला कर पति-पत्नी देश के अलग-अलग राज्यों में ठगी का काम कर रहे थे। इस तरह पूरे गिरोह का पर्दाफाश करने में पुलिस को सफलता मिली है। इससे पहले पुलिस टीम लगातार झारखंड, बिहार सहित अन्य प्रदेश में भी इनके नेटवर्क पर नजर रख रही थी।

रायगढ़ जिले के पुसौर थाना क्षेत्र में टावर लगाने के नाम पर एक किसान से ऑनलाइन ठगी करने का मामला सामने आया था। जब पुलिस ने मामले की जांच शुरू की जांच के दौरान सायबर सेल को जानकारी मिली कि कोलकाता में एक कॉल सेंटर से इस तरह ठगी का कारोबार हो रहा है।

पुलिस की टीम ने झारखंड के जामताड़ा सहित कई जगहों के हर फर्जीवाड़े के नेटवर्क पर नजर रखने के बाद पश्चिम बंगाल  कोलकाता के दमदम हवाई अड्डे से लगे इलाके  में दबिश देकर इस गिरोह के संचालित बड़े फर्जी कॉल सेंटर से शुरुवात में 8 युवकों को गिरफ्तार किया गया था, वहीं एक सप्ताह बाद 14 युवतियां जो इस गिरोह के कॉल सेंटर में काम करती थी उन्हें भी  गिरफ्तार किया गया था। लगातार जांच के बाद गिरोह का  मास्टर माइंड मुख्य सरगना वरुण सिंह व उसकी पत्नी सलोनी जो पूरे गिरोह को संचालित कर रहे थे वे फरार थे। इनके साथ तीन अन्य लोग भी फरार थे।

पुलिस ने मुख्य सरगना को गिरफ्तार करने लगातार नजर रख रही थी और आरोपियों की बेटी के स्कूल पर नजर रखी गयी जिससे आरोपी वरुण उसकी पत्नी सलोनी व दो अन्य लोग को गिरफ्तार करने में कामयाबी मिली। पुलिस ने मुख्य सरगना वरुण सिंह उसकी पत्नी सलोनी व वरुण का भाई रजनीश एवं उसकी पत्नी मधु सहित एक अन्य सहयोगी असीमा रॉय को गिरफ्तार कर रायगढ़ लाया गया है।

रायगढ़ एसपी अभिषेक मीना ने बताया कि मुख्य सरगना वरुण सिंह पूर्व में एक फर्जी कंपनी में ही ग्राफिक्स डिजाइनर का काम करता था उसके बाद उसमें खुद का काम शुरू किया और कोलकाता में फर्जी कॉल सेंटर संचालित करते हुए ऑनलाइन ठगी के कारोबार में करोड़ो रुपय कमाये है। छत्तीसगढ़ के कई जिलों सहित मध्यप्रदेश में भी इस गिरोह खिलाफ ठगी के कई मामले दर्ज है सभी की पतासाजी कर उन मामलों में भी आरोपियों की गिरफ्तारी कराई जावेगी। आरोपियों के पास से मोबाइल व लेपटॉप जब्त किया गया है। उन्होंने बताया कि  इन आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद पूरे गिरोह का खत्म कर दिया गया है। वहीं 9 तारीख तक सभी आरोपियों को रिमांड पर पूछताछ के लिए लिया गया है।

रायगढ़ जिले की पुलिस की साइबर सेल की टीम ने इस गिरोह को पकडऩे के लिए झारखंड के जामताड़ा से लेकर देश के कई हिस्सों में होने वाली ऑनलाइन ठगी का नेटवर्क खंगालने के बाद  पहली बार सरगना सहित उसकी टीम को गिरिफ्ता करने में सफलता पाई है। अब पुलिस इनके होल्ड किये गए बैंक अकाउंट को जांच में लिया है जिसमें और भी तार जुड़ेंगे।

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