बस्तर
बस्तर की बोडंकी और ईच्छाबती को मिला पक्का मकान, सरकार का धन्यवाद
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 18 जनवरी। प्रधानमंत्री आवास योजना कई परिवारों की खुशियों की वजह बन रही है। इन परिवारों में बस्तर की बोड़ंगी और ईच्छाबती का भी नाम है। जिनके लिए पक्का मकान किसी सपने की तरह था।
दरअसल, 39 वर्षीय बोड़ंगी अपने परिवार के साथ ग्राम पंचायत खोरखोसा में रहती हैं। खेती-किसानी कर अपने परिवार का भरण-पोषण करने वाली बोड़ंगी के लिए पक्का मकान किसी सपने की तरह था। ग्राम पंचायत से बोडग़ी को प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) के बारे में पता चला जिसके बाद उन्होंने पंचायत से सभी जानकारी इक_ा कर सभी नियमों के तहत अपना फार्म भर दिया।
योजना के तहत जब हितग्राहियों की लिस्ट आई, तब उसमें बोड़ंगी का भी नाम था। उन्हें 2 कमरे के पक्के मकान के लिए सरकार की तरफ से 3 किस्तों में घर बनाने के लिए आर्थिक सहायता दी गई। बोड़ंगी पक्का मकान पाकर खुश हैं।
वे सरकार का धन्यवाद करते हुए कहती हैं कि मिट्टी के मकान में कई तरह की दिक्कतें थी। बरसात में मिट्टी और फर्श गीले हो जाते थे तो ठंड भी ज्यादा लगती थी। पक्का मकान बन गया है तो सुरक्षित महसूस करती हूं।
ऐसी ही कहानी बस्तर पंचायत के नदीसागर गांव की रहने वाली ईच्छाबती की भी है। ईच्छाबती ने 1 लाख 45 हजार रुपए की लागत से अपने पक्के मकान के सपने को पूरा किया है, जिसकी वजह से वे सरकार का धन्यवाद करती हैं।
ईच्छाबती कहती हैं कि एक साथ पक्के मकान के लिए पैसे जोडऩा मुश्किल काम है। सरकार की मदद से उन्हें 3 किस्तों में 1 लाख 30 हजार रुपए प्राप्त हुए। कुछ पैसे ईच्छाबती ने महात्मा गांधी नरेगा से 95 दिनों की मजदूरी से कमाए थे। इन पैसों का उपयोग भी उन्होंने अपने मकान को बनाने में लगाए।
ईच्छाबती खुश हैं और सरकार का धन्यवाद करते हुए कहती हैं कि पक्के मकान में वे धूप, ठंड और बरसात से सुरक्षित महसूस करती हैं।