बस्तर

एक ओर डॉक्टर अपनी मांगों को लेकर अड़े, एक पिता कर रहा फरियाद जल्द ठीक हो बेटी
22-Jan-2023 6:39 PM
एक ओर डॉक्टर अपनी मांगों को लेकर अड़े, एक पिता कर रहा फरियाद जल्द ठीक हो बेटी

मेकाज के फीमेल वार्ड में भर्ती है केशकाल की सरिता

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 22 जनवरी।
कम वेतन मिलने और मानदेय में 4 वर्ष के बाद भी किसी भी प्रकार से कोई भी वृद्धि नहीं होने पर मेकाज सहित पूरे छत्तीसगढ़ के जूनियर डॉक्टर से लेकर इंटर्न डॉक्टर हड़ताल पर चले गए है, जिसके चलते वार्डो की स्थिति पूरी तरह से चरमरा गई है, सीनियर डॉक्टर के बाद जेआर आदि ने मोर्चा तो संभाला है, लेकिन वे लगातार हर वार्ड में 24 घंटे नही रह पा रहे है, ऐसे में फीमेल वार्ड 1 में 7 नंबर बिस्तर में भर्ती सरिता के पिता अपने बेटी के जल्द स्वास्थ्य की कामना के साथ ही डॉक्टरों के हड़ताल जल्द से जल्द खत्म होने की दुआ मांग रहे है। 

सरिता के पिता जैलू राम मंडावी ने बताया कि वह पेशे से किसान है, उसकी 2 बेटियों में सरिता छोटी है, वह केशकाल के अंर्तगत ग्राम सिंघनपुर में रहता है, बीते गुरुवार को उसने अपनी बेटी को गले में सूजन के चलते भर्ती किया था, लेकिन अचानक भयानक में डॉक्टरों की हड़ताल शुरू होने से पूरा परिवार परेशान हो गया है। पिता ने बताया की सरिता को पहले पैर में सूजन था, लेकिन बाद में गला व अन्य जगहों में सूजन को बढ़ता देख कोंडागांव में भर्ती किया, जहां से बेहतर उपचार के लिए मेकाज भेज दिया गया। पिता ने बताया कि बेटी का स्वास्थ्य खराब होने के कारण काफी परेशान हो गया, वहीं मेकाज में भर्ती करने के बाद डॉक्टर अपनी मांगों को लेकर हड़ताल पर चले गए, पिता भगवान से रोजाना दुआ कर रहा है कि इन डॉक्टरों का हड़ताल सरकार द्वारा मान लेना चाहिए और मेरी मेरी बेटी ठीक हो जाए। 

कॉल में तैनात रहते है डॉक्टर
मेकाज में चल रहे हड़ताल का काफी असर वार्डों में भर्ती गंभीर मरीजों के लिए देखने को मिल रहा है, सीनियर डॉक्टर के द्वारा एक बार देखने के बाद वे चले जाते है, जिसके बाद वे सिर्फ कॉल में तैनात रहते है, फोन करने के बाद ही वार्ड में आते है। आपातकाल से ही पूरी जांच व इलाज के बाद भेज रहे वार्डों में। 

एक्सरे व अन्य उपचार नीचे से ही
मेकाज में भर्ती होने के लिए पहले मरीजों को आपातकाल वार्ड में ले जाया जाता है, जहां से उन्हे एक बार में ही एक्सरे व अन्य टेस्ट नीचे से कराने के बाद वार्ड में भेज रहे है, जहां वार्ड में तैनात स्टाफ नर्स के द्वारा डॉक्टरों के द्वारा लिखे दवा के साथ ही उपचार किया जा रहा है। 

खाली पड़े है वार्ड
मेकाज के 600 बिस्तर वाले अस्पताल में अधिकतर वार्ड खाली पड़े है, जहां डॉक्टर की कमी के चलते अन्य भर्ती मरीजों को भी छुट्टी दे दिया गया है, वार्ड में भर्ती मरीज डॉक्टरों के हड़ताल को देखते हुए खुद ही छुट्टी मांग कर अपने घर जा रहे है, या फिर बैगा गुनिया का सहारा ले रहे है। 

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