बस्तर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 4 जनवरी। ‘छत्तीसगढ़’ अखबार में 18 दिसम्बर को खबर प्रकाशित किया था कि नगर सहित ग्रामीण क्षेत्रों में कई जगह मेडिकल स्टोर्स बिना फार्मासिस्ट के ही संचालित हो रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग को इसकी जानकारी है, बावजूद इसके भी किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं कर रही है, कहने को तो मेडिकल स्टोर्स के संचालन के लिए डिग्री, डिप्लोमा, सर्टिफिकेट के आधार पर लाइसेंस जारी किए जाते हैं, लेकिन हकीकत इससे परे है।
नगर व ग्रामीण क्षेत्र के कुछ मेडिकल व्यवसायी नियमों को ताक में रखते हुए मेडिकल का संचालन कर रहे हैं। बिना फार्मासिस्ट व जरूरी दस्तावेज के मेडिकल दुकान का व्यवसाय किया जा रहा है। इन मेडिकल स्टोर्स के खिलाफ न तो ड्रग इंस्पेक्टर कोई कार्रवाई कर रहे है ना ही स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी। ऐसा ही एक मामला लोहडीगुड़ा ब्लॉक के बढ़ाजी में घनाराम साहू मेडिकल स्टोर में बिना फर्मासिस्ट के ही मेडिकल का संचालन किया जा रहा है, साथ ही मेडिकल के आड़ मे अवैध क्लिनिक का संचालन कर लोगों का इलाज किया जा रहा है कि खबर प्रकाशित होने के बाद भी आज दो हफ्ते से ज्यादा का समय बीत गया है, लेकिन अब तक किसी भी प्रकार की कार्रवाई जिम्मेदार अधिकारी द्वारा देखने को नहीं मिली है।
सूत्र बताते हैं कि खबर प्रकाशित होने के बाद भी लगातार घनाराम साहू के द्वारा लोगों का इलाज जारी है।
इस पूरे मामले में सहायक औषधि नियंत्रक हेमंत श्रीवास्तव खाद्य एवं औषधि प्रशासन बस्तर का कहना है कि जैसा कि मैंने आपको पहले ही बताया है कि हमारी अर्धशासकीय प्रक्रिया है, जिसमें समय लगता है, चुकी अभी विधानसभा का सत्र चल रहा हैं जैसे ही समय मिलता है कार्रवाई करेंगे।
इस मामले में सीएमएचओ श्री चतुर्वेदी का कहना है कि मैं इस मामले को दिखाता हूं, और नोडल को कार्रवाई के लिए बोलता हूं।